सिद्धार्थ गोरखपुरी Tag: गीत 121 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Oct 2024 · 1 min read टमाटर के जागे जबसे भाग टमाटर के बदल गए सुर- राग टमाटर के हुआ बँटवारा तरकारी मंत्रालय का ज़ब , हुए सारे अहम विभाग टमाटर के भंग पिए आई जबसे है मँहगाई... Hindi · गीत 125 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 22 Aug 2024 · 1 min read कान्हा सुनि ल हमरो अरज़ मनुहार कान्हा अबके आवs न हमरो दुआर कान्हा मेवा मिसरी दोकान से मंगवले बानी तोहरा खातिर हम झूला लगवले बानी आके कई द न अंगना गुलजार... Hindi · गीत 105 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 16 Aug 2024 · 1 min read हे नर गीत - हे नर दुख दाह रहा भीगे मन को तन के सारे कण -कण को हो रही खत्म अब बाती भी रोकेगा कौन अँधेरेपन को मिट कर भी तुम्हे... Hindi · गीत 1 2 101 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 26 Mar 2024 · 1 min read रँगि देतs हमहू के कान्हा रँगि देतs हमहूँ के कान्हा अपने भक्ति के प्रीति से सगरो जग लगे रंगहीन अब फीका -फीका अब बात -चीत संघतिया अब केहू न लागे स्वारथ के कारण बने सब... Bhojpuri · गीत 1 108 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 Mar 2024 · 1 min read हास्यगीत - ओनु लुलुआ के होरी आईल औऱ मन हरषाइल डांस होइ अब खोलुआ के अबके बार मजा बा भईया बित्ता -बित्ता ओनु लुलुआ के लागत बा ई खुटमुरियो गुड़भाँग के गोली खइले बा हर... Bhojpuri · गीत 1 535 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Jan 2024 · 1 min read हास्यगीत - करियक्की नजर न लागी कब्बो ओकरा करिया चेहरा बा करिया बार गमकउआ कउनो सेंट न चाही ना चाही तनिको मेकप भंडार ओकरा के स्माईल से चलत दिलवा के धक् -धक् चक्की... Bhojpuri · गीत 144 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Dec 2023 · 1 min read थे हम कहने को बस चराग थे हम कागज़ के घर में आग थे हम अंक से मुझे आंकना ना अब शून्य में ....अंक से भाग थे हम अर्ज थी तो बात... Hindi · गीत 157 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 Nov 2023 · 1 min read दे दो रोड निर्माण के अप्रत्याशित विकासी पहिए के नीचे जीवन त्याग देने वाले पीड़ित परिवारों की एक आवाज़ - ले जाओ सुंदर सड़कें समेट कर हमें गड्ढे वाली सड़कें दे दो... Hindi · गीत 173 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Nov 2023 · 1 min read अंतिम जीवन अंतिम काया अंतिम अपना और पराया अंतिम मुँह में बूँदे कुछ गंगा जल की तुलसी दल का खाया अंतिम अंतिम क्षण में मौन अधर भाव भंगिमा तितर -बितर छूट... Hindi · गीत 3 1 529 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read ख्वाबों का कातिल ख़्वाबों का कातिल ज़ब भी रात अँधेरे आता है ज्यों कुछ अच्छा दिखता है झट से मुझे जगाता है अपने मित्र भरम - चिंता को मेरे हवाले कर देता है... Hindi · गीत 81 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Oct 2023 · 1 min read उम्मीदें - वादे -इरादे उम्मीदें, वादे,इरादे और चिकनी चुपड़ी बातें। इन सब के पीछे बैठी हैं ,दुख की कई जमातें। जीवन में नहीं कुछ निश्चित ये जानती है ये दुनिया, जीवन को बिता देती... Hindi · गीत 693 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 30 Oct 2023 · 1 min read बेखबर को इश्क को राजी करेंगे चल मेरे संग अब तलाशेंगे किसी तीर -ए -नजर को होके घायल लौट आएंगे ज़ब दोनों फिर खबर हो जाएगी उस बेखबर को इश्क भी बदनाम... Hindi · गीत 70 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 Oct 2023 · 1 min read हे