Dr fauzia Naseem shad Tag: ग़ज़ल 112 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़ कर पता नहीं कुछ भी। आप में आपका नहीं कुछ भी । कह भी सकता था अलविदा हमसे । उसने हमसे कहा नहीं कुछ भी । खुद को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 39 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read हमें क़िस्मत ने ज़िंदगी ने कहाँ सताया है, हमें क़िस्मत ने आज़माया है। याद रक्खा नहीं भुलाया है। दिल मेरा किस क़दर दुखाया है। लौट आओगे एक दिन तुम भी, दीप उम्मीद का... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 28 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read बिछड़कर मुझे बिछड़कर मुझे तुम मुद्दत हुई है। तुम्हें क्या ख़बर कैसी हालात हुई है। मुझे शायरी की जो चाहत हुई है। ज़माने को क्यूं इस पे हैरत हुई है। कहां तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 32 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read कुछ तो मेरी वफ़ा का चलना था साथ-साथ हमारे तुम्हें मगर, रस्ते में तन्हा छोड़ के अच्छा नहीं किया। कुछ तो मेरी वफाओं का रख लेते तुम भरम, हाथ अपने तुमने जोड़ के अच्छा नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 32 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल में एहसास दिल में एहसास भर नहीं पाये । तुमको छूकर गुज़र नहीं पाये । इतने नज़दीक तेरे आकर भी, हाय ! हम क्यों बिखर नहीं पाये। कैसी मजबूरियां थी किस्मत में,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 27 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read क्या कहें कितना प्यार करते हैं क्या कहें कितना प्यार करते हैं। जो भी है बे' शुमार करते हैं। दिल को बस बे'क़रार करते हैं, खवाह-मखाह इंतज़ार करते हैं। कैसे आये न एतबार हमें । जब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 28 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read तुमको खोकर ज़िंदगानी में ऐसा हाल न हो। तुमको खोकर मुझे मलाल न हो॥ मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे, दरमियां सोच का बवाल न हो। भीग जाएगा अश्को से दामन । मेरे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 28 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read अपने दिल से तेरे नज़दीक आ भी सकते हैं। अपने दिल से लगा भी सकते हैं। कोई परदा नहीं है तुझसे मेरा, अपनी नज़रे झुका भी सकते हैं। ज़िंदगी तुझसे है मेरे हमदम,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 27 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read मेरा दामन भी तार- तार रहा दिल पे कब मेरा इख़्तियार रहा । दिल हमेशा ही बे'क़रार रहा ।। शिद्तों में जो बे'शुमार रहा । मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। वो हमें भूल ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 24 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दर्द आंखों से अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिधलता है।॥ जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है। टूटता है यकीन खुद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 26 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read कुछ नमी अपने साथ लाता है कुछ नमी, अपने साथ लाता है। जब भी तेरा ख़्याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है। तेरा चेहरा नज़र को भाता है।। कुछ भी रहता नहीं है यादों... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 19 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल किसी से दुश्मनी इस तरह निबाहेगा । वो तेरी हाँ में हाँ मिलायेगा ॥ टूट जाएगा काँच की मानिंद । दिल किसी से अगर लगायेगा ।। हाय ये दूरियाँ है दिल वाली... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 23 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read फूल है और मेरा चेहरा है हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना । दिल में रख का अगर बसेरा है। छीन लेता है साथ अपनों का।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 20 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दर्द लफ़ज़ों में नैन अपने यूँ ही न खोये हैं। दर्द लफ़्ज़ों में लिख के रोये हैं।। जागी आँखें गवाही दे देंगी । नींद अपनी कभी न सोचे हैं।। दिल शिकस्ता नहीं हुआ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 17 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल नहीं ऐतबार मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है, ख़्वाब देखा जो मैने, झूठा है। