सिद्धार्थ गोरखपुरी Language: Hindi 703 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 May 2024 · 1 min read माँ साथ रहे... माँ जितनी ये न पूछ के कहाँ -कहाँ होती है माँ भरोसा है हर जगह होती है जिसे पाकर जरूरतें मुक़्क़मल होती हैं, माँ जिंदगी की ऐसी तनख्वा होती है माँ सब्र... Hindi 50 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 5 May 2024 · 1 min read ग़ुरूर गुरूर वेंटीलेटर पर है आक्सीजन नहीं चाहिए उसे वो मुक्ति चाहता है.... भगवान भरोसे गर बच गया तो मुक्ति की युक्ति चाहता है वो समझ गया है सबकुछ नश्वर है... Hindi · कविता 1 44 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Mar 2024 · 1 min read उदास उदास गलियों से गुजर कर आया हूँ दोस्त गलियां उदास.... हम उदास.... और गम उदास -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 500 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Mar 2024 · 1 min read आया हूँ मैं ऊपरी मंजिल से उतर आया हूँ के ख्वाब के हर पर कुतर आया हूँ होश है के मैं हूँ किसकी जद में उम्मीद को ताज्जुब है के किधर आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 605 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Mar 2024 · 1 min read बचा क्या है?? याद रखने को अब बचा क्या है??? भूत... भूतिया, वर्तमान दुबिध , भविष्य अज्ञेय -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 52 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 13 Feb 2024 · 1 min read हो जाए हरारत हो गमों को भी ये अक्सर खुशियाँ कहतीं हैं सजल आँखों की चाहत है उन्हें आराम हो जाए कहने - कहाने को पैदा हुई दुनिया गर हम जो कुछ... Hindi 3 354 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Jan 2024 · 1 min read असल......सच यही है असल.... सच यही है के हम बेहद तबाह हैं ख्वाब में अतः अमीर हैं और बादशाह हैं ख्वाब में दौलत बड़ी ही बेशुमार है मुफलिसी के मोहब्बत की हम पहली... Hindi · ग़ज़ल 2 47 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Jan 2024 · 1 min read काम है शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है आशिकों का इश्क़ में मर जाना काम है मय पर अख्तियार हो के कम ही जरा चढ़े संभल के हर हाल में... Hindi · ग़ज़ल 80 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Jan 2024 · 1 min read अदालत हमारा मुकदमा हमारी अदालत हमारा वकील और हमारी वकालत हमारी जिरह थी हमारी बहस थी हुआ फैसला ना फिर हारी अदालत हारी अदालत गई फिर अदालत लिए ख्वाब में जीतने... Hindi · कविता 1 355 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 Dec 2023 · 1 min read रूबरू न कर ऐ वक़्त -ए -नादान मुझे हूबहू न कर फिर से मुझे आईने के रूबरू न कर किस्सा है पुराना के अनजान था खुद से मुझसे आँखें मिलवा के मुझे फिर... Hindi · ग़ज़ल 140 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Dec 2023 · 1 min read थे हम कहने को बस चराग थे हम कागज़ के घर में आग थे हम अंक से मुझे आंकना ना अब शून्य में ....अंक से भाग थे हम अर्ज थी तो बात... Hindi · गीत 125 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 Nov 2023 · 1 min read दे दो रोड निर्माण के अप्रत्याशित विकासी पहिए के नीचे जीवन त्याग देने वाले पीड़ित परिवारों की एक आवाज़ - ले जाओ सुंदर सड़कें समेट कर हमें गड्ढे वाली सड़कें दे दो... Hindi · गीत 149 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Nov 2023 · 1 min read अंतिम जीवन अंतिम काया अंतिम अपना और पराया अंतिम मुँह में बूँदे कुछ गंगा जल की तुलसी दल का खाया अंतिम अंतिम क्षण में मौन अधर भाव भंगिमा तितर -बितर छूट... Hindi · गीत 3 1 498 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Nov 2023 · 1 min read कौन??? दिल टूटा तो सबर से जोड़ा सबर टूटे तो जोड़े कौन अपना दिल है अपनी ख्वाहिश अपनी खुशियाँ तोड़े कौन मेरी ओर सुनामी दुःख की आती है तो बह जाने... Hindi · कविता 1 608 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Nov 2023 · 1 min read ऐ थाना - ए - गुमशुदा ऐ थाना - ए - गुमशुदा जरा लिख तहरीर मेरी खो गया हैं सुकून और अच्छी वाली तक़दीर मेरी स्याह रातों में मैं होता हूं खुद के हवाले बेजान से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 100 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Nov 2023 · 2 min read पत्र स्वीकार किया है दुःख सारा सारा संकट.....