Sushma Singh 348 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushma Singh 25 Apr 2024 · 1 min read शीर्षक -तुम ही खेवनहार शीर्षक -तुम ही खेवनहार ---------------------- असहाय छोड़कर यूँ हमको, तुम मत जाओ भगवान। वापस आओ तुम्हें ना जाने देंगे, करो जगत का तुम कल्यान ! भारत मांँ की नैया के... Hindi · कविता 2 24 Share Sushma Singh 18 Apr 2024 · 1 min read शीर्षक -नव वर्ष स्वागत विषय -नव वर्ष स्वागत --------------- अभिनंदन नव वर्ष तुम्हारा। खुशियों से झूमे जग सारा।। सपने सब साकार हो सबके। जो तुम थामों हाथ हमारा।। सभी को प्रेम से गले लगाएँ।... Hindi · कविता 1 13 Share Sushma Singh 24 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक -एक उम्मीद आशा की शीर्षक-एक उम्मीद आशा की! जीवन में संकट कितने ही आएँ, तुमको उनसे डरना नहीं होगा। इस अंधकार से जीवन में तुमको, दीपक बनकर ही जलना होगा! चलकर सच्चाई के पथ... Hindi · कविता 1 31 Share Sushma Singh 18 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक -आँख क्यूँ नम है! शीर्षक -आँख क्यूँ नम है! +++++++++++ जन्म लिया जब बेटी ने तो, परिवार में सभी बहुत खुश थे। आई प्यारी लक्ष्मी है घर में, मात-पिता पल-पल बलिहारी थे।। धीरे-धीरे बेटी... Hindi · कविता 105 Share Sushma Singh 21 Jan 2024 · 1 min read श्रीराम का अयोध्या आगमन शीर्षक -श्रीराम का अयोध्या आगमन ---------------------- वर्षों बाद अयोध्या नगरी में, खुशियांँ ही खुशियांँ छाईं हैं। श्रीराम आगमन पर सभी ने, अवध नगरी खूब सजाई है ।। राम, लक्ष्मण, भरत,... Hindi · कविता 92 Share Sushma Singh 20 Jan 2024 · 1 min read शीर्षक -श्रीराम की बाल लीला! शीर्षक -श्रीराम की बाल लीला! --------------------------- जग के स्वामी अंतर्यामी श्रीराम, सुमिरन करते सब तेरा ही नाम। अवतार लिए अवध में तो, मातु-पिता हृदय से हुलस पड़े। अवध के वासी... Hindi · कविता 133 Share Sushma Singh 20 Jan 2024 · 1 min read शीर्षक -श्रीराम उत्सव! शीर्षक -श्रीराम उत्सव! ------------------- अयोध्या आगमन श्रीराम का, सभी मिलकर खुशियांँ मनाएँ। गली-गली घर और आँगन सजा, मिल सभी घी के दीपक जलाएंँ। भेदभाव को त्यागकर सभी, आपस में भाईचारा... Hindi · कविता 42 Share Sushma Singh 2 Jan 2024 · 1 min read विषय -धुंध विषय -धुंध ---------- इस सफेदी लिए धुंध का, अजब ही नजारा है। दूर तक दिखता नहीं, कोई भी किनारा है।। ये सर्द सुबह धुंध भरी, सब कुछ मानो जमा जा... Hindi · कविता 1 2 130 Share Sushma Singh 1 Jan 2024 · 1 min read नव वर्ष तुम्हारा स्वागत। शीर्षक -नव वर्ष तुम्हारा स्वागत! ---------------------- स्वागत!है नव वर्ष तुम्हारा, आओ हम सभी परोपकार करें। दीन , दुःखी, असहायों की हम, सभी मिलकर हम मदद करें ।। नया जोश और... Hindi · कविता 3 235 Share Sushma Singh 7 Nov 2023 · 1 min read शीर्षक -छाई है धुंँध शीर्षक -छाई है धुंँध ------------------ मेरे साथ! चांँद है और चांँदनी, और हैं सर्दी की ठिठुरती रातें! छाई हुई है चहुं और धुंँध सी, तुम!