महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali Language: Hindi 683 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Sep 2021 · 3 min read "हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया" के "अंगद" यानि सिद्धार्थ नहीं रहे सिद्धार्थ शुक्ला का जन्म 12 दिसंबर 1980 ई. को मुंबई महाराष्ट्र में हुआ था और हृदय गति रुक जाने से आज 2 सितंबर 2021 ई. को निधन हो गया। दरवाज़ा... Hindi · लेख 2 519 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 31 Aug 2021 · 5 min read महाकवि दुष्यंत जी की पत्नी राजेश्वरी देवी जी का निधन "दुष्यंत की नज़र उनके युग की नई पीढ़ी के ग़ुस्से और नाराज़गी से सजी बनी है। यह ग़ुस्सा और नाराज़गी उस अन्याय और राजनीति के कुकर्मो के ख़िलाफ़ नए तेवरों... Hindi · लेख 1 1 702 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Aug 2021 · 10 min read द्विराष्ट्र सिद्धान्त के मुख्य खलनायक "कभी-कभी मेरे मन में सवाल उठता है कि अगर वारसा जैसी सख्त संधि जर्मनी पर न थोपी गई होती, तो शायद हिटलर पैदा नहीं होता! यदि हिन्दू-मुस्लिम एकता वाले ऐतिहासिक... Hindi · लेख 1 785 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Aug 2021 · 1 min read इस जहाँ से हर कोई इक दिन अकेला जाता है इस जहाँ से हर कोई इक दिन अकेला जाता है कब किसी के साथ ये दुनिया का मेला जाता है चार दिन ही ज़िन्दगी थी, इस जहाँ की भीड़ में... Hindi · मुक्तक 3 192 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Aug 2021 · 4 min read "नजीबुल्लाह: एक महान राष्ट्रपति का दुखदाई अन्त" 90 के दशक में अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति थे नजीबुल्लाह। वे कम्युनिस्ट विचारधारा को मानते थे इसलिए उन्हें सोवियत संघ (USSR, उन दिनों तक रूस के टुकड़े नहीं हुए थे। वह... Hindi · लेख 5 479 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Aug 2021 · 1 min read क्या कहूँ आपने कर दिया बेज़ुबाँ क्या कहूँ आपने कर दिया बेज़ुबाँ काश! अब कोई ना फिर रहे दरमियाँ होश फ़ाख़्ता हुए आपको देखकर ढूँढ़ते हो कहाँ मेरे नामो निशाँ ••• Hindi · मुक्तक 2 485 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 11 Aug 2021 · 16 min read इक्यावन दिलकश ग़ज़लें (1) होश में कैसे रहूँ जब रू-ब-रू तू आई’ना देखूँ तो हैराँ हू-ब-हू तू रूह मेरी और तेरी एक है यूँ मुझसे मेरी होने वाली गुफ़्तुगू तू इस कदर छाया... Hindi · ग़ज़ल 3 2 730 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Aug 2021 · 3 min read नहीं रहे रंगमंच व सिनेमा के सशक्त अभिनेता अनुपम श्याम अभिनेता अनुपम श्याम का जन्म 20 सितंबर 1957 ई. को प्रतापगढ़ , उत्तर प्रदेश में हुआ था और उनकी मृत्यु गत रविवार 8 अगस्त 2021 ई. को लाइफ लाइन हॉस्पिटल,... Hindi · लेख 1 168 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 7 Aug 2021 · 1 min read लोग हमेशा छल करते हैं कब मुश्किल को हल करते हैं लोग हमेशा छल करते हैं क्यों कहते हो भूल गए हम याद तुम्हें हर पल करते हैं अच्छे कर्म न छोड़ कभी तू आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 240 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 4 Aug 2021 · 2 min read हिंदी व डोगरी की चहेती लेखिका पद्मा सचदेव का निधन अत्यन्त दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि हिंदी व डोगरी की जानी-मानी सबकी चहेती लेखिका पद्मा सचदेव का आज सुबह तड़के कार्डिक अरेस्ट के कारण मुंबई में निधन... Hindi · लेख 4 4 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 31 Jul 2021 · 1 min read शहीद उधम सिंह नमन तुम्हें जन्मे सन निन्यानवे, पौष माह छब्बीस अल्प आयु पाए उधम*, केवल इकतालीस बचपन में ही उठ गया, मात-पिता** का हाथ उधम-साधु सिंह*** हो गए, देखो हाय! अनाथ जलियाँवाला बाग़ में,... Hindi · दोहा 5 4 454 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 30 Jul 2021 · 1 min read आप ने तोड़ा है 212 + 22 आप ने तोड़ा है हमने फिर जोड़ा है काम मुश्किल था ये हमने कर छोड़ा है ज़ुल्म के आगे तो न्याय ये थोड़ा है युद्ध के माहौल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 294 