Taj Mohammad Tag: कविता 90 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Taj Mohammad 29 Mar 2024 · 1 min read कहां जाऊं सत्य की खोज में। गुरबती में यहां अपनी, जिंदगी कट रही है। कहां जाऊं सत्य की खोज में, जब हर खुशी रो रही है।। हमें तो बस जीना है, जिंदा रहने के लिए। वक्त... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 61 Share Taj Mohammad 28 Mar 2024 · 1 min read ओ पथिक तू कहां चला ? ओ पथिक तू कहां चला, सत्य की खोज में। बड़ा कठिन है सत्य को पाना, झूठ के शोर में।। तेरा पथ बड़ा पथरीला है, और तेरे कदम बड़े है कोमल।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 59 Share Taj Mohammad 27 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज में। सत्य की खोज में, तू क्यों दर दर भटकता है। सत्य तो है तेरे अंदर, तू क्यों न स्वयं को खोजता है।। प्रकृति के कण कण में, सत्य समाया है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 48 Share Taj Mohammad 9 Jun 2023 · 1 min read भटक ना जाना तुम। भटक ना जाना तुम, अन्जानी राहों में!!! आसमां छू लेना तुम, हिम्मत के परवाजों से!!! विचारों से बनता है, आकार मन का!!! सपनों से सजता है, संसार दिल का!!! मुश्किल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 389 Share Taj Mohammad 3 Mar 2023 · 1 min read मैं जिंदगी हूं। पल पल मौत से लड़ी हूं।,,, मैं जिंदगी हूं!!!... मैं निर्भय होकर,,, अपनी जीत पर अड़ी हूं।... जो भी मिला भाग्य से,,, उसी में खुश रही हूं।... पल पल मौत... Hindi · कविता 1 148 Share Taj Mohammad 29 Dec 2022 · 1 min read मैं जीवन दायनी मां गंगा हूं। मैं जीवन दायनी मां गंगा हूं। शिव ललाट से उत्पन्न हुई, भागीरथी के पग के पथ का, अनुशरण करती,,, मैं पृथ्वी पर अविरल बहती, निर्मल जीवन धारा हूं!!! मैं जीवन... Hindi · कविता 2 281 Share Taj Mohammad 1 Dec 2022 · 1 min read हुई कान्हा से प्रीत, मेरे ह्रदय को। हुई कान्हा से प्रीत, मेरे ह्रदय को!!! जीती रहती हूं, उसकी स्मृतियों को!!! बड़ा ही प्यारा है, मेरा श्याम सलोना!!! मोह ना छूटे उससे, मेरे अधीर मन का!!! प्रेम से... Hindi · कविता 2 177 Share Taj Mohammad 26 Oct 2022 · 1 min read प्रकाश से हम सब झिलमिल करते हैं। चलो एक दीप मानवता का आज स्वयं के अंदर प्रज्वलित करते हैं। यूं खुदके असुर को मार कर पुनः स्वयं को दोबारा से निर्मित करते हैं।। दीन हीन निर्धन के... Hindi · कविता 118 Share Taj Mohammad 24 Oct 2022 · 1 min read दुल्हन सी सजी संपूर्ण आयोध्या नगरी सारी। आज दीपों से जगमग-जगमग है।। दुल्हन सी सजी संपूर्ण आयोध्या नगरी सारी!!! हर घर ही सजा है गुलशन सा।। हो रही सीता राम के आगमन की तैयारी!!! माथे पर जिनके... Hindi · कविता · गीत 1 2 217 Share Taj Mohammad 11 Oct 2022 · 1 min read हमको किस के सहारे छोड़ गए। तुम हमको यूं रुलाकर तन्हा मुंह मोड़ कर चले गए। तुम थे मसीहा हमारे हमको किस के सहारे छोड़ गए।। अब कहेंगे हम किसको धरतीपुत्र और किसे नेता जी। थे... Hindi · कविता 