Ashwini sharma 188 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read जिन्दगी की किताब दिल किया क्यूँ न आज जिन्दगी की किताब लिख दू। कुछ अधूरे,कुछ मुकम्म्ल रिस्तों की दास्ताँ लिख दू।। कुछ दर्द की आवाज लिख दू,,कुछ मलहमों के नाम लिख दू। कुछ... Poetry Writing Challenge-3 1 86 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read मंथन है मृत्यु सरल जीवन दुष्कर पथ पर फैला है,एक गरल दे स्वेद को तू इतनी अग्नी, जल जायें कन्टक जो भी हो हो जाये जीवन और सरल हो जाये जीवन... Poetry Writing Challenge-3 91 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read प्रेयसी तेरे रुखसार की लाली गुलाबों से भी गहरी है, तेरी आँखो की गहराई,सागर को भी शरमा दे। तेरे कंगन की खनखन मेरे मन को अलंकृत करती है । तू लगाती... Poetry Writing Challenge-3 86 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read वतन ये वो मेरा देश जहाँ बहती है गंगा यमुना, ये वो मेरा देश जहाँ बहे स्नेह समर्पण का झरणा । इस देश की मिट्टी पावन है, जहाँ माँ की बातो... Poetry Writing Challenge-3 77 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read मानव की बाधाएं अगर हो हार जीवन में तो गम नही करना, गिर जाओ गर थककर, फिर से मेहनत कम नही करना।। असफलताएं आयेंगी तुम्हे आजमायेगि बहुत, फिर उसी जोश से प्रतिकार उनका... Poetry Writing Challenge-3 68 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read इन्सान की क्या कीमत इन्सान की कीमत का क्या मोल यहाँ, भगवान खरीदे जाते है । अभिमान भरी इस दुनिया मे रिस्ते ठोकर खाते है ।। पल पल बिगड़ते रिस्तो की हालत ऐसी माली... Poetry Writing Challenge-3 84 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read अफसाना मैनें चंद बाते कह दी तो हंगामा हो गया। मैं रह गया अकेला,संग उनके जमाना हो गया।। तलवे चाट कर बैठा है जो शक्स। वो दो ही दिन मे शयाना... Poetry Writing Challenge-3 107 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read ईश्क़ मेरे इश्क़ की गहराई को यह जमाना क्या जाने। मेरे इश्क़ के रंग का, क्या रंग है जमाना क्या जाने। मैं जिन्दा हूं की वो है, मेरे भीतर है वो... Poetry Writing Challenge-3 48 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 2 min read भारत यह देश है अपना विश्व गुरु होती है जहाँ से सभ्यता शुरु।। जहाँ ऋषियों मुनियों का तप पनपा। इस देश ने माना सबको अपना।। जहाँ राम हुई रामायण थी। गिरिधर... Poetry Writing Challenge-3 40 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read रंग जिन्दगी का जरा संभल कर रहिये जनाब, दुनिया बडी छोटी है । आप ने जो किया किसी के संग, पुनरावर्ती उसकी संग आप के भी होती है ।। इन्सान का क्या कर्म... Poetry Writing Challenge-3 41 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read भाव मैं अपना कर्म करता हू, अपना धर्म करता हू। बात जब गिर के उठने की हो , तो ना मै शर्म करता हूँ ।। लोग तन के उजले, मन के... Poetry Writing Challenge-3 40 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्तों में जबतक ‘अर्थ’ नही, सच है उनमें कोई अर्थ नही। गर न निज स्वार्थ की सीमा हो, क्या एहसासों का अफ़साना व्यर्थ नही।। दिखती है दीवारें भावो पर, ना... Poetry Writing Challenge-3 39 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read जिन्दगी एक दौड खुद को साबित करते करते यूहीं उम्र बीत जाती हैं । वक्त बहुत लग जाता है, जब यह दुनिया समझ में आती है। दोहरे चरित्रो की थाह, कहाँ समझ में... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Ashwini sharma 18 May 2024 · 1 min read संघर्ष फिर से साहस करना होगा,अधिकारो के लिये लड़ना होगा। सन्ताप नही होगा मन में, शोणित का उबाल होगा तन में, मन विचलित हो ऐसा न हो, गिर के फिर से... Poetry Writing Challenge-3 36 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read हम दर्द यूँ तो हमदर्द हजारों है,कोई अपना मिल जाए तो बात बने। यह दुनियाँ तमाशबीनों की बस्ती है,कोई अपना दिख जाए तो बात बने।। कहते है खुदगर्ज़ मुझे,जमाने भर के लोग।... Poetry Writing Challenge-3 79 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read हद कुछ लोग मेरी आँखो में नमी देखना चाहते हैं, वो हर हाल मे मुझ में कुछ कमी देखना चाहते है ।। मैं भी जिद्दी हूँ सब्र का समंदर है मुझमे।... Poetry Writing Challenge-3 36 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read रिश्ते रिश्तों की परते उधड़ने लगी है । आँखे भी रातो को जगने लगी हैं ।। चाहत दफ़न थी अभी तक जो मेरी। वो भी दीवारों पर सजने लगी है ।।... Poetry Writing Challenge-3 45 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read पिता पिता,पिता जीवन की धूरी है । पिता,पिता जीवन मे बहुत जरुरी है ।। पिता धरती पर परमेश्वर का अक्श हुआ। जो ना टूटे ,ऐसा विकट शख्स हुआ। । एक टूटी... Poetry Writing Challenge-3 68 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read दर्द दर्द जरुरी है जिन्दगी में, जीने की तरकीब आती है ।। हम जहाँ थे ,हम वहीं है, और जिन्दगी आगे दौड जाती है ।। उम्र अनुभव का पैमाना नही है,... Poetry Writing Challenge-3 38 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read मुखौटा जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की। अब मिलो तो मुखौटा उतार कर मिला करो ।। सुलग रही है ख्वाइशों की चिताये दिल में । कभी तन्हा बैठकर खुद जे सच... Poetry Writing Challenge-3 58 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read कर्म माना की पथ पर हार हुई, फिर भी कोशिश सौ सौ बार हुई। है स्वेद टपकता माथे से, है ललाट भी दमक रहा। मिट्टी में लथ-पथ काया है, माना कोई... Poetry Writing Challenge-3 62 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read जाति एक दोस्त है मेरा,मुझको मुझ जैसा ही लगता है। मैं खुद को श्रेष्ठ और वह स्वयं को दलित कहता है । मैं उस से गले मिलता हू बड़ी ही तबियत... Poetry Writing Challenge-3 45 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read चूल्हे पर रोटी बनाती माँ चूल्हे पर रोटी बनाती माँ, कुओ से पानी भरती माँ । एक हाथ मे मुझको सम्भाले , सिर पर पानी की मटकी रखती माँ । सर पर रख घास के... Poetry Writing Challenge-3 61 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read दोस्ती दुश्मनी रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को, एक दिन तो सब कुछ दिख ही जायेगा। आज माना की सितारे गर्दिश में हैं । उम्मीद हैं एक दिन मेरा भी आयेगा... Poetry Writing Challenge-3 40 Share Ashwini sharma 17 May 2024 · 1 min read रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को, रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को, एक दिन तो सब कुछ दिख ही जायेगा। आज माना की सितारे गर्दिश में हैं । उम्मीद हैं एक दिन मेरा भी आयेगा... 