सत्य कुमार प्रेमी Language: Hindi 836 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है। गज़ल 2122/2122/2122/212 पेड़ पौधे फूल तितली सब बनाता कौन है। चांद तारे और सूरज जगमगाता कौन है।1 कौन है सबका पिता बन कर जो सबको पालता, प्यार से हम सबको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना। गज़ल 122/122/122/122 तमन्ना उसे प्यार से जीत लाना। कि आएगा इक दिन समाॅं वो सुहाना।1 जहां जानता है वो चाहत है मेरी, जिसे चाहता हूं उसी ने न जाना।2 यही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 154 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है। गज़ल 221/1222/221/1222 जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है। अब मुक्ति मिले कैसे गंगा में नहाया है। पाला है जिसे उसने आश्रम भिजवाया है। जो दर्द सहा मां ने वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read बेहद दौलत भरी पड़ी है। गज़ल 22/22/22/22 बेहद दौलत भरी पड़ी है। प्यार मुहब्बत दूर खड़ी है।1 दिल से है कंगाल आदमी, इज्ज़त उसकी बहुत बड़ी है।2 भूल चुका है वक्त की कीमत, पहने महगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं। गज़ल 122/122/122/122 मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं। वफ़ा पर वफ़ा मैं किए जा रहा हूॅं।1 दिये दूसरों को सदा दर्द तोहफें, वही कर्म फल अब लिए जा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 66 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मत गमों से डर तू इनका साथ कर। गज़ल 2122/2122/212 मत गमों से डर तू इनका साथ कर। जिंदगी है इन से दो दो हाथ कर।1 जिंदगी तेरे हवाले कह दे तू, जो भला मेरे लिए हे नाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 114 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था। गज़ल 221/2121/1221/212 गम के दिनों में साथ कोई भी खड़ा न था। जिनको पड़ोसियों से कोई वास्ता न था।1 वो जिंदगी से जंग भी अच्छी लगी मुझे, उस वक्त जाति... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत। गज़ल 212/212/212/212 जिसको दिल में जगह देना मुश्किल बहुत। उसको अपना बना पाना मुश्किल बहुत।1 दीप जिसको बुझा दे ज़रा सी हवा, उसका आंधी में टिक जाना मुश्किल बहुत।2 पैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 82 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read आप लिखते कमाल हैं साहिब। मुक्तक आप लिखते कमाल हैं साहिब। आप पढ़ते धमाल हैं साहिब। आप जैसा नहीं मिला दूजा, आप तो बेमिसाल हैं साहिब। .........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · मुक्तक 83 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read इक अदा मुझको दिखाया तो करो। मुक्तक इक अदा मुझको दिखाया तो करो। जुल्फ चेहरे पर गिराया तो करो। चांद सा चेहरा दिखाने के लिए, नाज़-ओ-नखरे से हटाया तो करो। ........✍️ सत्य कुमार प्रेमी Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं। गज़ल 122/122/122/122 मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं। मैं भटकों को रस्ता दिखाने चला हूॅं।1 रहे हैं अधूरे जो भी ख्वाब अब तक, कि मैं ऐसे सपने सजाने चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 66 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read गोरा है वो फिर भी काला लगता है। गज़ल गोरा है वो फिर भी काला लगता है। बीबी का भाई है साला लगता है।😊 घर पर जब भी आती है साली मेरी, साढ़ू मुझको इक रखवाला लगता है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 96 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तुम्हारी दुआ। गज़ल 122/12 तुम्हारी दुआ। हमारी दवा।1 गुज़ारिश यही, न देना दगा।2 खुदा की कसम, तू है मरहवा।3 कि मर जाएंगे, न तू यूं सता।4 हैं तन से अलग, न दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 86 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। गज़ल 221/2121/1221/212 दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। इंसां वही है आज भी चेहरा बदल गया।1 लड़के व लड़़कियाॅं भी सभी एक सी दिखें, परवरदिगार कैसा जमाना बदल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 75 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से। गज़ल 2122/2122/2122 मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से। भूखे प्यासे जूझते हैं हर कमी से।1 कुछ करो जो गम के मारे मुस्कुराएं, कुछ पलो को दूर होकर बेबसी से।