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम , दिल नहीं, ऐतबार टूटा है। कुछ नहीं तुझ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 23 Share Dr fauzia Naseem shad 2 May 2024 · 1 min read दिल में भी दिल में भी, इत्मिनान रखेंगे, फ़ासला दरमियान रक्खेंगे । आप की सोच मुखत्लिफ़ हम से, हम भी इसका ध्यान रक्खेंगे । वार तुम पर तो कर नहीं सकते, ख़ाली अपनी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 21 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read कुछ तो बाक़ी ज़िन्दगी बे’जवाब रहने दो । मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो।। इतने ज़्यादा गुनाह नहीं अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 26 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read आपसा हम जो फूल से हम जो खिल नहीं पाये । तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 25 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read दिल का तुमसे सवाल हम ये कैसा मलाल कर बैठे, दिल का तुम से सवाल कर बैठे । प्यार करना हमें न आया मगर, इश्क में हम कमाल कर बैठे । खोये थे हम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 23 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read जीत कर तुमसे हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जीत कर तुमसे हार जायेंगे। ज़िन्दगी, मुस्कुरा के हम तेरा, क़र्ज़ सारा उतार जायेंगे। पेशरू दिक़्क़तें तभी होंगी, आप हद से जो पार जायेंगे।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 28 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read अभी ख़ुद से बाहर हक़ीक़त को दिल की वो लिखते कहाँ हैं। बिख़रना था उनको बिख़रते कहाँ हैं। समेटे हुए हैं वो ख़ुद में ही ख़ुद को, अभी ख़ुद से बाहर निकलते कहाँ हैं।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 23 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read जुदा नहीं होना आप हम से ख़फ़ा नहीं होना। चाहे कुछ हो जुदा नहीं होना। बद्दुआ देके तुम किसी को भी, अपने 'रब' का बुरा नहीं होना। तुम भी इंसा हो ये ख़्याल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 23 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read दर्द अपना ख़ुद को यूं ही निखार लेते हैं। दर्द अपना संवार लेते हैं। देख लेते हैं आईना जब भी, अपनी नज़रे उतार लेते हैं। बे’खुदी में शुमार मत करना, तुमको अक्सर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 4 25 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read आप में आपका आपको क्या पता नहीं कुछ भी। आप में आपका नहीं कुछ भी। कह भी सकता था अलविदा लेकिन, उसने मुझसे कहा नहीं कुछ भी। जिसकी मुझको तलाश है अब तक,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 31 Share Dr fauzia Naseem shad 1 May 2024 · 1 min read मलाल न था तुमको मेरा कभी ख़्याल न था। कैसे कह दूँ मुझे मलाल न था।। पढ़ के जिसको उलझ गये इतना। लफ़्ज़ सादा थे, कोई जाल न था।। जिसकी ख़ातिर, वार ते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 20 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read आपसा हम जो दिल फूल से हम जो खिल नहीं पाये । तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से । ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं... Hindi · ग़ज़ल 3 99 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी । आप में आपका नहीं कुछ भी ।। कह भी सकता था अलविदा हमसे। उसने हमसे कहा नहीं .कुछ भी ।। खुद को देखा... Hindi · ग़ज़ल 4 112 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read चलना था साथ चलना था साथ साथ हमारे तुम्हें मगर, रस्ते में तन्हा छोड़ के अच्छा नहीं किया। कुछ तो मेरी वफ़ाओं का रख लेते तुम भरम, हाथ अपने तुमने जोड़ के अच्छा... Hindi · ग़ज़ल 4 88 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Mar 2024 · 1 min read आप में आपका इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी । आप में आपका नहीं कुछ भी ।। कह भी सकता था अलविदा हमसे। उसने हमसे कहा नहीं कुछ भी ।। खुद को देखा... Hindi · ग़ज़ल 3 83 Share Dr fauzia Naseem shad 3 Feb 2024 · 1 min read दिल की हक़ीक़त दिल की हक़ीक़त लिखते कहां हैं। टूटे ना जब तक बिख़रते कहां हैं।। खुद को समेटे हैं खुद के ही अंदर। खुद से भी बाहर निकलते कहां हैं।। तुम्हें आईना... Hindi · ग़ज़ल 3 103 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Feb 2024 · 1 min read हर खुशी हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे। जीत कर तुमसे हार जायेंगे। ज़िन्दगी, मुस्कुरा के हम तेरा, क़र्ज़ सारा उतार जायेंगे। पेशरू दिक़्क़तें तभी होंगी, आप हद से जो पार जायेंगे।... Hindi · ग़ज़ल 4 73 Share Dr fauzia Naseem shad 27 Jan 2024 · 1 min read वक़्त को वक़्त मौत का ग़म न कुछ किया जाये। ज़िन्दगी का मज़ा लिया जाये। तू मुझे सोच मैं तुझे सोचूं, और सर दर्द क्यों लिया जाये। जिसको दिल में बसाये बैठे हैं,... Hindi · ग़ज़ल 6 76 Share Dr fauzia Naseem