Johnny Ahmed 'क़ैस' Tag: कविता 48 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Johnny Ahmed 'क़ैस' 4 May 2023 · 1 min read दर्द दिल का किसी को सुनाता नहीं 212 212 212 212 दर्द दिल का किसी को सुनाता नहीं हाँ मगर आजकल मुस्कुराता नहीं आँसुओं का समंदर है दिल में मेरे एक आँसू भी लेकिन बहाता नहीं बन... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 126 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 19 Nov 2022 · 1 min read प्यारा बचपन वक़्त की उँगली पकड़े हुए जब आधी ज़ीस्त गुज़र गई, आधे साथी पीछे छूटें और आधों की ख़बर नहीं। यक-लख़्त किसी इक शाम को मैं ठहरा और फिर खो गया,... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 1 171 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 31 Oct 2022 · 1 min read शर्म जब कपड़ें पहने हुआ एक इंसाँ, नंगों के शहर में आया चारों तरफ़ देखके नंगें, आदमी वो शरमाया। सारे नंगें तरस भरी, नज़रों से उसको देख रहे थे क्यों ये... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 3 1 201 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 5 Oct 2022 · 1 min read नागन उसकी आँखों ने जब मेरे चेहरे से करवट बदली उसने अपना चेहरा बदला पैरों की आहट बदली। घूँघट चौखट पनघट बदले वो भी ख़ुद सरपट बदली आख़िर काली नागन ने... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 2 167 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Sep 2022 · 1 min read जमी हुई धूल उस जमी हुई धूल को साफ़ मत करो वक़्त के आईने पर पर्दा ज़रूरी होता है। जो किस्सा भूल जाने में भलाई हो उसे भूल जाओ.…....याद मत करो जो छोड़कर... Hindi · Hindi Poem · Johnny Ahmed · कविता 3 392 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 10 Jun 2022 · 1 min read अम्मी आकर कहा फ़रिश्तों ने " तुझको हर एक ख़ुशी मिलेगी। मौत के बाद जन्नत भी मिलेगी। "' हँसते हुए बस इतना पूछा " क्या जन्नत में अम्मी मिलेगी......? " -जॉनी... Hindi · Johnny Ahmed · कविता 3 1 388 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 May 2022 · 1 min read पी गहरी क्या है ? पी की आँखें मीठी क्या है ? पी की बातें सरगम क्या है ? पी के पायल बादल क्या है ? पी का आँचल पी की... Hindi · कविता 1 1 199 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 29 Apr 2022 · 1 min read तुम मुझे भुला दोगी शायद तुम मुझे भुला दोगी शायद पर मैं नहीं भूल पाउँगा। न तुम्हारी आँखे, जिनसे चाँद रोशनी लेता था। न तुम्हारी बातें, जो शक्कर से भी मीठी थी। न तुम्हारे दाए... Hindi · कविता 2 298 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Apr 2022 · 1 min read राजा और पपीहा हीरों से जड़े एक पिंजरे में जो था सोने से बना राजा ने डाल पपीहे को बोला एक गीत सुना। पपीहे के मुँह से आह के जैसी एक आवाज़ निकली... Hindi · कविता 2 2 325 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 18 Apr 2022 · 1 min read हिन्दोस्ताँ हमारा हमारे मुल्क़ की मिट्टी से आती ख़ुशबू है कहीं गंगा कहीं जमुना तो कहीं सरयू हैं। हमारा मुल्क़ तो त्योहारों का जादू हैं कहीं लोहड़ी कहीं पोला तो कहीं बिहू... Hindi · कविता 179 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 13 Mar 2022 · 1 min read हमेशा तुम्हारी भूली बिसरी यादें और यादों का एक तहख़ाना, तहख़ाने के कोने में उन यादों की एक अलमारी। अलमारी के दरवाज़े पे ग़म का एक मोटा ताला, और अलमारी के कोने... Hindi · कविता 179 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 26 Feb 2022 · 1 min read वो रातें वो ख़ूबसूरत