विनोद सिल्ला Tag: दोहा 40 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विनोद सिल्ला 16 Jan 2023 · 1 min read खप-खप मरता आमजन खप-खप मरता आमजन खप-खप मरता आमजन, मौज उड़ाते सेठ। शीतकाल में ठिठुरता, बहे पसीना जेठ।। खून-पसीना बह रहा, कर्मठ करता कार। परजीवी का ही चला, लाखों का व्यापार।। कमा-कमा कर... Hindi · दोहा 2 1 365 Share विनोद सिल्ला 8 Dec 2022 · 1 min read झाड़ा-झपटा झाड़े-झपटे झाड़े-झपटे छोड़ के, पकड़ ज्ञान का राह। सभी-टोटके फैल हैं, तर्क धरा नै बाह।। सही करै उपचार तो, बच जावैगी जान। भूत प्रेत के फेर मै, पैसे का नुकसान।।... Hindi · दोहा 2 301 Share विनोद सिल्ला 9 Jul 2022 · 1 min read नशा नाश करके रहे नशा नाश करके रहे नशा नाश करके रहे, नहीं उबरता कोय। दूर नशे से जो रहे, पावन जीवन होय।। नशा करे हो गत बुरी, बुरे नशे के खेल। बात बड़े... Hindi · दोहा 1 200 Share विनोद सिल्ला 26 Jan 2022 · 1 min read संविधान लागू हुआ दोहा (छंद) संविधान लागू हुआ, दिवस बना ये खास। संविधान का राज है, जिससे है उज्जास।। बहा पसीना भीम ने, दिए हमें अधिकार। अपना सुख-दुख त्याग कर, किया बड़ा उपकार।।... Hindi · दोहा 182 Share विनोद सिल्ला 17 Jan 2022 · 1 min read दलित वर्ग खाता रहा दोहा दलित वर्ग खाता रहा, वर्णाश्रम की मार। तीन वर्ण को ही मिला, शिक्षा का अधिकार।। पैदा कुदरत ने किए, सभी लोग इंसान। बांट दिया इंसान को, किया बड़ा नुकसान।।... Hindi · दोहा 2 2 407 Share विनोद सिल्ला 13 Jan 2022 · 1 min read कर जाते दल-बदल वो दोहा कर जाते दल बदल वो, टिकट कटे जिस रोज। सत्ता के सुख के लिए, रहे नया दल खोज।। मिले टिकट औलाद को, राज्यपाल हो आप। वंशवाद की जकड़ ने,... Hindi · दोहा 2 257 Share विनोद सिल्ला 8 Jan 2022 · 1 min read दहशत इनकी है बड़ी दोहे दहशत इनकी है बड़ी, थर्राती है भीत। भला पुलिस की मारसे, कौन सका है जीत।। पंछी पर मारें नहीं, ऐसी इनकी बीट। करें सेठ की चाकरी, रहे दीन को... Hindi · दोहा 1 159 Share विनोद सिल्ला 7 Jan 2022 · 1 min read पढ़-पढ़ पोथी हो गए दोहे पढ़-पढ़ पोथी हो गए, सभी परीक्षा पास। रोजगार मिलता नहीं, टूटी जीवन आस।। उपाधियां तो मिल गई, नहीं मिला है काम। मिल तो जाती नौकरी, दे पाते गर दाम।।... Hindi · दोहा 296 Share विनोद सिल्ला 6 Jan 2022 · 1 min read भाई जैसा आसरा दोहे भाई जैसा आसरा, भाई जैसा प्यार। देख जगत सारा भले, भाई है संसार।। भाई तज जोभी करे,सकल कार व्यवहार। आधा वो कमजोर हैं, जग में हो तकरार।। परामर्शदाता सही,... Hindi · दोहा 2 2 208 Share विनोद सिल्ला 5 Jan 2022 · 1 min read खाली कुर्सी देखकर दोहा खाली कुर्सी देखकर, भागा भाषणवीर। जैसे खींचे धनुष से, निकल गया हो तीर।। भीड़ जुटाने के लिए, सजा दिया