jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next jyoti jwala 8 Apr 2019 · 1 min read गीत गौरवमयी इतिहास जहां है वीरों के बलिदान की, धरती हिंदुस्तान की ये धरती हिंदुस्तान की, रीत वही है प्रीत वही है सब जानी पहचानी है, गौरव गाथाएँ दोहराती पल पल... Hindi · गीत 312 Share jyoti jwala 6 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक बदला बदला मौसम है शातिर बहुत हवायें हैं, अफ़वाहों की चादर में लिपटी सभी दिशाएँ हैं, बदल रही है पल पल अब तो दुनिया की पहचानें, सर्वनाम सब बदले हैं... Hindi · मुक्तक 202 Share jyoti jwala 6 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक भाषण में नेता तो अपना बहुत सगा सा लगता है, सत्ता में आते ही धोखा और दगा सा लगता है, रंग बदलता रूप बदलता आए दिन वह रोल बदलता इनकी... Hindi · मुक्तक 383 Share jyoti jwala 6 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक कोशिश सब बेकार दिख रही पप्पु की नादानी में, मान लो मेरा कहना फिर से भैंस गई अब पानी में, बातें तो ईमान धरम की करते हैं सब मंचों से... Hindi · मुक्तक 251 Share jyoti jwala 3 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक कुछ कर गुज़रने के लिए मौसम नहीं मन चाहिए, हर प्यास को जो दे बुझा वह एक सावन चाहिए, है सही, क्या है गलत जो भेद बतला दे हमें सत्य... Hindi · मुक्तक 238 Share jyoti jwala 2 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक सवाल गूँज के चुप हैं जवाब आए नहीं जो आने वाले थे वो इंक़लाब आए नहीं, वो एक नींद की जो शर्त थी अधूरी रही हमारी जागती आँखों में ख़्वाब... Hindi · मुक्तक 435 Share jyoti jwala 1 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक तुमको क्या बताएँ हम कैसे गम छुपाते हैं, ज़माने को दिखाने को हँसी ओठों पे लाते हैं, बडी खुदगर्ज़ है दुनिया यह तो जानते है हम गमो को पुछके हमको... Hindi · मुक्तक 1 409 Share jyoti jwala 31 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक इक जहान के अंदर कई जहान लिए, ये जारी है सफर मेरा नई उड़ान लिए, निकल पड़ी हूँ मंज़िल की तलाश में ज़मीन पाँव तले सर पे आसमान लिए Hindi · मुक्तक 211 Share jyoti jwala 29 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक वक्त के दरिया मे बहते जा रहें हैं हम जाने क्या क्या साथ लेते जा रहें हैं हम आसमाँ पर हैं सितारे उस कदर हैं ख़्वाहिशें हर कदम पर हाथ... Hindi · मुक्तक 465 Share jyoti jwala 29 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक औरों को ख़ुश देख के जलते नहीं हैं हम, कीमत लगाते लोग पर बिकते नहीं हैं हम, मुझ से हैं कई लोग इसी बात से ख़फा, जीते हैं सर उठा... Hindi · मुक्तक 270 Share jyoti jwala 28 Mar 2019 · 1 min read जल व्यर्थ बहाकर तुम ऐसे, मुझको ना करना बर्बाद, जल है तो जीवन है सत्य सदा तुम रखना याद, प्यासे ही तुम रह जाओगे, मेरे बिना न जी पाओगे, आज नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share jyoti jwala 27 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक तीरगी अब तो हमें रोशनी सी लगती है ज़िन्दगी आज हमें ज़िन्दगी सी लगती है कैसे कह दूँ कि फरिश्ता है वो देखो उसको उसकी फितरत तो हमें आदमी सी... Hindi · मुक्तक 225 Share jyoti jwala 27 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक इस राज़ को क्या जानें साहिल के तमाशाई हम डूब के समझे हैं दरिया तेरी गहराई ये जुल्म भी देखा है इतिहास की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी... Hindi · मुक्तक 1 1 233 Share jyoti jwala 26 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक ख़ुद पुकारेगी जो मंज़िल तो ठहर जाऊँगी वरना ख़ुद्दार मुसाफ़िर हूँ गुज़र जाऊँगी, आँधियों का मुझे क्या ख़ौफ़ मैं पत्थर हूँ रेत का ढेर नहीं हूँ जो बिखर जाऊँगी Hindi · मुक्तक 269 Share jyoti jwala 26 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक रख दीजिए समय की धारा को मोड़कर, है संग आज हम सब निज स्वार्थ छोड़कर, ऐसा हो अब विकास कि फिर कभी किसान, देखे न आसमान को खेतों को गोड़कर, Hindi · मुक्तक 250 Share jyoti jwala 26 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक मुहब्बत में मुहब्बत के सिवा सब मिल गया मुझको नही मिलना था उसको