जगजननी हे जगजननी जगदंब भवानी अबके बार कृपा कर देना सहता आया हूँ जो अबतक सारे दुःख मेरे हर लेना तुम हो मां इस सारे जग की कृपा तुम्हारी बरसे अब... Hindi · गीत 1k Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Sep 2023 · 1 min read भरम हमारे भरम हमारे तोड़ो सारे मुझको मेरा हो जाने दो टूटे ख्वाबों के गट्ठर को सिरहाने रखकर सो जाने दो प्रीत का रंग बेहद कारा सुफेद रंग अब रंग -रोधी आती... Hindi · गीत 2 388 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Sep 2023 · 1 min read फेरे में इसका - उसका, उनका -किनका अहर्निश तेरे - मेरे में इंसान को इल्म है अब भी नहीं के फँसा है वो किस फेरे में रैन में चैन गँवा बैठा है... Hindi · गीत 592 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 9 Sep 2023 · 1 min read नम्बर ह बखोर के बहुते बा अंधरिया अब नंबर ह अजोर के अब सबके सन्ति एक बोलिहे नम्बर ह बखोर के दिन भर त मुँह बोले रतियों में भी बड़बड़ आहि दादा कैसे होता... Bhojpuri · गीत 1 698 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 5 Sep 2023 · 1 min read पियार के रेल भोजपुरी हास्य गीत काना कोतड़ लंगड़ लूली जबर पतरकी या हौ फूली तुलतुल बोली तिरछी आँख चाहे हो भईया दिमाग़ के हाफ कउनो से त मेल करा द पियार के... Bhojpuri · गीत 783 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 28 Aug 2023 · 1 min read जवाब आया उम्र पलटी जवाब आया हर कर्मों का हिसाब आया पाप -पुण्य के लेख का चित्रगुप्त ज़ब किताब लाया आदमी फिर सहूलियत से सारे पन्ने.....पढ़ने बैठा यह सही है यह गलत... Hindi · गीत 434 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 26 Aug 2023 · 1 min read बचपन ढूंढ़ के ला दो कोई बचपन पुराना रे पुराना जमाना हाँ पुराना जमाना रे बड़ी – बड़ी बातें हम खूब बतियाते थे दोस्तों से मार खाते उनको भी लतियाते थे... Hindi · गीत 365 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 17 Aug 2023 · 1 min read भरोसे असल प्रेम वैराग्य सा है तुम गुलाबों के भरोसे जग की सुन लो अपनी मानों खुद ही खुद का अपना समझो वास्तविक कुछ हैं न जग में सब है यादों... Hindi · गीत 1 376 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Jul 2023 · 1 min read ख़्वाबों में मैंने तुमको ख्वाबों में आते - जाते देखा है दिल ने मुझे बतलाया है तूँ किस्मत की रेखा है ख्वाब में तुम आती हो ज़ब - ज़ब चैन कहीं खो... Hindi · गीत 1 98 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Jul 2023 · 1 min read कुछ त बोला नs सावन आईल मनवा डोलल मधुर तान में पपीहरा बोलल एहि सावन के रिमझिम फुहार में एहर- ओहर तनि डोला न हे गोरी कुछ त बोला नs प्रीत के असली रंग... Bhojpuri · गीत 601 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Jul 2023 · 1 min read मौन अधर ये मौन अधर की बातें केवल नैना कह पाते हैं नैना सब कुछ सुन लेते हैं मुख पर चैना रह जाते हैं ख्वाब सुहावन पावन होकर अरज के साथ प्रवास... Hindi · गीत 336 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Jul 2023 · 1 min read प्राण हंतकी हे प्राण हंतकी हकीम , डागडर वैद्या- हादिक दवा के माहटर मन करत बा के चिकित्सक दिवस प किस्सा तोहार सुनाई दीं बोला तुहके कईसे बधाई दीं.... रोग कछु और... Bhojpuri · गीत 1 497 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 22 Mar 2023 · 1 min read लिहाज करती है कितना भी दबाओ मगर आवाज़ करती है गरीबी कब, कहाँ, किसका लिहाज करती है असमय चेहरे की झुर्रिया और पके बाल सारे हिस्से में आ ही गए हैं वैसे