Neelam Sharma 660 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Neelam Sharma 5 Jun 2023 · 1 min read मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए । मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए । तू अब्र बन के बरसता सदा है मेरे लिए। गुज़र ही जाएगी ज़ीस्त 'नीलम' मस्ती से कन्हैया कर्म का सिलसिला... Quote Writer 1 487 Share Neelam Sharma 5 Jun 2023 · 1 min read एक तेरे प्यार का प्यारे सुरूर है मुझे। एक तेरे प्यार का प्यारे सुरूर है मुझे। कभी हया निगाहों में कभी गुरूर है मुझे। तुमको लिखूँ हर हर्फ़ में जान-ए-ग़ज़ल बना, इंतिजार तेरे वस्ल का भी मंजूर है... Quote Writer 1 458 Share Neelam Sharma 5 Jun 2023 · 1 min read महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं जाने से उसके रंग-ए-गुलिस्ताँ बदल गया। बस एक तुम ही बदली नहीं 'नीलम' बदला अंदाज़-ए-गुफ़्तुगू ढब भी बदल गया । नीलम शर्मा... Quote Writer 347 Share Neelam Sharma 4 Jun 2023 · 1 min read रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में मुझसे तकरार बहुत करते हैं। चूमकर श्याम मेरी पेशानी हार-श्रृंगार बहुत करते हैं। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 288 Share Neelam Sharma 4 Jun 2023 · 1 min read कहाँ है! छिप -छिपकर करते थे बातें यादों की बारात कहाँ है ! आभासी अब प्यार के मौसम वो रुत वो बरसात कहाँ है ! सौलह -सत्रह की बालि उमरिया वो चंचल... Hindi · नज़्म 1 218 Share Neelam Sharma 4 Jun 2023 · 1 min read क़ैद कर लीं हैं क्यों साँसे ख़ुद की 'नीलम' क़ैद कर लीं हैं क्यों साँसे ख़ुद की 'नीलम' महसूस तो कर तुझमें तेरे श्याम की आहट। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 214 Share Neelam Sharma 4 Jun 2023 · 1 min read राह देखेंगे तेरी इख़्तिताम की हद तक, राह देखेंगे तेरी इख़्तिताम की हद तक, कभी तो सुनेगी तेरे पैग़ाम की आहट। इख़्तिताम-अंत नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 523 Share Neelam Sharma 30 May 2023 · 1 min read दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद। दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद। छू ही लोगे आकाश ग़र हों इरादे बुलंद। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 2 300 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read रदीफ़ -ओर है छोटी बह्र की ग़ज़ल, वज़्न-2122 212 रदीफ़ -ओर है बस ग़मों का शोर है ख़ौफ का सा दौर है चीखती तन्हाइयाँ क्यों? अमा घनघोर है इश्क को भरमा रहा फेसबुकिया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 1 1 389 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read छोटी बह्र 212 मनचले तन चले हैं सभी दिल जले इश्क में ग़म पले इश्क से दम चले इश्क में रम चले साथ में यम चले क्यों हवा नम चले साथ मिल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 1 282 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read तिरंगा चारों दिशा तिरंगा लहरे दिशा दिशा रे! नरसिंह हैं सिपाही, माँ भारती दुलारे।। नौका पराक्रम की, हैं पार भव लगाते, श्वासों को खर्च करके, माँ भारती दुलारे।। सुख पौध बीज... Poetry Writing Challenge 4 2 97 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read मोहन कभी राधा कभी मीरा कभी जोगन बन के । प्रीत अनोखी जोड़ गया प्रियतम मोहन बन के । नीलम दरिया मचल रहा दिल दरिया हो जाने को, अब्र इश्क का... Poetry Writing Challenge 2 111 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read विरह चाँदनी विभावरी,रोष में विलीन हो! ढूँढती पुकारती त्याग चैन नींद वो।। री! गये पिया कहाँ छोड़ के मुझे यहाँ? फूट- फूट रो रही,रैन-सुख विहीन हो।। कूह-कूह कोकिला हूक सी