और में साथ,और मधुर रागिनी!! चांँदनी... Hindi · कविता 2 152 Share Sushma Singh 29 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक -बिना आपके मांँ शीर्षक -बिना आपके मांँ ! *************** हे मांँ! बिना आपके,हैं अधीर यह मन, दुखी बहुत हैं हम! महाविकल इस दग्ध हृदय को, कौन बंधाए धीर, बज्रपात किया अकस्मात, क्यों देव... Hindi · कविता 213 Share Sushma Singh 24 Oct 2023 · 1 min read तुम पथ भूल न जाना पथिक शीर्षक -तुम पथ भूल न जाना पथिक! ++++++++++++ जीवन के खिले उपवन में, खुश्बू से भरा कण-कण होगा। पुष्पों में अलि गुंजित होंगे, और कलियों में यौवन होगा? कलियों का... Hindi · कविता 1 2 311 Share Sushma Singh 12 Oct 2023 · 1 min read झील सी तेरी आंखें झील सी तेरी आंखें ------------------ कमल पंखुड़ी सी लगती हैं तेरी आंखें, करूणा और श्रद्धा से भरी हैं तेरी आंखें कभी गीत, कभी प्रीत की कविता सुनाती, कभी मुस्कुराती,शरारत करती... Hindi · कविता 1 1 338 Share Sushma Singh 7 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक-तुम मेरे सावन शीर्षक-तुम मेरे सावन -------------------- में प्यासी नदिया हूं, तुम हो मेरे सावन, तुम ही कान्हा मेरे, दिल की धड़कन। तेरे बिन कुछ भी रास नहीं आता - मुश्किल से कटते... Hindi · कविता 1 119 Share Sushma Singh 1 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक -मातृभूमि के लाल शीर्षक -मातृभूमि के लाल! ----------------------- हम सभी मिल दो अक्टूबर को, गांधी, शास्त्री जयंती को मनाएं। भारतवासी हम सभी मिलकर, इनके नाम प्रेम का दीप जलाएं।। भारत की मातृभूमि में... Hindi · कविता 69 Share Sushma Singh 1 Oct 2023 · 1 min read पितृपक्ष में तर्पण पितृपक्ष में तर्पण ------------- पितृपक्ष में हर वर्ष सभी, श्राद्ध, तर्पण है करते। अपने पूर्वजों का ऋण हम, सभी सद्कर्मों से चुकाते।। भारत भूमि संस्कारों की जननी, जिस धरा में... Hindi · कविता 102 Share Sushma Singh 30 Sep 2023 · 1 min read गजल गजल ---------- तेरे नाम से धड़कता मेरा ये दिल, आहिस्ता से जाता रहा मेरा ये दिल। तुम सदा मेरे हृदय में रहते हो, तुमको सदा पूजता रहेगा ये दिल। तुम... Hindi · ग़ज़ल 1 353 Share Sushma Singh 7 Sep 2023 · 1 min read शीर्षक -ओ मन मोहन ओ मन मोहन ------------ मैं तुझसे प्रीत लगा बैठी, यह मेरी समझ नहीं आया। वंशी की धुन पर तुमने, मुझको बहुत रिझाया। मैं तुझसे नेह लगा बैठी --- पल-पल तेरी... Hindi · कविता 330 Share Sushma Singh 24 Aug 2023 · 1 min read चन्द्रयान -3 का कीर्तिमान चन्द्रयान -3 का कीर्तिमान --------------------------- भारत मेरा सबसे महान है, दुनिया में अलग ही पहचान है। भारत के वैज्ञानिकों ने, संभव करके यह दिखाया है। अपना तिरंगा चांद पर भी,... Hindi · कविता 247 Share Sushma Singh 23 Aug 2023 · 1 min read प्यारा बंधन रक्षाबंधन शीर्षक - प्यारा बंधन रक्षा बंधन +++++++++++++++ राखी का पावन त्योहार, बंधा प्रीत के बंधन में। भाई-बहन का सच्चा प्यार, अनमोल है सारे ही जग में? राखी, रोली और मिठाई,... Hindi · कविता 287 Share Sushma Singh 23 Aug 2023 · 1 min read नैहर शीर्षक-नैहर ------------- नैहर जाने के नाम से सभी, खुश हो जाती बेटियां। आंखों में आती बार-बार, बचपन में बांधी दो चोटियां। गली-मोहल्लों में जब सभी, सखियां खेला करते गोटियां। विष-अमृत... Hindi · कविता 331 Share Sushma Singh 7 Aug 2023 · 1 min read मणिपुर घटना पर रचना मणिपुर घटना पर रचना -------------------- मणिपुर घटना से, हृदय छलनी हुआ, ऐसा विकराल रूप देख मानव का देश शर्मसार हुआ? ऐसे पुरुष जाति पर धिक्कार है, नारी को देखें जो... Hindi · कविता 1 2 69 Share Sushma Singh 25 Jul 2023 · 1 min read जीवन में तुम आगे बढ़ना जीवन मे तुम आगे बढ़ना ------------------------ तुम नित्य लड़ो,हारो, जीतो, हिम्मत नहीं हारना तुम। जीवन के पथरीले पथ में भी, नहीं हौंसला खोना तुम! जीवन में लड़ना सीखो तुम, कोई... Hindi · गीत 1 104 Share Sushma Singh 11 Jul 2023 · 1 min read बहादुर बच्चों शीर्षक -बहादुर बच्चों --------------- गिरने से मत डरना तुम, ठोकर हमको सिखाती है। जीवन पथ में आगे बढ़ना, ठोकर ही नई राह दिखाती है! नन्हे -मुन्ने बच्चों सुन लो, कभी... Hindi · गीत 2 77 Share Sushma Singh 15 Jun 2023 · 1 min read गर्मी का कहर विषय -गर्मी का कहर ------------------ हे सूर्य! तुम अभी न निकलना, अभी तुम बादल में छुप जाना। सभी बच्चे जब पहुंच जाएं --- अपने घर तब तुम निकलना? धूप बहुत... Hindi · कविता 3 2 339 Share Sushma Singh 8 Jun 2023 · 1 min read किताबों से दोस्ती शीर्षक -किताबों से दोस्ती ---------------------- तन्हा रहकर हमने, किताबों से दोस्ती कर ली। इसी तरह से बसर हमने, जिंदगी कर ली।। वक्त कटता नहीं और, जीवन भी नीरस था। इसी... Hindi · कविता 2 299 Share Sushma Singh 8 Jun 2023 · 1 min read मेरे देश का किसान मेरे देश का किसान ------------------- भारत देश है सबसे न्यारा, दुनिया में है सबसे प्यारा। सभी धर्म के लोग है रहते, सभी आपस में मिलकर रहते। मेरे देश के किसान... Hindi · कविता 1 67 Share Sushma Singh 8 Jun 2023 · 1 min read आहिस्ता चल जिंदगी आहिस्ता चल जिंदगी ------------------------- ऐ! जिंदगी आहिस्ता से चल, मुझको क ई काम करने हैं---- जो जीवन में बन जाए हसीन पल। ऐ जिन्दगी आहिस्ता से चल------- मानव तन पाया... Hindi · कविता 93 Share Sushma Singh 14 May 2023 · 1 min read शीर्षक -मां का आंचल शीर्षक -मां का आंचल ------------------- विधा -कविता ---------- मां तेरे आंचल में हमने,सारी खुशियां पाईं। मां होती वृक्ष हरा-भरा, जिसमें हमने छांव पाई।। मां होती प्रथम पाठशाला, जिससे शिक्षा हमने... Hindi · कविता 1 2 298 Share Sushma Singh 6 May 2023 · 1 min read हृदय का तार हृदय का तार ------------------- मन की वीणा बजती है, सुर बेसुरा हो जाता है। तुम बिन मेरे जीवन का, हर काम अधूरा हो जाता है।। तुम क्या जानो तेरे बिन... Hindi · कविता 1 2 434 Share Sushma Singh 2 May 2023 · 1 min read फूल सब पथ मैं सजा लूं। फूल सब पथ मैं सजा लूं ++++++++++++++ फूल सब पथ मैं सजा लूं, प्रभु राम!