पर मेरा रब मिल गया मुझको किसी तपती दुपहरी में दिया जब आब प्यासे को कहा दिल... Hindi · मुक्तक 257 Share jyoti jwala 25 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक कल तलक थे जो लुटेरे अब विधायक हो गए हैं, ये जेब में कानून को रखने के लायक हो गए हैं, डाल रक्खी हैं नकेलें ज़िन्दगी की नाक में, चन्द... Hindi · मुक्तक 493 Share jyoti jwala 25 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक वो चोर चौकीदार पे ताने खडा कमान है जिसे जानती है जनता वो स्वयं बेइमान है, सत्य और असत्य मे जंग फिर से है छिडी सत्य के ही साथ में... Hindi · मुक्तक 438 Share jyoti jwala 25 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक देखिए जरा गौर से तमाम बोलने लगे, वन्दे मातरम नमक हराम बोलने लगे, राम का कभी जो अस्तित्व भी न मानते थे आते चुनाव वो जय श्री राम बोलने लगे, Hindi · मुक्तक 380 Share jyoti jwala 25 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक अब तक का इतिहास यही है, उगते हैं कट जाते हैं हम जितना होते हैं अक्सर, उससे भी घट जाते हैं लोगों की पहचान तो आख़िर, लोगों से ही होती... Hindi · मुक्तक 1 492 Share jyoti jwala 23 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " कब-कब इन आँखों से बरसी आँसू की बरसात न पूछो जीती बाज़ी किस मौके़ पर हुई किस तरह मात न पूछो बलिदानों की बुनियादों पर आज़ादी का भवन खड़ा... Hindi · मुक्तक 246 Share jyoti jwala 22 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक आज़ादी मिल गई, ग़रीबी किन्तु नहीं मिट पाई, जन जीवन को निगल रही है मौत बनी महंगाई। ‘रामराज’ का नहीं आज तो ‘काम-राज’ का युग है पद-लोलुपता ही सबके है... Hindi · मुक्तक 387 Share jyoti jwala 22 Mar 2019 · 1 min read जीवन " संघर्ष भरे इस जीवन में हम आँधी, तूफ़ान लिए हैं मन में एक धधकती ज्वाला अधरों पर मुस्कान लिए हैं " Hindi · दोहा 1 1 453 Share jyoti jwala 22 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " कल तक थे पास अपने, अब दूर हो गए हैं, रिश्तों में प्यार के गुल बेनूर हो गए हैं, मुंह पर है बात मीठी, छुप-छुप के घात करते, अपनो... Hindi · मुक्तक 231 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " निर्भय हो बढ़ चले सभी जूझ पड़े तूफ़ान से, रहे तिरंगा उड़ता नभ में यूं हीं ऊँची शान से, यही कामना है मेरी माँ भारती पूरी कर देना, लिख... Hindi · मुक्तक 219 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है, रास्ता कोई जब रोके तो हिम्मत और बढ़ती है, अगर बिकने पे आ जाओ तो लग जाती भले कीमत न... Hindi · मुक्तक 293 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " तेरे होंठों पर रही जो, वो हँसी अच्छी लगी, तुझसे जब नज़रें मिलीं तो वो घड़ी अच्छी लगी, तुमने जब हँसते हुए मुझसे कहा` तुम हो मेरे ` दिन... Hindi · मुक्तक 420 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " अपनी लगाई आग के शोलों में जल जाते हैं लोग, अब तो अँधेरे में यूं हीं बस रोशनी पाते हैं लोग, काश इक पल अपनी मर्ज़ी से भी जीकर... Hindi · मुक्तक 347 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "इस समय मैं ज्योति को विस्तार देने में लगी हूँ, भावों को मैं गीत का आकार देने में लगी हूँ, यह समय अंधियार के अवसान का है, यह समझकर जि़ंदगी... Hindi · मुक्तक 386 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "कभी है प्यार पल भर में कभी है वार पल भर में, बदल जाती है बैलेट से यहाँ सरकार पल भर में, यहाँ पर ईद हो दीपावली हो या कि... Hindi · मुक्तक 237 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "याद मेरी , गुलशनों की , दास्ताँ बन जाएगी, कोई इक डाली ही, मेरा आशियाँ बन जाएगी, फ़ूल भी, सपने भी इसमें, आस भी, अहसास भी, मेरी खुद की जिंदगी,... Hindi · मुक्तक 263 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " जलाये दिल में तेरी याद का, लोबान रखते हैं दर्द में भी अधरों पर मधुर मुस्कान रखते हैं उसी की बात होती है, उसी को पूजती दुनिया जो भारी... Hindi · मुक्तक 340 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "काम से अपने सभी को प्यार होना चाहिये चाहतों का भी कभी इज़हार होना चाहिये यूँ बढा कर हाथ कोई फूल को तोड़े नहीं जो सुरक्षा