सारी बाधा जी चाहे तो कर देना क्षण भर के लिए इसको आधा पत्र तुम्हारे नाम लिखा डाला है दान की पेटी में गम... Hindi · कविता 1 65 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read समंदर मेरी सिसकियों की नाँव समंदर में चल पड़ी आँसू पाला बदल के समंदर के हो लिए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 2 197 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read ख्वाबों का कातिल ख़्वाबों का कातिल ज़ब भी रात अँधेरे आता है ज्यों कुछ अच्छा दिखता है झट से मुझे जगाता है अपने मित्र भरम - चिंता को मेरे हवाले कर देता है... Hindi · गीत 65 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read उम्मीदें - वादे -इरादे उम्मीदें, वादे,इरादे और चिकनी चुपड़ी बातें। इन सब के पीछे बैठी हैं ,दुख की कई जमातें। जीवन में नहीं कुछ निश्चित ये जानती है ये दुनिया, जीवन को बिता देती... Hindi · गीत 637 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 30 Oct 2023 · 1 min read बेखबर को इश्क को राजी करेंगे चल मेरे संग अब तलाशेंगे किसी तीर -ए -नजर को होके घायल लौट आएंगे ज़ब दोनों फिर खबर हो जाएगी उस बेखबर को इश्क भी बदनाम... Hindi · गीत 51 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 25 Oct 2023 · 1 min read जख्म भी रूठ गया है अबतो जख्म भी रूठ गया है अबतो धोखेबाजी पे उतर आया है रूह में जगह दी,कभी कभार - तवज्जो दिया फिर भी जेहन को कुतर आया है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · Quote Writer 190 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 Oct 2023 · 1 min read हे जगजननी हे जगजननी जगदंब भवानी अबके बार कृपा कर देना सहता आया हूँ जो अबतक सारे दुःख मेरे हर लेना तुम हो मां इस सारे जग की कृपा तुम्हारी बरसे अब... Hindi · गीत 1k Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 3 Oct 2023 · 1 min read चाहिए भागदौड़ के बाद सुहानी रात होनी चाहिए। रात मे भी हल्की सी बरसात होनी चाहिए। जिंदगी में गर कभी बिखर भी जाए आदमी, फिर जिंदगी में एक नई शुरुआत होनी... Hindi · मुक्तक 1 49 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Sep 2023 · 1 min read आदमी याद की झंझट से थोड़ा दूर होता आदमी फिर इसकदर तन्हा और न मजबूर होता आदमी आधा अच्छा, आधा बच्चा, आधा सच्चा है अभी याद की झंझट न होती तो... Hindi · ग़ज़ल 1 403 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Sep 2023 · 1 min read भरम हमारे भरम हमारे तोड़ो सारे मुझको मेरा हो जाने दो टूटे ख्वाबों के गट्ठर को सिरहाने रखकर सो जाने दो प्रीत का रंग बेहद कारा सुफेद रंग अब रंग -रोधी आती... Hindi · गीत 2 360 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Sep 2023 · 1 min read फेरे में इसका - उसका, उनका -किनका अहर्निश तेरे - मेरे में इंसान को इल्म है अब भी नहीं के फँसा है वो किस फेरे में रैन में चैन गँवा बैठा है... Hindi · गीत 561 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 19 Sep 2023 · 1 min read माँ का होना एक तरफ साथ में सारी दुनिया हो सुख -सुविधा की बगिया हो ख़ुशी दर पर दस्तक दे चाहे उससे गलबहियां हो जीवन में लोगों की भीड़ लगे पर जहाँ का होना एक... Hindi · कविता 1 512 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 28 Aug 2023 · 1 min read जवाब आया उम्र पलटी जवाब आया हर कर्मों का हिसाब आया पाप -पुण्य के लेख का चित्रगुप्त ज़ब किताब लाया आदमी फिर सहूलियत से सारे पन्ने.....पढ़ने बैठा यह सही है यह गलत... Hindi · गीत 413 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 26 Aug 2023 · 1 min read बचपन ढूंढ़ के ला दो कोई बचपन पुराना रे पुराना जमाना हाँ पुराना जमाना रे बड़ी – बड़ी बातें हम खूब बतियाते थे दोस्तों से मार खाते उनको भी लतियाते थे... Hindi · गीत 330 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 25 Aug 2023 · 1 min read वो अक्सर वो अक्सर मैंकदें में मिलता है फिर भी कायदे से मिलता है नशे में था सच बता ही दिया के रिश्ता फायदे से मिलता होश के वायदे से मुकर जाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 187 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 17 Aug 2023 · 1 min read भरोसे असल प्रेम वैराग्य सा है तुम गुलाबों के भरोसे जग की सुन लो अपनी मानों खुद ही खुद का अपना समझो वास्तविक कुछ हैं न जग में सब है यादों... Hindi · गीत 1 360 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Aug 2023 · 1 min read जुआ दिवस आज जुआ दिवस है उहो अंतर्राष्ट्रीय जुआ दिवस एहसे की जुआ का कॅरियर दांव पे है। इतने के बाद भी जुआ , आजकल दुइ नाँव पे है। जुआ और कउनो... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 353 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Aug 2023 · 1 min read मंजिल बोझिल नजरों से ओझिल रस्ता देख रहे मंजिल का अपने जेहन में सुलगते विचार अनेकों संग में शुरू के सुलगते सपने भ्रम है, के भ्रम है मुझको साथ न खुद... Hindi · कविता 339 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 9 Aug 2023 · 1 min read कृष्ण मिलेंगे क्या??? ज़ब बिना चाह के इस वक़्त ने सुदामा बनाया, सवाल वक़्त से वाजिब है.....