Santosh Shrivastava Language: Hindi 724 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Santosh Shrivastava 9 Sep 2019 · 1 min read मैं शिकार हो गया (हास्य व्यंग्य ) बड़े जब कदम जवानी की तरफ हुंकार यूं उठने लगी मिल जाए कोई हसीना कट जाए जिन्दगी आराम से निकल पड़े शिकार करने हम फेंके जाल बहुत फ॔स गयी मछली... Hindi · कविता 365 Share Santosh Shrivastava 8 Sep 2019 · 1 min read एक विचार यह भी "लघु लेख" भगवान् नहीं कहते मुझे दूध मिठाई पैसे सोना चाँदी चढाओ यह हमारी श्रद्धा भावनाएं हैं भोले नाथ को दूध से अभिषेक मत करो दूध बरवाद होता है मिठाई कौन खाते... Hindi · लेख 492 Share Santosh Shrivastava 7 Sep 2019 · 1 min read सेवा माता पिता की है सबसे बड़ा तीर्थ सेवा माता पिता की जन्मदाता है माँ भाग्य-विधाता है पिता करें जितनी भी सेवा उनकी बाकी सब है तिनका समान ऐसे बच्चे है कलंक जो छोड़... Hindi · कविता 572 Share Santosh Shrivastava 7 Sep 2019 · 1 min read नवोदित लेखक (लघु लेख) जब कोई लेखक अपनी रचना पाठकों के पठन हेतु परोसता है तब वह सिर्फ पढने और तारीफ करने के लिए नही होती है वास्तव में उसकी समीक्षा होती है हर... Hindi · लेख 1 1 371 Share Santosh Shrivastava 6 Sep 2019 · 1 min read जीवन की डोर - जीवन के सूत्र सायली लेखन 1 होती डोरी कमजोर जीवन नैया की टूटे कब अनजान 2 बांधा रक्षा सूत्र है प्यारा बंधन भाई बहन रक्षाबंधन स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · मुक्तक 1 206 Share Santosh Shrivastava 5 Sep 2019 · 1 min read शिक्षक हैं भाग्य-विधाता है माता जन्मदाता पिता बनाए कर्म प्रधान शिक्षक है भाग्य-विधाता है शिक्षक की महिमा अपार देते पढाई के साथ साथ अपनत्व और प्यार हर संकट परेशानी से ऊबारे बन दोस्त... Hindi · कविता 401 Share Santosh Shrivastava 5 Sep 2019 · 1 min read मौत - बैचैन नहीं हम हम हँसते रहे मौत को चिढ़ाते रहे वो डराती रही हम खिलखिलाते रहे डरते हैं जो तुझसे वही तो डरेंगे हमें क्या हम हैं मस्तमौला जब कहो कांधे चढेंगे फ़ासला... Hindi · कविता 194 Share Santosh Shrivastava 4 Sep 2019 · 1 min read नारी तेरे रूप अनेक है माँ तुम्हें नमन हो तुम जगत जननी जग पालनी संकट हरण बन जातीं तुम दुर्गा काली करतीं दुष्टों का संहार मिलेगी नहीं गोद मिलेगा नहीं आँचल बिना माँ के... Hindi · कविता 220 Share Santosh Shrivastava 4 Sep 2019 · 2 min read गरीब-अमीर " माँ , देखो आज मेरे साथ कौन आया है ? " चहकते हुए सरिता ने कहा "कौन आया है बेटी , बड़ी खुश दिख रही है ।" सरिता की... Hindi · कहानी 356 Share Santosh Shrivastava 4 Sep 2019 · 1 min read जीवन क्षणभंगुर जीवन क्षणभंगुर है तारीफ़ तभी इन्सान की बात कहे वो संक्षिप्त लेकिन हो वो सारगर्भित है जीवन क्षणभंगुर लघु और अनिश्चित जितना समय बीते परमार्थ में बस उतना ही है... Hindi · कविता 512 Share Santosh Shrivastava 3 Sep 2019 · 1 min read सच्चाई जीवन की है मुश्किल जीवन का सफ़र कटु और कड़वा साथ साथ चले जो सच्चाई से जीवन में उसका ही है बैड़ा पार आती राह में बाधाएं अनेक होते अनुभव कड़वे अनेक... Hindi · कविता 470 Share Santosh Shrivastava 2 Sep 2019 · 1 min read जय गणपति करूँ विनती जोड़ हाथ न छोड़े कभी गणपति साथ है मंगल मूर्ति जग पालनहार नहीं बिसराऊँ पहनाऊॅ मुतियन हार लड्डू मोदक लगाऊँ भोग दूर हो जाऐ सब रोग संताप है... Hindi · कविता 349 Share Santosh Shrivastava 