56 Share Ashwini sharma 9 May 2024 · 1 min read चूल्हे पर रोटी बनाती माँ, चूल्हे पर रोटी बनाती माँ, कुओ से पानी भरती माँ । एक हाथ मे मुझको सम्भाले , सिर पर पानी की मटकी रखती माँ । सर पर रख घास के... 51 Share Ashwini sharma 19 Feb 2024 · 1 min read जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की। जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की। अब मिलो तो मुखौटा उतार कर मिला करो ।। सुलग रही है ख्वाइशों की चिताये दिल में । कभी तन्हा बैठकर खुद जे सच... Quote Writer 163 Share Ashwini sharma 8 Dec 2023 · 1 min read यह जो तुम कानो मे खिचड़ी पकाते हो, यह जो तुम कानो मे खिचड़ी पकाते हो, इस से अच्छा तो बच्चो का शौर है अपने दिल से पूछ की सही गलत क्या हैं । फिर शायद पता चले... Quote Writer 235 Share Ashwini sharma 8 Dec 2023 · 1 min read यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो, यह जो कानो में खिचड़ी पकाते हो, इस से अच्छा तो शौर हैं ।। तुम बददुआ जिसे देते हो, वो ,वो नही कोई और हैं ।। धीरे से अपने दिल... Quote Writer 360 Share Ashwini sharma 7 Dec 2023 · 1 min read यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं । यह उँचे लोगो की महफ़िल हैं । मुझे क्यो बुलाते हो।। बात तो एक ही हैं बार बार क्यो जताते हौ । मैं भी कोई फरिश्ता तो नही, क्यों दूरियाँ... Quote Writer 367 Share Ashwini sharma 28 Nov 2023 · 1 min read दर्द जख्म कराह सब कुछ तो हैं मुझ में दर्द जख्म कराह सब कुछ तो हैं मुझ में कोई आके पुछे हालचाल तो बात बने।। वो कहता है तेरे सहने की इन्तहां देखनी हैं । मैं कहता हू शमशीर... Quote Writer 245 Share Ashwini sharma 13 May 2023 · 1 min read जाति एक दोस्त है मेरा,मुझको मुझ जैसा ही लगता है। मैं खुद को श्रेष्ठ और वह स्वयं को दलित कहता है । मैं उस से गले मिलता हू बड़ी ही तबियत... 125 Share Ashwini sharma 12 May 2023 · 1 min read कर्म माना की पथ पर हार हुई, फिर भी कोशिश सौ सौ बार हुई। है स्वेद टपकता माथे से, है ललाट भी दमक रहा। मिट्टी में लथ-पथ काया है, माना कोई... 167 Share Ashwini sharma 10 May 2023 · 1 min read आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ । आहिस्ता आहिस्ता मैं अपने दर्द मे घुलने लगा हूँ । खाके ठोकर और भी बेहतर बनने लगा हूँ । जख्म अब दर्द मुझे देते नही है । पाकर खुशी अब... Quote Writer 436 Share Ashwini sharma 29 Mar 2023 · 1 min read पिता पिता,पिता जीवन की धूरी है । पिता,पिता जीवन मे बहुत जरुरी है ।। पिता धरती पर परमेश्वर का अक्श हुआ। जो ना टूटे ,ऐसा विकट शख्स हुआ। । एक टूटी... Hindi 1 1 246 Share Ashwini sharma 9 Mar 2023 · 1 min read जिन्दगी रिश्तों की परते उधड़ने लगी है । आँखे भी रातो को जगने लगी हैं ।। चाहत दफ़न थी अभी तक जो मेरी। वो भी दीवारों पर सजने लगी है ।।... Hindi 2 288 Share Ashwini sharma 27 Feb 2023 · 1 min read सबके