2 क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो। दीपावाली- एक गज़ल तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो। बहुत मुबारक प्रियवर तुमको खुशियों भरी दिवाली हो। दुख की धूप कभी न आए, खुशियों की बरसात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 94 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं। मुक्तक बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं। बच्चे हैं इक फूल जो कलियां होते हैं। कल बेकल हो जाता है,बच्चों के बिन, बच्चे ही तो कल की खुशियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है। मुक्तक किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है। घर में बच्चे फुलवारी से लगते हैं। बच्चों से सारी खुशियां घर आंगन की, बच्चों में ईश्वर के दर्शन मिलते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 86 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है। 👭बाल दिवस पर बधाई 🧑🤝🧑 मुक्तक -1- जिनके बिन घर सूना सूना दिखता है। जिनके बिन हर सुख भी बौना लगता है। जिनसे प्यार किया है चाचा नेहरू ने, उन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। गज़ल 221/2121/1221/212 यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे। हाथों में हाथ हों न हों पर दिल मिला रहे।1 गुलशन की रंग-ओ-खशबू बिखरती रहे सदा, हर फूल डाली पर यूं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 91 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जो उसने दर्द झेला जानता है। गज़ल 1222/1222/122 जो उसने दर्द झेला जानता है। वो पल पल कैसे टूटा जानता है।1 ग़रीबी या अमीरी में पला जो, कहां मिलता है सोना जानता है।2 सफलता भी उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। मुक्तक तू नहीं है तो ये दुनियां सजा सी लगती है। तू रहे साथ अगर तो कज़ा सी लगती है। ये सज़ा और कज़ा में फॅंसा हूॅं मैं या रब,... Hindi · मुक्तक 102 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। मुक्तक मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा। पैसे वालों को भी यारो पैसे पर मरते देखा। मजबूरी तो मजबूरी है क्या क्या ये करवाती है। पर औरों की... Hindi · मुक्तक 103 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read हम न रोएंगे अब किसी के लिए। गज़ल 2122/1212/22(112) हम न रोएंगे अब किसी के लिए। है तेरी आरज़ू बस खुशी के लिए।1 तू है अनजान ये ही मान लिया। कौन रोता है अजनबी के लिए।2 प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 66 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 2 min read खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। गीत- जीवन क्या है समझ न पाए समझ रहे हैं खेल। खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल। (कि भैया जीवन है ये रेल) मां की कोख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है। अभी भी ऐसा लगता है कि मां लोरी सुनाती है।1 किया इज़हार जिससे प्यार का इनकार ही पाया,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 30 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। 1222/1222/122 मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम। सुखी हैं दुख की सोचा क्यों करें हम।1 कोई इंसान हो अपना पराया, किसी के साथ धोका क्यों करें हम।2 जहां मिलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read 221/2121/1221/212 गज़ल 221/2121/1221/212 सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। कितना कठिन है प्यार में झंझट तमाम हैं।1 टेडी बियर गुलाब कभी चॉकलेट लिए, सब घूमते हैं पीछे के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 70 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। मुक्तक न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते। कभी वो दीन दुखियों के भी, सहचर हो नहीं सकते। बना सकते नहीं जब वो, किसी का क्या... Hindi · मुक्तक 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गज़ल अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गिरगिट भी देख करके उनको दंग हो गए।1 दिल में छुपा के रखते हैं न जाने कितने राज, दिल दिल नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मुक्तक 1222/1222/1222/1222 वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है। मैं हूं आजाद मुझको देश भी आजाद करना है। गुलामी में जनम पाया नहीं वो बस में था... Hindi · मुक्तक 71 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त। गज़ल 221/2121/1221/212 तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त। सबसे हसीन आपका हो खुशगवार दोस्त। हो जाए आपका तो रहे आपका ही बस, कितना भी चाहें लाख उसे बेशुमार दोस्त।