Anamika Singh Tag: कविता 177 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anamika Singh 18 Sep 2022 · 1 min read बदल गया मेरा मासूम दिल आज हम अपने बचपन वाले, जिन्दगी से मिलने चले थे। ढूँढ रहे थे बचपन वाले मासूम सा दिल को, लेकिन आज मेरे जिदंगी के आईने वे दिख नही रहे थे।... Hindi · कविता 5 6 280 Share Anamika Singh 17 Sep 2022 · 1 min read तजुर्बा उम्र की तजुर्बे से सीखकर, खुद को समय के साथ ढालने लगी हूँ। अब कोई ज्यादा प्यार दिखाता है, तो खुद को सम्भालने लगी हूँ। नफरत से अब डर नही... Hindi · कविता · मुक्तक 8 6 428 Share Anamika Singh 13 Sep 2022 · 1 min read ठोकरों ने समझाया जिदंगी की ठोकरों ने हमें यह समझाया, देख अनामिका इतनी जल्दी, नही करते है हर किसी पर विश्वास। जैसे तुम दिल खोलकर , कर लेती हो हर किसी से बात।... Hindi · कविता · मुक्तक 8 10 398 Share Anamika Singh 12 Sep 2022 · 1 min read आज तन्हा है हर कोई जुबाँ की बात सब हैं सुनते, मन की बात न सुनता कोई । हाल तो सब पूछते हैं मगर, खबर यहाँ नही लेता कोई । सब चेहरे पढने की दावा... Hindi · कविता 9 15 366 Share Anamika Singh 12 Sep 2022 · 1 min read दर्द दर्द जिन्दगी का वह बेरहम जल्लाद है जो अपने आगे बच्चे, बुर्जग ,नौजवान औरत या आदमी किसी को नही छोड़ता है। हर कोई यहाँ दर्द का मारा हुआ है कोई... Hindi · कविता 8 7 295 Share Anamika Singh 5 Sep 2022 · 1 min read मेरे गुरू मेरा अभिमान ज्ञान रूपी धन देकर जिसने , हमें विद्वान बनाया। अज्ञानता को दूर कर जिसने, हमारे जीवन ज्ञान की ज्योत जलाया। अन्धकार भरे हमारे जीवन में जिसने प्रकाश फैलाया। दुनिया के... Hindi · कविता 6 8 301 Share Anamika Singh 16 Aug 2022 · 2 min read बिटिया होती है कोहिनूर बिटिया होती है कोहिनूर। जिस घर मे आती है बेटिया भर जाती है वहाँ नूर। बिटिया होती है, ईश्वर का सबसे सुरीली सुर। बिटिया होती है कोहिनूर। बेटिया नही होती... Hindi · कविता 8 8 953 Share Anamika Singh 14 Aug 2022 · 1 min read यह मत भूलों हमने कैसे आजादी पाई है यह मत भूलो तुम सब बच्चों, हमने कैसे यह आजादी पाई है? कितने कष्ट और पीड़ा के बाद हमें यह शुभ घड़ी मिल पाई है। इस आजादी के लिए तुम... Hindi · कविता 5 6 363 Share Anamika Singh 11 Aug 2022 · 1 min read आया रक्षाबंधन का त्योहार सावन आया,संग मे लाया भाई-बहन का पावन त्योहार। रक्षाबंधन के नाम से जाने इसे सारा जग संसार। रंग-बिरंगी,फूल और पत्तियों से मौसम सज गया है आज। आसमान भी सज गया... Hindi · कविता 8 8 506 Share Anamika Singh 3 Aug 2022 · 1 min read फौजी बनना कहाँ आसान है फौजी बनना कहाँ आसान है। इसके लिए सबकुछ कुर्बान करना पड़ता है। वतन के लिए दुशमन से लड़ना पड़ता है जरूरत पड़े तो वतन के लिए जान निछावर करना पड़ता... Hindi · कविता 6 16 863 Share Anamika Singh 3 Aug 2022 · 1 min read सावन का मौसम आया सावन का मौसम आया चारों तरफ छाई है हरियाली। पत्ते-पत्ते सब झूम रहे है झूम रही है डाली-डाली। फूलों की छटा देखो लगती है मन को हरने वाली। सोंधी-सोंधी खुशबू... Hindi · कविता 4 4 360 Share Anamika Singh 1 Aug 2022 · 1 min read हमारी चेतना इंसान के अंदर अगर सबसे बड़ी कोई ताकतवर चीज है वह है हमारी चेतना। यह आपके शरीर और मन दोनो पर राज करता है। हमारी चेतना के आधार पर ही... Hindi · कविता 3 2 513 Share Anamika Singh 30 Jul 2022 · 2 min read मैने देखा है मैने देखा है आसमान को टूटकर जमीं पर गिरते हुए। बड़े -बड़े घरो मै पत्थर के बीच मे आँसु को दबते हुए। लगता है दूर से कितना आलीशान रहा होगा... Hindi · कविता 5 12 343 Share Anamika Singh 28 Jul 2022 · 2 min read कुछ यादें जीवन के जिन्दगी मे आए मेरे कितने सुखों के पल जिन्दगी मे आए मेरे कितने दुखों के पल। बीते हुए उन पलों को कैसे मैं याद करूँ। आए जो जीवन मे सुख-दुख... Hindi · कविता 4 6 717 Share Anamika Singh 27 Jul 2022 · 1 min read धैर्य रखना सीखों ऐ मेरे बच्चें सुन लो एक पते की बात आज तुम्हें बताती हूँ। खुद को बनाना है काबिल तो, पहले धैर्य रखना तुम सीखो। जिन्दगी मे धैर्य का होना अति... Hindi · कविता 3 2 433 Share Anamika Singh 27 Jul 2022 · 1 min read जिन्दगी एक दरिया है जिन्दगी एक दरिया है जिसे बहते हुए जाना है। कभी इसमे आते है गमों से भरे हुए पल और कभी आते खुशियों के पल। कभी आँखे सुन्दर सा ख्वाब सजाता... Hindi · कविता 4 6 423 Share Anamika Singh 21 Jul 2022 · 1 min read मेरा परिवार तुम सब से जुड़ा है ख्वाब मेरा , तुम सब से जुड़ी है सपने सारे। तुम सब हो मेरे जीवन की राहें, तुम सब ही हो मंजिल मेरा। तुम सब... Hindi · कविता 6 2 493 Share Anamika Singh 19 Jul 2022 · 1 min read बेटी को लेकर सोच बदल रहा है समाज में बेटी को लेकर अब सोच बदल रहा है। अब मिल रहा है बेटी को भी परिवार मे पुरा- पुरा सम्मान है। अब बेटी को भी मिल रहा है,... Hindi · कविता 2 320 Share Anamika Singh 19 Jul 2022 · 1 min read हे ईश्वर क्या मांगू हे ईश्वर क्या मांगू मै तुमसे जब सब कुछ तो तेरा ही है। सारा ब्रह्माण्ड छिपा है तुममें फिर यह तुच्छ चीज क्या है। इस शरीर के लिए क्या मांगू... Hindi · कविता 4 2 560 Share Anamika Singh 19 Jul 2022 · 1 min read वक्त बदलता रहता है ऐ जिन्दगी तु क्यों रोता है। आज जो बुरा वक्त आया है वह कल टल जाएगा। यह वक्त कहा एक जगह पर टिक कर रह पाता है। यह तो मौसम... Hindi · कविता 3 2 453 Share Anamika Singh 16 Jul 2022 · 1 min read सरहद पर रहने वाले जवान के पत्नी का पत्र रुत आया है सावन का और मौसम है सुहाना ऐसे मे तुझे ढूँढ रहा है दिल मेरा यह दिवाना। तुझे मे याद आऊँ न आऊँ पर यह दिल तुम्हे रोज... Hindi · कविता · गीत 3 5 626 Share Anamika Singh 16 Jul 2022 · 1 min read सुरत और सिरत अपने को चिता पर जलते देख एक इंसान ने पुछा जिन्दगी से ऐ जिन्दगी तुमने हमें मुर्ख क्यो बनाया जिसको जलना था एक दिन उसको सजाने मै ताउम्र क्यो लगवाया... Hindi · कविता · मुक्तक 2 2 251 Share Anamika Singh 14 Jul 2022 · 1 min read जिन्दगी का सबक सबक जिन्दगी ने हमें खूब है सिखाया पग- पग पर हमें सताया पल-पल हमें रुलाया हँसने चली थी मै अपनो के साथ मिलकर यह वहाँ भी पहुँचकर अपनो से लड़वाया... Hindi · कविता · मुक्तक 2 2 327 Share Anamika Singh 12 Jul 2022 · 1 min read जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। जिस तरह से हो रहा है देश मे जनसंख्या का विस्फोट ऐसे मे इस धरती पर कैसे बचगें लोग। चारो तरफ सिर्फ दिखेंगे लोग ही लोग। भूखमरी की हालत होगी... Hindi · कविता 2 5 287 Share Anamika Singh 11 Jul 2022 · 1 min read अब मै भी जीने लगी हूँ आजकल हकीकत के साथ जीने