हाथ में तराजू है । सबके हाथ में तराजू है । सब तौलते है अपने हिसाब से मुझे। एक बेकार सा सामान हू। कुछ दबे अरमान है मुझमे। Quote Writer 420 Share Ashwini sharma 18 Feb 2023 · 1 min read बेरहम जिन्दगी के कई रंग है । बेरहम जिन्दगी के कई रंग है । कभी है यह हसीन तो कभी हाल ए तंग है । बेरहम जिन्दगी के कई रंग है ।। कभी खुद से अलग,कभी खुद... Quote Writer 402 Share Ashwini sharma 9 Feb 2023 · 1 min read चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है । चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है । कैसी दास्ताँ है यह, परदे के पीछे हर शक्स बिकता है ।।।।। अश्विनी Quote Writer 650 Share Ashwini sharma 8 Feb 2023 · 1 min read हालात पर फ़तह की तैयारी कीजिए। हालात पर फ़तह की तैयारी कीजिए। जीत है क़रीब,अब कुछ अय्यारी कीजिए।। अश्विनी Quote Writer 267 Share Ashwini sharma 8 Feb 2023 · 1 min read कभी कभी खुद को खो देते हैं, कभी कभी खुद को खो देते हैं, कुछ पाने के लिये। यह राहे बहुत दूर लगती है, वापस लौट कर आने के लिये। Quote Writer 410 Share Ashwini sharma 7 Feb 2023 · 1 min read जिन्दगी है बगावत तो खुलकर कीजिए। जिन्दगी है बगावत तो खुलकर कीजिए। गर जहर है जिन्दगी,खुलकर पीजिए।। Quote Writer 3 288 Share Ashwini sharma 7 Feb 2023 · 1 min read दर्द दर्द जरुरी है जिन्दगी में, जीने की तरकीब आती है ।। हम जहाँ थे ,हम वहीं है, और जिन्दगी आगे दौड जाती है ।। उम्र अनुभव का पैमाना नही है,... Hindi 1 140 Share Ashwini sharma 6 Jan 2023 · 1 min read जिन्दगी के रिस्ते रिश्तें जुड़े है एक नाजुक सी डोर से खीचां जाता इसे कभी इस छोर से तो कभी उस छोर से। वर्ग पहेली सी जिन्दगी दो दुनी चार मे उलझी है... Hindi 1 122 Share Ashwini sharma 8 Nov 2022 · 1 min read अफसाना मैनें चंद बाते कह दी तो हंगामा हो गया। मैं रह गया अकेला,संग उनके जमाना हो गया।। तलवे चाट कर बैठा है जो शक्स। वो दो ही दिन मे शयाना... Hindi 2 185 Share Ashwini sharma 25 Jan 2022 · 1 min read अरमान हशरतें कहाँ किसी की पूरी होती है । एक चाह पूरी हुई की दूसरी शुरु होती है ।। यह जिन्दगी का सफ़र ऐसे ही चलता है । अभी एक चाल... Hindi · कविता 1 381 Share Ashwini sharma 10 Dec 2021 · 1 min read आईना किरदार में कमियाँ निकाली उसने मेरे। मैने सोचा की आईना कहाँ है । हर लम्हा मेरी नेकी को ललकारा उसने। मैने फिर सोचा आईना कहाँ है ।। कुछ सोच के... Hindi · शेर 1 449 Share Ashwini sharma 3 Dec 2021 · 1 min read इश्क़ मेरे इश्क़ की गहराई को यह जमाना क्या जाने। मेरे इश्क़ के रंग का, क्या रंग है जमाना क्या जाने। मैं जिन्दा हूं की वो है, मेरे भीतर है वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 238 Share Ashwini sharma 30 Aug 2021 · 1 min read जिन्दगी बेशक मुझमे कुछ कमी हो सकती है । जिन्दगी कभी हँस,तो कभी रो सकती है ।। सब्र की कोई कमी नही मुझमे,रंग सा गहरा हूँ । आज फिर से मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 247 Share Ashwini sharma 26 Jul 2021 · 1 min read दोहरापन ना स्नेह रहा,ना विनय रहा । जीवन मे शेष अभिनय रहा ।। चेहरे पर चेहरा लगा हुआ। नियत पर पहरा लगा हुआ। ईश्वर ने भी आँखे मूंद रखी। समय बड़ा... Hindi · कविता 2 4 389 Share Previous Page 3 Next