मुक्तक
कल तलक थे जो लुटेरे अब विधायक हो गए हैं,
ये जेब में कानून को रखने के लायक हो गए हैं,
डाल रक्खी हैं नकेलें ज़िन्दगी की नाक में,
चन्द ऐसे लोग जन गण मन के गायक हो गए हैं
कल तलक थे जो लुटेरे अब विधायक हो गए हैं,
ये जेब में कानून को रखने के लायक हो गए हैं,
डाल रक्खी हैं नकेलें ज़िन्दगी की नाक में,
चन्द ऐसे लोग जन गण मन के गायक हो गए हैं