रातें, वो बे-हद हसीन, काजल सी काली रातें, जिनमें चाँद सूरज सा चमकता है। वो उल्फ़त की रातें, जिनमें चमेली की खुशबू हवा में तैरती है। हाँ वहीं... Hindi · कविता 194 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Feb 2022 · 1 min read ख़्वाब काश ख़्वाबों को हैसियत पता होती देखनेवाले की न दिल टूटने की झंझट होती न अश्क़ बहने का मसअला। हर कोई अपनी औक़ात के दायरे में रहता तालाब में समंदर... Hindi · कविता 2 365 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 21 Feb 2022 · 1 min read अचानक तुम बदल गए हमें इस तरह छोड़कर तुम्हें जाना नहीं था पर यकायक वक़्त यूँ बदला अचानक तुम बदल गए। अधूरे ख़्वाब थे शायद जो तुमकों भारी लगते थे कुचलकर ख़्वाब पैरों से... Hindi · कविता 210 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Jan 2022 · 1 min read खिलौने सिर्फ़ और सिर्फ़ खिलौने उसके हर तरफ़ खिलौने ही खिलौने किताबें नहीं, बस खिलौने। वो स्कूल नहीं जाता था पढ़ाई-लिखाई नहीं करता था। वो गाड़ियों के पीछे दौड़ता था हँसते... Hindi · कविता 384 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 30 Dec 2021 · 1 min read सच सच , जिसका अर्थ हर किसी के लिए अलग होता है, किसी के लिए सच काला होता है किसी-किसी का सच काला होता है और किसी के लिए नीम सा... Hindi · कविता 385 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 11 Oct 2021 · 1 min read पगली प्रेम की वर्षा में क्या भीगी सौंप दिया तोहे तन मन बिरहन कमली जोगन पगली कहत है अब तो सब जन। तोहरे संग क्या प्रीत रचाई व्यथा में कटे है... Hindi · कविता 2 4 308 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 19 Sep 2021 · 1 min read मैं आम आदमी हूँ सड़क किनारे पे खड़ा हुआ मैं एक सवाल हूँ मैं मुल्क की आवाम का ख़ामोश सा ख़्याल हूँ मैं चुप रहूँ तो ठीक हूँ मैं कुछ कहूँ बवाल हूँ मलाल... Hindi · कविता 2 251 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 8 Sep 2021 · 1 min read अकेला पेड़ अकेला पेड़ कभी भी अकेला नहीं होता वो दिखने में तन्हां सा पेड़ तन्हां नहीं होता। गुज़रते मुसाफ़िरों को बारिश-धूप से बचाता है वो तन्हां पेड़ सदियों की कहानी सुनाता... Hindi · कविता 1 418 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 20 Aug 2021 · 1 min read कितना आज़ाद है वो शख़्स कितना आज़ाद है वो शख़्स जिसको लालच की ज़ंजीर ने कभी जकड़ा नहीं जिसका डर उसके भरोसों से बड़ा नहीं जो इस जहां में झूठ के संग हुआ खड़ा नहीं... Hindi · कविता 229 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 4 Aug 2021 · 1 min read बचपन इससे पहले की इस जहाँ का सच समझ जाए आओ बचपन की कहानी में कहीं खो जाए हमको फिर से वो चँदा लगने लगे मामा सा वो लोग थे जो... Hindi · कविता 732 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Jun 2021 · 1 min read जंग बारूद की महक अब भी हवा में बाकी थी दुश्मन के पास अब भी कई बम बाकी थे वो बस थोड़ी देर के लिए रुके हुए थे ऐसा भी नहीं... Hindi · कविता 245 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 18 Jun 2021 · 1 min read प्यारे फूल एक पल में मन को मोहित, करते हैं प्यारे फूल धरती के हर छोटे-बड़े को, लगते हैं प्यारे फूल। विविध रंगों से रंगें हुए हैं, रंग-बिरंगे प्यारे फूल कई तरह... Hindi · कविता · बाल कविता 1 2 302 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Jun 2021 · 1 min read पुष्प मैं रूप का वो कोष हूँ जो रिक्त नहीं होता शब्दों से मेरा सौंदर्य व्यक्त नहीं होता। वसुंधरा के मुखड़े की शोभा हूँ मैं बढ़ाती भ्रमर को मीठे रस का... Hindi · कविता 330 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 31 May 2021 · 1 min read आधे अधूरे सवाल ज़िन्दगी क्या है? कभी सोचा है तुमने? मैंने? हाँ, मैंने तो सोचा है। मुझे तो आधे-अधूरे सवालों की कहानी लगती है। एक उलझी हुई सी बे-हद अज़ीब कहानी जिसके हर... Hindi · कविता 1 346 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 6 May 2021 · 1 min read सपने सपने अधूरे सपने बोझ बनकर मेरे काँधों पर बैठे हैं ये वो सपने हैं जो मंज़िल तक न पहुँच सके या यूँ कहूँ कि मैं उन्हें पूरा न कर सका।... Hindi · कविता 2 2 541 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 5 May 2021 · 1 min read देश देश-एक बहुत ज़रूरी शब्द है एक ऐसा शब्द जिसके लिए दिल में इज़्ज़त होनी चाहिए कभी सोचा है कि देश क्या होता है तिरंगा, संविधान,अदालत, कानून, राष्ट्रगान आखिर क्या होता... Hindi · कविता 1 451 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 7 Apr 2021 · 1 min read मैं अख़बार नहीं पढ़ता हूँ मैं अख़बार नहीं पढ़ता हूँ इसलिए नहीं कि मुझे पढ़ना नहीं आता मगर इसलिए कि ताज़ा ख़बरों के नाम पर मैं बासी चीज़े नहीं पढ़ता हूँ मैं अख़बार नहीं पढ़ता... Hindi · कविता 3 4 422 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 1 Apr 2021 · 1 min read ग़रीब सूरज ख़रीदा जा सकता तो पैसेवाले ख़रीद लेते और अपने ही आकाश में उसे चमकने को कहते एक हिदायत के साथ कि फ़क़त अमीरों के आंगन में ही रोशनी करना... Hindi · कविता 2 298 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 6 Dec 2020 · 1 min read वो झोंका वो झोंका हवा का झट से आया मुझसे मिलने को और बेहद धीरे से मेरे कानों में फुसफुसाकर सुना दी जाड़े में जमी हुई रूहों की और भुलाये हुए दिलों... Hindi · कविता 2 2 571 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Oct 2020 · 1 min read धंधेवाली एक होटल का कमरा दो ख़रीदार और एक नंगा जिस्म जैसे लाश को गिद्ध नोचते हैं ख़रीदार उस जिस्म को नोचते हैं। होटल का वही कमरा एक बेजान सा थका... Hindi · कविता 3 1 684 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 17 Oct 2020 · 1 min read पत्रकार खुदकों ज़िन्दा मानने वाली कुछ लाशें ज़िंदा लोगों के शहर में हर रात बाहर निकलती है ये झूठ का ज़हर उगलती हैं। ये लाशें उँगलियाँ बहुत उठाती है चिल्लाती है... Hindi · कविता 4 4 358 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 11 Sep 2020 · 1 min read यूँ तो हज़ारों ख़याल थे यूँ तो हज़ारों ख़याल थे तुमको लेकर ग़म तो बस ये रह गया कि ख़याल ही बनकर दफ़्न रहे वो दिल में कहीं। हज़ारों सवाल थे पूछने तुमसे बस हिम्मत... Hindi · कविता 5 4 554 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 3 May 2020 · 1 min read शराबी जब पहला घूँट शराब का साथियों संग गटका जब पहली बार घर लौटने का रास्ता मैं भटका नशे का पहला बादल जब मेरे सर पे मंडराया और कड़वे से उस... Hindi · कविता 5 3 604 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Apr 2020 · 1 min read उड़ने दो उड़ने दो मुझको माँ उड़ने दो आसमाँ से ऊँची मेरी लंबी उड़ाने, पंखों पे मेरे वजन ना रखो भरने दो मुझको लंबी उड़ाने। जब मुझकों माँ डर लग जाए चिंता... Hindi · कविता · बाल कविता 3 2 456 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Apr 2020 · 1 min read वो लोग कहाँ खो गए मकानों का ऐसा जंगल बना लोग अपनों से बिछड़ गए वो लोग नजाने कहाँ खो गए जो जुगनुओं की रौशनी ढूँढा करते थे जो तितलियों के पंखों में रंग भरते... Hindi · कविता 2 2 374 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Apr 