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Jul 2021 · 1 min read कैसे ये टूटेगा भरम देखिये साहब 2212 + 2212 + 2122 + 2 बेरोजगारी का सितम देखिये साहब कैसे ये टूटेगा भरम देखिये साहब मिल जाये बस दो वक़्त की रोटियाँ इनको ये भूख का अन्तिम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 717 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 Jul 2021 · 1 min read नाम को रह जायेगा सिर्फ़ अब हैवान यहाँ खुद मिटा डालेगा इन्सान को इन्सान यहाँ नाम को रह जायेगा सिर्फ़ अब हैवान यहाँ दोष क्या दें किसको भगवान ने ही सबको गढा खुद मसीहा बन बैठा आज तो... Hindi · मुक्तक 2 183 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 24 Jul 2021 · 1 min read सबके नसीब में बहार नहीं 21 1 2 +1 2 1+ 2 1 1 2 सबके नसीब में बहार नहीं सबकी रुहों को है क़रार नहीं दर्द उठे मिले न ज़ख़्म कोई कौन है वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 220 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 24 Jul 2021 · 1 min read हम हैं बरबादे-जहाँ होंगे आबाद कहाँ हम हैं बरबादे-जहाँ कुछ भी तो नहीं बदला हम थे जहाँ, हम हैं वहाँ धोका है प्रेम कथा तुम हो कहाँ, हम हैं यहाँ थी लबों पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 191 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 23 Jul 2021 · 1 min read वीर चन्द्रशेखर आज़ाद की जयन्ती पर दुःख-कष्ट लिए, भारत माँ के लिए सुःख छोड़ दिए, भारत माँ के लिए आखिर तक ना छू पाए दुश्मन आज़ाद जिए, भारत माँ के लिए यह देश चुकाएगा कैसे ऋण... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 430 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Jul 2021 · 1 min read लफ़्ज़ों का हुस्न 22 + 22 + 22 + 22 + 22 इक शा'इर लफ़्ज़ों का हुस्न निखारे एक मुसव्विर ज्यों तस्वीर सँवारे शायद चाँद उतर आया है ज़मीं पे यूँ काजल आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 470 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Jul 2021 · 1 min read किस मशीनी दौर में रहने लगा है आदमी किस मशीनी दौर में रहने लगा है आदमी दर्द के सागर में गुम बहने लगा है आदमी सभ्यता इक दूसरा अध्याय अब रचने लगी बोझ माँ-ओ-बाप को कहने लगा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 294 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Jul 2021 · 1 min read वफ़ाओं के मन्ज़र बदलते रहे 122 + 122 + 122 + 12 वफ़ाओं के मन्ज़र बदलते रहे हमेशा ज़हर ही उगलते रहे न कटटरपना छोड़ पाए कभी इबादत में रब को ही छलते रहे न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 480 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Jul 2021 · 1 min read हिन्दी मुक्तक गढ़वाली भावार्थ तेरा, मेरा, इसका, उसका जग में क्या है कुछ भी किसका मिट जायेगा सब कुछ इक दिन भगवान हिसाब रखे सबका त्यारू, म्यारू, येकू, वेकू जग मा क्या च कुछ... Hindi · मुक्तक 3 513 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 15 Jul 2021 · 1 min read साँझ ढले जिया रोवे रे सखी री साँझ ढले जिया रोवे रे सखी री दीप नहीं हिया बाले रे सखी री साँझ ढले....... गाये पपीहा, कूके तन में कोयलिया मन में बजाए मोरे श्याम बांसुरिया गीत नहीं... Hindi · गीत 5 6 431 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Jul 2021 · 1 min read लोकशाही ये व्यवस्था 2122 + 2122 लोकशाही ये व्यवस्था जान लेगी ये व्यवस्था ज़िन्दगी है कष्टदायी हाय कैसी ये व्यवस्था छल कपट-ओ-घात इसमें मौत जैसी ये व्यवस्था कुछ न इसमें होने वाला रात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 469 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 9 Jul 2021 · 1 min read दूर जो जाएँ'गे आप 2122 + 212 दूर जो जाएँ'गे आप भूल क्या पाएँ'गे आप एक दिन पछता के खुद लौट फिर आएँ'गे आप सहमे सिमटे बाँह में खुद ही शरमाएँ'गे आप क्या इशारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 272 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 8 Jul 2021 · 1 min read भीड़ अजब रेला है भाई भीड़ अजब रेला है भाई दुनिया का मेला है भाई उसको