इंजी. संजय श्रीवास्तव Tag: Quote Writer 64 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Sep 2024 · 1 min read हे गणपति तुम ही बुद्धि, विद्या भगवान तुम ही ज्योतिष तुम ही ज्ञान प्रथम पूज्य हो हे गणपति तुम शिव और पार्वती की संतान इंजी. संजय श्रीवास्तव बालाघाट, मध्य प्रदेश Quote Writer 9 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Sep 2024 · 1 min read प्रेमरस गीत लिखूं कि छंद लिखूं क्या दोहा क्या चौपाई लिखूं कटुता और वैमनस्यता मिटाने केवल प्रेमरस धार लिखूं इंजी. संजय श्रीवास्तव बालाघाट मध्य प्रदेश Quote Writer 10 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 2 Sep 2024 · 1 min read चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार आंखों में समेटे समंदर निकला है मेरा यार दुर्गम है डगर उसकी लक्ष्य भी कठिन है मगर कर्तव्य पथ पर अपने निकला... Quote Writer 24 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 26 Aug 2024 · 1 min read ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ, ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ, बड़े दिनों से ये निगाहें दीदार को तरसती हैं। इंजी संजय श्रीवास्तव बालाघाट मध्यप्रदेश Quote Writer 25 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 24 Aug 2024 · 1 min read दीदार ए चांद आसमान के मेरे चांद को ढूंढ ले आ, बड़े दिनों से ये निगाहें दीदार को तरसती हैं। इंजी संजय श्रीवास्तव बालाघाट मध्यप्रदेश Quote Writer 24 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 24 Aug 2024 · 1 min read ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ बड़े दिनों से उसको देखा नहीं है मैने Quote Writer 22 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Jul 2024 · 1 min read फूल बन खुशबू बिखेरो तो कोई बात बने फूल बन खुशबू बिखेरो तो कोई बात बने चांद बन चांदनी बिखेरो तो कोई बात बने यूं तो जीने को सभी जीते हैं अपने ही लिए जियो जो औरों के... Quote Writer 60 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 4 Jul 2024 · 1 min read बदला है संविधान के मूल स्वरूप को तुमने छल से बदला है जहां झलकता था गौरव देश का तुमने छल से बदला है गायब कर मूल प्रतियों को दुहाई संविधान की देते... Quote Writer 46 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 1 Jul 2024 · 1 min read बदला है संविधान के मूल स्वरूप को क्यूं छल से तुमने बदला है जहां-जहां थी झांकी चित्रों की क्यूं छल से तुमने बदला है गायब कर मूल प्रतियों को दुहाई संविधान की... Quote Writer 45 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 29 Jun 2024 · 1 min read गरिमा संसद की गरिमा आज शर्मसार होके रह गई राष्ट्र के हर शख्स की आंख रक्त होके रह गई गैर मुल्क की जय के साथ ली गई जब शपथ आइन भी... Quote Writer 49 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 28 Jun 2024 · 1 min read विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया वर्चस्व की लड़ाई में आज अटकी है ये दुनिया प्रेम की भाषा जैसे कहीं विलुप्त हो गई है संजय अस्तित्व... Quote Writer 61 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 28 Jun 2024 · 1 min read ये दुनिया एक जंग के मुहाने पर बैठी है ये दुनिया वर्चस्व की लड़ाई पर अटकी है ये दुनिया प्रेम की भाषा आजकल विलुप्त हो गई है अस्तित्व मिटाने पर उलझी है... Quote Writer 1 60 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Jun 2024 · 1 min read भीगते हैं फिर एक बार चलकर बारिश के पानी में भीगते हैं फिर एक बार चलकर बारिश के पानी में चलाते हैं नाव फिर एक बार बारिश के पानी में याद है न भीगने पर पड़ती थी डांट अम्मा की... Quote Writer 64 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 2 May 2024 · 1 min read कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके अब आंखें ही दगा करें तो कोई क्या करे इंजी. संजय श्रीवास्तव बालाघाट मध्यप्रदेश Quote Writer 106 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 1 May 2024 · 1 min read गम खामोशी ही काफी है गम छुपाने के लिए, नमी आंखों की नुमाया हो जरूरी तो नहीं इन्जी Quote Writer 96 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 23 Apr 2024 · 1 min read कितना और बदलूं खुद को कितना और बदलूं खुद को जीने के लिए ए जिंदगी मुझमें थोड़ा सा मुझको भी बाकी तो रहने दे संजय श्रीवास्तव बालाघाट मध्यप्रदेश Quote Writer 121 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 13 Apr 2024 · 1 min read प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं प्यार करता हूं और निभाना चाहता हूं इश्क के दरिया से गुजरना चाहता हूं गर साथ तेरा उम्र भर मिल जाए तो इबारत प्रेम की नई लिखना चाहता