सिद्धार्थ गोरखपुरी Language: Hindi 721 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 Nov 2024 · 1 min read बाहिर से लफ्ज से मोती टपके मुसलसल उसके, कमा के आया था शख्स कोई बाहिर से कायदे सफऱ के जरा अजीब से थे रस्ता मिलता कहाँ मुसाफिर से -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 85 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 9 Nov 2024 · 1 min read बात मुचलके पर रिहा हुई है बात मेरी किसी के रूबरू इतनी है औकात मेरी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 82 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 9 Nov 2024 · 1 min read आज आज उम्मीदों में कुछ रक्खा है उसने पा लूँ इन उम्मीदों में उसको... उम्मीद है ये -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 77 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Nov 2024 · 1 min read हुआ मेरा मुझमें तनिक ना गुजारा हुआ जितना मैं था मेरा वो तुम्हारा हुआ जीत तुमको मुक़म्मल मुबारक रहे मैं सिकंदर हूँ खुद से ही हारा हुआ दूरियां बढ़ चलीं तो... Hindi · ग़ज़ल 22 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Oct 2024 · 1 min read टमाटर के जागे जबसे भाग टमाटर के बदल गए सुर- राग टमाटर के हुआ बँटवारा तरकारी मंत्रालय का ज़ब , हुए सारे अहम विभाग टमाटर के भंग पिए आई जबसे है मँहगाई... Hindi · गीत 125 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 11 Sep 2024 · 1 min read घर का न पूछ हमसे रास्ता घर का जरूरतें दें गईं हैं वास्ता घर का शहर से जरूरतन मोहब्बत है और दिल में है राब्ता घर का उड़ने आसमां में ... आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 109 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 22 Aug 2024 · 1 min read कान्हा सुनि ल हमरो अरज़ मनुहार कान्हा अबके आवs न हमरो दुआर कान्हा मेवा मिसरी दोकान से मंगवले बानी तोहरा खातिर हम झूला लगवले बानी आके कई द न अंगना गुलजार... Hindi · गीत 105 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 16 Aug 2024 · 1 min read हे नर गीत - हे नर दुख दाह रहा भीगे मन को तन के सारे कण -कण को हो रही खत्म अब बाती भी रोकेगा कौन अँधेरेपन को मिट कर भी तुम्हे... Hindi · गीत 1 2 101 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Aug 2024 · 1 min read कर लेगा दिल तो पागल है गुनाह कर लेगा खुद को हौले से तबाह कर लेगा गम से राब्ता है अब उसका ऐसा इक दिन उससे निकाह कर लेगा सुफ़ेद रंग का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 59 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Aug 2024 · 1 min read शायद शायद सुकून बैठा हो मेरे इन्तजार में मैं चलूँ उस ओर तो.....बस वो रुका रहे -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 48 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Aug 2024 · 1 min read हकीकत असल में हकीकत असल में आज भी आबो हवा में है बस फॉर्म इन ए गैस है ढूंढे मिले नहीं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 59 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Aug 2024 · 1 min read धृतराष्ट सरकारें हुईं हैं धृतराष्ट सरकारें हुईं हैं सियासत.... महाभारत गरीब अभिमन्यु हुआ है तेल, दाल, आटा, आलू, प्याज़, टमाटर, लहसुन सात महाबली अंजाम -ए -अभिमन्यु .... सबको पता है किशन की तलाश... अर्जुन... Hindi · कविता 1 66 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 25 Jul 2024 · 1 min read आर्केस्ट्रा -ए -इंस्टा आर्केस्ट्रा -ए -इंस्टा का सबब अब न पूछिए डेटा हिसाब का है अब, कैसे उड़ा दें हम -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 71 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Jul 2024 · 1 min read देखेगा ज़ब वो मेरी आँख की तरफ देखेगा समझ लो ख़ाक की तरफ देखेगा जिसे जलते समय कोई परवाह न थी, वो भला राख़ की तरफ देखेगा?? मुझे मयस्सर है बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 80 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 10 Jun 2024 · 1 min read दर्शन दूर से झटके से देख लूँगा तुम्हे मैंने दर्शन किया मान लेना तुम हालांकि मैं मान नहीं पा रहा हूँ कि मैने दर्शन किया बात कुछ यूं है के मैं... Hindi · कविता 1 85 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 3 Jun 2024 · 1 min read इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले इक ही नहीं मुमकिन है ये के कई दफा निकले जो सपने जीत के देखें हैं उनका मामला सफा निकले अभी रात बाकी है...........