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25 Jan 2019 · 1 min read

शेर

मेरी तबाही में वो भी शामिल थे जिनपे हमको नाज था,
पीठ में ख़ंजर जो भोके मेरे उनमें अपनो का ही हाथ था,

Language: Hindi
234 Views
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