हूं संजय... Quote Writer 148 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 12 Apr 2024 · 1 min read सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना इस दुनिया में हमने यारों सीखा तो बस इतना ही सीखा हर इंसान पर मुखौटा झूठ का हर घर... Quote Writer 125 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 6 Apr 2024 · 1 min read उत्थान राष्ट्र का दासता में रहने से नहीं उद्धार होता है मन गुलाम हो तो नहीं विकास होता है मिटा दो जड़ से दासता के प्रतीक चिन्हों को इनसे नहीं कभी राष्ट्र का... Quote Writer 137 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 2 Apr 2024 · 1 min read झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा झूठ ओढ़ते और बिछाते आज के हर इंसान को देखा दूर दूर तक जहां तलक भी मेरी आज नजर... Quote Writer 1 134 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 26 Mar 2024 · 1 min read पुष्प प्रकृति की अनुपम रचना है पुष्प जीवन में खुशियों की सुगंध है पुष्प फिर चाहे फूल गुलाब हो या टेसू का होली के रंगों सी विविधता है पुष्प होली की... Quote Writer 1 1 123 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 Mar 2024 · 1 min read सुकून गुलों की महक भी एक पैगाम दे जाती है बिछड़े हुए प्रीतम की याद दिला जाती है यह बसंत भी राह तकते बीत रहा है मेरा किताब में दबी निशानी... Quote Writer 1 132 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Mar 2024 · 1 min read अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी गर तेरा दीदार ना हुआ होता सुनाता किसे जाकर मैं हाल ए दिल अपना गर तुझसे प्यार ना हुआ होता इश्क में तेरे... Quote Writer 1 186 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Mar 2024 · 1 min read "खाली हाथ" ये दौलत ये शोहरत ये तख्त ओ ताज चला गया जब हुआ रुखसत जहां से तो कफन चला गया किस बात का गुमान है अहंकार किस बात का खाली हाथ... Hindi · Quote Writer 1 95 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Jan 2024 · 1 min read मकर संक्रांति कहीं हैं धूम लोहड़ी की कहीं बिहू की रौनकें हैं कहीं कहते इसे खिचड़ी कहीं घुघुतिया कहते हैं करता है प्रवेश जब मकर राशि में दिनकर तब कहीं पोंगल इसे... Quote Writer 141 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read ताश के महल अब हम बनाते नहीं ताश के महल अब हम बनाते नहीं नाव कागज की बारिश में चलाते नहीं बड़े हो गए हैं हम क्या करें मेरे हुजूर रिश्ते पहले जैसे अब हम निभाते नहीं... Quote Writer 266 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read प्रेम की तलाश में सिला नही मिला प्रेम की तलाश में सिला नही मिला जो भी मिला बस खुदगर्ज ही मिला तुम क्या आईं जिंदगी में मेरे प्रिए लगता है जैसे जहां मुकम्मल मिला इंजी. संजय श्रीवास्तव... Quote Writer 237 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read दिन सुहाने थे बचपन के पीछे छोड़ आए दिन सुहाने थे बचपन के पीछे छोड़ आए जो खजाने थे सारे वो पीछे छोड़ आए अब तो कागज की नाव कहीं दिखती नहीं वो बारिश में भीगना भी पीछे... Quote Writer 247 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Dec 2023 · 1 min read जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है जिसे देखो वही गमों से बेजार है खुशकिस्मत है वह नसीब में जिसके अपने महबूब का प्यार है संजय श्रीवास्तव 16.12.2023 Quote Writer 222 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 1 Nov 2023 · 1 min read करवा चौथ कार्तिक मास की चौथ को चंदा जब भी तू आएगा दूर हुआ है प्रियतम जिसका उसकी याद दिलाएगा हो सके तो प्रिय को मेरे भी ये संदेशा चंदा दे आना... Quote Writer 811 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 29 Oct 2023 · 1 min read प्रेम की कहानी ये इश्क मोहब्बत की तो बातें ही बेमानी हैं, ये कृष्ण की धरती है यहां प्रेम की बानी है, जो फैल जाए जंगल में इश्क ही हो सकता है, राम... Quote Writer 275 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 29 Oct 2023 · 1 min read प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन ईश्वर का हम पर उपकार है जीवन कैसे कह दूं जीवन में कोई रंग नहीं है विविध रंगों से भरा संसार है जीवन संजय... Quote Writer 246 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Oct 2023 · 1 min read सूने सूने से लगते हैं गए हो जबसे वे गलियां चौबारे सूने सूने से लगते हैं करते थे जहां अटखेलियां चौराहेभी सूने सूने से लगते हैं आ भी जाओ अब बहुत दिन हो चले हैं... Quote Writer 305 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Oct 2023 · 1 min read शेष न बचा कल गया था मैं उस पगडंडी को देखने, गुजारा था बचपन उन गलियों को देखने, चहुं