Shyam Sundar Subramanian Tag: सामयिकी 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shyam Sundar Subramanian 26 Mar 2025 · 1 min read कटु सत्य आम जनता मूक बनी मौलिक अधिकारों का हनन् सहन कर रही है , अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने पर चुप्पी साध बैठ गई है , विरोध के स्वर कहीं-... Hindi · कविता · सामयिकी 1 2 34 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Mar 2025 · 1 min read इंसानियत के आँसू चोरों के इस जहाँ में इंसाफ़ की उम्मीद छोड़ दो ! जहाँ , नेता ,अफसर, पुलिस , पैरोकार, मुंसिफ़ सब चोर हों , वहाँ आम आदमी के हक़ में क्यूँकर... Hindi · कविता · सामयिकी 33 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Mar 2025 · 1 min read ख़बरदार ! इतिहास में द्फ़्न मुर्दों को उखाड़कर तुम्हे क्या मिलेगा ? न कोई मन्दिर , न कोई शिवालय, न कोई आश्रम ही मिलेगा , तुम्हे न तो धर्म क्या है ?... Hindi · कविता · सामयिकी 2 2 36 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Mar 2025 · 4 min read उत्तर भारत में अविवाहित युवकों की सामाजिक समस्या: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन उत्तर भारत में अविवाहित युवकों की संख्या में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। यह केवल एक व्यक्तिगत या पारिवारिक मुद्दा नहीं है, बल्कि एक व्यापक सामाजिक समस्या बन चुकी... Hindi · लेख · सामयिकी 30 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Feb 2025 · 1 min read स्वर्ग-नर्क प्रमाण धर्मान्धता से कुंद मस्तिष्क हो तो क्या कहें ? समूह मानसिकता जब सर चढकर बोले तो क्या करें ? धर्म - रक्षा के छद्म में जब नारे गढ़े हों तो... Hindi · कविता · सामयिकी 1 53 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Oct 2024 · 1 min read इंतज़ार अच्छे दिन का ? आजकल नकली कारोबार का बोल बाला है , झूठ को छद्म से सच जैसा बनाकर पेश किया जाता है , लोगों के अज्ञान का फायदा उठाकर उन्हें बहकाया जाता है... Hindi · कविता · सामयिकी 120 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Jul 2024 · 4 min read नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय हाल के वर्षों में, युवा पीढ़ी के बीच तनाव एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बन गया है। जैसे-जैसे सामाजिक अपेक्षाएँ और जीवन की गति बढ़ती है, युवाओं पर सफल होने,... Hindi · लेख · सामयिकी 174 Share Shyam Sundar Subramanian 22 May 2024 · 3 min read लोकतांत्रिक मूल्य एवं संवैधानिक अधिकार सामयिक परिपेक्ष्य में बदलते लोकतांत्रिक मूल्य एवं जनता के संवैधानिक अधिकारों के हनन का प्रत्यक्ष प्रमाण दृष्टिगत होता है। लोकतंत्र को समाज का आदर्श व्यवस्था माना गया है, जहाँ जनता... Hindi · लेख · सामयिकी 142 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2023 · 3 min read राजनीतिक संघ और कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ: शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव राजनीतिक सहयोग और संबद्धता वैश्विक शांति की गतिशीलता और राष्ट्रों की संप्रभुता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों के साथ राजनीति के अंतर्संबंध के दूरगामी... Hindi · लेख · सामयिकी 1 235 Share