31 Aug 2019 · 2 min read शिक्षा-वरदान आज गाँव के स्कूल को रंग बिरंगे तौरण से खूब सजाया जा रहा था । जिला शिक्षा अधिकारी मुनियां स्कूल में आ रहीं थी। स्कूल में आते ही मुनियां की... Hindi · लघु कथा 354 Share Santosh Shrivastava 29 Aug 2019 · 1 min read पहुँचेगे मंजिल तक है कठिन जीवन यात्रा दुर्गम पथ बीहड़ जंगल पर्वत और नदी नाले हो दृढ़ विश्वास मन में हो सच्ची लगन और मेहनत पहुँचेगे मंजिल अपनी स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · कविता 335 Share Santosh Shrivastava 27 Aug 2019 · 1 min read सामना पत्नी से छंदमुक्त हास्य कविता चार सौ बीस है ये शौध विषय का बना कैसे शब्द चार सौ बीस है खेल ये मजेदार पैसों का कर पत्नी हेराफेरी करे चार सौ बीसी... Hindi · कविता 457 Share Santosh Shrivastava 27 Aug 2019 · 1 min read सामना पत्नी से छंदमुक्त हास्य कविता चार सौ बीस है ये शौध विषय का बना कैसे शब्द चार सौ बीस है खेल ये मजेदार पैसों का कर पत्नी हेराफेरी करे चार सौ बीसी... Hindi · कविता 403 Share Santosh Shrivastava 27 Aug 2019 · 1 min read हौसले हो बुलंद नहीं होती सफलता में बाधक कोई लाचारी लांघ सकते है दिव्यांग भी पर्वत सब चाहिए हिम्मत- हौसला भविष्य बनते हैं माता पिता बच्चों का हो चाहे कोई मजबूरी लड़ता है... Hindi · कविता 560 Share Santosh Shrivastava 24 Aug 2019 · 1 min read जोड़ो कान्हा स॔ग प्रीत है जीवन क्षणभंगुर कर लो कान्हा से प्रीत तर जायेगा जीवन ये प्रीत बिन जीवन है अधूरा देती है प्रीत माता की शीतल छाया धागा स्नेह सा बहनिया का देता... Hindi · कविता 306 Share Santosh Shrivastava 23 Aug 2019 · 1 min read जल प्रबंधन- एक जरूरत हर बरसात में देश के अधिकांश इलाकों चाहे वह शहर या ग्रामीण हो, की सड़कें या तो दरिया बन जाती हैं या कीचड़ और कीचड से भरे गड्ढों में तब्दील... Hindi · लेख 1 1 214 Share Santosh Shrivastava 23 Aug 2019 · 1 min read जल प्रबंधन- एक जरूरत हर बरसात में देश के अधिकांश इलाकों चाहे वह शहर या ग्रामीण हो, की सड़कें या तो दरिया बन जाती हैं या कीचड़ और कीचड से भरे गड्ढों में तब्दील... Hindi · लेख 197 Share Santosh Shrivastava 22 Aug 2019 · 1 min read सच्चाई जिन्दगी की जिंदगी में *कभी मिलन की आशा,* *कभी बिछडने की निराशा,* *कभी जन्म की खुशी ,* *कभी मौत सा गम,* *कभी कुछ खोकर फिर कुछ पाने की आशा,* दोस्तों *सब यही... Hindi · मुक्तक 1 563 Share Santosh Shrivastava 22 Aug 2019 · 1 min read हार फूलो के बन जाते हैं हमसफ़र दो अज़नबी जब डालते हैं हार गले में होता मान देव का जब पहनाते हैं हार गले में फूलों की देते इज्जत माता पिता को जब... Hindi · कविता 438 Share Santosh Shrivastava 21 Aug 2019 · 1 min read फैलाओ सुगंध जीवन में बनो तुम चंदन से फैले जब सुगंध सब ओर हो जाएँ दीवाने सब जीवन में लगे जो चंदन माथे पर शीतल हो जाएँ तन मन लगे जब चंदन देव को... Hindi · कविता 204 Share Santosh Shrivastava 20 Aug 2019 · 1 min read विडम्बना एक काला युग लेटा है तीरों की शैया पर भीष्म इस उम्मीद में आ कर डालेगा दो बूँद जल कोई थके-मांदे है सैनिक अनेक कोई कर रहा आर्तनाद अपने अपनों... Hindi · कविता 472 Share Santosh Shrivastava 20 Aug 2019 · 1 min read कहाँ से कहाँ आ गये हम कहाँ से कहाँ आ गये हम जवानी से बुढापे की दहलीज तलक आ गये कहाँ से कहाँ आ गये थे पहले गेंद मुलायम आज फुटबॉल हो गये पैरों की ढोकर... Hindi · कविता 1 386 Share Santosh Shrivastava 20 Aug 2019 · 1 min read अधूरी है जिन्दगी अपनों की यादोँ सेे भरी है* *जिंदगी* *सुख और दुःख कि पहेली है* *जिंदगी* *कभी अकेले बैठ कर* *विचार कर तो देखो* *मौत के बगैर अधूरी है जिंदगी✍?