का है आगमन, आज दीपों को जला लूं! आसमान के तारों से प्रभु को, पुष्पों का... Hindi · कविता 207 Share Sushma Singh 15 Apr 2023 · 1 min read आंसू आंसू ------- इन आंखों में होते हैं खुशी के आंसू, ग़म के दुःख भरे आंसू। चेहरा सब कुछ बता देता है, चेहरा हमारे दिल का आईना है। बेजार मत निकालने... Hindi · कविता 1 412 Share Sushma Singh 11 Apr 2023 · 1 min read इंतजार इंतजार --------- हरपल रहता है इंतजार तेरा, आहट सी जब भी कोई होती, आता है आंखों में चहरा तेरा। आज भी ढलती शाम में इंतजार है, ऐ आंखें भी बोझिल... Hindi · कविता 144 Share Sushma Singh 7 Apr 2023 · 1 min read तुम मुझको हो प्रिय! तुम मुझको हो प्रिय! ---------------- तुम मुझको हो प्रिय, हृदय में तेरा ही वास तुझको ही ढूंढ़ती हैं आंखें। और करूं मैं इंतजार क्या! तेरा ही पथ देखें नैना, पल-पल... Hindi · कविता 267 Share Sushma Singh 6 Apr 2023 · 1 min read जलती हूं दीपक सी जलती हूं दीपक सी -------------------- जलती हूं दीपक सी मैं, रोशन करती सबका जीवन। जलती हूं मैं पल-पल इसलिए, जगत को कर दूं मैं रोशन ।। प्रेम करो तो दिया... Hindi · कविता 108 Share Sushma Singh 16 Feb 2023 · 1 min read मौसम तो बदलते रहते हैं मौसम तो बदलते रहते हैं ------------------------------- मौसम तो बदलते रहते हैं, पर! कहां है उसमें बिसात, जो मेरा पथ बदल दे ! मैंने तो ठाना है, सत्य की राह पर... Hindi · कविता 127 Share Sushma Singh 5 Feb 2023 · 1 min read पंछियों की दुनिया मंच को नमन ----------- पंछियों की दुनिया कितने प्यारे लगते पंछी, जब आसमान में है उड़ते। कौन देश से आए पंछी, कौन देश को है जाते।। हम सब समझ नहीं... Hindi · कविता 114 Share Sushma Singh 5 Feb 2023 · 1 min read सागर विषय -सागर ----------- बांहे फैलाए खड़ा आसमां, सागर ने हृदय में भरा। आ जाओ वर्षा बनकर मिलने, मेरे प्रिय सागर तुम धरा ।। विरह की पीड़ा में घुट-घुट कर, राह... Hindi · कविता 179 Share Sushma Singh 27 Jan 2023 · 1 min read कैसे शुक्र करूं मैं माता कैसे शुक्र करूं मैं माता -------------------------- कैसे शुक्र करूं मैं माता, तेरे सकल अहसानों का। ज्ञान दिया है शारदे तूने, सागर!