लगी हूँ। जिन्दगी को थोड़ा अच्छे से समझने लगी हूँ। अब हर किसी के बातो मे नही आती आँखो की गहराई को पढ़ने लगी हूँ।... Hindi · कविता 2 282 Share Anamika Singh 10 Jul 2022 · 1 min read उम्मीद नही छोड़ते है ये बच्चे सड़क पर चलते हुए तेज रफ्तार गाड़ियों के बीच दौड़ते - भागते रहते हैं सड़क के किनारे रहने वाले ये बच्चें। जो गाड़ियों के रफ्तार के साथ अपना कदम मिलाते... Hindi · कविता 6 5 320 Share Anamika Singh 9 Jul 2022 · 1 min read संस्कार जगाएँ चलो एकबार फिर से बच्चों मे संस्कार जगाएँ। मजहब धर्म से ऊपर उठकर फिर से रिश्तों को सजाएँ।। हो गए है जो दूर हमसे उन्हें करीब फिर हम लाएँ। कर... Hindi · कविता 5 8 356 Share Anamika Singh 6 Jul 2022 · 1 min read अपना राह तुम खुद बनाओ ये मेरे बच्चे सुन लो यह जीवन बड़ा कठिन है। अब तक थे तुम माँ-बाप के छाँव मे, अब कड़ी धूप में तुम निकलो। अपना पंख पसारो तुम और अपना... Hindi · कविता 2 2 383 Share Anamika Singh 5 Jul 2022 · 1 min read देश के नौजवानों देश के मेरे नौजवानों सुन लो मेरी बात , दुश्मन छुपा हुआ है घर मे लगाकर अपना घात। चाह रहा है आपस में लड़वाना हमारी एकता में मतभेद लाना। तरह-तरह... Hindi · कविता 8 8 364 Share Anamika Singh 4 Jul 2022 · 1 min read समय और मेहनत सोचो न जिन्दगी से तुम्हे क्या मिला है सोचना ही है तो सोचो जिन्दगी से तुम्हे आगे क्या लेना है जो बीत गई उस पर सोचने से तुम्हे क्या लाभ... Hindi · कविता 3 2 299 Share Anamika Singh 3 Jul 2022 · 1 min read चाँद और चाँदनी का मिलन चाँद ने जब पहना चाँदनी रंग का परिधान कितने दिलो को घायल कर दिया। दिखाकर चाँदनी से अपना यह खूबसूरत सा मिलन कितने दिलो मे आग लगा दिया। धरती पर... Hindi · कविता 4 4 291 Share Anamika Singh 2 Jul 2022 · 1 min read दुनिया की फ़ितरत यह दुनिया भी अजीब है कभी भीड़ मे भी मुझे तन्हा कर देती है और कभी तनहाई मे भी अपने होने का एहसास कराती है कभी घाव देकर दिल पर... Hindi · कविता 2 4 263 Share Anamika Singh 1 Jul 2022 · 1 min read मेरी आँखे बोझ मेरे सपनो का मेरी आँखो से भी सहा न गया थक गई वह बेचारी भी मेरे सपनो को बुनते-बुनते आखिर टूट गया एक दिन उसका भी सब्र का बाँध... Hindi · कविता 3 2 355 Share Anamika Singh 1 Jul 2022 · 1 min read मेरा जीवन नए दिन ,नए सवेरे के साथ मेरे जीवन का एक नया पन्ना खुल गया कौड़ा था जो जीवन मेरा वह उलझ कर रह गया कैसे सुलझाऊँ जीवन के, इस मनहूस... Hindi · कविता 3 278 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read आज मानवता दम तोड़ रहीं हैं आज मानवता एक बार फिर शर्मसार हो गई है। इंसान को इंसान होने पर प्रश्न लग गई है। इंसान की इंसानित आज कहाँ खो गई है ! लगता है जैसे... Hindi · कविता 3 4 123 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read मजदूर हाथ हो गया अब मेरा पत्थर का चट्टान को भी झटके से तोड़ दू। अंगार से अब डर नहीं लगता मिलाकर आँखे अंगार का भी मुख मोड़ दूँ। कुदरत ने... Hindi · कविता 4 208 Share Anamika Singh 30 Jun 2022 · 1 min read जीवन उर्जा ईश्वर का वरदान है। जीवन उर्जा जो दिया है ईश्वर ने इसे अच्छे कार्यो मे खर्च करो। अपनों के संग जीवन मे तुम खुशियों के हर रंग भरो। ह्रदय मे जो अंहकार भरा है... Hindi · कविता 3 4 264 