दीपक श्रीवास्तव Language: Hindi 47 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक श्रीवास्तव 4 Jul 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुम मुझे ईनाम दे दो, बेवफ़ा का नाम दे दो। हो गया बीमारे गम मैं, सबको ये पैगाम दे दो। इश्क़ का आगाज़ हूँ मैं, तुम उसे अंजाम दे दो।... Hindi 1 198 Share दीपक श्रीवास्तव 26 Sep 2021 · 1 min read ** मुक्तक ** ** मुक्तक ** जिन्दगी है चार दिन की मुस्कुराना सीखिये, कह गया कोई अगर कुछ तो भुलाना सीखिये। जिंदगी में प्यार हो तो जिंदगी आबाद है। प्यार के आगे हमेशा... Hindi · मुक्तक 1 629 Share दीपक श्रीवास्तव 29 Jul 2021 · 1 min read !!! भुला दिया तुमने !!! !!! मुक्तक/क़त'अ !!! 1212/1122/1212/22(112) मिरे वजूद को क्योंकर मिटा दिया तुमने, वफ़ा-ए-उम्र को पल में भुला दिया तुमने, अगर ख़ता थी मिरी कुछ तो तुम बता देते, मिरी वफ़ा का... Hindi · मुक्तक 2 693 Share दीपक श्रीवास्तव 24 Jul 2021 · 1 min read ** गुरु ** मेरे समस्त गुरुओं को शत-शत नमन.... बिन गुरु ज्ञान नहीं मिल पाये होते गुरु महान। सिद्ध नहीं हो पाता कोई किये बिना गुरु ध्यान।। दीपक "दीप" श्रीवास्तव महाराष्ट्र Hindi · शेर 3 352 Share दीपक श्रीवास्तव 22 Jul 2021 · 1 min read *** क़त'अ/मुक्तक *** 212/212/212/212 साथ में वो मेरे थे तो क्या बात थी। हर तरफ सिर्फ खुशियों की सौगात थी। पाँव मेरे जमीं पर पड़े ही नहीं। जिंदगी में मुहब्बत की बरसात थी।।... Hindi · मुक्तक 1 434 Share दीपक श्रीवास्तव 20 Jul 2021 · 1 min read **** सायली छंद **** ** सायली छंद ** विषय: "देश" देश की सेवा में चाहे प्राण ही देना पड़े। तो प्राण देकर देश की रक्षा हमें करनी पड़ेगी। देश पर जो मर मिटे करते... Hindi · कविता 2 2 454 Share दीपक श्रीवास्तव 1 Jul 2021 · 1 min read !!*** टहलती हैं रातें ***!! !! मुक्तक: टहलती हैं रातें !! 122/122/122/122 कोई लाख टाले न टलती हैं रातें, बदलती हैं करवट मचलती हैं रातें। अगर हमसफ़र ही दगाबाज निकले, तो छत पर अकेले टहलती... Hindi · मुक्तक 4 2 357 Share दीपक श्रीवास्तव 29 Jun 2021 · 1 min read !! आदमी का क्या भरोसा !! !!** ग़ज़ल **!! 2122/2122/2122/212 चार दिन की जिंदगी है, कब जुदा हो जायेगा, वो समझता है ज़माने का ख़ुदा हो जायेगा। जाने कब रुसवा करे वो दिल तुम्हारा तोड़ दे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 436 Share दीपक श्रीवास्तव 16 Jun 2021 · 1 min read !!** मुक्तक **!! मुक्तक ****** 122 122 122 122 मेरी याद दिल से मिटा ना सकोगे, मुहब्बत किसी से छुपा ना सकोगे। मुझे दिल से अपने अलग कर के देखो, वफ़ाएँ हमारी भुला... Hindi · मुक्तक 2 2 578 Share दीपक श्रीवास्तव 12 Jun 2021 · 1 min read !!** बलखाते बादल **!! !!** बलखाते बादल **!! काले बादल, भूरे बादल अम्बर में इतराते बादल, अपनी मस्ती में रहते हैं इधर-उधर मंडराते बादल।। कैसे-कैसे रूप बनाते कभी डराते कभी हंसाते आपस में जब... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 6 443 Share दीपक श्रीवास्तव 12 Jun 2021 · 1 min read !!** तू कभी बेजुबाँ नहीं होता **!! !!** तो कभी बेजुबाँ नहीं होता **!! 2122-1212-22 दर्द-ए-दिल अयाँ नहीं होता, चाह कर भी बयाँ नहीं होता ।। आग पहले कहीं लगी होगी, बेवज़ह ही धुआँ नहीं होता ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 424 Share दीपक श्रीवास्तव 9 Jun 2021 · 1 min read !