कर सके वो खार... Hindi · मुक्तक 378 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " मेरा जीवन सदा है वतन के लिये, हाथ उठते धरा के नमन के लिये सरजमीं यह मेरी भूमि है प्यार की है मचलता तिरंगा गगन के लिये " Hindi · कविता 454 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "मौन थी मेरी कलम उसको रवानी दे गये, जाते-जाते मुस्करा कर इक निशानी दे गये, जिनके आने से बढ़ी थीं रौनकें चारों तरफ, देश के खातिर वो अपनी ज़िन्दगानी दे... Hindi · मुक्तक 515 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " भारत को आहत करके आग लगा कर चले गये, मेरे घर में घुसकर वो दहशत फैला कर चले गये, हम उलझे रह गये अपनी ही आँगन की दीवारों में,... Hindi · मुक्तक 452 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "अब निकल पड़े मैदाने जंग में हर कोई अभिमानी, हम गद्दारों को दिखाला देंगे ताकत हिंदुस्तानी, दहल उठे दुश्मन का सीना,ऐसा सबक सीखा दें यह कसमें खायें कि व्यर्थ ना... Hindi · मुक्तक 245 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक “औरों को अपने शब्द से पहचान बेहतर चाहिए, कविताओं में उन्हें क़ब्रिस्तान बेहतर चाहिए, मेरी रचना है नही मोहताज़ वाह वाही कि, मुझको तो केवल ये हिन्दोस्तान बेहतर चाहिए “ Hindi · मुक्तक 222 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक हैं दास्ताँ निराळी, दुनिया की दास्ताँ में, यदि शँख में है जादू, तो रंग हैं अजाँ में नादान हैं वो यारों जो जानते नहीं हैं, मेरे वतन की ख़ुशबू ,फैली... Hindi · मुक्तक 225 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " आशियाँ तुम भी बुनो बिजली के तेवर के लिए, जिस तरह हमने चुना, अपना कफ़न सर के लिए, आईना बनकर खड़े हो जाएंगे हम सामने, वो फिर नहीं उठ... Hindi · मुक्तक 243 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "माँ भारती के लाल का कमाल देखिए, आसमां से फेंका दुश्मनों पे जाल देखिए, बैठे हैं पड़ोसी अब तो तिलमिलाए से, अब मुल्क में मचा है क्या धमाल देखिए " Hindi · मुक्तक 247 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक वो संघर्ष की भट्टी में सौ -सौ बार दहता है तब कहीं जाकर के वो इन्साँ शेर बनता है, तू है गीदड़ बात पर तेरी करे विश्वास क्या ? तू... Hindi · मुक्तक 295 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "खेलता है खेल बेहतर यार वो जज़बात का, काफिला है साथ उसके झूठ की बारात का, बात ये मालूम उसको कौन जीता कौन हारा, फैसला करता जुबानी जंग से शह... Hindi · मुक्तक 590 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " गद्दारों की हर बात वही है उनकी तो औकात वही है मज़हब कितने ही बदलें पर बेइमानों की जात वही है " Hindi · मुक्तक 386 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक "नहीं घर की हिफाजत में कोई सियार रखेंगे, नही बुजदिल कोई, हम शेर चौकीदार रखेंगे, यूहीं देश में बेईमान को तुम सर पटकने दो, करे भारत की जो सेवा वही... Hindi · मुक्तक 440 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक रो-रो पाक अब हिंदुस्तां को याद करता है, गंध-ऐ-बारूद अब तक वहाँ के हर घास में है, वो भी मुर्दों में है शामिल सुना आज ये हमने शहंशाह आतंक का... Hindi · मुक्तक 410 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक पहले शख्श कोई और था, यह शख्श दूसरा है, तभी खाक में गिरके मिला तू टूटकर बिखरा है, नक़ाब तेरा हट गया , कोई क्यूँ भरोसा अब करे पतवार तेरी... Hindi · मुक्तक 222 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " रौशन जुगनूओं से मेरी तो हर रात होती है, तन्हा आस्मां की धरती से कुछ बात होती है, कभी भी मेघ रुकते है नहीं बंजर जमीन पर दोस्त सदा... Hindi · मुक्तक 275 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक " रिश्ते जुड़ा है मेरा अपनी ज़मीन से, हम जो कहेंगे बात कहेंगे यक़ीन से, रक्खा था मैनें जिसको कभी घर में पालकर, निकला है साँप बन के मेरी आस्तीन... Hindi · मुक्तक 503 Share jyoti jwala 20 Mar 2019 · 1 min read मुक्तक कमजोर यूँ ही उम्र भर टेकता रह जाएगा, व्यूह अभिमन्यु अकेला भेदता रह जाएगा, क्या लुटती रहेगी बेटियों की असमतें यूं ही सदा कब तलक इक बाप आखिर देखता रह... Hindi · मुक्तक 401 Share Previous Page 6 Next