2020 · 1 min read यह बात कह गया था वो महान शहीद अमर यह बात कह गया था वो महान शहीद अमर है देश की स्वच्छता स्वाधीनता से भी बढ़कर। गंगा जी की डुबकियाँ किसे स्वर्ग ले जाती हैं स्वच्छता ही धरती को... Hindi · कविता 2 2 230 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 25 Apr 2020 · 1 min read उसके चले जाने से उसके चले जाने से कुछ ज़्यादा फ़र्क़ तो नहीं पड़ा ना मेरी रातों की तन्हाईयाँ बदली ना दिन का भीड़भाड़ बदला साँस भी उतनी ही लिया करता हूँ अब भी... Hindi · कविता 2 2 437 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Apr 2020 · 1 min read प्रिये क्षितिज के आगे चलने का यदि साहस है तो चलो प्रिये जीवन की तरह मेरा प्रेम कोई अस्थायी नहीं है खेल प्रिये। मन में तुम्हारें किसी त्रासदी का यदि भय... Hindi · कविता 5 6 473 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 24 Apr 2020 · 3 min read मेरे बचपन की कहानी मेरे बचपन के वक़्त तो मुर्गों की बांग नींद से जगाती थी कभी बाबा के तानें , तो कभी मम्मी का प्यार , बिस्तर छुड़वाती थी । सूरज के जगने... Hindi · कविता · बाल कविता 4 4 700 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Apr 2020 · 1 min read ये बता पाना मुमकिन नहीं होगा मुझे कितनी मुहब्बत है तुमसे ये बता पाना मुमकिन नहीं होगा क्यों है कैसे है कब से है ये सब भी बता पाना मुमकिन नहीं होगा। हाँ,मगर ये बता सकता... Hindi · कविता 2 2 213 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Apr 2020 · 1 min read जनमानस की भाषा हिन्दी जनमानस की भाषा हिन्दी मित्रता की परिभाषा हिन्दी अनेकता में एकता की मनमोहक अभिलाषा हिन्दी ।। गीत में हिन्दी गान में हिन्दी प्रगति के मैदान में हिन्दी अग्रसरता की गभस्ति... Hindi · कविता 2 2 645 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Apr 2020 · 2 min read मैं शक्तिशाली नारी हूँ समय की सीमा से परे जीवन गागर में भरे, अजेय अमर प्रशस्त हूँ स्वयं धरा समस्त हूँ। मैं सत्त्व का सार हूँ मैं सत्य का आधार हूँ, अडिग अनंत अचल... Hindi · कविता 3 517 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Apr 2020 · 1 min read हिन्दी - माँ भारती का अभिमान है सहज-सरल पर बड़ी अनोखी हिन्दी ऐसी भाषा है जनगण की प्रत्याशा है यह, भारतवर्ष की आशा है। कभी 'निराला' के शब्दों में कभी 'धूमिल' की क्रांति में लहर उठती हैं... Hindi · कविता 2 612 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 23 Apr 2020 · 1 min read वो घुंघराले बालों वाली लड़की वो घुंघराले बालों वाली लड़की जिसकी आँखें हल्की सी कत्थई थी, वो अल्हड़ सी लड़की जिसके लबों का रंग गुलाबी था, जो देर रात तक आसमाँ के तारे गिनती रहती... Hindi · कविता 2 427 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Apr 2020 · 1 min read चल रहा एक दंगा है लड़ मरेंगे आपस में सब, चल रहा एक दंगा है, बहेगा खूूून पानी की तरह , चल रहा एक दंगा है। न दोस्त यार, न आस पड़ोसी, किसीसे मोह रखना... Hindi · कविता 3 1 419 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Apr 2020 · 1 min read कोरोना (COVID-19) बड़ा मुश्किल है मगर वक़्त ये कट जाएगा ये डर का बादल भी जल्दी ही छट जाएगा। इस बीमारी से बचने के तरीके जानने होंगे जो भी नियम है सफ़ाई... Hindi · कविता 2 229 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 21 Apr 2020 · 1 min read मीरा के मन बसे कन्हैया मीरा के मन बसे कन्हैया बसे गोपाल के मन राधे, प्रेम अनूठा रोग है जिसमें पी बिन लागे सब आधे। कोई सुँदर तन देखे कोई धन के पीछे दौड़ लगाए,... Hindi · कविता 2 314 Share