Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2022 · 2 min read

अखंड भारत की गौरव गाथा।

आओ सुनाता हूं मैं तुमको,,,
संक्षिप्त रूप में अखंड भारत की गौरव गाथा!!!
जानकर आश्चर्य में पड़ जाओगे,,,
जो थी इसकी भौगोलिक विशालता!!!

चौबीस बार सहा है इसने दंश,,,
अपने खंड खंड होने का!!!
सम्पूर्ण विश्व में फैली थी,,,
इसकी कण कण की सुन्दरता!!!

इसके उत्तर में थी,,,
हिमालय पर्वत की व्यापकता!!!
तो दक्षिण में स्थित था,,
हिंद महासागर गहरा!!!

पूर्व में था कैलाश पर्वत मानसरोवर,,,
जो था शिव शंकर शभूं का!!!
जिसका विस्तार जाता था,,,
जो है अब आज का इंडोनेशिया!!!

पश्चिम में स्थित था,,,
तब का प्रदेश हिमालय आर्यान!!!
वर्तमान में जो कहलाता है,,,
नाम से ईरान!!!

युगों युगों से चली आ रही है,,,
इसकी सनातन संस्कृति और सभ्यता!!!
अन्यत्र विश्व में ना मिलती है,,,
वेद पुराणों के ज्ञान की शिक्षा!!!

सनातन धर्म की मौलिकता थी,,,
सर्वपरी था हिंदुओं का सम्मान!!!
प्रत्येक ह्रदय में वास करते थे,,,
पुरोषत्तम प्रभु श्री राम!!!

सम्पूर्ण विश्व नतमस्तक था,,,
रामराज में सबका था सम्मान!!!
बाहरी अक्रांताओ ने बहुत प्रयत्न किया,,,
परन्तु नष्ट ना कर पाए इसकी पहचान!!!

वट वृक्ष के जैसा था,,,
अखंड भारत का विस्तार!!!
सोने की चिड़िया कहता था,,,
इसको समस्त संसार!!!

कितनी शाखाओं ने अलग होकर,,,
ले लिया स्वयं छोटे वृक्ष का आकार!!!
विभिन्नताएं लिए अखंडता में,,,
एकता का लक्ष्य ना हो सका साकार!!!

इसकी कोमलता पर,,,
धूर्त बाहरी अक्रांताओं ने आक्रमण किया बारमबार!!!
उनमें से कुछ नाम है ये,,,
यूनानी,यमन,फेंच,शक,डच,अंग्रेज और कुषाण!!!

गंधार,कंबोज के हिस्से बन गए,,,
बलूचिस्तान और अफगानिस्तान!!!
सिंध बन गया पाकिस्तान,,,
पंजाब से अलग हो कर आया मुल्तान!!!

देवघर से परिवर्तित होकर,,,
अस्तित्व में आया नेपाल!!!
जनकपुर मिथिला सीता मैया का,,,
लुंबनी भगवान बुद्ध के जहां थे जन्म स्थान!!!

ब्रह्म देश बर्मा होकर,,,
बन गया म्यांमार!!!
तिब्बत था देवलोक जहां पर मनु के नेतृत्व में,,,
मानव देव रूप में प्रथम पीढ़ी ने लिया था अवतार!!!

श्री लंका का शिव शंकर ने निर्माण कर,,,
इसको सौंपा था कुबेर को!!!
कुबेर से आई रावण के पास,,,
जिसपे विजय प्राप्ति हुई प्रभु श्री राम को!!!

मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और कंबोडिया सब थे मलय प्रायद्वीप के जनपद,,,
सिक्किम और भूटान पर अखंड भारत का था आधिपत्य!!!

सिंहपुरा बना सिंगापुर चम्पा बन गया वियतनाम,,,
श्याम देश से जाना जाता था थाइलैंड का नाम!!!
कहने को शब्द कम पड़ेगें,,,
पूर्ण ना होगा अखंड भारत का व्याख्यान!!!

ताज मोहम्मद
लखनऊ

Language: Hindi
5 Likes · 1 Comment · 871 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रोला छंद :-
रोला छंद :-
sushil sarna
मेरा दुश्मन मेरा मन
मेरा दुश्मन मेरा मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
टेढ़ी ऊंगली
टेढ़ी ऊंगली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पिता के पदचिह्न (कविता)
पिता के पदचिह्न (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
जिंदगी भर ख्वाहिशों का बोझ तमाम रहा,
जिंदगी भर ख्वाहिशों का बोझ तमाम रहा,
manjula chauhan
पढ़ने को आतुर है,
पढ़ने को आतुर है,
Mahender Singh Manu
लड़के वाले थे बड़े, सज्जन और महान (हास्य कुंडलिया)
लड़के वाले थे बड़े, सज्जन और महान (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
ज़िंदगी ख़ुद ब ख़ुद
ज़िंदगी ख़ुद ब ख़ुद
Dr fauzia Naseem shad
*जाड़े की भोर*
*जाड़े की भोर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हम नये वर्ष में यह प्रण करें
हम नये वर्ष में यह प्रण करें
gurudeenverma198
🙅दद्दू कहिन🙅
🙅दद्दू कहिन🙅
*Author प्रणय प्रभात*
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30  न
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30 न
Shashi kala vyas
2708.*पूर्णिका*
2708.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
"Sometimes happiness and peace come when you lose something.
पूर्वार्थ
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
Keshav kishor Kumar
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
*.....मै भी उड़ना चाहती.....*
Naushaba Suriya
न पाने का गम अक्सर होता है
न पाने का गम अक्सर होता है
Kushal Patel
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
श्रीराम गाथा
श्रीराम गाथा
मनोज कर्ण
शृंगार छंद
शृंगार छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
Shakil Alam
नाम है इनका, राजीव तरारा
नाम है इनका, राजीव तरारा
Dushyant Kumar
सन्मति औ विवेक का कोष
सन्मति औ विवेक का कोष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
याद रे
याद रे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दरख़्त और व्यक्तित्व
दरख़्त और व्यक्तित्व
Dr Parveen Thakur
हिन्दी के हित प्यार
हिन्दी के हित प्यार
surenderpal vaidya
किस कदर है व्याकुल
किस कदर है व्याकुल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
" माटी की कहानी"
Pushpraj Anant
Loading...