पंडाल। भीड़ नहीं जब जुट सकी, नेता जी बेहाल।। भीड़भाड़... Hindi · दोहा 1 422 Share विनोद सिल्ला 4 Jan 2022 · 1 min read नरक स्वर्ग दोहे नरक स्वर्ग सब है यहीं, नहीं कहीं भी और। हांसी-ठठ्ठे हैं स्वर्ग में, मचा नरक में शोर।। नरक स्वर्ग के फेर में, उलझे सब नर नार। शातिर उलझा है... Hindi · दोहा 1 1k Share विनोद सिल्ला 17 Dec 2021 · 1 min read आसमान से नहीं उतरते दोहे आसमान से नहीं उतरते, थैले बोरी यार। नेक कमाई कर सदा, तभी चले घर बार।। धरे हाथ पर हाथ जो, बैठे हैं नर नार। उनको भोजन करन का, नहीं... Hindi · दोहा 2 2 214 Share विनोद सिल्ला 14 Dec 2021 · 1 min read पंचशील व्यवहार में दोहे पंचशील व्यवहार में, श्रमण हो आचार। समता ममता चेतना, सुखों का आधार।। पंचशील से ही मिलें, मुक्ती के सब राह। शीलवान बन कीजिए, भेदभाव का दाह।। राजे राजकुमार भी,... Hindi · दोहा 1 310 Share विनोद सिल्ला 2 Dec 2021 · 1 min read पैसा दें तो दाखिला दोहे पैसा दें तो दाखिला, पेड हो गई सीट। एकलव्य को आज भी, अर्जुन देता पीट।। संस्थान सब निजी हुए, कैसे हो तालीम। चुका सकें जो शुल्क तो, डले शिक्षा... Hindi · दोहा 1 177 Share विनोद सिल्ला 2 Dec 2021 · 1 min read धुआं-धुआं है हर गली दोहे धुआं-धुआं है हर गली, आँखें सबकी लाल। आसमान से बरसती, राख बनी है काल।। त्योहारों पर फूंकते, आतिशबाजी खूब। आसमान काला किया, गई रौशनी डूब।। खेतों में भी आग... Hindi · दोहा 1 179 Share विनोद सिल्ला 2 Dec 2021 · 1 min read संविधान में लिख गए संविधान दिवस को समर्पित दोहे संविधान में लिख गए, तभी मिले अधिकार। बाबा साहब आप को, नमन करें शत बार।। संविधान ने ही दिया, मान और सम्मान। वरना तो हम... Hindi · दोहा 1 194 Share विनोद सिल्ला 2 Dec 2021 · 1 min read रोकी जाती घुड़चढ़ी विनोद सिल्ला के दोहे रोकी जाती घुड़चढ़ी, आती खबरें देख। मानवता को मान कर, मेट विभाजन रेख।। किन ग्रंथों में हैं पढ़े, फलां लोग हैं नीच। आग लगा उन ग्रंथ... Hindi · दोहा 1 187 Share विनोद सिल्ला 7 Nov 2021 · 1 min read पैसा दें तो दाखिला दोहे पैसा दें तो दाखिला, पेड हो गई सीट। एकलव्य को आज भी, अर्जुन देता पीट।। संस्थान सब निजी हुए, कैसे हो तालीम। चुका सकें जो शुल्क तो, डले शिक्षा... Hindi · दोहा 1 186 Share विनोद सिल्ला 14 Oct 2021 · 1 min read लगा मुखौटा घूमते दोहे लगा मुखौटे घूमते, आज सभी नर - नार। असली सूरत ली छिपा, नकली सब किरदार।। झूठी सबकी शान है, फीकी है मुस्कान। चमक दमक में खो गए, झूठी है... Hindi · दोहा 2 2 303 Share विनोद सिल्ला 9 Oct 2021 · 1 min read पाहन पूजा खूब की विनोद सिल्ला के दोहे पाहन पूजा खूब की, किए तीर्थ उपवास। अंतर्मन खोजा नहीं, फिजूल किए प्रयास।। गंगा-जमुना भी गया, करके