उठा... Poetry Writing Challenge · विरह 2 162 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read दर्शन की ललक दर्शन की ललक है आजा। रोम- रोम महक है आजा।। मधुर मुरलिया तान सुना दे, कुंठित हिया दहक है आजा। तम गहराया मन पर मेरे, तेरी आभ दमक है आजा।... Poetry Writing Challenge 1 325 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read ख्वाहिश कान्हा यही ख्वाहिश है ये ही आरज़ू। तू मेरे रू-ब-रु हो मैं तेरे रू-ब-रू। दीदार कान्हा तेरा होता है चार-सू । रखना यूँ ही मुहब्बत तू मुझसे बा-वज़ू। नस -... Poetry Writing Challenge 2 515 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो..... तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो तुमसे ही खुशियाँ सजती हैं। प्रणय पुष्पित स्पर्श तुम्हारा है सिंदुरी माथे की बिंदिया। अधरों पर लाली सुन प्रियतम, मुस्कान तुम्हारी से सजती है।... Poetry Writing Challenge · श्रृंगार 1 412 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read मन मंथन कर ले एकांत पहर में मन मंथन कर ले एकांत पहर में तेज़ है तूफ़ान खिड़की बंद रख । नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 477 Share Neelam Sharma 5 Jan 2023 · 1 min read शुभोदर छंद(नवाक्षरवृति वार्णिक छंद) शुभोदर छंद(नवाक्षरवृति वार्णिक छंद) भगण भगण भगण 211 211 211 पुष्प खिले मन अंचल। नीलम लोचन चंचल।। श्याम पिया मनभावन। श्यामल रूप सुहावन।। मान पिया मनमोहन। जान जिया मम जीवन।।... Hindi 1 2 236 Share Neelam Sharma 2 Jan 2023 · 1 min read लावणी छंद छंद शास्त्र मे यद्यपि लावणी के चरणांत को गुरु वर्ण संख्या से मुक्त रखा गया है। चरणांत मे एक या अधिक गुरु हो सकते है। लेकिन साथ ही चरणांत दो... Hindi 2 2 608 Share Neelam Sharma 1 Sep 2022 · 1 min read जन-गण की ज़ुबान, मनहर कवि गान। भावों का श्रृंगार किए, रस छंद हार लिए। मातृभाषा यश गान, गीत मैं सुनाती हूँ। जन-गण की ज़ुबान, मनहर कवि गान। प्रेयसी प्रणय डूबी, प्रीत में सुनाती हूँ। राम अवतार... Hindi 148 Share Neelam Sharma 1 Sep 2022 · 1 min read प्राणदायी श्वास हो तुम। आधार छंद- "माधवमालती" (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगागा (28 मात्रा) समान्त- "आस", पदान्त- "हो तुम" । 2122 2122 2122 2122 प्रेम की संजीवनी हो प्राणदायी श्वास हो तुम।... Hindi · गीतिका 2 279 Share Neelam Sharma 1 Sep 2022 · 1 min read ज्ञान के प्रकाश सी सुबोध मातृभाष री। गीतिका आधार छंद -चामर /सोमवल्लरी 15वर्ण मापनी-गाल गाल गाल गाल गाल गाल गाल गा पिंगल सूत्र- र ज र ज र 15वर्ण 21 21 21 2 1 21 21 212... Hindi 1 282 Share Neelam Sharma 20 Jan 2022 · 1 min read राग छंद आधार छन्द- राग (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगाल गालगाल गालगाल गा (13 वर्ण) पिंगल सूत्र- र ज र ज ग 2121 212 1 2121 2 रूपसी रसी विशेष रीत राग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 977 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read वाद्विभक्ति आधार छंद- वाद्विभक्ती (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गागाल लगागागा गागाल लगागागा २२१ १२२२ २२१ १२२२ समान्त- आये, अपदान्त ---: गीतिका :--- २२१ १२२२ २२१ १२२२ कान्हा मुरली प्यारी,राधा मन-मन भाये। मनमीत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 312 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read हरिगीतिका आधार छंद- "हरिगीतिका" (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गागालगा गागालगा गागालगा गागालगा (28 मात्रा) समान्त- "आर", पदान्त- "हो"। अंकावली- 2212, 2212, 2212, 2212. सुर ताल लय माँ शारदे,शुचि काव्य नद की धार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 397 