आर एस आघात 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर एस आघात 27 Jan 2024 · 1 min read गायब हुआ तिरंगा गायब हुआ तिरंगा, भगवा आ गया है, 75 वर्ष की आजादी का, रंग गायब हुआ है । नहीं हुआ माहौल संस्थाओं में राष्ट्र भक्ति का शहीदों के स्थान पर जयकारा... Poetry Writing Challenge-2 3 2 289 Share आर एस आघात 26 Jan 2024 · 1 min read अनसुलझे सवाल मुझे कोई दिक्कत नहीं है न कोई शिकायत है बस कुछ अनसुलझे से सवाल हैं जहन में जिनका कोई जबाव नहीं है मेरे पास । अभी रहने लगा हूं उलझन... Poetry Writing Challenge-2 2 2 443 Share आर एस आघात 24 Jan 2024 · 1 min read मुझे मेरा गांव याद आता है शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिताया बचपन वो गाँव याद आता है । याद आती हैं दोस्तों के साथ की अठखेलियां, मुझे मेरे गांव... Poetry Writing Challenge-2 2 461 Share आर एस आघात 23 Jan 2024 · 1 min read भोर पुरानी हो गई भोर हुई हलचल सी मची चिड़ियां चीं - चीं करने लगीं, पशुओं के गले की घंटी भैंस - गाय का भौंकना, दूधिए की टंकी की आवाज कोयल की कु कू... Poetry Writing Challenge-2 1 323 Share आर एस आघात 23 Jan 2024 · 1 min read भोर पुरानी हो गई भोर हुई हलचल सी मची चिड़ियां चीं - चीं करने लगीं, पशुओं के गले की घंटी भैंस - गाय का भौंकना, दूधिए की टंकी की आवाज कोयल की कु कू... Hindi 1 757 Share आर एस आघात 20 Jan 2024 · 1 min read इश्क की रूह इश्क की रूह से हमनशी हो गए, जिसको चाहा था वो अजनबी हो गए । दिन रात का सफ़र हमने देखा न था तन्हा जिंदगी को कभी झेला न था,... Hindi · ग़ज़ल 1 905 Share आर एस आघात 16 Jan 2024 · 1 min read शख्शियत इस कदर मुझे तन्हा छोड़ जाओगे कहां जिधर जा रहे हो हमें पाओगे वहां । घाव देकर मुझे क्या तुम चैन से सो पाओगे, रात दिन ख्यालों में मुझको पाओगे... Hindi 2 1k Share आर एस आघात 16 Jan 2024 · 1 min read मेरी हैसियत यूहीं नहीं जीता इस जहां में गैरों के लिए, कुछ तो हस्ती रखता हूं जमाने के लिए, माना कि बहुत दाग हैं मेरे इस दामन पर, फिर भी पुकारते हैं... Hindi 2 1k Share आर एस आघात 14 Jan 2024 · 1 min read वीर तुम बढ़े चलो... वीर तुम बढे चलो, कर्मवीर तुम बढ़े चलो, बुद्ध,कबीरा,रविदास,और भीम की संतान हो, बिरसा,उधम,झलकारी और फूलन जैसी शान हो । आवाज बुलंद करते चलो,उलझनों से सुलझते चलो... वीर तुम बढ़े... Hindi 1 421 Share आर एस आघात 14 Jan 2024 · 1 min read बीजारोपण सुनसान जमीं पर ऊसर बंजर भूमि पर सूखा हुआ सदियों से दशकों तक बिन हिफाजत एक बीज पड़ा रहा जिंदगी भर, बिन रोपे ज़मीं में पर । अचानक उस बीज... Hindi 286 Share आर एस आघात 14 Jan 2024 · 1 min read सड़क जो हाइवे बन गया टूटी - फूटी बदहाल सी असंख्य गढ्ढों युक्त लबालब कीचड़ से भरी कहीं रेता तो कहीं पत्थर कहीं सूखा कहीं पानी साथ लिए बच्चा और बुढ़ापा बनाती गई नए विश्वास... Hindi 1 293 Share आर एस आघात 13 Jan 2024 · 2 min read हुनर का मेहनताना देखा होगा आपने अक्सर जिसे घूमता हुआ गलियों में बैठा हुआ सड़क किनारे टपरी डालकर धूप में बैठकर दूसरों की टूटी - फटी चप्पलों को सिलता हुआ जूतों को गठता... Hindi 2 2 227 Share आर एस आघात 13 Jan 2024 · 1 min read प्राण प्रतिष्ठा *प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैं* प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हो, शौक से करो धूमधाम से करो यह तो खुशी की बात है कि एक मूरत मैं जान आएगी सवाल आपसे... Hindi 1 249 Share आर एस आघात 31 Oct 2023 · 1 min read जाति आज भी जिंदा है... जाति आज भी जिंदा है भारत भूमि के कण कण में, शोषण के समय अत्याचार होते क्षण में । उन्नाव अन्याय के समय, सत्ता में बैठे उस पद में, पानी... 2 1 395 Share आर एस आघात 26 Oct 2023 · 1 min read धिक्कार है धिक्कार है ... मुझे चुन लिया है आपने हर काम को बेगारी और मजदूरी को अशिक्षा और गरीबी को मारपीट और भुखमरी को अत्याचार और व्यभचार को अन्याय और भेदभाव को सत्ता में... 