कर लो भरपूर तैयारी...... ईवीएम बेवफा थी... Hindi · Quote Writer 126 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 May 2024 · 1 min read असल आईना अंतर्मन की चमक अब फीकी पड़ गयी है बाहरी चमक के आगे रंग -ए -पॉलिश चढ़ाया जा रहा है बस अंतहीन मैल बैठी है जस के तस दिखावा शिखर पर... Hindi · कविता 1 1 135 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 19 May 2024 · 1 min read चल मोहब्बत लिखते हैं एहसास के पन्ने पर चल मोहब्बत लिखते हैं और बनाते हैं कुछ नोट कागज़ के खरीद फरोख्त के इस मौसमी दौर में मैं तुझे खरीदता हूँ तूँ मुझे खरीद दुनिया... Hindi · कविता 1 83 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 May 2024 · 1 min read माँ साथ रहे... माँ जितनी ये न पूछ के कहाँ -कहाँ होती है माँ भरोसा है हर जगह होती है जिसे पाकर जरूरतें मुक़्क़मल होती हैं, माँ जिंदगी की ऐसी तनख्वा होती है माँ सब्र... Hindi 1 99 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 5 May 2024 · 1 min read ग़ुरूर गुरूर वेंटीलेटर पर है आक्सीजन नहीं चाहिए उसे वो मुक्ति चाहता है.... भगवान भरोसे गर बच गया तो मुक्ति की युक्ति चाहता है वो समझ गया है सबकुछ नश्वर है... Hindi · कविता 1 112 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Mar 2024 · 1 min read उदास उदास गलियों से गुजर कर आया हूँ दोस्त गलियां उदास.... हम उदास.... और गम उदास -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 530 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Mar 2024 · 1 min read आया हूँ मैं ऊपरी मंजिल से उतर आया हूँ के ख्वाब के हर पर कुतर आया हूँ होश है के मैं हूँ किसकी जद में उम्मीद को ताज्जुब है के किधर आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 682 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Mar 2024 · 1 min read बचा क्या है?? याद रखने को अब बचा क्या है??? भूत... भूतिया, वर्तमान दुबिध , भविष्य अज्ञेय -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 79 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 13 Feb 2024 · 1 min read हो जाए हरारत हो गमों को भी ये अक्सर खुशियाँ कहतीं हैं सजल आँखों की चाहत है उन्हें आराम हो जाए कहने - कहाने को पैदा हुई दुनिया गर हम जो कुछ... Hindi 3 389 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Jan 2024 · 1 min read असल......सच यही है असल.... सच यही है के हम बेहद तबाह हैं ख्वाब में अतः अमीर हैं और बादशाह हैं ख्वाब में दौलत बड़ी ही बेशुमार है मुफलिसी के मोहब्बत की हम पहली... Hindi · ग़ज़ल 2 68 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Jan 2024 · 1 min read काम है शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है आशिकों का इश्क़ में मर जाना काम है मय पर अख्तियार हो के कम ही जरा चढ़े संभल के हर हाल में... Hindi · ग़ज़ल 128 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Jan 2024 · 1 min read अदालत हमारा मुकदमा हमारी अदालत हमारा वकील और हमारी वकालत हमारी जिरह थी हमारी बहस थी हुआ फैसला ना फिर हारी अदालत हारी अदालत गई फिर अदालत लिए ख्वाब में जीतने... Hindi · कविता 1 451 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 Dec 2023 · 1 min read रूबरू न कर ऐ वक़्त -ए -नादान मुझे हूबहू न कर फिर से मुझे आईने के रूबरू न कर किस्सा है पुराना के अनजान था खुद से मुझसे आँखें मिलवा के मुझे फिर... Hindi · ग़ज़ल 174 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Dec 2023 · 1 min read थे हम कहने को बस चराग थे हम कागज़ के घर में आग थे हम अंक से मुझे आंकना ना अब शून्य में ....अंक से भाग थे हम अर्ज थी तो बात... Hindi · गीत 157 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 Nov 2023 · 1 min read दे दो रोड निर्माण के अप्रत्याशित विकासी पहिए के नीचे जीवन त्याग देने वाले पीड़ित परिवारों की एक आवाज़ - ले जाओ सुंदर सड़कें समेट कर हमें गड्ढे वाली सड़कें दे दो... Hindi · गीत 173 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Nov 2023 · 1 min read अंतिम जीवन अंतिम काया अंतिम अपना और पराया अंतिम मुँह में बूँदे कुछ गंगा जल की तुलसी दल का खाया अंतिम अंतिम क्षण में मौन अधर भाव भंगिमा तितर -बितर छूट... Hindi · गीत 3 1 529 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Nov 2023 · 1 min read कौन??? दिल टूटा तो सबर से जोड़ा सबर टूटे तो जोड़े कौन अपना दिल है अपनी ख्वाहिश अपनी खुशियाँ तोड़े कौन मेरी ओर सुनामी दुःख की आती है तो बह जाने... Hindi · कविता 1 647 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Nov 2023 · 1 min read ऐ थाना - ए - गुमशुदा ऐ थाना - ए - गुमशुदा जरा लिख तहरीर मेरी खो गया हैं सुकून और अच्छी वाली तक़दीर मेरी स्याह रातों में मैं होता हूं खुद के हवाले बेजान से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 167 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Nov 2023 · 2 min read पत्र स्वीकार किया है दुःख सारा सारा संकट.....