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9 Aug 2019 · 1 min read

सजता जीवन

लगती अच्छी
सज्जा सब को
घर आँगन और
देश समाज

सजे झूले
सावन झूमें
फैली हरियाली
चहुंओर

लगे
सजावट से
घर सुन्दर
रहे खुश
पूरा परिवार

सज्जा
झांकियों की
मचे धूम जब
सजे किशन

होती
सज्जा
हाथों की
बांधे जब बहन
राखी
भाई को

होती
सज्जा
माता पिता की
जब दें बच्चे
उन्हें सम्मान

उत्तम विचार
और सदाचार से
जब महके
बच्चों का
यही है उनकी
सज्जा

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
1 Like · 408 Views
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