2 1 136 Share Taj Mohammad 10 Oct 2022 · 1 min read The broken sad all green leaves. The broken sad all green leaves are telling their pain to the tree. You didn't show your loyalty, From you we got separated free. We used to play together with... Hindi · कविता 2 2 211 Share Taj Mohammad 21 Jul 2022 · 1 min read बेटियां। बेटियां,,, मौसम सी होती है!!! उनके होने से, घर में बहार रहती है,,, विदा होती है तो घर द्वार,,, सब पतझड़ कर जाती है!!! बेटियां मौसम सी होती है!!! बेटियां,,,... Hindi · कविता 3 4 281 Share Taj Mohammad 5 Jul 2022 · 1 min read हे प्रभु श्री राम... हे प्रभु श्री राम... ह्रदय बस तुमको सुमिरता है,,, तुम्हारी भक्ति में लीन रहता है!!! रामायण का प्रत्येक पाठ,,, बड़ा आनंदित करता है!!! तेरी लीलाओं का वर्णन करता है हे... Hindi · कविता 1 4 370 Share Taj Mohammad 5 Jul 2022 · 1 min read हे दीन,दयाल,सकल,कृपाल। हे दीन,दयाल,सकल,कृपाल,,, मेरी रक्षा करो प्रभु महाकाल!!! तुम जीवन अंतर्यामी हो,,, प्रभु तुम जग के कल्याणी हो!!! तुम्हारे चक्षुओं से ना कुछ छूटता है,,, तृतीय नेत्र तुम्हारा क्रोध पे खुलता... Hindi · कविता 1 2 253 Share Taj Mohammad 4 Jul 2022 · 1 min read यथार्था,,, दर्पणता,,, सरलता। यथार्था,,, वास्तिवक्ता प्रदान करती है!!! दर्पणता,,, पारदर्शिता प्रदान करती है!!! सरलता,,, निष्पक्षिता प्रदान करती है!!! फिर क्यों ना मानव तू इनका, अनुशरण करता है!!! क्यों ना इन गुणों को, तू... Hindi · कविता 2 2 275 Share Taj Mohammad 30 Jun 2022 · 1 min read उड़ चले नीले गगन में। परिंदों के संग होके मगन,,, आ दूर उड़ चले नीले गगन में...!!! इस बैरी ईर्ष्या को मिटाके,,, आ कर ले सबसे प्रेम जतन रे...!!! पुष्प खिले नील कमल,,, कोई कविता... Hindi · कविता 1 2 316 Share Taj Mohammad 30 Jun 2022 · 2 min read हमको पास बुलाती है। मिट्टी की भीनी भीनी सोंधी सी खुशबू... हमको पास बुलाती है...!!! चल गांव चलते है जहां मां... आज भी हाथ से खाना खिलाती है...!!! वो सरसों के पीले पीले खेत,... Hindi · कविता 1 2 351 Share Taj Mohammad 25 Jun 2022 · 1 min read अपना भारत देश महान है। सारे धर्मों का सम्मान है... सबके अधिकार समान है... कोई ना हिंदू ,ना कोई मुसलमान है... भारतीयता ही सबकी पहचान है... हम सबका ह्रदय से हिन्दुस्तान है... यही हमारी बस... Hindi · कविता 1 2 324 Share Taj Mohammad 25 Jun 2022 · 1 min read जीवन दायिनी मां गंगा। जीवन दायिनी, दुःख हरनी गंगा है...!!! जो ह्रदय से कहलाती... सबकी मां है...!!! शिव शंकर, शभूँ की जटा से निकली है...!!! प्रत्येक जीवन में... जो सुख समृद्धि भर है...!!! आगे... Hindi · कविता 2 365 Share Taj Mohammad 19 Jun 2022 · 1 min read मानव तू हाड़ मांस का। मानव तू हाड़ मांस का... केवल मात्र इक खिलौना है...!! तू मिट्टी से जन्मा है... तुझको मिट्टी में मिल जाना है...!! पंच तत्व की ऊर्जा से... मानव तेरा ये जीवन... Hindi · कविता 3 8 484 Share Taj Mohammad 19 Jun 2022 · 2 min read