* स्वलिखित लेखक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share Santosh Shrivastava 17 Aug 2019 · 1 min read मृत्यु अटल है सत्य अटल है कर्म अटल है ईश् अटल है अंतरिक्ष अटल है ब्रहमाण अटल है सृष्टि अटल है पृथ्वी अटल है जल अटल है वायु अटल है अग्नि अटल है... Hindi · कविता 1 310 Share Santosh Shrivastava 16 Aug 2019 · 1 min read बदनाम जिन्दगी बहुत ढूंढा उसे वो मिल न सकी , वक्त बेवक्त दिखती रही, वो कभी इस कंधे पर तो कभी उस कंधे पर, वो बस जिन्दगी यूँ ही बदनाम होती रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 500 Share Santosh Shrivastava 16 Aug 2019 · 1 min read बदनाम जिन्दगी बहुत ढूंढा उसे वो मिल न सकी , वक्त बेवक्त दिखती रही, वो कभी इस कंधे पर तो कभी उस कंधे पर, वो बस जिन्दगी यूँ ही बदनाम होती रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 365 Share Santosh Shrivastava 15 Aug 2019 · 1 min read हम रोक न सके लव हिलते रहे बात हो न सकी अश्क गिरते रहे वो समेट न सके बस यहीं होती है खत्म कहानी जिन्दगी की , वो जाते रहे हम रोक न सके... Hindi · मुक्तक 555 Share Santosh Shrivastava 15 Aug 2019 · 1 min read स्वतंत्र भारत पिरामिड 1 है देश स्वतंत्र भाग्यशाली भारतवासी गर्व लोकतंत्र रहे यह अमर 2 है हम स्वतंत्र रखें मान लोकतंत्र का जागरूक सब अब दुश्मन पस्त स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · कविता 396 Share Santosh Shrivastava 13 Aug 2019 · 1 min read चुनरी तेरे रूप अनेक जो लहराई चुनरी गगन में गूंजे जय माता दी के जयकारे जो ढांका माँ ने चुनरी से ममतामयी गोद है वो ओढ़ी चुनरी बेटी ने दुल्हन बन चली ससुराल वो... Hindi · कविता 481 Share Santosh Shrivastava 12 Aug 2019 · 1 min read अब भी सुधर जा इन्सान बनता है मानव अनजान बहुत भोला है उसका ज्ञान बाढ़ जल प्रलय से होता है परेशान प्रकृति को करता है बदनाम रोक दिये है बहाव के सब रस्ते अब बहते... Hindi · कविता 457 Share Santosh Shrivastava 12 Aug 2019 · 1 min read हुआ कश्मीर स्वतंत्र है भारत अखंड न झुका है न झुकेगा खत्म की कश्मीर से धारा 370 एक देश है एक ध्वज होगा है एक से विचार सब के कश्मीर से कन्याकुमारी तक... Hindi · कविता 172 Share Santosh Shrivastava 10 Aug 2019 · 1 min read वो पराई हो गयी ज़माने में यादें वो बेवक्त दे गयी बीच मझधार में छोड़ वो पराई हो गयी कहाँ तलक सहें उनकी बेबफाईयाँ पास हो कर वो गुमनाम हैं स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share Santosh Shrivastava 10 Aug 2019 · 1 min read पंछी सी भरो उड़ान देखते नहीँ पंछी ऊँचाई वह तो भरते है खुल कर उड़ान एक परिवार सा होता है उनके लिए ज़मीं औ आसमां रख कर हौंसला लगन और मेहनत का भरते उडान... Hindi · कविता 405 Share Santosh Shrivastava 9 Aug 2019 · 1 min read सजता जीवन लगती अच्छी सज्जा सब को घर आँगन और देश समाज सजे झूले सावन झूमें फैली हरियाली चहुंओर लगे सजावट से घर सुन्दर रहे खुश पूरा परिवार सज्जा झांकियों की मचे... Hindi · कविता 1 432 Share Santosh Shrivastava 9 Aug 2019 · 1 min read स्वागत बरखा 1 बरसा पानी हुई धरती तृप्त है