सारी बाधा जी चाहे तो कर देना क्षण भर के लिए इसको आधा पत्र तुम्हारे नाम लिखा डाला है दान की पेटी में गम... Hindi · कविता 1 87 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read समंदर मेरी सिसकियों की नाँव समंदर में चल पड़ी आँसू पाला बदल के समंदर के हो लिए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 2 215 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read ख्वाबों का कातिल ख़्वाबों का कातिल ज़ब भी रात अँधेरे आता है ज्यों कुछ अच्छा दिखता है झट से मुझे जगाता है अपने मित्र भरम - चिंता को मेरे हवाले कर देता है... Hindi · गीत 81 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read उम्मीदें - वादे -इरादे उम्मीदें, वादे,इरादे और चिकनी चुपड़ी बातें। इन सब के पीछे बैठी हैं ,दुख की कई जमातें। जीवन में नहीं कुछ निश्चित ये जानती है ये दुनिया, जीवन को बिता देती... Hindi · गीत 693 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 30 Oct 2023 · 1 min read बेखबर को इश्क को राजी करेंगे चल मेरे संग अब तलाशेंगे किसी तीर -ए -नजर को होके घायल लौट आएंगे ज़ब दोनों फिर खबर हो जाएगी उस बेखबर को इश्क भी बदनाम... Hindi · गीत 70 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 25 Oct 2023 · 1 min read जख्म भी रूठ गया है अबतो जख्म भी रूठ गया है अबतो धोखेबाजी पे उतर आया है रूह में जगह दी,कभी कभार - तवज्जो दिया फिर भी जेहन को कुतर आया है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · Quote Writer 296 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 Oct 2023 · 1 min read हे जगजननी हे जगजननी जगदंब भवानी अबके बार कृपा कर देना सहता आया हूँ जो अबतक सारे दुःख मेरे हर लेना तुम हो मां इस सारे जग की कृपा तुम्हारी बरसे अब... Hindi · गीत 1k Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 3 Oct 2023 · 1 min read चाहिए भागदौड़ के बाद सुहानी रात होनी चाहिए। रात मे भी हल्की सी बरसात होनी चाहिए। जिंदगी में गर कभी बिखर भी जाए आदमी, फिर जिंदगी में एक नई शुरुआत होनी... Hindi · मुक्तक 1 67 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Sep 2023 · 1 min read आदमी याद की झंझट से थोड़ा दूर होता आदमी फिर इसकदर तन्हा और न मजबूर होता आदमी आधा अच्छा, आधा बच्चा, आधा सच्चा है अभी याद की झंझट न होती तो... Hindi · ग़ज़ल 1 428 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Sep 2023 · 1 min read भरम हमारे भरम हमारे तोड़ो सारे मुझको मेरा हो जाने दो टूटे ख्वाबों के गट्ठर को सिरहाने रखकर सो जाने दो प्रीत का रंग बेहद कारा सुफेद रंग अब रंग -रोधी आती... Hindi · गीत 2 388 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Sep 2023 · 1 min read फेरे में इसका - उसका, उनका -किनका अहर्निश तेरे - मेरे में इंसान को इल्म है अब भी नहीं के फँसा है वो किस फेरे में रैन में चैन गँवा बैठा है... Hindi · गीत 592 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 19 Sep 2023 · 1 min read माँ का होना एक तरफ साथ में सारी दुनिया हो सुख -सुविधा की बगिया हो ख़ुशी दर पर दस्तक दे चाहे उससे गलबहियां हो जीवन में लोगों की भीड़ लगे पर जहाँ का होना एक... Hindi · कविता 1 533 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 28 Aug 2023 · 1 min read जवाब आया उम्र पलटी जवाब आया हर कर्मों का हिसाब आया पाप -पुण्य के लेख का चित्रगुप्त ज़ब किताब लाया आदमी फिर सहूलियत से सारे पन्ने.....पढ़ने बैठा यह सही है यह गलत... Hindi · गीत 434 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 26 Aug 2023 · 1 min read बचपन ढूंढ़ के ला दो कोई बचपन पुराना रे पुराना जमाना हाँ पुराना जमाना रे बड़ी – बड़ी बातें हम खूब बतियाते थे दोस्तों से मार खाते उनको भी लतियाते थे... Hindi · गीत 365 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 25 Aug 2023 · 1 min read वो अक्सर वो अक्सर मैंकदें में मिलता है फिर भी कायदे से मिलता है नशे में था सच बता ही दिया के रिश्ता फायदे से मिलता होश के वायदे से मुकर जाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 210 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 17 Aug 2023 · 1 min read भरोसे असल प्रेम वैराग्य सा है तुम गुलाबों के भरोसे जग की सुन लो अपनी मानों खुद ही खुद का अपना समझो वास्तविक कुछ हैं न जग में सब है यादों... Hindi · गीत 1 376 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Aug 2023 · 1 min read जुआ दिवस आज जुआ दिवस है उहो अंतर्राष्ट्रीय जुआ दिवस एहसे की जुआ का कॅरियर दांव पे है। इतने के बाद भी जुआ , आजकल दुइ नाँव पे है। जुआ और कउनो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 395 Share Page 1 Next