Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

दोस्ती दुश्मनी

रफू भी कितना करे दोस्ती दुश्मनी को,
एक दिन तो सब कुछ दिख ही जायेगा।
आज माना की सितारे गर्दिश में हैं ।
उम्मीद हैं एक दिन मेरा भी आयेगा ।।
मै रिश्तो को बहुत तहरीज देता हूँ ।
इसे लोग मेरी कमतरी समझ लेते हैं ।
लेकिन यह तो पता ही है सबको,की
जो बोया है तू वही पायेगा।।
किसी से इतना भी अपनापन मत बनाओ
की कोई शक्स खुद को तुम्हारी गिरफ्त में पायेगा।।

20 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
*साठ बरस के हो गए, हुए सीनियर आज (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
19-कुछ भूली बिसरी यादों की
19-कुछ भूली बिसरी यादों की
Ajay Kumar Vimal
क्यों अब हम नए बन जाए?
क्यों अब हम नए बन जाए?
डॉ० रोहित कौशिक
मै थक गया
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
दोस्ती
दोस्ती
Neeraj Agarwal
पहचान
पहचान
Dr.Priya Soni Khare
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
सांवली हो इसलिए सुंदर हो
सांवली हो इसलिए सुंदर हो
Aman Kumar Holy
She was the Mother - an ode to Mother Teresa
She was the Mother - an ode to Mother Teresa
Dhriti Mishra
"" *दिनकर* "'
सुनीलानंद महंत
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
आप आज शासक हैं
आप आज शासक हैं
DrLakshman Jha Parimal
संसद उद्घाटन
संसद उद्घाटन
Sanjay ' शून्य'
एक सूखा सा वृक्ष...
एक सूखा सा वृक्ष...
Awadhesh Kumar Singh
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
Jyoti Khari
याद आती है
याद आती है
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
Hitanshu singh
3237.*पूर्णिका*
3237.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
जल संरक्षण बहुमूल्य
जल संरक्षण बहुमूल्य
Buddha Prakash
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
ओनिका सेतिया 'अनु '
उनकी यादें
उनकी यादें
Ram Krishan Rastogi
मे गांव का लड़का हु इसलिए
मे गांव का लड़का हु इसलिए
Ranjeet kumar patre
राम
राम
Suraj Mehra
हमको ख़ामोश कर दिया
हमको ख़ामोश कर दिया
Dr fauzia Naseem shad
Loading...