3 390 Share आर एस आघात 25 Oct 2023 · 1 min read कब तक झूठ और असत्य के भ्रमजाल को फैलाया है आपने, झूठे धर्म के फरेब का सच बताओगे कब तक । धर्म के नाम पर चिताएं जलाते रहे हो हर वर्ष, बस्तियां... 4 432 Share आर एस आघात 24 Oct 2023 · 1 min read दो पल देख लूं जी भर उजाड़ दे उलझन तू मेरा घर इस कदर, देख भी ना सकूं फिर से कोई मंजर । मुझे तू कर परेशां ये तेरा हक हो सकता, मना भी तो नहीं... Hindi 2 2 1k Share आर एस आघात 23 Oct 2023 · 1 min read आपके व्यवहार से... आपके व्यवहार से होता है मेरे साथ अन्याय कभी जाति के नाम पर कभी धर्म के नाम पर, कभी संप्रदाय के नाम पर, कभी स्त्री - पुरुष का नाम पर,... Hindi 1 353 Share आर एस आघात 16 Oct 2023 · 1 min read गांव मेरा क्या पहले जैसा है मेरे मौहल्ले की हवा वही है, लेकिन अब हवा का रुख अलग है । मेरे गांव की गली वही है, लेकिन गली का आवो - हवा अलग है । मेरे... Hindi 2 2 333 Share आर एस आघात 15 Oct 2023 · 1 min read तेरा गांव और मेरा गांव बहुत सुंदर है तेरा गांव, फैली है चारों ओर हरियाली ही हरियाली कोयल की कुहू कुहू पपीहे की पीहू पीहू चिड़ियों की चहचहाहट मधुर ध्वनि में गाए बुलबुल, सिमेंटिड सड़क... Hindi 5 5 1k Share आर एस आघात 15 Oct 2023 · 2 min read नारी शक्ति वंदन अधिनियम नारियों अब आप खुश हो, आपको अब मिल गया है नारी शक्ति वंदन अधिनियम मिल गई है आपको हिस्सेदारी लोकतंत्र के सबसे बड़े देश की विधायिका में सर्वसम्मति से, अब... Hindi 4 2 533 Share आर एस आघात 11 Sep 2023 · 1 min read धर्म का काम सुना था धर्म हमेशा जगह बनाता है, अपने जनमानस के दिलों में । सुना था धर्म हमेशा शिक्षा देता है, आपस में से रहने की । सुना था धर्म हमेशा... Hindi · कविता 2 1 538 Share आर एस आघात 18 Aug 2023 · 1 min read माई लॉर्ड का कमरा देखा आज मैंने माई लॉर्ड का कमरा बड़े गौर से देखा, वहां पर नहीं थी आंखे बांधे वो न्याय की देवी, तौलती हुई न्याय को समानता के तराजू से । जिसको... Hindi 2 2 460 Share आर एस आघात 15 Aug 2023 · 2 min read डॉ. जसवंतसिंह जनमेजय का प्रतिक्रिया पत्र लेखन कार्य अभूतपूर्व है डॉ. जसवंतसिंह जनमेजय, जिन्हे मैं लगभग 7 वर्षों से जानता हूं । बहुत ही नेकदिल और अदभुत व्यक्तित्व के स्वामी हैं । आपसे मेरी मुलाकात आज से करीब 7 वर्ष... Hindi 1 779 Share आर एस आघात 23 Apr 2023 · 10 min read अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही जी की कविताएं - रेत पर कश्तियां (काव्य संग्रह) अंबेडकरवादी विचारधारा की संवाहक हैं श्याम निर्मोही की कविताऍं - "रेत पर कश्तियाॅं" (काव्य संग्रह) पुस्तक - रेत पर कश्तियाॅं (काव्य संग्रह) कवि - श्याम निर्मोही प्रकाशक - कलमकार पब्लिशर्स... Hindi · पुस्तक समीक्षा 4 978 Share आर एस आघात 8 Apr 2023 · 1 min read गंदे लोग कौन बहुत गंदे लोग हैं ये साथ लेकर चलते हैं कीचड़ से लबालब टोकरी हाथ में होती है इनके गंदी कुदाल और झाड़ू बदन धारण किए रहते हैं बदबूदार दुर्गन्ध भरे... Hindi 3 246 Share आर एस आघात 8 Apr 2023 · 2 min read है शिल्पकार तू..... बोधिसत्व महामानव हे शिल्पकार तू... ज्ञान का प्रकाश और भंडार तू... भूमि सुधार के आने से, जन - जन को मिल गए पट्टे । श्रम की कीमत पहचानी, आधे किए... Hindi 2 350 Share आर एस आघात 6 Apr 2023 · 1 min read तुम बहुत झूठे हो... तुम बहुत झूठे हो झूठा है तुम्हारा संसार झूठ पर टिकी है तुम्हारी सियासत और झूठ से ही चलती है रियासत झूठे हैं संस्कार तुम्हारे झूठा है तुम्हारा धर्म झूठ... Hindi 2 347 Share आर एस आघात 12 Jan 2023 · 1 min read भावनाएं... इतनी कमजोर और निकृष्ट क्यों हैं आपकी प्रिय भावनाएं जो ढह जाती हैं मात्र सवाल पूछने से जो बिखर जाती हैं मात्र सच्चाई बोलने से जो आहत हो जाती हैं... Hindi 2 298 Share आर एस आघात 10 Sep 2022 · 1 min read आपको बू आती है... आपको बू आती है ओह...आपको तो बदबू आती है मेरे बदन से मेरी परछाई से और कभी कभी तो मेरी आदतों से इस बदबू को दूर तो कर सकता हूं... Hindi 2 2 1k Share Page 1 Next