Dijendra kurrey Language: Hindi 286 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read परीक्षा परीक्षा """""""""""""""""""""""""""""""""""""""" १ पेपर की घड़ी, परीक्षा में रो पड़ी। प्रश्न आए थे बढ़े कठिन, नहीं बना पाए सही उत्तर जतिन। २ भारी लिए मजा, परीक्षा में हुआ सजा। क्या... Hindi · कविता 1 199 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read नारी नारी पहनाव पूरा तन ढकती थी, अब नए कट में ओपन करती है। घूंघट का ढकना,शरमा के चलना, सबके मन को भाती थी। ओ नारी कुछ और थी, ये नारी... Hindi · कविता 1 233 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read नेता बनना आसान नहीं *नेता बनना आसान नहीं* नेता बनना आसान नहीं,पैसा बिना कुछ काम नहीं। युवा बेरोजगार की बागडोर इन पर, राजनीतिक के अलावा ध्यान नहीं किसी पर। शिक्षा स्वास्थ्य की देखभाल इन... Hindi · कविता 1 234 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read बदलाव *बदलाव* आज हमारा देश की परंपरा बदलते जा रहा है । देसी सामान की वस्तु कम होते जा रहा है । चाइना एवं विदेशी सामान बढ़ते जा रहा है ।... Hindi · कविता 1 200 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मां मां ममतामई मां तुझ पर जान न्योछावर है। एक झलक पाने के लिए नयन तरसे हैं । तू छोड़ कर कहां चली गई मां , तेरी यादों के सहारे हूं... Hindi · कविता 1 509 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read जीवन में मित्रता जीवन में मित्रता जीवन की इस डगर में उलझन और अटपटा है । प्रेम सद्भाव के अलावा,लड़ाई-झगड़ों का लफड़ा है। ईर्ष्या डाह क्यों करता है रे मानुष । बाद में... Hindi · कविता 1 207 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read धूप निकलने लगी है *धूप निकलने लगी है* आओ आओ जी , धूप निकलने लगी है। देखो देखो जी ,वृक्ष की पत्तियां हिलने लगी है। मौसम की सुहाना बादल की मस्ताना, प्रकृति ने... Hindi · गीत 1 246 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read जब रात की तन्हाई *जब रात की तन्हाई* मिले हो तुम मेरी धड़कन, सांसों में इस कदर समाई हो। सारी रात जग देता हु, जब रात की तन्हाई में। पल पल तेरी होठो पे,... Hindi · कविता 1 542 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मै क्यों लिखता हूं *मैं क्यों लिखता हूं* (१) वीर नवजवानों पर कविता लिखता हूं। चाहे धुंध कोहरा छाए, या आए बर्फबारी। दुश्मनों के दांत खट्टे कर,उनका योजना करे नकाम। ऐसे वीर जवानों का... Hindi · कविता 1 264 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मेरा पहला स्कूल *मेरा पहला स्कूल* मैं छोटा सा नन्हा ,प्यारा सा गुड्डा था। खिलौने के लिए, मां को तंग करता था। पापा मनाने मे,हर जिद पूरा करता था। मेरा पहला स्कूल ,... Hindi · कविता · बाल कविता 2 258 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read तिरंगा फहराते रहेंगे *तिरंगा फहराते रहेंगे* आजादी का जोश बनाये रखेंगे। देश के लिए जान लुटाते रहेंगे। ऐ मेरे वतन के लोगो, 15 अगस्त 26 जनवरी को तिरंगा फहराते रहेंगे। मेरे वीर सपूतों... Hindi · कविता 1 327 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मेरी प्यारी बेटी नन्ही परी मेरी प्यारी बेटी नन्ही परी मां की कोख में हिलती डुलती परी। इंसान के मशीनों से घिरी। आवाज़ों की पुकार ,पापा के दुलार। संसार में आने की इंतजार करी। मेरी... Hindi · कविता 1 483 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read हिंदी भाषा