Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2022 · 1 min read

हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।

हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।
ह्रदय की शांति कहीं खो गई है,,,
मुरली की मधुर धुन बजा कर,,,
फिरसे इसे ह्रदय में बुलाओ ना।।
हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।।

मानव,पशु,पक्षी,खग,मृग,,,
सभी व्याकुल हुए है संसार में,,,
पुनः जन्म लेकर सबको,,,
अपना नीला चंद्र रूप दिखाओ ना।।
हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।।

घर-घर दुष्ट कंस पैदा हो गए हैं।
हे सुदर्शन चक्रधारी,,,
उनका वध करने को आओ ना।।
बहुत बड़ गया है अत्याचार पृथ्वी पर,,,
शुद्धिकरण करने को तुम,,,
अपना दिव्य,रुद्र रूप दिखाओ ना।।
हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।।

गीता में तुमने कहा था।
जब जब पाप बढ़ेगा,,,
तब तब तुम इसे मिटाने को,,,
स्वयं पृथ्वी पर आओगे,,,
देखने को पाप का अत्याचार,,,
अपनी एक दृष्टि हम पर डालो ना।।
हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।।

बाल्यरूप तुम्हारा देखकर,,,
हम सब मंत्रमुख्ध हो जायेंगे,,,
तेरे खाने की खातिर घर में,,,
हम सब फिर से माखन को बनायेगें,,,
तुम छुप छुप कर सबसे,,,
इस माखन को लेकर जाओ ना।।
हे कृष्णा पृथ्वी पर फिर से आओ ना।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शॉल (Shawl)
शॉल (Shawl)
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बारिश की बूंदों ने।
बारिश की बूंदों ने।
Taj Mohammad
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कवि दीपक बवेजा
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आंखें लड़ाई मगर
VINOD CHAUHAN
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
हकमारी
हकमारी
Shekhar Chandra Mitra
जिसका मिज़ाज़ सच में, हर एक से जुदा है,
जिसका मिज़ाज़ सच में, हर एक से जुदा है,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
अंध विश्वास एक ऐसा धुआं है जो बिना किसी आग के प्रकट होता है।
अंध विश्वास एक ऐसा धुआं है जो बिना किसी आग के प्रकट होता है।
Rj Anand Prajapati
सृष्टि रचेता
सृष्टि रचेता
RAKESH RAKESH
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🌺प्रेम कौतुक-206🌺
🌺प्रेम कौतुक-206🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ब्रांड. . . .
ब्रांड. . . .
sushil sarna
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
Buddha Prakash
2817. *पूर्णिका*
2817. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
Paras Nath Jha
प्रणय 8
प्रणय 8
Ankita Patel
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
मुझे
मुझे "कुंठित" होने से
*Author प्रणय प्रभात*
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
#संबंधों_की_उधड़ी_परतें, #उरतल_से_धिक्कार_रहीं !!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
डी. के. निवातिया
"दुबराज"
Dr. Kishan tandon kranti
अनुभव
अनुभव
Sanjay ' शून्य'
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
Anand Kumar
जै जै अम्बे
जै जै अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दे ऐसी स्वर हमें मैया
दे ऐसी स्वर हमें मैया
Basant Bhagawan Roy
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
संभव भी असम्भव
संभव भी असम्भव
Dr fauzia Naseem shad
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
Loading...