surenderpal vaidya Tag: मुक्तक 40 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 18 May 2024 · 1 min read कठोर व कोमल मुक्तक ~~~ राष्ट्र हित के लिए आवश्यक, हो कानून कठोर। सर्वोपरि समझें इसको हम, जीवन में हर ओर। करें नहीं कोई समझौता, संविधान के साथ। सही हाथ में रहे हमेशा,... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक · सरसी छंद 2 11 Share surenderpal vaidya 30 Apr 2024 · 1 min read * कष्ट में * ** मुक्तक ** ~~ कष्ट में कोई दिखे लेकिन कदम थम ही न पाएं। मात्र अपने स्वार्थ हित जो जिन्दगी को नित बिताएं। इस धरा पर बोझ बनकर जी रहे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · माधव मालती छंद · मुक्तक 2 1 29 Share surenderpal vaidya 18 Apr 2024 · 1 min read * बढ़ेंगे हर कदम * ** मुक्तक ** ~~ यही आधार है सुखमय भरोसा तोड़ मत देना। दिया करना हमेशा साथ राहें मोड़ मत देना। जरूरी है हमें बनना सहारा एक दूजे का। मिलेगी मंजिले... Hindi · भरोसा आस्था · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 29 Share surenderpal vaidya 11 Apr 2024 · 1 min read * प्यार का जश्न * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ प्यार का जश्न मिलकर मनाएं सभी। गीत मिलकर नया गुनगुनाएं सभी। एक उत्सव बने जिन्दगी का सफर। आपबीती सुखद जब सुनाएं सभी। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ भक्ति रस में... Hindi · मुक्तक · वाचिक स्त्रग्विणी 1 1 36 Share surenderpal vaidya 4 Apr 2024 · 1 min read * मिट जाएंगे फासले * ** मुक्तक ** ~~ मिट जाएंगे फासले, करते रहे प्रयास। आज बहुत जो दूर हैं, आ जाएंगे पास। समय बदल जाता यहां, रहता नहीं समान। जीवन हो खुशियों भरा, छोड़ें... Hindi · अंतराल · फासले · मुक्तक 2 45 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * चाय पानी * ** मुक्तक ** ~~ खत्म हो सकती नहीं है चाय पानी की कहानी। घर कभी कोई पधारे है सभी को यह निभानी। साथ पक्का देखिए नमकीन या बिस्किट निभाते। फिर... Hindi · चाय पानी · माधव मालती छंद · मुक्तक 1 1 36 Share surenderpal vaidya 14 Mar 2024 · 1 min read * नदी की धार * ** मुक्तक ** ~~ नदी की धार के विपरीत बहना है बहुत मुश्किल। न निर्झरणी कभी रुकती बहे ही जा रही अविरल। बहा करती नदी देखो समुंदर लक्ष्य है उसका।... Hindi · नदी · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 49 Share surenderpal vaidya 7 Mar 2024 · 1 min read * चांद के उस पार * ** मुक्तक ** ~~ कल्पनाओं में नये कुछ रंग भरने चाहिए। मेघ नभ पर भी छितरते कुछ उमड़ने चाहिए। चांद के उस पार जाने की तमन्ना को लिए। प्यार के... Hindi · गीतिका छंद · चांद · मुक्तक 1 1 37 Share surenderpal vaidya 16 Feb 2024 · 1 min read * बेटियां * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ गुनगुनाती हैं विजय की पंक्तियां। छू रही नभ पार करती आंधियां। ज्ञान के विज्ञान के हर क्षेत्र में। कम नहीं होती किसी से बेटियां। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मुश्किलों... Poetry Writing Challenge-2 · आनंद वर्धक छंद · बेटियां · मुक्तक 1 1 66 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * मधुमास * ** मुक्तक ** ~~ आ गया उत्सव बसंती ज्ञान दो मां शारदे। जिन्दगी आलोक से भरपूर हो मां शारदे। खूबसूरत खिलखिलाता हो गया वातावरण। भक्तिमय शुभ भावना हर मन बसो... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत · मुक्तक 2 1 65 Share surenderpal vaidya 5 Feb 2024 · 1 min read * कुछ पता चलता नहीं * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~ कुछ पता चलता नहीं अब, कौन क्यों बन मीत आया।। भाव मन में स्वार्थ पूरित, कौन लेकर मुस्कुराया। मुँह छुपाए फिर रहे सब, हो परीक्षा की... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 1 73 Share surenderpal vaidya 1 Feb 2024 · 1 min read * वर्षा ऋतु * ** मुक्तक ** ~~ रिमझिम बारिशों का क्रम लिए सावन चला आया। मेघों से भरा नभ खूब सब के मन को है भाया। बहुत उत्सुक हुआ है मन मिलन की... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · वर्षा ऋतु 1 53 Share surenderpal vaidya 27 Jan 2024 · 1 min read * चलते रहो * ** मुक्तक ** ~~ कार्य सब होते समय पर कष्ट कुछ सहते रहो। जल्दबाजी छोड़ कर कुछ धैर्य भी धरते रहो। साथ देता है समय हालात जब अनुकूल हो। सामने... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका छंद · मुक्तक 1 1 54 Share surenderpal vaidya 26 Jan 2024 · 1 min read * उपहार * ** मुक्तक ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बहुत अनमोल जीवन में समझ लो प्यार होता है। सुपावन और नैसर्गिक यही उपहार होता है। कहीं भी स्वार्थ की चाहत नहीं होती जहां कोई। वहां... Hindi · भेंट उपहार · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 98 Share surenderpal vaidya 11 Jan 2024 · 1 min read * अवधपुरी की ओर * ** मुक्तक ** ~~ कदम सभी के बढ़ रहे, अवधपुरी की ओर। हर्षित जन समुदाय का, कोई ओर न छोर। सभी दिशाओं में सजे, स्वागत द्वार विशाल। भव्य अयोध्या देखकर,... Hindi · मुक्तक · राम मंदिर 1 1 106 Share surenderpal vaidya 6 Jan 2024 · 1 min read * जन्मभूमि का धाम * ** मुक्तक ** ~~ शीघ्र सुलभ होंगे हमें, दर्शन शुभ अभिराम। पुनः भव्य निर्मित हुआ, जन्मभूमि का धाम। राम लगाते हैं हमें, भव सागर से पार। बिसराना बिल्कुल नहीं, अति... Hindi · दोहा छंद · मुक्तक · राम जन्म भूमि · सरसी छंद 1 1 117 Share surenderpal vaidya 27 Nov 2023 · 1 min read धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष। धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष। इसी दिशा में मिल सभी, करें विचार विमर्श। जीवन शैली श्रेष्ठ हो, रहें स्वस्थ सब लोग। और सभी का हित लिए, हर प्राणी... Quote Writer · मुक्तक 1 1 258 Share surenderpal vaidya 12 Nov 2023 · 1 min read ** पर्व दिवाली ** * मुक्तक * ~~ पर्व दिवाली का आया है, जगमग दीप जलाओ। अंधकार है जहां कहीं भी, जल्दी दूर हटाओ। भक्ति भाव का पर्व सुहाना, संदेश हमें देता। भेदभावना दरकिनार... Hindi · दिवाली · मुक्तक · सार छंद 1 1 88 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2023 · 1 min read * बताएं किस तरह तुमको * ** मुक्तक ** ~~ किया महसूस दिल से है, बताएं किस तरह तुमको। नमी आंखों की ठहरी सी, दिखाएं किस तरह तुमको। हसीं मुखड़े ये मुस्काते, हुए हमने बहुत देखे।... Hindi · मुक्तक · विधाता छंद 1 1 87 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2023 · 1 min read * निशाने आपके * ** मुक्तक ** ~~ हैं बहुत तीखे निशाने आपके। जानते सब हैं बहाने आपके। मौन रहकर भी बहुत कुछ कह दिया। हो गये हैं सब दीवाने आपके। ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ आज मन... Hindi · आनन्दवर्धक छंद · चतुष्पदी · मुक्तक · वाचिक स्रग्विणी छंद 103 Share surenderpal vaidya 14 Oct 2023 · 1 min read ** मंजिलों की तरफ ** मुक्तक ~~ मंजिलों की तरफ कुछ कदम जब चले। भाव मन में बहुत प्रीतिकर थे पले। था समय भी सहज खुशनुमा हो गया। खुश्क थे मेघ जब हम गये थे... Hindi · कविता · मुक्तक 1 1 136 Share surenderpal vaidya 12 Oct 2023 · 1 min read * करते कपट फरेब * * मुक्तक * ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ करते कपट फरेब, लोग पैसे की खातिर। दिखता केवल स्वार्थ, उन्हें हर बात में आखिर। कर देते बर्बाद, जिन्दगी मासूमों की। और कष्टों के मेघ, हमेशा... Hindi · चतुष्पदी · मुक्तक 179 Share surenderpal vaidya 15 Sep 2023 · 1 min read देश की हिन्दी ** गीतिका ** ~~ राष्ट्र भाषा है हमारे देश की हिंदी। बढ़ रही है पग पसारे देश की हिंदी। सब दिलों में खूब ऊंचा स्थान है इसका। प्यार से सबको... Hindi · कुण्डलिया · गीतिका · मुक्तक · हिन्दी दिवस 264 Share surenderpal vaidya 24 Aug 2023 · 1 min read चन्द्रयान अभियान मुक्तक-१ ~~ दक्षिण ध्रुव पर चान्द के, पँहुचा भारत देश। अखिल विश्व के सामने, अवसर बना विशेष। राह प्रगति की बढ़ रहा, ज्ञान और विज्ञान। हर्षित जनता देश की, खिला... Hindi · गीतिका · घनाक्षरी · चंद्रयान मिशन · मुक्तक 2 2 321 Share surenderpal vaidya 14 Jun 2023 · 1 min read धन्य हमारी परंपरा ** मुक्तक ** ~~*~~*~~*~~*~~*~~*~~ प्राणिमात्र हित भाव प्रबल है, धन्य हमारी परंपरा। नर सेवा नारायण सेवा, हर मन में है भाव भरा। विश्व गुरू है देश हमारा, ज्ञान और विज्ञान... Poetry Writing Challenge · कविता · परंपरा · मुक्तक 1 171 Share surenderpal vaidya 13 Jun 2023 · 1 min read ** सावन चला आया ** वर्षा ऋतु पर मुक्तक ********************* *** रिमझिम बारिशों का क्रम लिए सावन चला आया। मेघों से भरा नभ खूब सब के मन को है भाया। बहुत उत्सुक हुआ है मन... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक · वर्षा ऋतु · सावन 1 320 Share surenderpal vaidya 7 Jun 2023 · 1 min read कहीं साथी हमें पथ में ** मुक्तक ** ~~ कहीं साथी हमें पथ में हमेशा तो नहीं मिलते। हमेशा फूल हर मौसम नहीं हैं वर्ष भर रहते। विजय उसको मिला करती अकेला बढ़ चला है... Poetry Writing Challenge · कविता · दीवानगी · प्यार · मुक्तक 2 352 Share surenderpal vaidya 30 Apr 2023 · 1 min read चपर-कनाती मुक्तक- १ ~~ समय नष्ट करतें हैं सबका, करते बेमतलब की बातें। इनके लिए बराबर सारे, गर्मी सर्दी और बरसातें। देख लीजिए इस धरती पर, जगह-जगह हैं चपर-कनाती। इनसे बचकर... Hindi · कविता · मुक्तक · व्यंग्य · शब्द-युग्म 154 Share surenderpal vaidya 9 Mar 2023 · 1 min read फागुनी है हवा ** मुक्तक-१ ** ~~ बादलो झूम कर आज बरसो जरा। रंग हर ओर का कीजिए अब हरा। ग्रीष्म की है तपन जब बढ़ी जा रही। तृप्त कर दीजिए शस्य श्यामल... Hindi · मुक्तक 275 Share surenderpal vaidya 21 May 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु (मुक्तक) वर्षा ऋतु (मुक्तक) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ १. सावनी वातावरण में घूमने का मन बहुत है। हो रही बारिश छमाछम भीगने का मन बहुत है। ओढ़ कर काली घटाएं आ गई बरसात रिमझिम।