Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2022 · 1 min read

करता है

क्यों खुद को तूँ मेरे अन्दर फिर से आबाद करता है
मेरी रातों की नींदों को क्यों ही बर्बाद करता है

सुनाता है ग़ज़ल अक्सर मुझे पुराने यादों की
खुद ही तवज्जो देता है खुद ही इरशाद करता है
क्यों खुद को तूँ मेरे अन्दर फिर से आबाद करता है

उठा देता है अक्सर तूँ मुझे गहरी नींदों से
तूँ ही बता? क्या तूँ मेरा इमदाद करता है?
क्यों खुद को तूँ मेरे अन्दर फिर से आबाद करता है

तुम्हारे दिल की सुंदरता बखूबी इल्म है मुझको
बाजारू चीजों से तूँ खुद को शमशाद करता है
क्यों खुद को तूँ मेरे अन्दर फिर से आबाद करता है

सिलसिले कैसे चलेंगे निर्बाध तूँ बता मुझे
तूँ ही ख़त्म करता है तूँही आगाज करता है
क्यों खुद को तूँ मेरे अन्दर फिर से आबाद करता है
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देखी देखा कवि बन गया।
देखी देखा कवि बन गया।
Satish Srijan
दिल से ….
दिल से ….
Rekha Drolia
रदुतिया
रदुतिया
Nanki Patre
अहंकार का एटम
अहंकार का एटम
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
साथ तेरा रहे साथ बन कर सदा
डॉ. दीपक मेवाती
खोज सत्य की जारी है
खोज सत्य की जारी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कोरे कागज़ पर लिखें अक्षर,
कोरे कागज़ पर लिखें अक्षर,
अनिल अहिरवार"अबीर"
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
SPK Sachin Lodhi
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
सत्य को अपना बना लो,
सत्य को अपना बना लो,
Buddha Prakash
कुछ उत्तम विचार.............
कुछ उत्तम विचार.............
विमला महरिया मौज
■ कामयाबी का नुस्खा...
■ कामयाबी का नुस्खा...
*Author प्रणय प्रभात*
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
सकारात्मक सोच अंधेरे में चमकते हुए जुगनू के समान है।
सकारात्मक सोच अंधेरे में चमकते हुए जुगनू के समान है।
Rj Anand Prajapati
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी
Mukesh Kumar Sonkar
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Sakshi Tripathi
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
Pramila sultan
हमेशा भरा रहे खुशियों से मन
हमेशा भरा रहे खुशियों से मन
कवि दीपक बवेजा
इबादत के लिए
इबादत के लिए
Dr fauzia Naseem shad
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
लाख दुआएं दूंगा मैं अब टूटे दिल से
Shivkumar Bilagrami
ক্ষেত্রীয়তা ,জাতিবাদ
ক্ষেত্রীয়তা ,জাতিবাদ
DrLakshman Jha Parimal
कदीमी याद
कदीमी याद
Sangeeta Beniwal
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
" तुम्हारी जुदाई में "
Aarti sirsat
अच्छी-अच्छी बातें (बाल कविता)
अच्छी-अच्छी बातें (बाल कविता)
Ravi Prakash
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ,
Sanjay ' शून्य'
Loading...