हरियाली 2 घर आंगन फैलती हरियाली स्वागत वर्षा 3 सावन झूले झूमती हरीतिमा मंगल गीत स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · हाइकु 2 305 Share Santosh Shrivastava 8 Aug 2019 · 1 min read नाते बने प्रेम के हाइकु विधा 1 नहीं हो नाते स्वार्थ मतलब के रिश्ते हो सच्चे 2 पत्नी से नाता लड़ना झगड़ना है मोहब्बत 3 देश से नाता सैनिक हैं तत्पर जय भारत 4... Hindi · हाइकु 224 Share Santosh Shrivastava 8 Aug 2019 · 1 min read जीवन में नाते रिश्ते रखो आपस में प्रेम , अपनापन रहेंगे ज़िन्दा नाते रिश्ते रह नहीं जाता कुछ जब टूट जाता है नाता आत्मा का देह से जोड़ो नाता ईश से वही है पालनहार... Hindi · कविता 226 Share Santosh Shrivastava 7 Aug 2019 · 1 min read नमन तुम्हें सूर्य देवता भयो भौर चहके पंछी फैली सुनहरी किरणें भानु की नम: भानु नया दिवस नया संदेशा ले कर आया भास्कर नम: भास्कराय झूम उठी प्रकृति-प्रेम से फैला उजियारा चहुंओर करने आराधना... Hindi · कविता 155 Share Santosh Shrivastava 7 Aug 2019 · 1 min read पिता को नमन (विधा सायली) 1 गलती डांट पड़ती चुप खड़ा मैं पिता सामने नमन 2 रक्षा देश की सैनिक बना मैं आशीष पिता सलूट स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल Hindi · कविता 252 Share Santosh Shrivastava 5 Aug 2019 · 1 min read जीवन पायो हीरा सा मिला है जीवन हीरा लगाओ इसे सदकर्मो में उड़ जाऐंगे प्राण पंछी बन न रह जाऐगा तब कुछ है बच्चे हीरे माता पिता के उतरना है खरा उनकी उम्मीदों पर... Hindi · कविता 201 Share Santosh Shrivastava 4 Aug 2019 · 1 min read दोस्त जो निभाए साथ (मित्र दिवस पर कविता ) मित्र कहो या दोस्त कहो फ्रेंड हो या हो वह कोई हमसफ़र होना चाहिए वह सच्चा साथी बुरे वक्त में साथ निभाएँ अगर हो राह गलत सही राह पर वह... Hindi · कविता 386 Share Santosh Shrivastava 3 Aug 2019 · 2 min read राखी पर तोहफा घर का माहौल बोझिल है । आज राखी के दिन भी सरला गुमसुम सी बैठी है । नहीं तो अब तक वह घर सिर पर उठा लेती थी: " माँ... Hindi · कहानी 326 Share Santosh Shrivastava 3 Aug 2019 · 1 min read हो नीव मजबूत जीवन में भले ही हो घर छोटा या हो बड़ा पर चाहिए नींव मजबूत देती है यह जीवन भर आधार रहता निश्चिंत पूरा परिवार धर्म ईमान का पढ़ते पाठ जो बच्चे जीवन... Hindi · कविता 382 Share Santosh Shrivastava 2 Aug 2019 · 1 min read ताकत , कलम की है बहुत ताकत कलम में " सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है " कलम ने जगा दी थी अलख देशभक्ति की दिलों में कलम शक्ति भी है कलम... Hindi · कविता 1 330 Share Santosh Shrivastava 1 Aug 2019 · 1 min read ले फैसले सही होते हैं फैसले बहुत संवेदनशील सही रहे तो परिणाम अच्छे वरना जीवन भर किच-किच लें ऐसे फैसले न बढ़ाए वो फासले चलाए जब गाड़ी सड़क पर फैसले लें चलें गाडी... Hindi · कविता 286 Share Santosh Shrivastava 31 Jul 2019 · 1 min read कभी रूठते वो होती रहती है अनबन मत लो इसे अन्तर्मन में उसने बोला हमने बोला बस बात करो यहीं खत्म मत बुरा मानों अपने अपनों का कभी प्यार से तो कभी दुलार... Hindi · कविता 349 Share Santosh Shrivastava 31 Jul 2019 · 1 min read अच्छा नही हठ 1 बच्चों को प्यार उन्हें बिगाड़े हठ समझे सब 2 यह बुढ़ापा है जिद्दी स्वभाव सुनो उनकी 3 हठ हमेशा देती है नुकसान बचो इससे 4 करें जो जिद पसंद... Hindi · हाइकु 503 Share Previous Page 7 Next