कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 130 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 10 Nov 2023 · 1 min read आचार्य अभिनव दुबे आज का काव्य बेदर्दी की रचना बेदर्दी के एक अनछिपे दोस्त श्री अभिनव दुबे ज्योतिषाचार्य एस्ट्रोसेज एप्प के महारथी, --------------/-¥¥¥¥¥¥¥___________ महान व्यक्तित्व नाम अभिनव, ज्योतिष शास्त्र के महारथी अभिनव, उच्च... 1 96 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Sep 2023 · 1 min read Tarot Preeti T Astrosage session हँसता हुआ चेहरा प्रीति जी आपका शान बढ़ाता है ,मगर हँसकर किया हुआ कार्य प्रीति जी आपकी पहचान बढ़ाता है, 78 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 13 Sep 2023 · 1 min read शायरी मै तो अनजाना हूँ तेरा दीवाना हूँ, पाकर के खो दिया मै तो दीवाना हूँ, सांसे चलती मेरी मै तो जिन्दा नही, लोग कहते मै तो जिन्दा लाश हूँ, जग... 152 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 13 Sep 2023 · 1 min read शैर आज भी याद है हमें तबाही का मंजर, आज के दिन वक्त ने मारा था ख़ंजर, सीने से मेरे दिल काट कर ले गया, हमको विरह वेदना में छोड़ गया,... 61 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 13 Sep 2023 · 1 min read कलियुग की गोपी राधे तेरी कलियुग की गोपियाँ कलियुगी हो गयी, दही माखन मिश्री छोड़ गुटका वाली हो गयी, बात बात में करती हैं झगड़ा वो झगड़ालू हो गयी, तंगी हो जीवन से... 96 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 13 Sep 2023 · 1 min read आओ प्रीतम मन के इस मयूरा पर प्रियतम प्रेम की धुन जगाये हम आओ फिर कुछ गाये, इस धरा को फिर से सजाये हम मन में आज तरंग नई , जैसे फिर... 71 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read शाश्वत-नश्वर बेदर्दी एक शाश्वत सत्य है। बाकी सब नश्वर असत्य है, बेदर्दी सत्य को तुम सब जितना जल्दी स्वीकार कर लो, उतने ही तुम सुखी, शांत और संयमित रहेंगे। धरती पर... Hindi · लेख 514 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read यही मुहब्बत हमने भी किया था, हरपल उसके नाम जिया था, दिल टूटा मरहम न मिला कही, बेदर्दी बन दर्द में ठहरा हूँ यही, Hindi · कविता 453 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read ले जाऊंगा अपनी तन्हाई का असर छोड़ जाऊँगा, तू खुश रह तेरा हर गम ले जाऊँगा, दर्द सहने की आदत है बेदर्दी को, तेरे नस नस का दर्द समेट ले जाऊँगा Hindi · मुक्तक 373 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read सच कलियुग में पुरूष को औरत से नही वासना से प्यार है अपनी वासना पूर्ति के लिए औरत के जिस्म को पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है... Hindi · दोहा 505 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read वक्त वक्त में सिलवटे नही वक्त थम सा गया था, टूटे दिल के टुकड़ों को देख रुक सा गया था, बेबसी तेरी हमे वापस तेरे पास खींच लायी, चाहत छुपी थी... Hindi · कविता 285 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read याद आ रही है याद याद याद तेरी याद आ रही है, याद याद याद तेरी याद आ रही है, यादों को तेरे कैसे दिल से निकालू, यादों में खोया हूँ तेरे कैसे मैं... Hindi · गीत 521 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 2 min read अलविदा विदाई की बेला निकट आ रही है, हृदय की विकलता बढ़ी जा रही है, तुमसे दूर जाने का वक्त आ गया है, न चाहते हुए दिल मजबूर हो गया है,... Hindi · गीत 594 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read सच्चाई बुरा वक्त जब आता है चारो तरफ से आती है निराशा, गैरों की क्या करे बात अपनो से भी टूट जाती है आशा, जिन्दगी में अब होगा न मोहब्बत तेरी... Hindi · दोहा 346 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 3 min read आज का सच सच कहूं दोस्तो पुरुषों के साथ तो भगवान भी अन्याय किये हैं, जब हम महिला पुरुषों पर कविता लिखने को सोचते है तो हमको लगता हैं कि भगवान पुरुषों के... Hindi · लेख 435 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read खिली थी उसकी तिरछी नजर जब मेरे नजर से मिली थी, नजरे मिलते ही उसके होंठ मुस्कराए, वो गुलाब सी खिली थी, Hindi · कविता 221 