ओर जंगल सीमेंट कंक्रीट का मिला, अब कुछ भी शेष ना रह गया था... Quote Writer 239 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 12 Oct 2023 · 1 min read मेरा प्रदेश तुम कहते हो मेरा प्रदेश संघ भाजपा की प्रयोगशाला है होता है यहां इलाज मृतकों का यह उनकी कार्यशाला है देश को मेरे दीमक की तरह खाने वाले परिवार के... Quote Writer 186 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 4 Oct 2023 · 1 min read हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के नमी तक आखों में न पहुंचे किसी के कर्मों को अपने संतुलित इतना रखिए जीवन में दुख भी न पहुंचे किसी के... Quote Writer 234 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 Sep 2023 · 1 min read स्वांग कुली का सत्ता की लालच में बोलो और कहां तक जाओगे बर्बाद देश को करने बोलो और कहां तक जाओगे पुरखों ने तुम्हारे पहले ही तो कोई कोर कसर नहीं छोड़ी स्वांग... Quote Writer 282 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 Sep 2023 · 1 min read पानी ना मुद्दे हैं ना चेहरा है ना ही लोकतंत्र है संगठन में कैसे हटाएं प्रधान सेवक को यही एक विचार है संगठन में न जाने कैसी मजबूरी इन लाचार सदस्यों... Quote Writer 224 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Sep 2023 · 1 min read परीक्षा परीक्षा भारत माता के वीर सपूतों के शक्ति की परीक्षा क्यों लेते हो, राष्ट्र प्रेम से सराबोर जनमानस की राष्ट्रभक्ति की परीक्षा क्यों लेते हो, राष्ट्र धर्म और सहिष्णुता से... Quote Writer 343 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Sep 2023 · 1 min read त्यागकर अपने भ्रम ये सारे त्यागकर अपने भ्रम ये सारे ये सारे राग द्वेष भुला डालें दूर क्षितिज पर एक सितारा ईशान में आज हो रहा उदित उसके अलौकिक प्रकाश में भुलाकर अपनी कहानियां पीताभ... Quote Writer 362 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 6 Sep 2023 · 1 min read आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ विश्व बंधुत्व और मानवता की भलाई का सदा कार्य करें आदित्य, शुक्र और मंगल पर प्रयोग होने अभी बाकी हैं भगवान इसरो... Quote Writer 1 342 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Aug 2023 · 1 min read जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने प्रेम की निश्छल नई सौगात दी है तुमने बड़े भाग्य से पाई है सौगात बहारों की भटकते हुए राही को नई राह... Quote Writer 367 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 27 Jul 2023 · 1 min read चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को राष्ट्रविरोधी सारी ताकतें एकजुट हैं सरकार गिराने को भ्रष्टाचारियों के हे सिरमौर कुछ तो शर्म लिहाज करो दागदार दामन ले... Quote Writer 457 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 Jul 2023 · 1 min read मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी मत साथ दो हिंसा का तुम्हें भी नहीं बचाएगी बैठ आपस में क्यों नहीं करते अमन की बात लड़ते रहे यूं... Quote Writer 276 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Jul 2023 · 1 min read हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई क्यों न पुनः आरंभ एक नई कहानी करें संजय श्रीवास्तव बालाघाट मप्र Quote Writer 524 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 12 Jun 2023 · 1 min read कैसे भूल जाएं... इतिहास के उन स्याह पन्नों को कैसे भूल जाएं किए थे जो जघन्य अपराध तुमने कैसे भूल जाएं साथ लेकर अब उन्ही का करते हो पूजा की बातें भूना गोलियों... Quote Writer 262 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 12 Jun 2023 · 1 min read क्यों तुम उदास होती हो... इन छोटी छोटी बातों पर क्यों तुम उदास होती हो अकारण ही उलझकर क्यों मन को उदास करती हो अपना कर्म कर दिया है तुमने फल आना अभी शेष है... Quote Writer 1 607 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 12 Jun 2023 · 1 min read आंखें मूंदे हैं वे धरा पर काम कर रहे हैं हम हवा में बातें कर रहे हैं पानी गुजर रहा है सर से हम देखकर भी आंखें मूंद रहे हैं इंजी. संजय श्रीवास्तव... Quote Writer 1 432 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 11 Jun 2023 · 1 min read शुरुआत जोड़ने की फिर एक बार शुरुआत की है मित्रों बिखरे मोती सहेजने की शुरुआत की है मित्रों मित्रों का कारवां था शिकार एक नासमझ का लाने के साथ सबको नई... Quote Writer 361 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Jun 2023 · 1 min read अर्पण है... तन अर्पण है मन अर्पण है समग्र सुख सागर अर्पण है तप कर किया कुंदन मुझको तुझ पर सारा जीवन अर्पण है संजय श्रीवास्तव बालाघाट (मध्य प्रदेश) Quote Writer 609 Share Page 1 Next