सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 39 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2020 · 1 min read सैलाब आ रहा है सैलाब आ रहा है ************* ये दिन ढल रहा है तम भी चढ़ रहा है मन बड़ा अशांत है व्याकुल हो रहा है खुद की तालाश में आतुर हो रहा... Hindi · कविता 1 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2020 · 1 min read अंधेरों का दौर है **अंधेरों का दौर** *************** अंधेरों का दौर है उजालों की ओर है नभ में नभचर उड़ते द्विज झुंड का शोर है बादल हैं गरज रहे बरसात का शोर है अंधेरा... Hindi · कविता 217 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 9 प्रेम-प्रतीक्षा भाग-9 विद्यालयी स्तर की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात सुखजीत और अंजली दोनों ने एक दूसरे से विदा ले ली थी।बेशक दोनों एक ही कॉलोनी के वासी थे,लेकिन समाज... Hindi · कहानी 418 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Apr 2020 · 1 min read चिडिय़ा रानी *******चिड़िया रानी****** ********************** चिड़िया रानी चिड़िया रानी चिड़िया रानी बहुत सियानी रंग - बिरंगे हैं पँख तुम्हारे दिल को भाते खूब हमारे हर रोज सुबह तुम आती हो प्यारा संदेश... Hindi · कविता 427 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Apr 2020 · 1 min read दिल होवे शांत *दिल होवे शांत* ************ सारा - सारा दिन सोंवा सारा दिन सारी - सारी रात पांवा मैं रात बात दस हुण की करां दस मैं कित्थे मरां बैचैनी वी मारदी... Hindi · कविता 379 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Apr 2020 · 1 min read कुदरत का वार कुदरत का वार ************* कुदरत के एक ही वार से हो गए हो अस्त -पस्त कर दी है एक ही चोट से सारी व्यवस्था,अर्थव्यवस्था अस्त-व्यस्त-निरस्त-विध्वंस्त करते थे खूब मान-गुमान निज... Hindi · कविता 1 2 405 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Apr 2020 · 1 min read आजादी की कीमत *********आजादी की कीमत*********** *********************************** आजादी की क्या होती कीमत तुम क्या जाने रे पिंजरे अन्दर कैद परिन्दा ही कीमत पहचाने रे रक्तकुण्ड में कितनो ने अमूल्य रक्त बहाया था आजादी... Hindi · कविता 2 602 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Apr 2020 · 1 min read आजा जान जाने आई आजा जान जाने आई ****************** आजा जान जाने आई सांस ले रहें हैं विदाई भूल जाओ बीती बातें पास आओ,सुनों दुहाई उम्र भर हम चाहते रहे तुमसे गुफ्तगू करते रहे... Hindi · कविता 268 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Apr 2020 · 1 min read दिन रात याद सताज *****दिन रात याद सताए****** ************************** कोई यहाँ आए जरा मुझे ये बताए दिन रात क्यों ये तेरी याद है सताए दिन में आँखों में आँसू ये बन जाएं रातों को... Hindi · कविता 257 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2020 · 1 min read प्रकृति की मनोरम है छटा निराली प्रकृति की मनोरम है छटा निराली ************************** प्रकृति की मनोरम है छटा निराली महकती फूलों की है क्यारी क्यारी सूर्य,चाँद,तारे,प्रकृति के रूप प्यारे भू,नभ,वन,नदी, पर्वत,पठार न्यारे प्रकृति के रंग होते... Hindi · कविता 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2020 · 1 min read तवायफ *******तवायफ******** ********************* भारी घुंघरुओं से है बंधी हुई तवायफ तन की नाजुक सी शिला सी सख्त दिखाई देती पर दिल की होती भावुक सी मजबूरियों से होती घिरी हुई नुमाइश... Hindi · कविता 386 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Apr 2020 · 1 min read मुलाकात *******मुलाकात********* *********************** आज फिर उनसे मुलाकात हुई कुछ तकरार तो कुछ बात हुईं बहुत दिन बाद जब वो मिले उलाहनों से शुरुआत बात हुई नजर से नजर मिल नहीं सकी... Hindi · कविता 1 2 401 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 6 प्रेम-प्रतीक्षा भाग-7 विदाई पार्टी समाप्त हो चुकी थी।