आया स्नान। बाहर पावन हो गया, भीतर रहा मशान।।... Hindi · दोहा 1 190 Share विनोद सिल्ला 7 Oct 2021 · 1 min read साहब कांसीराम साहब कांसीराम साहब कांसीराम थे, बहुजन की आवाज। नई सोच दे कर किया, नवयुग का आगाज।। साहब कांसीराम से, बहुजन की थी शान। आंदोलन पहचान थी, चैन किया कुर्बान।। छोड़ी... Hindi · दोहा 1 237 Share विनोद सिल्ला 5 Oct 2021 · 1 min read शब्द शब्द शब्द घोल दें कान में, मिश्री सा मिष्ठान। शब्द लगा दें आग भी, शब्दों को पहचान।। शब्दों ने ही विगत में, करवाए संग्राम। शब्द शांति वाहक बने, दिया अमन... Hindi · दोहा 1 2 219 Share विनोद सिल्ला 5 Oct 2021 · 1 min read तर्क करो फिर जान लो दोहे तर्क करो फिर जान लो, लेना तब ही मान। बात पते की दी बता, रखना इसका ध्यान।। तर्क कसौटी परख लो, सही चढ़े परवान। मीन-मेख भी ना रहे, उन्नत... Hindi · दोहा 1 4 305 Share विनोद सिल्ला 5 Oct 2021 · 1 min read जीवन पतली डोर है विनोद सिल्ला के दोहे जीवन पतली डोर है, जो कुदरत के हाथ। जब तक कायम डोर है, तब तक रहता साथ।। जीवन देख करीब से, जीवन है अनमोल। जीवन पावन... Hindi · दोहा 1 1 164 Share विनोद सिल्ला 5 Oct 2021 · 1 min read साहब तेरे राज में दोहे साहब तेरे राज में, नित-नित मरते लोग। तुझको फुरसत है नहीं, बढ़ता जाता रोग।। ऑक्सीजन की घाट में, फूल रही है सांस। पेड़ काट कर है किया, अपना जीवन... Hindi · दोहा 1 2 177 Share विनोद सिल्ला 30 Sep 2021 · 1 min read वर्षा का जल भर गया विनोद सिल्ला के दोहे वर्षा का जल भर गया, गली बन गई ताल। जलमग्न शहर हो गया, हुए बाढ़ से हाल।। झुग्गी सारी ढूब गई, घर से बेघर लोग। मच्छर... Hindi · दोहा 220 Share विनोद सिल्ला 30 Sep 2021 · 1 min read दाढ़ी वाले दोहे दाढ़ी वाले दोहे दाढ़ी तेरी बढ़ गई, कैसा तेरा हाल। दीवानों सा तू लगे, कैसा है जंजाल।। दाढ़ी तेरी सितमगर, बड़ी चार सौ बीस। दमघोटू सी लग रही, रही सभी... Hindi · दोहा 673 Share विनोद सिल्ला 30 Sep 2021 · 1 min read भीम राव अम्बेडकर भीम राव अम्बेडकर भीम राव अम्बेडकर, चले कष्ट की राह। संघर्ष किया उम्रभर, समता जिनकी चाह।। शोषित को हक दे गए, किया बड़ा उपकार। ज्ञान का प्रतीक कह कर, याद... Hindi · दोहा 1 198 Share विनोद सिल्ला 30 Sep 2021 · 1 min read धर्म सियासत जब मिले विनोद सिल्ला के दोहे धर्म सियासत जब मिले, होता खेल अजीब। मार मुकाए आम - जन, नर-नार अरु गरीब।। गाजा - पट्टी धर्म ने, कर दी लहूलुहान। फिलीस्तीन - इजरायली,... Hindi · दोहा 1 200 Share विनोद सिल्ला 23 Jul 2021 · 1 min read शासक क्यों बेचैन शासक क्यों बेचैन शासक क्यों बेचैन है, सभी शक्तियां पास। सिंहासन जब भी हिले, भाए न रंग रास।। शासक नाहीं रह सके, सत्ता से क्षण दूर। सत्ता सब