shad 16 Jan 2024 · 1 min read ज़िंदगी बेजवाब रहने दो ज़िन्दगी बे'जवाब रहने दो । मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो।। इतने ज़्यादा गुनाह नहीं अच्छे... Hindi · ग़ज़ल 3 77 Share Dr fauzia Naseem shad 20 Dec 2023 · 1 min read तुमको खोकर ज़िन्दगानी में ऐसा हाल न हो। तुमको खोकर मुझे मलाल न हो। मुख़्तलिफ़ लोग साथ रह लेंगे, दरमियां सोच का बवाल न हो। भीग जाएगा अश्कों से दामन, मेरे हाथों... Hindi · ग़ज़ल 3 181 Share Dr fauzia Naseem shad 8 Dec 2023 · 1 min read कुछ नमी अपने कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी रहता... Hindi · ग़ज़ल 8 280 Share Dr fauzia Naseem shad 21 Nov 2023 · 1 min read दर्द अपना संवार खुद को यूं ही निखार लेते हैं । दर्द अपना संवार लेते हैं ।। देख लेते हैं आईना जब भी । अपनी नज़रे उतार लेते हैं ।। बे'खुदी में शुमार... Hindi · ग़ज़ल 5 195 Share Dr fauzia Naseem shad 18 Nov 2023 · 1 min read जिंदगी का सवाल आया है। जिंदगी का सवाल आया है। मुझको मेरा ख़्याल आया है ।। झूठ ने सच को मार डाला है । वक़्त कैसा कमाल आया है ।। आईना जब भी सामने आया... Hindi · ग़ज़ल 4 271 Share Dr fauzia Naseem shad 11 Nov 2023 · 1 min read दिल नहीं मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख़्वाब देखा जो मैं ने झूटा है ।। यूँ ही तुम से ख़फ़ा नहीं हैं हम । दिल नहीं ए'तिबार टूटा है ।।... Hindi · ग़ज़ल 4 190 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Nov 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है । ख़्वाब देखा जो मैंने झूटा है ।। यूँ ही तुम से ख़फ़ा नहीं हैं हम । दिल नहीं एतिबार टूटा है ।।... Hindi · ग़ज़ल 3 229 Share Dr fauzia Naseem shad 7 Nov 2023 · 1 min read हमने माना अभी हम ने माना अभी अंधेरा है । पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मेल दिल में कोई नहीं रखना। दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन लेता है साथ... Hindi · ग़ज़ल 2 208 Share Dr fauzia Naseem shad 26 Sep 2023 · 1 min read ज़िंदगी को इस तरह ज़िन्दगी को इस तरह थोड़ा जी भी लिया करो । हंसने के साथ थोड़ा रो भी लिया करो |। हो जाये कोई बात तो दर-गुज़र किया करो । गुस्से के... Hindi · ग़ज़ल 8 238 Share Dr fauzia Naseem shad 15 Sep 2023 · 1 min read टूटे न जब तक दिल की हक़ीक़त लिखते कहां हैं। टूटे ना जब तक बिख़रते कहां हैं ।। खुद को समेटे हैं खुद के ही अंदर । खुद से भी बाहर निकलते कहां हैं।।... Hindi · ग़ज़ल 7 278 Share Dr fauzia Naseem shad 1 Sep 2023 · 1 min read लौट कर वक्त ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को, फिर नहीं आया ।। खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया ।।... Hindi · ग़ज़ल 7 226 Share Dr fauzia Naseem shad 2 Jun 2023 · 1 min read तेरा एहसास तेरा एहसास गर नहीं होता । दामन इतना भी तर नहीं होता।। तुम समझ लेते मेरी ख़ामोशी। कोई शिकवा भी फिर नहीं होता।। ख़ौफ खाते अगर गुनाहों से। मौत का... Hindi · ग़ज़ल 12 501 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read ज़िक्र तेरा लबों पर क्या आया (25) ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को फिर नहीं आया ॥ खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 591 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम मुझे दिल से (24) सुकूं पल-भर का भी न पाओगे। तुम मुझे दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम कभी एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। तुम करके प्यार... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 432 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरा दामन भी तार-तार रहा (23) शिद्तों में जो बेशुमार रहा। मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये एतबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 501 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम कहां तुम से (22) बस शिद्दत में शुमार करते हैं । हम कहां तुम से प्यार करते हैं ।। छीन लेते हैं चैन भी दिल का । लोग ऐसे दुलार करते हैं ।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 101 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read इतना तो अधिकार हो (21) जीवन का जीवन पर तेरे ये उपकार हो । केवल सफलता ही नहीं हार भी स्वीकार हो।। वाणी तेरी मीठी-मीठी उच्च तेरे विचार हो। मित्र बने शत्रु भी तेरे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 344 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read शांत सा जीवन (20) शांत सा जीवन जी कर देखो। हंस कर क्रोध को पी कर देखो।। रब को अपना करके देखो। उसकी इच्छा से जी कर देखो।। जीवन कितना शेष है इनमें... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 374 Share Page 1 Next