से भंडार का ।। आई थी मां द्वारे तेरे, लेकर... Hindi · कविता 116 Share Sushma Singh 16 Jan 2023 · 1 min read दर्पण दर्पण ----------- कैसा है मन का ये दर्पण, जाने क्या -क्या ये कहता है। आंखों ही आंखों में, कितनी बातें करता है। दिल की बातें जानकर, मन ही मन मुस्काता... Hindi · कविता 1 166 Share Sushma Singh 16 Jan 2023 · 1 min read अटल हिमालय अटल हिमालय --------------------- युगों से देखो अडिग खड़ा, अपने पथ से नहीं डिगा, रहता पथ में अटल हिमालय! पथ में जो भी बाधाएं आती, चीर सभी से लड़ा हिमालय। अपनी... Hindi · कविता 82 Share Sushma Singh 1 Jan 2023 · 1 min read छाया है कोहरा शीर्षक -छाया है कोहरा ------------------ मेरे साथ! चांद है और चांदनी, और हैं सर्दी की ठिठुरती रातें! छाया है चारों और कोहरा, तुम!और में साथ,और मधुर रागिनी!! चांदनी की है... Hindi · कविता 2 1 118 Share Sushma Singh 1 Jan 2023 · 1 min read राम नाम जप ले प्राणी राम नाम जप ले प्राणी ------------------------- राम नाम जप ले प्राणी,भव सागर पार हो जाए। बनेंगे सारे बिगड़े काम, और उद्धार हो जाए।। जो भी उर में ध्यान लगाता। तन,... Hindi · कविता 107 Share Sushma Singh 1 Jan 2023 · 1 min read आया नव-वर्ष आया नव-वर्ष -------------- नव वर्ष का सभी स्वागत करें, मिलकर हम सभी युग निर्माण करें। सबकी पीड़ा को बांटे हम, आओ जगत का कल्याण करें। भूल कर बीती बातों को,... Hindi · कविता 1 1 104 Share Sushma Singh 19 Dec 2022 · 1 min read मेरी वेदना शीर्षक -मेरी वेदना -------------- मेरी वेदना को तुम,सुन न पाओगे। सुनाऊं जो उर की पीड़ा, तुम सह न पाओगे।। जीवन के पथ पर मैंने, कांटे ही पाए थे! मैं चली... Hindi · कविता 1 123 Share Sushma Singh 5 Dec 2022 · 1 min read सागर की चांदनी शीर्षक -सागर की चांदनी ----------------------------------- सागर किनारे लहरें, जो मचलती हुई आती हैं। जो दिल को हमारे, विभोर कर जाती हैं।। देख विशाल तरंगों को, लहरों का दम घुटने लगता।... Hindi · कविता 81 Share Sushma Singh 2 Dec 2022 · 1 min read तेरी ही राह देखें आंखें मेरी तेरी ही राह देखें आंखें मेरी --------------------------- तेरी ही राह देखें आंखें मेरी, थक गई इंतजार करते आंखें मेरी। आकर सांवरे कब दर्शन दोगे, प्यासे नैनों की पीड़ा,कब दूर करोगे।... Hindi · कविता 157 Share Sushma Singh 30 Nov 2022 · 1 min read धरा की पुकार धरा की पुकार -------------------- अब! पेड़ों पर कहां, चिड़िया नजर आती हैं, और न ही उनके कलरव ,की आवाजें सुनाई देती हैं।। मानुष तूने कैसा ये निर्मम काम किया। अपना... Hindi · कविता 1 2 76 Share Sushma Singh 29 Nov 2022 · 1 min read कृष्ण तुम्हारे मंदिर में कृष्ण तुम्हारे मंदिर में ------------------------- कृष्ण तुम्हारे मंदिर सब, जाते प्रेम के साथ। बना रहे सबके माथे, सदा कृष्ण का हाथ।। तुम्हारे अनंत प्रेम से,जागे उर में आस। सबके हृदय... Hindi · कविता 107 Share Sushma Singh 29 Nov 2022 · 1 min read श्रीराम जाप ही पार लगाएगा राम जाप ही पार लगाएगा ------------------------------ श्रीराम!जाप ही मानव को पार लगाएगा। हर दुःख तेरे मिटेंगे,तू सुखों से भर जाएगा।। कैसा समय आज आया,सब राम को बिसारे। कष्टों को सबके... Hindi · कविता 90 Share Page 1 Next