सबक मिला है अच्छा जिसने दुःख झेला है भाई गाँव में तो राजा थे हम भी शहरों में ठेला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 4 273 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 8 Jul 2021 · 1 min read सब पे ही क़यामत तोड़ी है सब पे ही क़यामत तोड़ी है क्या खूब ग़ज़ब ये जोड़ी है तुम भी उससे बच के रहना जिसने भी शराफ़त छोड़ी है कुछ तो अच्छा है इसमें भी ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 194 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 13 min read एक श्वान की व्यथा हास्य व्यंग्य से भरपूर बहुचर्चित कथा एक श्वान की व्यथा कथाकार : महावीर उत्तरांचली मोती यानी "मैं" और जैकी नरकीय 'पिताजी'! (क्योंकि हमारे कर्म ऐसे हैं कि स्वर्ग मिलने से... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 20 743 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 7 min read तिलचट्टे वातावरण में सुबह की ठण्डक और नमी अभी कुछ शेष थी, इसलिए धूप की तपन काबिल-ए-बर्दाश्त थी। लेबर चौक पर फंसी गाड़ियों की हॉर्न की आवाज़े। फैक्ट्रियों की तरफ़ बढ़ते... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 10 886 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 3 min read सोया हुआ आई० ए० एस० के एग्जाम की तैयारियों में इन दिनों रामस्वरूप सिंह की नींद उड़ी हुई थी। परीक्षा की तैयारी में उसने दिन-रात एक कर दिए थे। रामस्वरूप के जीजा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 14 582 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 5 min read आन्दोलन "भारत माता की।" वातावरण में गूंजता एक स्वर। "जय।" प्रतिक्रिया स्वरुप कई स्वर एक सुर में गूंजे। "एक, दो, तीन, चार।" वह स्वर इस बार तीव्र आक्रोश के साथ। "बंद... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 8 706 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 1 Jul 2021 · 13 min read माँ — फ़ातिमा एक अनाथ बच्ची ''सूरा—40 अल-मोमिन," पवित्र कुरआन को माथे से लगाते हुए उस्ताद अख़लाक़ ने कहा, 'शुरू नामे-अल्लाह से। जो बड़ा ही मेहरबान और निहायत ही रहम करने वाला है। यह पवित्र कुरआन... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 10 36 1k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Jun 2021 · 1 min read मैं ख़ामोश रहता 122 + 122 + 122 + 122 फ़क़त धन कमाता, तो ग़ज़लें न कहता ये क़िस्से न होते, मैं ख़ामोश रहता मिरा ये हुनर है, मिरी कामयाबी अगर बन्ध जाते,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 363 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 25 Jun 2021 · 1 min read मौत के बाद यूँ ज़िन्दगी रहे मैं रहूँ ना रहूँ शा'इरी रहे मौत के बाद यूँ ज़िन्दगी रहे नेकियाँ ओ वफ़ाएँ रहें सदा यूँ जहाँ में मेरी बन्दगी रहे शाम हो हुस्न की वादियों में ज्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 226 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 21 Jun 2021 · 1 min read भूल बैठे मेहमाँ हैं खो गए बेकार हम, दुनिया के कारोबार में भूल बैठे मेहमाँ हैं, हम सभी संसार में कौन जाने, पार जाना है हमें कब, किस घड़ी डोलती हैं ज़िन्दगी की, नाव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 260 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 19 Jun 2021 · 2 min read मिलखा सिंह दोहा एकादशी बीस नवम्बर का दिवस, रहा उनतीस साल जन्मा हिन्दुस्तान में, मिलखा जैसा लाल // 1. // जन्मे थे गोविन्दपुर, सिख मिलखा सरदार नहीं थमी थी उम्रभर, धावक की रफ़्तार //... Hindi · दोहा 4 6 351 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 18 Jun 2021 · 1 min read रानी का बलिदान (2 दोहे) दिन अट्ठारह जून को, बढ़ी हिन्द की शान वर्ष अठावन को हुआ, रानी का बलिदान लक्ष्मीबाई ने किया, युद्ध बड़ा विकराल खुद ही नतमष्तक हुआ, रानी सम्मुख काल ••• Hindi · कविता 4 7 348 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Jun 2021 · 1 min read रौशनी के लिए रौशनी ज़रूरी है, तीरगी* के लिए तीरगी ज़रूरी है, बेखुदी** के लिए बेखुदी ज़रूरी है, आशिक़ी के लिए आशिक़ी ज़रूरी है, ज़िन्दगी के लिए ज़िन्दगी ज़रूरी है, बन्दगी*** के लिए... Hindi · मुक्तक 4 294 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Jun 2021 · 1 min read 3 मुक्तक आपकी बातों में मेरा ज़िक्र आया खूब है खुशनुमा रातों में मेरा ज़िक्र आया खूब है इश्क़ का दस्तूर था ये जीत हो या हार हो खेल की घातों में... Hindi · मुक्तक 5 4 393 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 17 Jun 2021 · 4 min read नहीं रहे 'आर्य सुमंत' चन्द्रशेखर कोरोना काल में एक ओर फ़िल्मी नगीना हमसे छीन गया है। 