Buddha Prakash Tag: हाइकु 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 29 Jun 2023 · 1 min read मिट्टी के घर मिट्टी के घर, छोटे कच्चे बनते प्रेम से, परिवार होता इसमें। ना मंजिल ऊपर, ना बँटकर अलग कोई रहता, संतोष से जीते। दुख और सुख, एक ही छप्पर तले निभाते,... Hindi · हाइकु 1 250 Share Buddha Prakash 26 Jun 2023 · 1 min read झरना का संघर्ष झरना बहता गिरता, ऊँचाई से नहीं है डरता, पत्थरों से टकराता। झर-झर गाती, संघर्षो के गीत जग में, प्रेणना देती हरदम। स्वच्छ और निर्मल, धारा ना रुकती निरंतर बहती, आकर्षित... Hindi · हाइकु 2 1 563 Share Buddha Prakash 26 Jun 2023 · 1 min read जीवन पुष्प की बगिया ये जीवन बगिया, रंग बिरंगे फूलों से खिला, सुंदर होता प्रतीत। मन लुभाये सुंदरता, बिखेरे खुशुबू जग मे प्रसन्नता, पुष्प की शालीनता। छोटी सी जिंदगी, खिलना और मुरझाना जग में,... Hindi · हाइकु 1 447 Share Buddha Prakash 22 Oct 2022 · 1 min read शरद ऋतु का आगमन भीनी-भीनी खुशबू लेकर आई, ठंडक दस्तक दे गई दरवाजे खिड़की में, एहसासों से मदहोशी जगा गई। मध्य रात्रि सैया में आकर, ठंडी सांसो से बदन को छू गई, शरद ऋतु... Hindi · हाइकु 2 309 Share Buddha Prakash 16 Mar 2022 · 1 min read जग का राजा सूर्य उठो सुंदर जग के प्यारे, भोर का राजा ताज सजाए नजर आए, आसमान से देख-देख मुस्कुराए । लालिमा लिए चमकती आभा देख, किरणों से रंग-बिरंगे संसार को सजाए, धीरे-धीरे जग... Hindi · हाइकु 2 818 Share Buddha Prakash 6 Oct 2021 · 1 min read ओस की बूंँदे ! ओस की बूंँदे , मोतियों-सी सजती, नभ से गिरी । गगन अश्रु , कोहरे में रो पड़ी, दर्द-सी भरी । भाव विभोर , धुन्ध की छटा घोर, नैना घूरती ।... Hindi · हाइकु 3 519 Share Buddha Prakash 4 Oct 2021 · 1 min read बेटी स्वतन्त्र कली नाजुक कली, धूप में हँसी खिली, घर में जन्मी । फूल की कली, पली बढ़ी है बेटी, जग में खिली । माली की खुशी, परवरिश वही, भेद न करें ।... Hindi · हाइकु 4 638 Share Buddha Prakash 5 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक को प्रणाम शिक्षक दिवस आया, शिक्षा का महत्व जिसने बताया, शिक्षक है कहलाया । देते शिक्षा अनमोल, जीवन का अर्थ समझाते हैं, व्यक्तित्व निखारते हैं । शिक्षक राष्ट्र निर्माता, विद्यार्थी जीवन का... Hindi · हाइकु 9 2 547 Share Buddha Prakash 30 Jun 2021 · 1 min read ग्रीष्म काल में पेड़ पेड़ की छांँव, तपती धूप में देती है, चैन ,सुकून ,आराम । पथिक राह में, ठंडक लेता पेड़ के नीचे, मुस्कुराता ठहर जाता। पशु-पक्षी ठहरते, जून की भीषण गर्मी में,... Hindi · हाइकु 3 319 Share Buddha Prakash 7 Jun 2021 · 1 min read नन्हीं चिड़ियाँ चिड़ियाँ चूँ- चूँ करती, सुबह-सुबह नभ में विचरती, रंग-बिरंगी दिखती । दाना खाना ढूंँढती, चोंच में भर घर लाती, बच्चों को खिलाती । मधुर-मधुर गाती, खिड़की पर दस्तक दे जाती,... Hindi · हाइकु 6 2 373 Share Buddha Prakash 30 May 2021 · 1 min read दुःख का एहसास दर्द बड़ा है, गम भी है ढेर सारे, अफसोस नहीं करना ।......(१) मातम भी है , परिस्थितियों में बहुत है लड़ना, संघर्ष है करना।.........(२) दुःख आया है, अपनों से दूर... Hindi · हाइकु 3 298 Share