को मधुर बनाए *हिंदी भाषा को मधुर बनाए* १ अ आ इ ई की पहचान, स्वर व्यंजन की हो ज्ञान। हिंदी हिंदू हिन्दुस्तान, सबसे अच्छा यहां के इंसान। २ आओ प्यारे मिलकर आओ,... Hindi · कविता · बाल कविता 2 234 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read ओ साथी मन के *ओ साथी मन के* ओ साथी मन के ,बिना तेरे जीवन अधूरे हो। तू मेरी जान हो, तू मेरी जहान हो। तू आए तो जीवन महके, तू गाए तो खुशियां... Hindi · कविता 1 349 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read हरियाली की मौसम *हरियाली की मौसम* बारिश की बूंदों पानी की धार , हरियाली की मौसम जिंदगी है मजेदार। किसानों की चेहरा खिली राहगीर है परेशान, लोगो की सोच अलग अंदाज। कहीं गीला... Hindi · मुक्तक 1 470 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मेरी ताकत है कलम *मेरी ताकत है कलम* कलम से लिखना सीखा हूं । लिखकर पढ़ना सीखा हूं । मेरी ताकत है कलम । लिख कर पढ़ना पढ़ कर लिखना । और याद करना... Hindi · कविता 1 535 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read आज का दिन है सुहाना *आज का दिन है सुहाना* आज का दिन है सुहाना ,मौसम अलबेला है मस्ताना। योग ध्यान करके दिन की शुरुआत कराना । निरोग रहकर स्वास्थ्य को अच्छा बनाना । आज... Hindi · कविता 1 265 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read वन गांव की जीवन *वन गांव की जीवन* देखो जी यहां की निराली शान। गांव में इनकी हैअलग पहचान। काले सावले इनके रंग, कपड़े पहने है रंग बिरंग। यहां का वन देखो, लोगो की... Hindi · कविता 1 549 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read आया आया झुम के नया साल चुमके *आया आया झूम के,नया साल चुमके* ******************************* आया आया झूम के,नया साल चुमके। पुरानी दुःख भुलाके, नयी सुख लाके। नए साल में कुछ ऐसे बदलाव कर, आगे बढ़ने में छोड़ना... Hindi · कविता 1 326 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read स्वावलंबन बनते जा *स्वावलंबन बनते जा* वीर साहसी आगे कदम बढ़ा जा। कर्म करते जा ,मर्म करते जा। खुद को फौलादी करके, स्वावलंबन बनते जा।स्वावलंबन बनते जा। देश की आन बान शान को... Hindi · कविता 1 1 308 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read हम तुम *हम तुम* एक अजनबी ही प्रेम की अभिव्यक्ति, कागज में परिणित होती हम तुम। छुप छुप के बाते होती संचार मशीन, ध्वनि की मधुर तरंगे होती हम तुम। देखने के... Hindi · मुक्तक 1 447 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मातृभूमि की महिमा *मातृभूमि की महिमा* भारत माता भाग्य विधाता,तेरे चरणों में वंदन है। तेरी कर्ज चुका न पाऊ,मेरा सादर अभिनन्दन है। रज कण में खेले कुदे,इस मिट्टी की सौगंध है। हम पर... Hindi · गीत 1 655 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read मुसाफिर *मुसाफिर* चलते चलते सुकून की आस मे , मुसाफिर हूं मैं। ऐ खुदा कब तक इम्तिहान दू , मन भटक रहा है। आँखें नम मानसून की तरह , बदन भीग... Hindi · कविता 1 209 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read खिड़की बंद पड़ी है कब से *खिड़की बंद पड़ी है कब से* वीरान सा ये बंगला में,घनघोर अंधेरा छाया। खिड़की बंद पड़ी है कब से...... एक दिन इस कोठरी में,था उजाला का साया। खेलते कूदते नन्हे... Hindi · मुक्तक 1 234 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read सर्दियों का है मिजाज़ *सर्दियों का है मिजाज* मौसम की रंगत सर्दियों का है मिजाज। घनघोर