Harikishan Mundhra Language: Hindi 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Harikishan Mundhra 28 Nov 2018 · 1 min read माँ कविता नहीं, महाकाब्य है माँ कविता नहीं, महाकाब्य है | प्रकृति-पुरुष को समझने के लिए - माँ शब्द ही प्रयाप्त है | जो ब्रह्मा-विष्णु-रूद्र को झुलाए, अष्टादश पुराण भी - जिसकी व्याख्या न कर... Hindi · कविता 4 6 474 Share Harikishan Mundhra 25 Nov 2018 · 2 min read विचारणीय यहाँ साहित्य गौण है, कविता पीछे छूट गयी, निर्झर लेखिनी रूठ गयी, कवि भिक्षुक बन आगे बढ़ गया, साहित्य के नाम पर देदो बाबा ! साहित्य पीडिआ तेरा भला करेगा... Hindi · कविता 5 2 450 Share Harikishan Mundhra 25 Nov 2018 · 2 min read ईश्वर की अनुपम सौगात है माँ ईश्वर की अनुपम सौगात है माँ, सृष्टि के कण-कण में व्याप्त है माँ | चाहो तो दिल चीर कर दिखा दूँ, हर स्पंदन में संव्याप्त है माँ | आँख है... Hindi · कविता 4 7 351 Share Harikishan Mundhra 25 Nov 2018 · 1 min read सदा मुझको रखना माँ ! अपने चरण में तुम्ही हो, तुम्हीं हो, यह जीवन तुम्हारा, तुम्हीं इसका कारण, अकारण तुम्हीं हो, तुम्हीं हर ख़ुशी हो नयन के निलय में, सदा मुझको रखना माँ ! अपने चरण में |... Hindi · कविता 6 10 684 Share Harikishan Mundhra 25 Nov 2018 · 1 min read बिलख रहा साहित्य साहित्यकारों, वोट-याचना, कायरता है मन की, बिलख रहा साहित्य, आत्मा सिसक रही रचना की | एक पंथ है स्वाभिमान तज, वोटो में रम जाओ, वोटो से भावों को समझो, पुरस्कार... Hindi · कविता 5 5 598 Share Harikishan Mundhra 23 Nov 2018 · 1 min read सत्य का संवाहक है साहित्यकार साहित्य साधना है, याचना नहीं | साहित्य साधना है, उस अनाम तक पहुँचने की | कल्पना के पंख लगाकर - अंनत ब्रह्माण्ड में विचरने की | सृजनकार के साथ एकाकार... Hindi · कविता 426 Share Harikishan Mundhra 21 Nov 2018 · 1 min read जीवन के हर पृष्ठ पर है माँ वोट की इस दौड़ में - कविता पीछे छूट गयी, छंद छूट गए, लयबद्धता टूट गई | साहित्य गौण हो गया, वोट की मार्केटिंग में - कवि मौन हो गया... Hindi · कविता 2 5 591 Share Harikishan Mundhra 5 Nov 2018 · 1 min read कैसे माँ पर लिख पाऊँ मैं शब्द कहाँ से लाऊँ, कैसे माँ पर लिख पाऊँ | माँ प्रकृति की अद्भुत घटना, ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना | माँ ईश्वर की अभिव्यक्ति है, माँ मेरी जीवनी-शक्ति है... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 50 1k Share