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read जिन्दगी से क्या मिला जिन्दगी मे, मै हुआ कितना लहूलुहान यह मत देखो तुम यारो देखना है तो यह देखो अपनों ने कितने तीर मुझ पर है साधे। गिन सको तो गिन लो इतना... Hindi · कविता 2 2 259 Share Anamika Singh 29 Jun 2022 · 1 min read ईश्वर का खेल ईश्वर का खेल भी निराला है पहले जीवन देना और फिर जीवन लेना बिछाकर धरती पर अपनी शंतरज का विषाद हम सब इंसान और जीव-जंतु को बनाकर अपना मोहरा ईश्वर... Hindi · कविता 2 369 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read कशमकश चलो एक पहल करते है महिलाओं को उनकी कशमकश की जिन्दगी से बाहर निकालते है बहुत जी लिए उन्होंने इस अधर मे अब इस अधर से बाहर निकालते है। आज... Hindi · कविता 8 15 380 Share Anamika Singh 28 Jun 2022 · 1 min read रिश्तो में मिठास भरते है। जिन्दगी मे कई ऐसे मुकाम आएँ जब हमने रिश्तो को और रिश्तो ने हमें है अजमाएँ । चलो एक बार अजमाने का दौर खत्म करते है। फिर से रिश्तो मे... Hindi · कविता 6 6 294 Share Anamika Singh 25 Jun 2022 · 1 min read चोट चोट का लगना भी जीवन में जरूरी होता है कौन अपना है ,कौन पराया इस बात का एहसास यह चोट ही हमें कराता है। किसने मरहम लगाया चोट पर किसने... Hindi · कविता 7 10 316 Share Anamika Singh 25 Jun 2022 · 1 min read दिया मेरे अँधेरे जीवन में एक छोटी सी दिये का बड़ा ही साथ रहा जहाँ सुरज और चाँद का भी साथ न मिला मुझे वहाँ यह दिया हर कदम पर मेरा... Hindi · कविता 5 2 621 Share Anamika Singh 25 Jun 2022 · 1 min read भरोसा नहीं रहा। अब मुझे किसी पर भरोसा नहीं रहा जिस महफिल का मैं सुरज और चाँद हुआ करता था आज उस महफिल में मेरे लिए जगह नही रहा। जिस महफिल में कभी... Hindi · कविता 3 3 374 Share Anamika Singh 24 Jun 2022 · 2 min read मौसम बदल रहा है धीरे- धीरे कर इस जहाँ का मौसम बदलने लगा है वातावरण में शुद्धता की जगह प्रदुषण ने ले लिया है। पिछले कुछ दशको की बात हम करे तो मौसम में... Hindi · कविता 4 2 271 Share Anamika Singh 23 Jun 2022 · 1 min read मायका एक बेटी के कदम जैसे ही मायके के दरवाजे पर पड़ते है मारे खुशी के उसके पैर थिरकने लगते हैं मायके के दहलीज आते ही मन खुशी से झूमने लगते... Hindi · कविता 5 4 1k Share Anamika Singh 23 Jun 2022 · 2 min read माँ तुम सबसे खूबसूरत हो तुम्हें क्या पता माँ तुम कितनी खूबसूरत हो रम्भा, उर्वशी ,मेनका, होगी स्वर्ग लोक की अप्सराएँ। पर तुम मेरी नज़र से देखो माँ तुम इस जन्नत की सबसे सुन्दर नूर... Hindi · कविता 4 8 774 Share Anamika Singh 22 Jun 2022 · 1 min read हिम्मत न हारों आज भले ही जिन्दगी तुमसे रूठ गयी है पर हिम्मत नहीं तुम हारो है काँटो से भरा सफर तो क्या हुआ चलना मत तुम छोड़ो आज साहस कर चल -... Hindi · कविता 4 4 489 Share Anamika Singh 20 Jun 2022 · 1 min read उम्मीद पर है जिन्दगी उम्मीद पर ही जिन्दगी हर पल टिका है सुख और दुख जीवन के दो पहिए है इसी पर पूरा जीवन चला है, यह खुशी और गम के इन किस्तों में... Hindi · कविता 2 4 300 Share Anamika Singh 20 Jun 2022 · 2 min read मुझे धोखेबाज न बनाना। हर दिन मैं अपनें लोगो से ही धोखा खा रही हूँ कल तक मुझे अभिमान था अपनी बुद्धि पर आज उसी ज्ञान पर पछता रही हूँ सीख न पाई धोखा... Hindi · कविता 4 6 262 Share Page 1 Next