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read हरिणी छंद आधार छन्द- "हरिणी" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- लगाल लगाल लगाल लगा (11 वर्ण) अथवा- लगा ललगा ललगा ललगा ध्रुव शब्द- "मन" (छन्द में कहीं भी आ सकता है) भजे मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 560 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read अनूकूला/मौक्तकमाला आधार छन्द- अनुकूला/मौक्तिकमाला (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालल गागा, लललल गागा (कुल 11 वर्ण) अथवा- गालल गागा,ल ललल गागा पिंगल सूत्र- भ त न ग ग (5-6) ध्रुव शब्द- मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 313 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read की तरह ✴️अरकान- फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन ✴️वज़्न- 212 212 212 212 चाहती हूँ जिसे ज़िंदगी की तरह। आश्ना वो मिला अजनबी की तरह। इक हसीं ख्वाब थे आँख में वो कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 298 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read दोधक छंद आधार छन्द- दोधक/बन्धु (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालल गालल गालल गागा (11 वर्ण) पिंगल सूत्र- भ भ भ ग ग ध्रुव शब्द- जीवन (छन्द में कहीं भी आ सकता है)... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read कली छंद आधार छन्द- कली (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालल गालल गालल लगा (11 वर्ण) पिंगल सूत्र- भ भ भ ल ग ध्रुव शब्द- #उर (छन्द में कहीं भी आ सकता है)... Hindi · मुक्तक 1 280 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read हिंदी ?जय हिंद! जय हिंदी!? निर्मल है मधुभाष हिंदी। ज्ञान पयोधि प्यास हिंदी।। पोषित है नैतिक मूल्यों से, अलंकृत दिव विन्यास हिंदी। छंदस भाव झरे सुर इसके। मधुरिम भाव भरे उर... Hindi · कविता 1 532 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read सुमुखि छंद आधार छन्द- "सुमुखी" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- ललल लगाल लगाल लगा (11 वर्ण) पिंगल सूत्र- न ज ज ल ग ध्रुव शब्द- "कलिका' (छन्द में कहीं भी आ सकता है।)... Hindi · मुक्तक 2 307 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read आधार छंद वृता आधार छन्द- वृत्ता (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- ललल ल,लल ललगा गागा (11 वर्ण) पिंगल सूत्र- न न स ग ग ध्रुव शब्द- #धन (छन्द में कहीं भी आ सकता है)... Hindi · मुक्तक 1 339 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read आधार छंद सुरसरि आधार छन्द- सुरसरि (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागाल ललल गालल ललगा (12 वर्ण) पिंगल सूत्र- त न भ स ध्रुव शब्द- ह्रदय (छन्द में कहीं भी आ सकता है) 22... Hindi · मुक्तक 1 409 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read भुजंगप्रयात आधार छन्द- भुजंगप्रयात (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- यमाता यमाता यमाता यमाता (12 वर्ण) पिंगल सूत्र- य य य य ध्रुव शब्द- अकेला अकेला रहा तू अकेला सहा तू। सदा बैठ... Hindi · मुक्तक 1 594 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read आज का छंद - इन्द्रवंशा (वर्णिक) मापनी - गागाल गागाल लगाल गालगा पिंगल सूत्र - त त ज र ध्रुव शब्द - लक्ष्य 22 1 2 2 1 12 1 212 री कौमुदी!री कलिका!पिया गये। राधा... Hindi · मुक्तक 2 2 451 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read आधार छन्द- "वंशस्थविलं" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- लगाल गागाल लगाल गालगा (12 वर्ण) पिंगल सूत्र- ज त ज र ध्रुव शब्द- "मौन" (छन्द में कहीं भी आ सकता है) 12 1 2 21 121 212... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 561 Share Neelam Sharma 16 Jan 2022 · 1 min read मौन अभिव्यंजना क्षुब्ध दृग पलकों के जज़्बात। झरते झर झर अश्रु जलप्रपात।। तुमुल ध्वनि से तम एकाकार। शून्य शैया सुप्त निद्रा तार।। खार हो गई सुरभित पौन। कंपित संवेदना उर पीर है... Hindi · मुक्तक 1 243 Share Neelam Sharma 21 Jan 2021 · 1 min read नज़्म ऐसा नहीं कि रुकना गवारा कभी न था हमको मगर किसी ने पुकारा कभी न था । हम खामखां ही इश्क में जिसके डूबे रहे उसने जिगर में हमको, उतारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 534 Share Neelam Sharma 19 Jan 2021 · 1 min read तपी छंद तपी छंद विधान भगण भगण गुरु 211 211 2 7 वर्ण प्रति चरण,चार चरण, दो - दो क्रमागत चरण सम तुकांत 211 211 2 पावन प्रीत जगी। भावन रीत लगी।।... Hindi · गीत 3 2 387 Share Neelam Sharma 31 Jan 2020 · 1 min read सायली छंद पता नहीं क्यो? यादों के पन्ने आज फिर फड़फड़ाते। मोह के धागे तेरी उँगलियों में, जा उलझे क्यों? संभली तुफानो से समंदर में फँसकर हिदायतें लिख दी। सहेजती अश्रु अँखियाँ,... Hindi · कविता 4 1 764 Share Neelam Sharma 15 May 2019 · 1 min read वोट सुधरेगा समाज सुन नीलम, सही चुनाव से कम होगा तनाव। मत घर बैठो,आदर्श नागरिक बस एक वोट से करो बदलाव। अटके न कहीं ग़लत निर्णय से, विकासशील सुदेश की नाव।... Hindi · कविता 3 4 376 Share Neelam Sharma 15 May 2019 · 1 min read वोट सुनो-सुनो आदर्श नागरिकों,,,,आज मातृदिवस है, भ्रष्टाचारियों के कुशासन से,,,माँ भारती विवश हैं। करते प्रेम तुम मातृभूमि से,तो कर कर्त्तव्य निभाव, बहुमूल्य हर एक वोट है,,,,करें सद्बुद्धि से चुनाव। प्रजातंत्र के... Hindi · कविता 2 336 Share Neelam Sharma 14 May 2019 · 1 min read न होंगे न होंगे। सजा कितनी भी महफिल और शामें मगर महफिल की रौनक हम न होंगे। बारबां याद आएगी, तुझको हमारी ढूंढोगे लाख लेकिन, हम न होंगे। मिलेंगे खूब ही तुम्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 367 Share Neelam Sharma 14 May 2019 · 1 min read आफताबी नज़र मिसरा-आप की नजदिकियां क्यूँ दुश्मनों से आजकल। आफताबी जलती नज़र,करे रोज़ ही ख़ाक़ मुझे, आप की नजदिकियां क्यूँ हैं,दुश्मनों से आजकल। धोखा देने की सुनो, फितरत तो न थी आपकी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 373 Share Neelam Sharma 16 Apr 2019 · 1 min read पन्ने हुए गुलाबी सुनहरी धूप से पृष्ठ प्रीत के । चली लेखनी मन पृष्ठभाग का खुला रहस्य। रोज़ निखरे हृदय बही पन्ने शब्द मुखर। हर पृष्ठ पे सृजन की छुवन- लिख... Hindi · हाइकु 1 309 Share Neelam Sharma 17 Mar 2019 · 1 min read क्या करना तुमको अधिकार दे,किया खुद को बंधक हमने दम घुटता है मेरा पर तुमको भला क्या करना। तेरी फितरत ही सनम बार-बार द़गा देना है नहीं सुधरोगे, तुम्हें देकर सज़ा क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 470 Share Neelam Sharma 6 Mar 2019 · 1 min read जाता कहां है दिल ले के मुफ़्त कहते हैं कुछ काम का नहीं जफादारों का जनाजा-ए-वफा, जाता कहां है। तेरा गुरूर समाया है इस क़दर दिल में मौला सूरूर चढ़कर तेरा सवाली पर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share Neelam Sharma 15 Feb 2019 · 1 min read श्रद्धांजलि कश्मीर कभी न हथिया पाओगे पीठ पीछे वारों से। आत्मबल क्षीण नहीं होगा, सुनों तुम जैसे गद्दारों से। बहुत सही मक्कारी नापाक तेरी, पार कर गया तू तो हद विनाश... Hindi · कविता 479 Share Neelam Sharma 11 Feb 2019 · 1 min read गुनाह लो फिर एक आहट यादों को कुछ भीगो सी गई चली जो पुर्वा दिल के ज़ख्मों में शूल चुभो सी गई वो बनके अश्क मेरी पलकों को हररोज धोते हैं... Hindi · कविता 1 484 Share Previous Page 6 Next