16 जून 2021 ई. को अभिनेता, निर्माता व निर्देशक चन्द्रशेखर जी, 98 वर्ष की आयु में हमसे विदा हो... Hindi · लेख 2 2 674 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 Jun 2021 · 1 min read जिन्हें हम कूटना चाहें (हास्य ग़ज़ल) जिन्हें हम कूटना चाहें, वो अक्सर भाग जाते हैं बुरा हो डरने वालों का, वो क्यों ना हाथ आते हैं पिटें अब किस तरह वो भी, कभी पिटते थे हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 307 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 12 Jun 2021 · 4 min read एक ज़मीं पे ग़ज़ल: तीन मक़बूल शाइर सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है —बिस्मिल अज़ीमाबादी *** चर्चा अपने क़त्ल का अब दुश्मनों के दिल में है, देखना है... Hindi · लेख 4 4 393 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 8 Jun 2021 · 1 min read दुखों की कहूँ, दास्ताँ कैसे कैसे दुखों की कहूँ, दास्ताँ कैसे कैसे वबा खा गई, नौजवाँ कैसे कैसे कहाँ खो गए, भीड़ में छोड़ तन्हा क़ज़ा ले चली, आसमाँ कैसे कैसे तसव्वुर से बाहिर, न निकले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 14 320 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Jun 2021 · 3 min read जीवन दर्शन “आप पर आरोप है कि देश के युवाओं को आप अपने विचारों, सिद्धान्तों व रचे ग्रन्थों से बिगाड़ रहे हैं। उनके हृदय में राजतन्त्र के प्रति नफ़रत और विद्रोह के... Hindi · लघु कथा 4 6 348 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Jun 2021 · 2 min read धर्म निरपेक्ष अमेरिका से हिंदुस्तान के लिए एक विमान ने उड़ान भरी। एक जिज्ञासु बच्चा अपने पिता के साथ बैठा था। "पापा, अब हमारा विमान कौन से देश के ऊपर उड़ रहा... Hindi · लघु कथा 1 1 259 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 2 Jun 2021 · 10 min read स्वामी जी "हाँ, तो भक्तों, जब दुःशासन ने देवी द्रौपदी का चीर हरण करने के लिए, भरी सभा में उसकी साड़ी खींचना आरम्भ किया... तो" स्वामी जी इतना ही बोले थे कि... Hindi · कहानी 1 2 252 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 31 May 2021 · 1 min read यार अब तो, जाग जाओ मोहमाया, सब भुलाओ यार अब तो, जाग जाओ प्यार धोका है, भरम भी बात मेरी, मान जाओ हुस्नवालों का करम ये इश्क़ वालों को मिटाओ क्या धरम था, बेवफ़ाई बेवफ़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 445 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 May 2021 · 4 min read घरखर्च "आज पिताश्री फ़ोन पर पैसों की माँग कर रहे थे।" बैग मेज़ के ऊपर रखते हुए मैंने बड़े ही भारी स्वर में कहा और कुर्सी पर पसर गया। फिर अपनी... Hindi · कहानी 3 2 447 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 28 May 2021 · 6 min read मुलाक़ात "याद रख सिकंदर के, हौसले तो आली थे, जब गया वो दुनिया से, दोनों हाथ ख़ाली थे।" शमशान के द्वार पर एक पागल फ़क़ीर ऊँचे सुर में चिल्ला रहा था।... Hindi · कहानी 3 4 922 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 May 2021 · 7 min read मुंशी नाम उधार का मुंशी नाम उधार का आलेख : महावीर उत्तरांचली प्रेमचन्द भी छदम था, असली धनपत राय मुंशी नाम उधार का, 'हंस' से थे वो पाय दोहे का अर्थ समझने के लिए... Hindi · लेख 4 6 508 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 May 2021 · 1 min read हास्य दोहा अष्टमी रहता सदैव हास्य रस, सबके ही अनुरूप इसके क़दम जहाँ पड़े, विदा दुखों की धूप // 1. // भोजन तो डटकर किया, ग़ायब चम्मच चार हास्य रस से भरे उदर,... Hindi · दोहा 5 9 927 Share Previous Page 5 Next