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! !!** झूम कर बरसो धरा पर गर बरसना चाहती हो **!! 2122/ 2122/ 2122/ 2122 मेघ बनकर ऐ घटाओं तुम बरसना चाहती हो, आसमां से तुम धरा पर अब उतरना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 6 12 411 Share दीपक श्रीवास्तव 30 May 2021 · 1 min read वफ़ादार को आजमाना है मुश्किल..! " वफ़ादार को आजमाना है मुश्किल " *************************** 122/122/122/122 लगा दाग़ ऐसा मिटाना है मुश्किल, वफादार को आजमाना है मुश्किल । मुझे जिंदगी की समझ आ गयी है, किसी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 321 Share दीपक श्रीवास्तव 29 May 2021 · 1 min read !!** तुम तलवार दुधारी कर लो **!! तुम तलवार दुधारी कर लो ******************** अगर लक्ष्य है तुम्हें साधना तो अचूक तैयारी कर लो, छोड़ दो सारी दुनियादारी सिर्फ लक्ष्य से यारी कर लो। दुश्मन तो दुश्मन होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 639 Share दीपक श्रीवास्तव 29 May 2021 · 1 min read !! शेर !! !! शेर !! ** एक ** है दुनिया खूबसूरत देख लो दिल के झरोखे से, रहो बच कर कहीं कोई तुम्हें ठग ले ना धोखे से। ** दो ** अंधियारा... Hindi · शेर 4 4 454 Share दीपक श्रीवास्तव 28 May 2021 · 1 min read !!** खुद की ताकत **!! !!** खुद की ताकत **!! जब कभी जिंदगी एक चारदीवारी में सिमटने लगती है, तब कहीं से उम्मीद की एक स्वर्णिम किरण जगती है, दहशत का माहौल है बाहर वक्त... Hindi · मुक्तक 4 2 360 Share दीपक श्रीवास्तव 28 May 2021 · 1 min read !!** ग़मों से चूर **!! ग़मों से चूर ******** 1222/1222/1222/1222 नहीं दीदार है फिर भी मुझे वो याद आती है, न जाने कौन सी है बात जो मुझको सताती है, बदलती करवटों से पूछ लेता... Hindi · मुक्तक 4 6 565 Share दीपक श्रीवास्तव 27 May 2021 · 1 min read !!** मंज़र **!! मंज़र **** लहरों सी बुलन्दी हो तो अम्बर पास लगता है, नज़ारा खूबसूरत हो तो मंज़र खास लगता है, वक्त है अब क़ातिलाना हर तरफ कोहराम है, हैं सभी ग़मगीन... Hindi · मुक्तक 3 2 347 Share दीपक श्रीवास्तव 27 May 2021 · 1 min read !! यथार्थ !! !! पाँच दोहे !! **एक** हर कोई छलने लगा, किस पर करें यकीन, मनवा तो बोझिल हुआ, चैन गया अब छीन । **दो** कमजोरों की बात हो, रख लो उनका... Hindi · दोहा 3 4 375 Share दीपक श्रीवास्तव 26 May 2021 · 1 min read !! घनाक्षरी छंद !! घनाक्षरी छंद ********** सभी देशवासियों को, बुद्धि और विचार दे, एक साथ रहें सभी, आपस में प्यार दे। दुष्ट और पापी जो भी, घूमते समाज बीच, ऐसे दुष्ट पापियों की,... Hindi · घनाक्षरी 4 4 741 Share दीपक श्रीवास्तव 26 May 2021 · 1 min read !! रोला छंद !! रोला छंद ******* तकलीफों का दौर, आज है कल जाएगा सोच रहे हैं लोग, समय कब छल जाएगा हो दुख वाली बात, बात दुख पहुंचाएगी रख लो थोड़ा धैर्य, खुशी... Hindi · कविता 4 2 535 Share दीपक श्रीवास्तव 25 May 2021 · 1 min read !! कौन है ये शख़्स !! कौन है ये शख़्स ************* फूल से अल्फ़ाज़ हों मिसरी घुली हो बात में, खुश रहे हर शख़्स खुशियां बाँट दो सौगात में। फूल के रस की अहमियत पूछ लो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 367 Share दीपक श्रीवास्तव 24 May 2021 · 1 min read !! खोटे सिक्के चल जाते हैं !! !! खोटे सिक्के चल जाते हैं !! जब अपने ही छल जाते हैं, मन के भाव मचल जाते हैं। खतरे का अंदेशा पाकर, अक्सर लोग संभल जाते हैं। बिन मेहनत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 1k Share दीपक श्रीवास्तव 23 May 2021 · 1 min read !! जिंदगी !! !! जिंदगी !! 