है कोहरा प्रकति का है लिबास। देख तेरा बदलता ,आसमान का नजारा। लग गई जोरो से ठिठुरन,मानुष बेचारा।... Hindi · कविता 2 1 377 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read भारत मां के सपूत *भारत मां के सपूत* (1) तिलक लगाकर चल, भाल सजाकर चल। माटी मेरे देश की, कफ़न लगाकर चल। देश में वीर योद्धा जन्मे, मच गई खलबल। भारत मां के सपूत... Hindi · कविता 1 1 463 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read होली होली ************ ( १) आओ मिलके होली मनाए, ग़म भुलाकर सबको गले लगाए। रंगो की टोली,मस्ती भरी यह होली। राधा संग मोहन,मचाई दिल की हमजोली। (२) फागुन का यह त्योहार,... Hindi · कविता 1 228 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read बिखरे रंग शीर्षक - बिखरे रंग """""""""""""""""""""""""" मतवाली बावली सी पड़ी हूं, होलीे रंग में तन बदन से सनी हूं। मेरे ऊपर इतने बिखेरे रंग, सूद बुद गवां बैठी हूं मतंग। साल... Hindi · कविता 1 463 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read हमारे त्यौहार हमारे त्योहार """"""""""""""""""""""""""""""""""" हमारी संस्कृति सबको भाती, खुशियों की त्योहार मनाती। जनवरी का महीना, खुशियों का गहना । मकर संक्रांति का आना, स्नान कर तिल लड्डू खाना। बसंत पंचमी की... Hindi · कविता 1 227 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read हाय रे गरीबी हाय रे गरीबी """""""""""""""""" (१) भूख में तरसता यह चोला, कैसे बीतेगी ये जीवन। पहनने के लिए नहीं है वस्त्र, कैसे चलेगी ये जीवन। (२) किसने मुझे जन्म दिया, किसने... Hindi · कविता 1 205 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read विंग पायलट अभिनंदन की जय विंग पायलट अभिनंदन की जय (१) विस्फोटक गाड़ी घुस आया, पुलवामा को बंम से उड़ाया। भारत की नींद चुराया, देश की वीरो ने वीर गति पाया। (२) बदले की शोला... Hindi · कविता 1 206 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read कटु वचन शीर्षक - कटु वचन :::::::::::::: ::::::::::::::::::::::: वाणी एक दोधारी तलवार की तरह है। उचित प्रयोग करे तो अच्छा,नहीं तो बुरा। अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। ज्ञान की बातें सहेजकर... Hindi · मुक्तक 1 371 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read डॉ. भीम राव अंबेडकर है सबसे प्यारा डॉ. भीमराव अंबेडकर है सबसे प्यारा (१) दृढ़ संकल्प कठोर परिश्रम, दलित परिवार में जन्मे बाबा अंबेडकर। छुआछूत को जिसने मिटाया, दलित पिछड़ों को गले लगाया। (२) संविधान को बाबा... Hindi · कविता 1 264 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read हा मै कवि हूं  हा मै कवि हूं """""""""""""""""""""""""" जीने की राह दिखाता हूं। अपनी लेख से, लोगो को जगाता हूं। हा मै कवि हूं......... रूठे मन को मनाता हूं। हास्य कविता लिखकर... Hindi · कविता 1 459 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read धरती शीर्षक --- धरती """""""""""""""""""""""""" (१) सिर मुकुट है श्रीनगर , सेव फल की भंडार रे। हाथ हमारी राजस्थान है,असम मणिपुर नाम रे।। थार का मरुस्थल अपना है , चाय का... Hindi · गीत 1 258 Share Dijendra kurrey 28 Apr 2019 · 1 min read नजर नज़र तेरी तिरछी नज़र इस तरह पड़ी, की दिल में हलचल मचा गए। एक हसीं में इस दीवाना को, मोहब्बत की शोला जगा गए।। कई चेहरे तुझे देख के इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 279 Share Previous Page 6