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read प्यार करे एक सनम से प्यार करे एक सनम से वफ़ा करे, दिल देवे एक सनम को दिल मे रख प्यार करे, झूठी हो चुकी ऐ बाते एक सनम पे प्यार लुटाऐ,... Hindi · मुक्तक 254 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read अपनी शरण मे ले लो माँ मुझे अपनी शरण मे ले लो माँ, ममता के आँचल में ले लो माँ माँ अम्बे तू दया का सागर, तेरी कृपा से भर गया गागर, मुझे अपनी शरण मे... Hindi · गीत 283 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read अपनी शरण मे ले लो माँ मुझे अपनी शरण मे ले लो माँ, ममता के आँचल में ले लो माँ माँ अम्बे तू दया का सागर, तेरी कृपा से भर गया गागर, मुझे अपनी शरण मे... Hindi · गीत 252 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read शेर 1 दिल टूट जाये तो याद करना, दिल टूटे लोगो का सहारा हूँ मैं, 2 दिलवालो का सहारा सब देते है, दिल टूटने वालो का सहारा मैं हूँ, 3 दुनिया... Hindi · कविता 200 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 25 Jan 2019 · 1 min read शेर मेरी तबाही में वो भी शामिल थे जिनपे हमको नाज था, पीठ में ख़ंजर जो भोके मेरे उनमें अपनो का ही हाथ था, Hindi · कविता 232 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Jan 2019 · 1 min read शेर मेरी मासूमियत ने हमको तन्हा किया बेवफा में कहाँ दम था, इश्क़ किया ऐसी लड़की से जिसे मोहब्बत की बाते पता न था, Hindi · कविता 240 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Jan 2019 · 4 min read एहसास एक एहसास जो भूला नही सकता, मित्रों मेरा एक दोस्त शिवाजी नगर पुणे का है अतुल नादे उसकी शादी हो गया था एक माह पूर्व उस समय मैं था नही... Hindi · लेख 370 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Jan 2019 · 1 min read शेर कफ़न में लिपटा जिस्म पर दिल धड़कता रहा, कब्र में दफन था मुर्दा पर दिल तड़पता रहा, कवि बेदर्दी Hindi · कविता 249 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Jan 2019 · 1 min read शेर झूठी निकली तेरी मोहब्बत झूठे सारे वादे, बेवफाई करने का मोहब्बत में पहले से थे इरादे, Hindi · दोहा 177 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 24 Jan 2019 · 1 min read बताये किसे सनम हम से रूठ के गयी दिल का हाल बताये किसे, दिल के फूल में महक नही, खुश्बू न आई बताये किसे, वो इश्क की बाजी जीते हुए, मैं जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 236 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read देश प्रेम भारतभूमि से बढ़कर और कोई बात नही, भारती माँ का सेवक हूँ मेरी कोई जात नही, हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई कहकर नही लड़ाना, मेरा धर्म मानवता है मानव धर्म भूलूंगा... Hindi · मुक्तक 1 243 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read सपने बचपन बीता यौवन आया, प्रेम ने अपना गीत गाया, खोजा ढूढा बहुत प्रेम को, जब नही मिला तो उदास निराश कौन होगा मेरा प्रेम कहाँ मिलेगा हमारा अपना प्रेम तब... Hindi · कविता 221 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read मातृ प्रेम मातृ प्रेम, तुझे धान्य जगत में, माँ शाश्वत है नश्वर सब जग में, मातृ प्रेम सत्य जगत में मिथ्या है जग का प्रेम, अक्षय अनश्वर माँ जग में, धरती पे... Hindi · कविता 458 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read नया साल जा रहा है पुराना साल इक नया साल आ गया, साल तो बदल गये पर हम नही बदल सकते, आ गया नया साल चारों तरफ खुशियां नया साल मनाने को,... Hindi · लेख 237 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read जुदाई का गम तेरे प्यार का असर दिल मे हुआ सनम, तेरी जुदाई का गम मिला मुझको सनम, तेरे प्यार में करते थे हम शिकायत, शिकायतों में तेरी चाहत छुपी थी सनम, करके... Hindi · गीत 420 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read प्यार देख के तेरा प्यार, दिल हुआ बेकरार, टूटे दिल से करता तेरे प्यार का इकरार मुझको है तुझपे एतबार तुम्ही हो जिंदगी संसार, तोहफे तो मिले बहुत मगर, यह तोहफा... Hindi · कविता 264 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read दीदी जग से न्यारी सबसे प्यारी, यह दीदी माँ है हमारी, नये वर्ष की