212/212/212/212 याद बीते दिनों की दिलाती रही, जिंदगी हर घड़ी आजमाती रही । दो घड़ी हम कभी साथ बैठे नहीं, जिंदगी दौड़ ऐसा कराती रही । मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 474 Share दीपक श्रीवास्तव 22 May 2021 · 1 min read !! रिश्ता !! !! रिश्ता !! है बेहतर ग़र कोई रिश्ता तो रिश्ते को संभालो तुम, जो हमदम रुठ भी जाये तो हमदम को मना लो तुम। ज़माने में बड़ी मुश्किल से दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 342 Share दीपक श्रीवास्तव 22 May 2021 · 1 min read !! माँ.......उधार माँगता हूँ !! "माँ" मेरी नज़र में दुनिया का सबसे सुंदर शब्द है, जिसके आह्वान मात्र से ही सारे दुःखों का नाश हो जाता है। आज जब कभी गली-मोहल्लों में किसी 'बचपन' को... Hindi · गीत 4 6 447 Share दीपक श्रीवास्तव 19 May 2021 · 1 min read !! नहीं होती !! ......नहीं होती *********** ज़माने में गरीबों की कोई कीमत नहीं होती, रईसी रुठ जाती है जहाँ खिदमत नहीं होती। कोई जर्रा नहीं पाता कोई बैठा बुलंदी पर, सभी की एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 433 Share दीपक श्रीवास्तव 17 May 2021 · 1 min read !! नारी की महिमा !! आँचल में दाग धरे भारी जीवन भर त्याग करे नारी मैं हाथ जोड़कर नमन करूँ नारी की महिमा है न्यारी। कवियों की कविताई हो तुम तुलसी की चौपाई हो खुसरो... Hindi · कविता 3 4 1k Share दीपक श्रीवास्तव 16 May 2021 · 1 min read !! जीवन !! !! जीवन !! जीवन है तो जीवन में लगी रहती परेशानी, परेशानी से घबरा कर कभी गमगीन मत होना, सुख औ दुख तो हैं बस एक ही सिक्के के दो... Hindi · कविता 3 4 679 Share दीपक श्रीवास्तव 16 May 2021 · 1 min read !! मालिक मेरे !! !! मालिक मेरे !! आ गया कैसा समय बेकार है मालिक मेरे, हर तरफ चीत्कार-हाहाकार है मालिक मेरे। सूनी गलियाँ सूनी सड़कें हर तरफ छाया अंधेरा, अब खुशनुमा माहौल की... Hindi · मुक्तक 3 2 581 Share दीपक श्रीवास्तव 15 May 2021 · 1 min read !! चलन और वक्त !! !! एक !! चलन जिंदगी का बदलना पड़ेगा, बाहर संभल कर निकलना पड़ेगा। मिजाज-ए-हवा अब बिगड़ने लगी है, चेहरे को ढक करके चलना पड़ेगा। !! दो !! वक्त बुरा है... Hindi · मुक्तक 2 2 495 Share दीपक श्रीवास्तव 14 May 2021 · 1 min read !! कुछ शेर !! कुछ शेर ******** !! एक !! जब तलक देने की आदत है तुम्हारे हाथ में, तब तलक ही ये ज़माना है तुम्हारे साथ में। !! दो !! ये तुम्हारी जिंदगी... Hindi · शेर 2 454 Share दीपक श्रीवास्तव 13 May 2021 · 1 min read !! आदत न जाएगी !! !! आदत न जाएगी !! **************** कितना भी सिंह वाले रंग में रंगे शृगाल, शृगाल में सिंह वाली ताक़त न आएगी। व्यंजन पे व्यंजन जो स्वान को खिलाओ तो भी,... Hindi · कविता 5 4 584 Share दीपक श्रीवास्तव 12 May 2021 · 1 min read क्या होगा......? क्या होगा......? ************ रुकी न गर महामारी तो फिर अंजाम क्या होगा, हैं जो गर्भ में उनका न जानें राम क्या होगा। बड़ी मुश्किल घड़ी है मुफलिसी का दौर आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 572 Share दीपक श्रीवास्तव 11 May 2021 · 1 min read .....