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 2 3 637 Share surenderpal vaidya 20 Feb 2021 · 1 min read रंग वासंती (मुक्तक) रंग वासंती (मुक्तक) -१- ~~ रंग वासंती प्रकृति में जब निखरते जा रहे हैैं। सब पुराने शुष्क पत्ते टूट उड़ते जा रहे हैैं। कोंपलें सब टहनियों पर खूब छाई जा... Hindi · मुक्तक 1 2 289 Share surenderpal vaidya 13 Feb 2021 · 1 min read कहां रहेंगे गांव (मुक्तक) मुक्तक- १ ~~ आधुनिकता की परिभाषा में, कहां रहेंगे गांव। राम राज्य की चाह निरंतर, ढूंढ रही है ठांव। गांव नगर की भेंट चढ़ रहे, असमंजस में आज। व्याकुल मन... Hindi · मुक्तक 4 6 296 Share surenderpal vaidya 26 Sep 2020 · 1 min read खिल उठे फूल (मुक्तक) मुक्तक- १ खिल उठे फूल ही फूल हर ओर हैं। खूबसूरत महकते सभी छोर हैं। भावनाएं जगी जा रही स्नेह की। बंधनों की रही टूट हर डोर हैं। ~~~~~~~~~~~~~~~~ मुक्तक-... Hindi · मुक्तक 2 2 329 Share surenderpal vaidya 21 Sep 2019 · 1 min read हिन्दी है इस देश की हिन्दी है इस देश की मुक्तक-१ हिन्दी है इस देश की, भाषा बहुत महान। एक सूत्र में बांधती, सहज बढ़ाती शान। अनदेखे कर दें सभी, छोटे मोटे भेद। हो जाएंगे... Hindi · मुक्तक 1 430 Share surenderpal vaidya 28 Jul 2019 · 2 min read शब्द युग्म मुक्तक मुक्तक-१ उठा-पटक अच्छी नहीं, बात लीजिए ज्ञान। सोच समझ कर ही करें, अपने सारे काम। सही समय पर ही भली, कार्यों की शुरुआत। स्थिरता से मिलते सदा, मनवांछित परिणाम। मुक्तक-२... Hindi · मुक्तक 1 210 Share surenderpal vaidya 5 Jun 2019 · 1 min read कहां मन लगाएं (विश्व पर्यावरण दिवस पर मुक्तक) कहां मन लगाएं ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मुक्तक-१ ~~ सुनो जब रहेंगी नहीं ये हवाएं। घिरेंगी नहीं खूबसूरत घटाएं। मिलेंगी नहीं राहतें तन बदन को। जरा सोचिए फिर कहां मन लगाएं। मुक्तक-२ ~~... Hindi · मुक्तक 1 2 284 Share surenderpal vaidya 1 Jun 2019 · 1 min read पांच मुक्तक * मुक्तक- १ * ~ स्वार्थवश बहता मनुज जलधार के अनुकूल हैं। पर समझ पाता नहीं सबसे बड़ी यह भूल है। पार जाने के लिए दृढ़ शक्ति मन में हो... Hindi · मुक्तक 450 Share surenderpal vaidya 19 May 2018 · 1 min read पुकारे प्यार से कोई मुक्तक-१ * पुकारे प्यार से कोई नहीं अवसर गँवा देना। कभी इनकार मत करना उधर ही पग बढ़ा देना। अधिक मत सोचना मुश्किल नहीं उलझन यहाँ कोई। मुहब्बत का सुमन... Hindi · मुक्तक 434 Share surenderpal vaidya 29 Oct 2017 · 1 min read इरादा भी जरूरी है (मुक्तक) इरादा भी जरूरी है (मुक्तक) ********************* मुक्तक-१ सफलता के लिये मन में इरादा भी जरूरी है। अगर हो जीतनी बाजी पयादा भी जरूरी है। यही है जिन्दगी शह मात तो... Hindi · मुक्तक 506 Share surenderpal vaidya 15 Sep 2017 · 1 min read हिंदी का उत्थान मुक्तक १. अपनी भाषा हिंदी का उत्थान करें हम। इसी हेतु जागृत अपना स्वाभिमान करें हम। दैनिक सब कार्यों में इसको ही अपनायें इससे ही संचालित हर संस्थान करें हम।... Hindi · मुक्तक 1 1k Share