Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2019 · 1 min read

देश प्रेम

भारतभूमि से बढ़कर और कोई बात नही,
भारती माँ का सेवक हूँ मेरी कोई जात नही,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई कहकर नही लड़ाना,
मेरा धर्म मानवता है मानव धर्म भूलूंगा नही,

Language: Hindi
1 Comment · 244 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"क्या लिखूं क्या लिखूं"
Yogendra Chaturwedi
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तीन दशक पहले
तीन दशक पहले
*Author प्रणय प्रभात*
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
नारी तेरे रूप अनेक
नारी तेरे रूप अनेक
विजय कुमार अग्रवाल
जिंदगी कि सच्चाई
जिंदगी कि सच्चाई
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-345💐
💐प्रेम कौतुक-345💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चल विजय पथ
चल विजय पथ
Satish Srijan
संत हृदय से मिले हो कभी
संत हृदय से मिले हो कभी
Damini Narayan Singh
2410.पूर्णिका
2410.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
पूर्वार्थ
प्रेम जब निर्मल होता है,
प्रेम जब निर्मल होता है,
हिमांशु Kulshrestha
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
Sarfaraz Ahmed Aasee
!! घड़ी समर की !!
!! घड़ी समर की !!
Chunnu Lal Gupta
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
इंद्रधनुषी प्रेम
इंद्रधनुषी प्रेम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जल से सीखें
जल से सीखें
Saraswati Bajpai
किसी के अंतर्मन की वो आग बुझाने निकला है
किसी के अंतर्मन की वो आग बुझाने निकला है
कवि दीपक बवेजा
World Hypertension Day
World Hypertension Day
Tushar Jagawat
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
शूद्र व्यवस्था, वैदिक धर्म की
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
★बादल★
★बादल★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
चौकड़िया छंद / ईसुरी छंद , विधान उदाहरण सहित , व छंद से सृजित विधाएं
चौकड़िया छंद / ईसुरी छंद , विधान उदाहरण सहित , व छंद से सृजित विधाएं
Subhash Singhai
जहां हिमालय पर्वत है
जहां हिमालय पर्वत है
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
*दया*
*दया*
Dushyant Kumar
संतुलित रहें सदा जज्बात
संतुलित रहें सदा जज्बात
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
प्रेम साधना श्रेष्ठ है,
Arvind trivedi
*खाई दावत राजसी, किस्मों की भरमार【हास्य कुंडलिया】*
*खाई दावत राजसी, किस्मों की भरमार【हास्य कुंडलिया】*
Ravi Prakash
Loading...