सुखजीत के मधुर गीत ने अपना काम कर दिया था,जिसका प्रभाव अंजली के मुख मंडल पर देखा जा सकता था।उस रात अंजली को... Hindi · कविता 402 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Apr 2020 · 1 min read मजदूर *******मजदूर******** ******************** शोषित होता आया बेचारा मजदूर कमाऊ वर्ग कमेरा शोषण का होता है शिकार शोषित बन करता रहे कार दिनभर करता श्रम आपार भूखमरी को होता शिकार धर्म,जाति,रंग भेद... Hindi · कविता 1 531 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Apr 2020 · 1 min read किसान ******किसान****** ****************** किसान की यही कहानी नई नहीं है बहुत पुरानी आरम्भ से यही है कथा दयनीय अन्नदाता व्यथा कभी साहूकारों ने मारा कभी आढ़तियों ने मारा कभी मौसम मारे... Hindi · कविता 1 498 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Apr 2020 · 2 min read जीवन यात्रा ***जीवन-यात्रा***** ****************** मुर्दे के सराहने पड़ा हूँ अजीब सोच में पड़ा हूँ सोचता हूँ जिंदगी बारे जब थे बड़े वारे न्यारे जन्म लिया,जग आया मानुष जून,सुंदर काया माँ वात्सल्य का... Hindi · कविता 2 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 6 प्रेम -प्रतीक्षा भाग-6 उस दिन सुखजीत का घर आने को मन नहीं कर रहा था,फिर भी वह बुझे से मन के साथ अपनी जीवन कु सारी उम्मीदें मार कर निराशा... Hindi · कहानी 495 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Apr 2020 · 1 min read मुश्किलों की छिड़ी है झड़ी मुश्किलों की छिड़ी है झड़ी ********************* लॉकडाऊन की सीमा बढ़ी मुश्किलों की छिड़ी है झड़ी बाल की लटाएं भी बढ रही श्याम श्वेत दाढ़ी है चढ़ रही गेसुओं की हैं... Hindi · कविता 2 386 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Apr 2020 · 1 min read लॉकडाऊन का असर है लॉकडाऊन का असर है ****************** लॉकडाऊन का असर है जिन्दगी बन गई लचर है हाल बद से बदत्तर हुआ प्रकृति रौद्र रूप पहर है अस्तव्यस्त जनजीवन है थम गया ये... Hindi · कविता 2 577 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 5 प्रेम - प्रतीक्षा भाग -5 विजया के सम्मुख अंजलि को दिल की बात कह सुखजीत वहाँ से चल दिया और सुखजीत का प्रेम प्रस्ताव संबोधन सुन कर अंजलि के साथ... Hindi · कहानी 452 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Apr 2020 · 1 min read बाबा भीमराव अंबेडकर *****बाबा भीमराव आंबेडकर******* ******************************** महू नगर जनवासी, रामजी लाडला लाल भीमाबाई का भीवा,महार जाति का लाल बाबा भीम अंबेडकर, रामबाई मांग सिंदूर भारत संविधान निर्मित कर किया कमाल विषम परिस्थितियों... Hindi · कविता 2 242 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Apr 2020 · 1 min read बाबा शाह रोशन जी महाराज ********बाबा शाह रोशन जी महाराज*********** ***************************************** जन्मदिवस मुबारक हो,बाबा शाह रोशन जी महाराज, भगतों के शहनशाह, बाबा शाह रो्शन जी महाराज। 1 बाबा शाह मस्ताना जी के,कर कमलों से चताए... Hindi · कविता · गीत 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Apr 2020 · 1 min read तात तार कर मानवता कु मर्यादा तार तार कर दी मानवता की मर्यादा ***************************** सिंह ने क्या बेखूबी दिलेरी दिखाई है जान पर खेल कर्तव्यनिष्ठा निभाई है निहंगों का शर्मनाक निंदनीय कृत्य था सिक्ख कौम को... Hindi · कविता 467 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Apr 2020 · 1 min read नारी मान सम्मान की भूखी नारी मान सम्मान की भूखी ********************** नारी स्वरूप है बहुत प्यारा नदियों में जैसे बहती धारा जल सी शीत,शान्त,शालीन चंदा सी ही मूर्त सुंदर हसीन मृदुल,मधुर स्वभाव निराला गगन में... Hindi · कविता 2 464 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 4 प्रेम- प्रतीक्षा भाग -4 अगले दिन आदतानुसार सुखजीत समय से पहले स्कूल पहुंच गया,लेकिन वहाँ यह देख कर हैरान हो गया कि अंजलि अपनी सहेली विजया के साथ उससे भी... Hindi · कहानी 589 