हे महाकाल, शिव, शंकर। हे महाकाल,शिव,शंकर... विष धारण किए नील कंठ...!!! सम्पूर्ण विश्व समाएं बैठे तुम हो स्वयं के अंदर... हे महादेव तुम हो... करुणा के समंदर...!!! तुम हो सर्व पूज्य अर्चन... तुमको प्रभु... Hindi · कविता 4 8 1k Share Taj Mohammad 18 Jun 2022 · 1 min read दीप तुम प्रज्वलित करते रहो। अंधकार के रास्तों पर,,, दीप तुम प्रज्वलित करते रहो...!! आने वाली नस्लों को यूं ही,,, सीख तुम देते रहो...!! हे वीर सैनिक तुम हो भारत का गौरव,,, तिरंगे के गीत... Hindi · कविता 2 2 202 Share Taj Mohammad 14 Jun 2022 · 1 min read पापा ने मां बनकर। पापा ने मां बनकर,,, मुझको पाला है...!! मैंने अपना सम्पूर्ण,,, अस्तित्व उन्ही से पाया है...!! मां मेरे बचपन में ही,,, काल का शिकार,,, हो गई थी...!! मेरे पापा की सम्पूर्ण,,,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 704 Share Taj Mohammad 13 Jun 2022 · 2 min read अखंड भारत की गौरव गाथा। आओ सुनाता हूं मैं तुमको,,, संक्षिप्त रूप में अखंड भारत की गौरव गाथा!!! जानकर आश्चर्य में पड़ जाओगे,,, जो थी इसकी भौगोलिक विशालता!!! चौबीस बार सहा है इसने दंश,,, अपने... Hindi · कविता 6 1 1k Share Taj Mohammad 12 Jun 2022 · 1 min read बाबा अब जल्दी से तुम लेने आओ ! बाबा मुझको कब तक,,, तुम लेने आओगे!!! मेरे अशांत मन को,,, कब शांत कराओगे!!! स्मृति में तुम सब की,,, नैनो से मेरे आसूं बहते है!!! तुम सबसे जल्दी से जल्दी,,,... Hindi · कविता 603 Share Taj Mohammad 10 Jun 2022 · 1 min read हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना। हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना। ह्रदय की शांति कहीं खो गई है,,, मुरली की मधुर धुन बजा कर,,, फिरसे इसे ह्रदय में बुलाओ ना।। हे कृष्णा पृथ्वी... Hindi · कविता 2 2 247 Share Taj Mohammad 6 Jun 2022 · 1 min read पिता जीवन में ऐसा ही होता है। हर विपत्ति को चुपचाप ही सहता है। ये पिता है पिता जीवन में ऐसा ही होता है।। स्वयं को भूलकर,,, सबका ही ख्याल रखता है। सबकी ही जिंदगी को,,, वह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 320 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read पिता है मेरे रगो के अंदर। मेरी धरती मेरा अम्बर, मेरी सृष्टि मेरा समंदर, बनके लहू बहते है मुझमें, पिता है मेरे रगो के अंदर।। सर से लेकर पांव तक, धूप से लेकर छांव तक, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 256 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरा अभिमान मां है तो, मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरी मां पृथ्वी है तो, मेरा आसमान है पिता।। मां मेरी जननी है तो, मेरी पहचान है पिता।। मां ने मुझे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 946 Share Taj Mohammad 28 May 2022 · 1 min read प्रकृति के कण कण में ईश्वर बसता है। प्रकृति के कण कण में ईश्वर बसता है,,, सब कुछ संसार में उसकी दृष्टि में रहता है,,, अंजान है तू मानव जो भ्रम में रहता है,,, ईश्वर