मुक्तक
“नहीं घर की हिफाजत में कोई सियार रखेंगे,
नही बुजदिल कोई, हम शेर चौकीदार रखेंगे,
यूहीं देश में बेईमान को तुम सर पटकने दो,
करे भारत की जो सेवा वही सरकार रखेंगे”
“नहीं घर की हिफाजत में कोई सियार रखेंगे,
नही बुजदिल कोई, हम शेर चौकीदार रखेंगे,
यूहीं देश में बेईमान को तुम सर पटकने दो,
करे भारत की जो सेवा वही सरकार रखेंगे”