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Apr 2020 · 1 min read नवोदियन जो हूँ *********नवोदियन जो हूँ******** ***************************** मैं सच्चा इन्सान हूँ , नवोदियन जो हूँ मैं अच्छा इन्सान हूँ, नवोदियन जो हूँ मैं मानव नादान हूँ, नवोदियन जो हूँ मैं जो ईमानदार हूँ... Hindi · कविता 1 429 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Apr 2020 · 1 min read आई वैसाखी *********आई वैसाखी********* **************************** आई वैसाखी साथियों आई वैसाखी मिलजुल कर नाचें गाएं आई वैसाखी फसलें पक चुकी ,रंगों में लाली आई लहराती फसलें झूमती आई वैसाखी कटाई-औजारों की कर साफ... Hindi · कविता 209 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Apr 2020 · 1 min read हाथों में ले कर साथ चलें हाथों में ले कर हाथ चले ******************* आओ संग संग साथ चले हाथों में ले कर हाथ चले सारे संकट छट टल जाए हमराही बन संग राह चलें काले बादल... Hindi · कविता 224 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Apr 2020 · 1 min read छोड़ दी हमने अब तेरी चाह छोड़ दी हमने अब तेरी चाह ********************** छोड़ दी हमने अब तेरी चाह तेरी मेरी अलग - अलग राह कर के देखे है प्रयत्न हजार मिल ना पाई हमें तेरी... Hindi · कविता 1 609 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 3 प्रेम- प्रतीक्षा भाग-3 सुबह जल्दीउठ कर सुखजीत नहा धोकर ,नाश्ता कर तैयार हो कर अपनी साईकिल पर सवार हो दोस्तों संंग विद्यालय में समय से पहले ही चला जाता था।... Hindi · कहानी 382 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Apr 2020 · 1 min read महखने के लिए नवप्रभात जरूरी हैं महकने के लिए नवप्रभात जरूरी है *************************** आगे बढना है तो बदलाव जरूरी हैं ठहराव से हो जाए निजात जरूरी है रूका जाए गर पानी सदा सड़ जाए ताजगी हेतु... Hindi · कविता 2 270 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Apr 2020 · 1 min read यह सुरक्षा हमारी हैं *******यह सुरक्षा हमारी हैं******* ****************************** तर्ज:होठों से छू लो तुम.. हाथों से मत छूना,आई कोरोना बीमारी है घर में बंद तुम रहना ,यह सुरक्षा हमारी हैं 1 कोरोना ने मेरा... Hindi · कविता 198 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Apr 2020 · 2 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 1 प्रेम - प्रतीक्षा भाग-1 बात कोई ज्यादा पुरानी नहीं, यही कोई लगभग बीस बाइस साल पुरानी थी। सुखजीत सिंह जो कि हरियाणा प्रदेश के एक छोटे से गांव में रहता... Hindi · कविता 527 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Apr 2020 · 3 min read प्रेम प्रतीक्षा भाग 2 प्रेम - प्रतीक्षा भाग-3 जैसा कि सुखजीत का गाँव का विद्यालय दसवीं तक का था और उसे आगामी पढाई हेतु गाँव से बाहर के विद्यालय में दाखिला लेना था,क्योंकि उसके... Hindi · कविता 483 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Apr 2020 · 1 min read चलो सथना चले उस ओर चलो सजना चले उस ओर ******************** चलो सजना चले उस ओर प्रेम बयार चले जिस ओर अपने यहाँ पर छूट गए रिश्ते - नाते यहाँ टूट गए जहाँ प्यार की... Hindi · कविता 2 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Apr 2020 · 1 min read हसरत का गला घोट दिया **हसरत का गला घोंट दिया** ************************ गम में मुस्कराना है सीख लिया तेरे बिन जी पाना है सीख लिया कब तक गम लेकर यूँ चलते रहे गम को भूल जाना... Hindi · कविता 2 2 438 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2020 · 1 min read परतंत्र नर स्वतंत्र परिन्दा परतंत्र नर स्वतंत्र परिन्दा ******************** विहंगम कर पिंजरें थे कैद कैद कर के ना किया खेद द्विग आजादी को था छीना चौड़ा करके खुद का सीना नभचर उड़ना तक थे... Hindi · कविता 481 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2020 · 1 min read दीवाना दीवानी ****दीवाना-दीवानी****** ********************** बीत गई घड़ी बहुत सुहानी दीवाने संग रहती थी दीवानी दिल