तो... Hindi · गीत 163 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 5 Jan 2023 · 1 min read खबर कर रहें हैं तेरे ख्वाब मुझमें बसर कर रहें हैं धीरे -धीरे मुझमें ये घर कर रहें हैं तुम खो गए हो, न तुमको पता है तुम्हे हम तुम्हारी खबर कर रहें हैं... Hindi · गीत 1 149 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 Dec 2022 · 1 min read अच्छे दिन आने वाला अब नया साल है लो बीत गया दिसम्बर है न उसको मेरी कोई खबर न उसकी मुझको कोई खबर है मौन अधर और खुले नयन कैसे हो बिन... Hindi · गीत 2 111 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Nov 2022 · 1 min read तुम नए सूरज बने हो गीत - तुम नए सूरज बने हो तुम नए सूरज बने हो बाँटते हो हर घर उजाला मैं तो ठहरा एक जुगनू फिर भी मेरा घर छोड़ देना है चमक... Hindi · गीत 1 169 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 13 Nov 2022 · 1 min read जर्रा - जर्रा त्याग दिया मन की हर भाषा आशा से तौबा कर डाला मन से मन की कभी बनी न हालातों से समझौता कर डाला लगता है के अबतो, मैं खुदसे ही... Hindi · गीत 1 136 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Oct 2022 · 1 min read साढ़े सोलह कदम न पूछ के किस - किस तरहा से मजबूर हूँ अपनी रफ्तार से बस साढ़े सोलह कदम दूर हूँ जिन्दगी मजबूर होना चाहती है! तो हो जाए मैं तो वैसे... Hindi · गीत 4 4 296 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 16 Oct 2022 · 1 min read घर साथ चले रजा है के दुआओं का असर साथ चले के मैं जब शहर जाऊँ तो घर साथ चले मुझे डराने वैसे बहुत से हैं हालात चले कभी मंजिल चले तो कभी... Hindi · गीत 2 216 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Sep 2022 · 1 min read स्याह रात में चंचल किरणें चारु चन्द्र की मदमस्त करें हर स्याह रात को प्रिय के हिय में हैं अलख जगातीं प्रेम लुटातीं हर एक बात में प्रेम से ओतप्रोत हो जाती है... Hindi · गीत 1 165 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Aug 2022 · 1 min read मोहन मोहन! मुरली से प्रीत तुम्हारी अगाध अनन्त हुई कैसे प्रीत में पागल मीराबाई मन से सन्त हुई कैसे राधा ने दुनियादारी त्यागी और तुम्ही को साध लिया निज प्रेम के... Hindi · गीत 2 2 245 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 Jul 2022 · 1 min read सूरत -ए -शिवाला शिव का रंग चढ़ने लगा है शिवाला भी सजने लगा है भोले बाबा का गाना मंदिर पे बजने लगा है सावन में गौर से देखो सूरत -ए -शिवाला क्या होगा... Hindi · गीत · शेर 1 260 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Jul 2022 · 1 min read सावन की बौछार सावन की बौछार यार तन - मन को भिगाती है मस्त फुहारें इस सावन की याद किसी की दिलाती है सावन के झूले अबतो हर ओर निहारा करतें हैं कोई... Hindi · कहानी · गीत 3 2 419 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 Jul 2022 · 1 min read करता है क्यों खुद को तूँ मेरे अन्दर फिर से आबाद करता है मेरी रातों की नींदों को क्यों ही बर्बाद करता है सुनाता है ग़ज़ल अक्सर मुझे पुराने यादों की खुद... Hindi · गीत 1 409 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 10 Jul 2022 · 1 min read वात्सल्य का शजर न गली दीजिए न शहर दीजिए मुझको तो बस मेरी खबर दीजिए मकां तो रहने लायक रहा अब नहीं मुझे अपने वात्सल्य का शजर दीजिए ढूंढ पाऊं मैं खुद को... Hindi · गीत 2 2 366 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 Jun 2022 · 1 min read बदरवा जल्दी आव ना फाटत बा घाम से कपार बदरवा जल्दी आव