रहने दो विधाता-छंद ********** कहीं डंस ले न तनहाई किसी को पास रहने दो, रहे जो साथ में हरदम उसे तो खास रहने दो। अगर बढ़ने लगे दूरी दिलों के दरमियां प्यारे,... Hindi · कविता 6 6 650 Share दीपक श्रीवास्तव 9 May 2021 · 1 min read प्रेम प्रेम *** दो दिलों की धड़कनों का एक होना प्रेम है, सच्ची चाहत का सदा एहसास ही तो प्रेम है। प्रेम ही तो आदमी को आदमी से जोड़ता है, वरना... Hindi · कविता 4 685 Share दीपक श्रीवास्तव 9 May 2021 · 1 min read जन की दशा.... जन की दशा...... ************** जन की दशा बिगड़ रही, हाल हुआ बेहाल कब कोरोना जाएगा, बना हुआ है काल बना हुआ है काल, नयन से आंसू बरसे साँस रही है... Hindi · कुण्डलिया 2 369 Share दीपक श्रीवास्तव 7 May 2021 · 1 min read प्रभु तुमको कुछ करना होगा आज समूचा देश कोरोनारूपी दैत्य के आतंक का शिकार होता जा रहा है...हर तरफ लोग भय के वातावरण में जीने को मजबूर हैं... ऐसे में जनमानस के दुखों को दूर... Hindi · गीत 3 4 393 Share दीपक श्रीवास्तव 7 May 2021 · 1 min read जिंदगी हर रात........ महामारी के इस भयानक दौर में जिंदगी का मौत के संग जंग जारी है.....इसी संदर्भ में प्रस्तुत है एक ग़ज़ल- जिंदगी हर रात..... ************** जिंदगी हर रात क्यों जगने लगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 422 Share दीपक श्रीवास्तव 7 May 2021 · 1 min read 'कोरोना'- एक दैत्य आज समूचा विश्व संक्रमण के दौर से गुजर रहा है, हर तरफ जिंदगी की मौत से लड़ाई चल रही..महामारी के मद्देनजर प्रस्तुत है - एक ग़ज़ल: 'कोरोना' - एक दैत्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 7 559 Share दीपक श्रीवास्तव 5 May 2021 · 1 min read सुनो ऐ मुरारी..... संकट के दिन हैं विपदा है भारी कहाँ हो कहाँ हो सुनो ऐ मुरारी। मुँह ढक के निकलें ये कैसी हवा है यह मर्ज कैसा न जिसकी दवा है तुम्ही... Hindi · गीत 3 6 537 Share दीपक श्रीवास्तव 5 May 2021 · 1 min read मुक्तक या खुदा सबपे तेरी रहमत हो, हर तरफ प्यार हो मोहब्बत हो। हर कोई खुश रहे जमाने में, हर किसी की बुलन्द किस्मत हो। दीपक "दीप" श्रीवास्तव 5 मई 2021 Hindi · मुक्तक 4 362 Share दीपक श्रीवास्तव 5 May 2021 · 1 min read "बेटी" भूख, गरीबी, दर्द सभी कुछ सह लेती है, घर के हर हालात में 'बेटी' रह लेती है। दीपक "दीप" श्रीवास्तव 5 मई 2021 Hindi · शेर 3 434 Share दीपक श्रीवास्तव 4 May 2021 · 1 min read ख़िलखिलाते रहो... खिलखिलाते रहो मुस्कुराते रहो, साथ में प्यार के गीत गाते रहो। तुमको दौलत मिले खूब शोहरत मिले, तुम सितारों सा अब जगमगाते रहो। बेवफ़ाई अगर उनकी फितरत में हो, तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 475 Share दीपक श्रीवास्तव 1 May 2021 · 1 min read मजदूर कड़ी धूप में दिन भर पसीना बहाता है, तब जाकर दो जून की रोटी कमाता है, कमजोर, लाचार, गरीब और मजबूर है। इसीलिए तो आज वो बंदा मज़दूर है। बड़े-बड़े... Hindi · कविता 6 6 659 Share दीपक श्रीवास्तव 30 Apr 2021 · 2 min read मेरा गाँव मेरी हर धड़कन मेरी साँसों में बसता है, मेरा गाँव मेरा गाँव मेरे दिल में रहता है। झरने अपनी मौज में बहते सुर संगीत सजाते हैं, अठखेली करते फूलों संग... Hindi · गीत 3 6 620 Share दीपक श्रीवास्तव 29 Apr 2021 · 1 min read प्रियतम कोई राह बता दे मुझको कैसे मैं प्रियतम को पाऊँ, चाँद उतारूँ धरती पर मैं या अम्बर से तारे लाऊँ। प्रियतम मेरे आसपास हों हरपल उनका साथ रहे , फूलों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 503 Share