है ईश्वर हर... Hindi · कविता 3 4 925 Share Taj Mohammad 28 May 2022 · 1 min read गांव का भोलापन ना रह गया है। दीवारों पर हरी घास चढ़ गई है,,, छते सभी बेकार हो गई हैं,,, कभी हंसती मुस्कुराती थी जो हवेली,,, आज खंडहर का रूप ले चुकी है।। मुद्दतों बाद लौटकर आया... Hindi · कविता 4 6 790 Share Taj Mohammad 28 May 2022 · 1 min read तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं। कहीं नदी के किनारे चलकर बैठते है,,, तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते है!!! ये सादगी भरी सुंदरता तुम्हारी,,, काग़ज़ पर शब्दों में उतारते है!!! मधुवन में पुष्पों को तुमसे... Hindi · कविता 3 2 2k Share Taj Mohammad 27 May 2022 · 1 min read इंसान जीवन को अब ना जीता है। इंसान जीवन को अब ना जीता है,,, जीवन इंसान को जीता है!!! मनुष्य की अंतरात्मा मर चुकी है,,, वह भगवान से ना डरता है!!! पाप, पुण्य का अंतर ना जानें,,,... Hindi · कविता 1 4 230 Share Taj Mohammad 27 May 2022 · 1 min read जिन्दगी में होता करार है। भंवरों को गुंजन से, कलियों को चमन से, आशिक को सनम से, नज़र को चिलमन से, जिन्दगी में होता करार है।। आंखों को अश्कों से, मलहम को जख्मों से, इज़्जत... Hindi · कविता 299 Share Taj Mohammad 26 May 2022 · 1 min read आलिंगन हो जानें दो। अपने अधर के कपलों में मुझे खो जानें दो। अपने प्रेम की बरखा में मुझे भीग जानें दो।। मैं बहुत तड़पा हूं प्रीतम तुम्हारी स्मृतियों में। आज मेरा तुम खुद... Hindi · कविता 1 1k Share Taj Mohammad 24 May 2022 · 1 min read दया के तुम हो सागर पापा। दया के तुम हो सागर पापा,,, करुणा के तुम अवतारी। समाज में तुम हो यथार्थ पापा,,, मिलती तुमसे हिम्मत सारी।। इस समाज की परिभाषा,, तुमने मुझे बताई पापा। जीवन की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 187 Share Taj Mohammad 24 May 2022 · 1 min read आकार ले रही हूं। आकार ले रही हूं। विस्तार ले रही हूं।। मैं नारी हूं। साकार ले रही हूं।। विचार बन रही हूं। संस्कार दे रही हूं।। मैं नारी हुं। आवाज बन रही हूं।।... Hindi · कविता 1 2 234 Share Taj Mohammad 24 May 2022 · 1 min read मैं आज की बेटी हूं। मैं आज की बेटी हूं,,, मस्तक ऊंचा करके जीती हूं।। समाज का मैं अब,,, कोई अपमान ना सहती हूं।। मैं आज की बेटी हूं... मान,सम्मान से मैं जीती हूं।। जग... Hindi · कविता 1 2 558 Share Taj Mohammad 23 May 2022 · 1 min read ये नारी है नारी। श्रृंगार भी करती है,,, संघार भी करती है,,, ये नारी है नारी,,, ये विकास और विनाश, भी करती है।। कभी मां बनके,,, कभी बहन,बेटी बनके,,, जीवन में पत्नी बनके,,, ये... Hindi · कविता 2 6 255 Share Taj Mohammad 23 May 2022 · 1 min read मन को मोह लेते हैं। कल कल करती नादिया,,, चीं चीं करती चिड़िया,,, भंवरे का पुष्प पे गुंजन करना,,, ये सब मन को मोह लेते है।। पीहू का पपीहा,,, कोयल का कू क करना,,, मेघा... Hindi · कविता 184 Share Taj Mohammad 22 May 2022 · 1 min read मैं बहती गंगा बन जाऊंगी। तू