शुभकामना, दीदी की ढेर सारा मंगलकामना, जब जब चिन्ता के बादल ने घेरा, तब तब पुरवइया बन... Hindi · कविता 422 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read हास्य मुझको लगता हैं अब समय आ गया है ढंके की चोट पर ऐलान करने का ? ✔️ ✔️ ✔️ ✔️ ✔️ ✔️ ✔️ ✔️ कि कि कि ✝️ ✝️ ✝️... Hindi · कविता 222 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read चली गयी दर्द के सागर में तू मुझको छोड़ गयी, बेरहमी बनके तू दिल मेरा तोड़ गयी, तेरे हंसने से हम भी हंस लेते थे सनम, सच कहता हूँ सनम तू तन्हा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 308 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read मौत तू मेरी रूह में समायी, तू मेरे लिए थी आयी, तू देखी थी जब मुझे ऐसा लगा, तुझे रब ने बनाया, सिर्फ मेरे लिए, तुझे पाके सनम, मैने खुद को... Hindi · गीत 230 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read प्यार को वफ़ा झुलस गया बवफाई के आंच में, दे न सकी वो बेवफा प्यार में बोतल कांच की, कहती हैं तुम मेरे हो सनम सारे जहाँ में, शीशे की बोतल दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 372 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read रात हो हर किसी की ख्वाहिश होती है उसके पास अपार धन दौलत सच्चा प्यार हो, बेदर्दी की ख्वाहिश सबसे अलग मैं चाहूँ गम तन्हाई और अंधेरी रात हो, Hindi · लेख 287 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read जिंदगी में दर्द ही दर्द क्यो आया मेरी जिंदगी में, रब बता क्या कमी थी तेरी बन्दगी में, सुबह शाम तेरे दर पे मत्था टेका था, फिर भी दर्द भरा बेदर्दी के... Hindi · मुक्तक 454 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read माँ सच है यारों जबसे माँ से जुदा हुआ, मुस्कराना भूल गया, बन बैठा गम का खुदा, खुद से ही दूर हुआ, Hindi · लेख 446 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read देता है कौंन कौन ईर्ष्या और नफरत करता है बेदर्दी से, बेदर्दी तो सबका दर्द ले खुशियों ही देता है। Hindi · लेख 202 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read राज है सबके दिलों पर एक मेरा ही राज है, सबके दर्द को ले लूं बेदर्दी मेरा नाम है, Hindi · दोहा 222 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read हास्य बेदर्दी है लवगुरु रोमियों, बेदर्दी संग सब झूमियों, आ जावो सब जुलियों, Hindi · कविता 248 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read अपने गम में जिन्दगी बदला सनम, मैं न बदला तेरी कसम, सच्चा मैने प्यार किया, तूने हमको दर्द दिया, समझी न तू प्यार मेरा, झूठा था ऐतबार तेरा, अब न कोई शिकवा है,... Hindi · कविता 237 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read क्या लिखूँ मैं बेदर्दी क्या लिखूँ, गम लिखूं प्यार लिखूँ, टूटे दिल के दर्द लिखूँ अपनो के जज्बात लिखूँ, प्रेम सगाई की बात लिखूँ, या दर्द भरी वो रात लिखूँ, महबूबा की... Hindi · गीत 486 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read दुखदायी मोहब्बत का सफर बड़ा दुखदायी, छाले पड़े न पाव में फिर भी रूलायीं, Hindi · दोहा 248 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read कैसे भूला दूँ मैं प्यार किसी और से कैसे कर लूँ, उसके यादों को मैं कैसे भूला दूँ, माना दूर है वो इंतजार करूँगा, आएंगी वो विश्वास हमे है उसपे, मैं कैसे थाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 200 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read तन्हा अकेला मैं तन्हा था जिन्दगी में तन्हा ही रहूँगा, दर्द सहता था गमो में मैं सहता रहूँगा, तेरे आने तेरे जाने से न फर्क पड़ा कुछ, मैं कल अकेला था हमेशा... Hindi · मुक्तक 197 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read मादक सी मस्ती जब जब याद करूँ मैं तुझको, आंखे मेरी भर जाती हैं, मेरे मन के आंगन में तेरी, तस्वीर नजर आती हैं, प्यार से जब जब देखा था तुझको, शर्मा के... Hindi · कविता 416 Share कवि कृष्णा बेदर्दी 💔 14 Jan 2019 · 1 min read मजबूर चला प्यार की दुनिया से होके मजबूर चला, तेरे शहर से सनम दूर बहोत दूर चला, जा रहा हूँ मैं सनम तुमसे इतनी दूर, लौट के वापस न आये तेरे शहर... Hindi · कविता 357 Share Page 1 Next