ना सहल न जाता गर्मी के मार बदरवा जल्दी आव ना सुरुज देव लागत बा कोपल बाटें नाही होत उ तनिको कोमल... Bhojpuri · गीत 1 437 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 4 May 2022 · 1 min read गाँव के रंग में रंग लो खुद को गाँव के रंग में तन - मन गाँव में ढाल के जीवन अनुभव की खान है ये हैं गाँव के लोग कमाल के रंग लो खुद... Hindi · गीत 6 4 516 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 Apr 2022 · 1 min read कुछ नहीं मन मना ही कर रहा है पर मनाही कुछ नहीं आ गई है इक सुनामी पर तबाही कुछ नहीं मन के कोरे से पटल पर श्वेत से लिख डाला है... Hindi · गीत 1 2 542 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 22 Apr 2022 · 1 min read संकरण हो गया संकरण हो गया जब से प्रकृति के बाग़ में भौंरे बागों से कोसो दूर जाने लगे अब तो फूलों में भी रंजिशें हो गईं एक दूजे को देख के मुरझाने... Hindi · गीत 491 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 21 Apr 2022 · 1 min read क्लासिफ़ाइड कुछ इस तरह से नौकरियों का मामला हाइड निकलता है जैसे अनपढ़ और ग्रेजुएट लिए क्लासिफाइड निकलता है अख़बार के पन्ने दिखाते अनगिनत सपने बेरोजगारों को तो भरोसा हो भी... Hindi · गीत 1 293 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 19 Apr 2022 · 1 min read चिरैया कोयल भी शहर की हो ली अब गाँव में बोले न बोली पर पेड़ नहीं शहरों में क्या ले ली है कोई खोली अब गांव में कम हैं गवैया आँगन... Hindi · गीत 1 2 168 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 4 Apr 2022 · 1 min read संवत्सर चलता है मेरा मन तेरे मन से आगे ऐसे अक्सर चलता है जैसे अंग्रेजी कैलेंडर से आगे संवत्सर चलता है मन की मानो तो जान सकोगे मेरे मन की गहराई इसी भरोसे... Hindi · गीत 213 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Apr 2022 · 1 min read आदिशक्ति के नौ रूप आदिशक्ति के नौ रूपों का , इस नवरात्रि में स्वागत है। माँ दुर्गा की पूजा को आतुर ,सारा जहाँ और भारत है। नारी शक्ति को संबल देकर माँ ने माँ... Hindi · गीत 2 314 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 21 Mar 2022 · 1 min read इल्तिज़ा है मेरी इल्तिजा है ये तुझसे मेरी ख्वाबों में न अब बात कर रूबरू हो जा अब तूँ मेरे आके मुझसे मुलाक़ात कर याद आता है तूँ तो सताता है तूँ ख़्वाब... Hindi · गीत 175 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 16 Mar 2022 · 1 min read गाँव का मेला गाँव का मेला कोई फिर से दिखाना रे लौट के आता नहीं फिर वो जमाना रे बाबा और बाबू का मेला घूमाना रे लकड़ी के खिलौने को जिद कर जाना... Hindi · गीत 657 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Mar 2022 · 1 min read द कश्मीरी फ़ाइल द कश्मीरी फ़ाइल जुल्म -ओ - सितम हम पर हुआ और पलायन को मजबूर हुए थे जिस मिट्टी में पले - बढ़े थे उस मिट्टी से हम दूर हुए थे... Hindi · गीत 1 2 353 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Mar 2022 · 1 min read सुकूँ चाहता है ठिकाना बदलना जो तूँ चाहता है जमाने से क्या तूँ सुकूँ चाहता है? जमाना बुरा है तूँ कहता है सबसे फिर ज़माने से क्यूँ गुफ़्तगू चाहता है जमाने से क्या... Hindi · गीत 2 251 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 26 Feb 2022 · 1 min read होली में चली चला गांवें जब माह फागुनवा लागे मनवां मोर घर पर भागे जब बहेले फगुन बयरिया मनवा चेतक अस लागे संवरिया होली में चली चला गांवे कि होलिया गाँव के ही मन भावे... Bhojpuri · गीत 289 Share Page 1 Next