जिधर-जिधर जाएगा,,, मैं उधर-उधर ही आऊंगी।। तेरे लिए ओ मेरे भगीरथी,,, मैं बहती गंगा बन जाऊंगी।। तू जैसी मुझको बोलेगा,,, मैं वैसी ही बनकर आऊंगी।। तेरे लिए मेरे प्रियवर,,,... Hindi · कविता 2 2 271 Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read पिता के होते कितने ही रूप। पिता कैसा होता है? पिता संसार में... संतान के लिए भगवान जैसा होता है।। पिता के होते है कितने ही रूप। पिता है छांव... यदि जीवन है सूर्य की धूप।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 1k Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read मैं पिता हूं। मैं पिता हूँ -.-.-.-दो👬बच्चों का-.-.-.-.- रखवाला🕕🕕🕕मैं उनके अच्छे बुरे गुणों का। वह दोनों तो है मेरे जीवन के अनमोल💎💎💎रतन।। देखूँ चाहे जितना उनको ना भरते मेरे दोनों👁👁 नयन।। ना जानें... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 603 Share Taj Mohammad 18 May 2022 · 2 min read अपने पापा की मैं हूं। अपने पापा की मैं हूँ सबसे प्यारी बिटिया... उनकी ख़ुशियों की मैं हूँ जादू की इक पुड़िया... अपने पापा की मैं हूँ सबसे प्यारी बिटिया... प्राण बसते हैं उनके तो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 741 Share Taj Mohammad 16 May 2022 · 1 min read पापा आप बहुत याद आते हो। पापा आप, बहुत याद आते हो। आपका अनुभव करता हुं, पर छूने से ओझल हो जाते हो।। आपका स्थान, कोई ले सकता नही। मेरे चेहरे को आप जैसा, कोई पढ़... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 704 Share Taj Mohammad 15 May 2022 · 1 min read कलयुग का आरम्भ है। जीवन में रिश्तों की डोर बड़ी नाजुक होती है। इसकी प्रत्येक गांठ सबक देती है।। उतार चढ़ाव तो जीवन में लगा ही रहता है। हर कोई यही परिभाषा इसकी देता... Hindi · कविता 3 4 359 Share Taj Mohammad 9 May 2022 · 1 min read विदाई की घड़ी आ गई है,,, विदाई की घड़ी आ गईं है,,, बिटिया मेरी पराई हो रही है।। रोका बहुत इन आंखो को,,, फिर भी आंसुओं से भरी जा रही हैं।। शाम सुबह उसको ना पाकर,,,... Hindi · कविता 1 2 785 Share Taj Mohammad 8 May 2022 · 1 min read बाबा ब्याह ना देना,,, बाबा ब्याह ना देना,,, तुम मुझको दूर कहीं परदेश।। जहां तुम सबको देखने को,,, तरसे मेरे ये नैन।। मैं चाहूं भी तो आ ना सकूं,,, इतनी दूर ना हो मेरी... Hindi · कविता 3 6 539 Share Taj Mohammad 7 May 2022 · 2 min read पिता खुशियों का द्वार है। पुत्र कृति है, रचनाकार पिता,,, पुत्र सृष्टि है निर्माण कर्ता पिता।। पुत्र का संपूर्ण संसार है पिता,,, इसका परिपूर्ण आकार विस्तार हैं पिता।। समंदर की थाह,अथाह हैं पिता,,, कल्पतरू, परिजात... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 364 Share Taj Mohammad 5 May 2022 · 1 min read मेरे पापा। जग में सबसे अच्छे हैं मेरे पापा,,, दिल के बड़े ही सच्चे हैं मेरे पापा।। जब संग में मेरे खेलते हैं मेरे पापा,,, तो बन जाते जैसे बच्चे हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 371 Share Page 1 Next