के अब कृष्ण मिलेंगे क्या?? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 109 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Jul 2023 · 1 min read ख़्वाबों में मैंने तुमको ख्वाबों में आते - जाते देखा है दिल ने मुझे बतलाया है तूँ किस्मत की रेखा है ख्वाब में तुम आती हो ज़ब - ज़ब चैन कहीं खो... Hindi · गीत 1 81 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 19 Jul 2023 · 1 min read डिजिटल डिजिटल हुई मोहब्बत और शादियां भी डिजिटल रिश्तों में फार्मेलिटी है जो निभ रहें हैं डिजिटल हाल - चाल अब तो कोर्रम का उदाहरण है चैट में समाहित हर रिश्तों... Hindi · कविता 359 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 Jul 2023 · 1 min read हम को हुए क्या.... सुपुर्द -ए - भरम को फिर हम हासिल न हुए हम को -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 494 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत बदलेगी बदलना ज़ब तय ही है तो, नियति बदलेगी कुदरत बदलेगीl प्रेम - भाव के अधूरेपन की, कभी न कभी तो फ़ितरत बदलेगीl अधूरे स्वप्न अधूरा जीवनl आधे -आधे में कटता... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 1 525 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Jul 2023 · 1 min read जरा - जरा न कहो जरा सी बात को.... जरा -जरा न कहो कहो जरा अगर...उसको फिर खरा न कहो जिंदगी पूर्णता तक भला कब पहुँची कहता हूँ तो कहते हो अधूरा न कहो मूक... Hindi · ग़ज़ल 198 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Jul 2023 · 1 min read मौन अधर ये मौन अधर की बातें केवल नैना कह पाते हैं नैना सब कुछ सुन लेते हैं मुख पर चैना रह जाते हैं ख्वाब सुहावन पावन होकर अरज के साथ प्रवास... Hindi · गीत 305 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 Jul 2023 · 1 min read हूँ कालर के बटन सा हूँ मैं... होकर भी.....न होने के बराबर -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 454 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Jun 2023 · 1 min read भाव महादेव के चरणों में समर्पित..... तुममें और मुझमें बस एक समानता है, तुम भाव के भूखे हो और मैं भी.... माना के तुम्हारे भाव और मेरे भाव में अंतर है... Hindi · कविता 1 1 309 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 17 Jun 2023 · 1 min read लम्स लम्स की आरजू मरकूज है बस खयालों तक वो मेरे रूबरू हो तो फिर कुछ याद नहीं रहता - सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 121 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 16 Jun 2023 · 1 min read जरूरी तो नहीं??? आज रख दिल पर हाथ और बता ही दे मैं ज़रूरत हूँ!!!जरूरी तो नहीं??? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 242 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 17 May 2023 · 1 min read नजर अंदाज जिस नजर से नजर अंदाज किया है उसने, हमें अंदाजा न था के अंदाज ऐसा भी है उसका -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 167 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 17 May 2023 · 1 min read आसान कहाँ है? आसान कहाँ है???? खुद की शिकायत करना अच्छे वक्त में खुद से खुद की हिफाजत करना आदमी चला जाता किसी और दुनिया में सिद्धार्थ, अच्छे वक्त में भूल जाता है... Hindi · कविता 1 227 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 May 2023 · 1 min read पूछा जाएगा सेल्फ अटेस्टेड हैसियत प्रमाण पत्र दिखाते रहिए पूछा जाएगा आधार के आखिर आधार क्या है???? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 199 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 10 May 2023 · 1 min read भला पहले मैं अच्छा भला था... अब भला अच्छा कहाँ हूँ हो गया हूँ बड़ा उमर में अब भला बच्चा कहाँ हूँ -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 164 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 May 2023 · 1 min read सफलता मैं चूमना चाहता हूं अपनी सफलता को जो पीछे छुपी है विफलता के वो देख रही है मुस्कुरा कर मुझे पर उसका देखना भी...... रास नहीं आ रहा विफलता को... Hindi · कविता 2 388 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 May 2023 · 1 min read नारदीं भी हैं शब्द महज एक से ...बातों का कारवाँ बात उपजाने का हुनर इनसे सीखिए नारद के सापेक्ष अब नारदीं भी हैं फिरसे न पूछिएगा के किनसे पूछिए किसको खबर है गाँव... Hindi · हास्य-व्यंग्य 1 398 Share Page 1 Next