देती भुला,... Hindi · दोहा 2 2 310 Share विनोद सिल्ला 21 Jul 2021 · 1 min read जात-पात जात-पात जात-पात के रोग से, ग्रस्त हुआ है देश। भेद-भाव ने है दला, कब से वर्ग विशेष।। जात-पात के जहर से, करके बंटा-धार। मरघट-पनघट अलग हैं, करते नहीं विचार। जात-पात... Hindi · दोहा 491 Share विनोद सिल्ला 11 Jun 2021 · 1 min read दोहे आज के दोहे जीना मरना सब रहा, केवल कुदरत हाथ। जीते जी संबंध हैं, जीते जी का साथ।। कितने करवा चौथ कर, आयु सुनिश्चित मान। घटे-बढ़े बिल्कुल नहीं, कुदरत का... Hindi · दोहा 1 347 Share विनोद सिल्ला 2 Jun 2021 · 1 min read आज के दोहे आज के दोहे पक्षी हमारे मीत हैं, रखिए इनका ख्याल। कुंडे पानी के रखो, दाना भी दो डाल।। पक्षी कृषक के मित्र हैं, कृषक संग सहचार। फसल विनाशक किट को,... Hindi · दोहा 1 2 222 Share विनोद सिल्ला 29 May 2021 · 1 min read विनोद सिल्ला के दोहे विनोद सिल्ला के दोहे शीतल छाया दे रहे, परउपकारी पेड़। हरे पेड़ को काट कर, कुदरत को ना छेड़।। पेड़ दे रहे औषधी, ले कर रहो निरोग। पेड़ लगाने चाहिए,... Hindi · दोहा 1 222 Share विनोद सिल्ला 28 May 2021 · 1 min read विनोद सिल्ला के दोहे विनोद सिल्ला के दोहे खेल जगत के अजब हैं, अजब सभी हैं काम। रहा अकेला उम्र-भर, मरे तो जुड़े गाम।। हाल-चाल पूछा नहीं, ना बोला दो बोल। अपनी-अपनी अकड़ में,... Hindi · दोहा 1 433 Share विनोद सिल्ला 10 May 2021 · 1 min read विनोद सिल्ला के दोहे विनोद सिल्ला के दोहे शमशान सब भरे पड़े, पंक्तिबद्ध हैं लाश| नेता व्यस्त चुनाव में, किससे करिए आस|| अपना बचाव आप कर, अपनी ही है जान| कोरोना घातक बड़ा, खतरे... Hindi · दोहा 1 4 249 Share विनोद सिल्ला 10 May 2021 · 1 min read विनोद सिल्ला के दोहे विनोद सिल्ला के दोहे ताजे खाओ फल सदा, रहोगे तुम निरोग| फास्ट फूड को छोड़ के, फल का लाओ भोग|| फल खाओ तुम रोज ही, फल हैं गुण की खान|... Hindi · दोहा 1 5 679 Share विनोद सिल्ला 6 Apr 2021 · 1 min read विनोद सिल्ला के दोहे विनोद सिल्ला के दोहे सेहत सुविधा कम हुई, बढ़े बहुत से रोग| दाम दवाओं के बढ़े, तड़प रहे हैं लोग|| अस्पताल के द्वार पर, बड़ी लगी है भीड़| रोग परीक्षण... Hindi · दोहा 1 2 364 Share विनोद सिल्ला 16 Jan 2021 · 1 min read दोहे दर्पण दर्पण देखो गौर से, देखो बारम्बार| दिखलाए सच-सच सदा, नहीं करे इंकार|| दर्पण बोले सच सदा, नहीं तनिक भी झूठ| जैसे को तैसा कहे, भले लाख जा रूठ|| दर्पण... Hindi · दोहा 2 4 618 Share विनोद सिल्ला 29 Mar 2020 · 1 min read विनोद सिल्ला के दोहे रोटी रोटी तू भी गजब है, कर दे काला चाम। देश छोड़ के हैं गए, छूटे आँगन धाम।। रोटी तूने कर दिए, घर से बेघर लोग। रोटी मात्र इलाज है,... Hindi · दोहा 2 227 Share