में थे प्रेम के अफसाने मनमोहिनी सूरत के दीवाने चंदा की मूरत थी वो दीवानी दीवाने संग... Hindi · कविता 353 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2020 · 1 min read सफर कट जाएग *******सफर कट जाएग******** ***************************** छाया तम का साया मिट ही जाएगा प्रेमगीत गाएंगे,अंधेरा छंट ही जाएगा सदा सोचो उजाले की तम निश्चेष्ट हो उजाले का जो पहरा,दीप जल पाएगा दुख... Hindi · कविता 2 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2020 · 1 min read परवाना रूठ गया *******परवाना रूठ गया********* ****************************** हम से तो लगे सारा जमाना रूठ गया जो था सबसे प्यारा मस्ताना रूठ गया रहगुजर का साथी आस्तीन का सांप छोड़ तन्हाई में तन्हा दीवाना... Hindi · कविता 339 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Apr 2020 · 1 min read इंसान रूपी भगवान **इंसान रूपी भगवान** ****************** ना आव देखा ना ही ताव खेल दिया जान का दांव छोड़ छोटे छोटे घर बच्चे करते आकर बीच बचाव करते नहीं जान परवाह रोगी का... Hindi · कविता 1 2 304 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Apr 2020 · 6 min read मेरी प्रेम गाथा अंतिम भाग (13) प्रेम कहानी अंतिम भाग(13) जैसा कि पिछले अंक में बताया था कि परी विद्यालय में चली गई थी और मैं लखनऊ म्यूजिक महविद्यालय में चला गया था।विद्यालय जा कर उसने... Hindi · कहानी 515 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Apr 2020 · 1 min read समाज के ठेकेदार चूर चूर कर डाले रिश्ते समाज के ठेकेदारों ने खुद के दोष रहे छिपाए लगे औरों को उछलाने में भावहीन भयमुक्त हो गए लगे औरों को धमकाने में छोटों को... Hindi · कविता 2 446 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Apr 2020 · 1 min read बदली जीवन रेखा है बदली जीवन रेखा है *************** जब से तुम्हें देखा है बदली जीवन रेखा है फिरते थे मारे - मारे मायूस थे बिन तुम्हारे हसीन ख्वाब देखा है बदली जीवन रेखा... Hindi · कविता 302 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Apr 2020 · 1 min read फूलों में गुलाब ***फूलों में गुलाब*** ***************** तुम फूलों में गुलाब हो मेरे ख्वाबी नकाब हो यौवन तेरा भरा - भरा तुम खिलता शवाब हो मयकशी शरबती आँखें आसुओं का सैलाब हो तनबदन... Hindi · कविता 240 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Apr 2020 · 1 min read भोलू का विवाह ***भोलू का विवाह***** ******************** भोलू का रख दिया विवाह विवाह भोलू की थी चाह गांव में डंका सा बज गया भोलू का विवाह रख दिया साई सप्पे भी पक्के हो... Hindi · कविता 1 3 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2020 · 5 min read मेरी प्रेम गाथा भाग 12 प्रेम कहानी भाग 12 सर्दियों की छुट्टियाँ बीत जाने के बाद परी ग्याररहवीं कक्षा की पढ़ाई हेतु नवोदय विद्यालय चली गई थी और मेरा लखनऊ म्यूजिक कॉलेज में फर्स्ट ईयर... Hindi · लघु कथा 323 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2020 · 1 min read अंजनी पुत्र हनुमान ***अंजनी सुत हनुमान***** *********************** पवन पुत्र हनुमान की जय हो अंजनी सुत हनुमंत की जय हो जब जब जग में विपदा है आई राम सेवक की तब याद है आई... Hindi · कविता 1 2 401 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2020 · 1 min read तोड़ो चक्रव्यूह **********तोड़ो चक्रव्यूह************ ********************************* धर्म ,जाति ,क्षैत्र भेदभाव का तोड़ो चक्रव्यूह आओ मिलजुलकर बनाएं इंसानी जन समूह खामख्वाह की कृति में क्यों ऊर्जा करें व्यर्थं ऊर्जा संचारित कर मानव जन बनाएं... Hindi · कविता 430 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2020 · 1 min read दोहरापन **********दोहरापन******** ************************* दिखावा होता सदा बड़ा खर्चीला अन्दर खाली बाहर चमके पतीला प्रदर्शन ने यह दुनिया अपंग बनाई बाहर चमक दमक अन्दर से ढीला बनावटीपन में इंसानियत चर हुई मानवता... Hindi · कविता 1 2 406 Share Previous Page 39 Next