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 129 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। मुक्तक (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर) जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो। इस रथ की धुरी तुम्हीं हो, और रथवान तुम्हीं तो हो। शक्ति स्वरूपा... Hindi · मुक्तक 91 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read आओ प्यारे कान्हा हिल मिल सब खेलें होली, घनाक्षरी (छेड़-छाड़ मामले में दंड दिलवाऊंगी) आओ प्यारे कान्हा हिल मिल सब खेलें होली, प्यार मनुहार कर रंग मैं लगाऊंगी। बोले श्याम मैं न आऊं रंग से मैं घबराऊं, डर... Hindi · घनाक्षरी 1 93 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। मुक्तक ढोलकों की थाप पर फगुहा सुनाई दे रहे। भंग में बहके हुए भंवरें गवाही दे रहे। आ गई होली यही अहसास सबको हो रहा। आसमां में रंग होली के... Hindi · मुक्तक 139 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 96 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 60 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। मुक्तक ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी। सुबह तक देख लेना, कहानी और होगी। अंधेरी रात में सबकुछ बदल जाएगा यारो, जो देखी भूल जाओ, बतानी और होगी।... Hindi · मुक्तक 79 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। गज़ल 221/1222/221/1222 आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। जुल्फों के घने बादल, अब खुल के बरसने दो। जीवन का सबक यारो, ये याद रखो हरदम, गिरता जो सॅंभलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आइना देखा तो खुद चकरा गए। गज़ल आइना देखा तो खुद चकरा गए। अपना चेहरा देखकर घबरा गए।.. मतला छोड़कर उनको हम आगे आ गए। अपनों को हम किसलिए बिसरा गए।...हुस्ने मतला भूख के मारे थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 68 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read होली पर बस एक गिला। ग़ज़ल होली पर बस एक गिला। वो क्यों मुझसे नहीं मिला। खोले थे दिल के दरवाजे, उसने रक्खा बंद किला।। हम दोनों तो एक से हैं, गांव शहर औ'र एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 67 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। जां का हमारी दुश्मन, जाने जिगर हमारा।1 दरिया ए इश्क में हम, कुछ इस तरह फॅंसे है, छूटा इधर किनारा, छूटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। गज़ल 2122/1122/1212/222 प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। जीत में हार हो तो हार की जरूरत क्या है।1 शब्द भी तीर कमानों की तर्ह होते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 69 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। गज़ल 22/22/22/22 कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। कुछ हल्की कुछ गहरी बातें।1 बातें तो बातें होती हैं, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें।2 आपस में मिलकर करते हैं, कुछ सोची कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 64 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read खुले आम जो देश को लूटते हैं। मुक्तक खुले आम जो देश को लूटते हैं। वही अब निगेहबान भी बन रहे हैं। जिन्होंने दिये दर्द ही जिंदगी में, वहीं दर्द की अब दवा बेचते हैं। .........✍️ सत्य... Hindi · मुक्तक 73 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये बता दे तू किधर जाएंगे। गज़ल 2122/1122/22(112) ये बता दे तू किधर जाएंगे। हम मुसाफिर हैं गुजर जाएंगे।1 देख लेंगे जो मुझे आईने, टूटकर खुद ही बिखर जाएंगे।2 मुझको मरना भी अगर होगा कभी, तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 108 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। गज़ल - 221/2121/1221/212 दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। फिर से बहार आई है पोते की जन्म पर।1 दादा खुशी से झूमते, दादी भी नाचती, अब बट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 85 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। गज़ल- 212/212/212/212 करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। झूठ को सच बताकर वो छलता रहा।1 वो अमीरों को अपना बनाता रहा। जो था मुफलिस वो बेमौत मरता रहा।2 सबको सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 81 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read राग द्वेश से दूर हों तन - मन रहे विशुद्ध। कुण्डलिया छंद राग द्वेश से दूर हों तन - मन रहे विशुद्ध। जप - तप संयम ज्ञान दो शान्ति दूत हे बुद्ध। शान्ति दूत हे बुद्ध शान्ति की खोज करूं... Hindi · कुण्डलिया 75 Share Previous Page 3 Next