Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2021 · 1 min read

हम हैं बरबादे-जहाँ

होंगे आबाद कहाँ
हम हैं बरबादे-जहाँ

कुछ भी तो नहीं बदला
हम थे जहाँ, हम हैं वहाँ

धोका है प्रेम कथा
तुम हो कहाँ, हम हैं यहाँ

थी लबों पे न हमेशा
‘हाँ’ तूने कहा था कहाँ

इश्क़ में गुम तन्हा हम
बरसों से जहाँ के तहाँ
•••

2 Likes · 1 Comment · 172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
17- राष्ट्रध्वज हो सबसे ऊँचा
17- राष्ट्रध्वज हो सबसे ऊँचा
Ajay Kumar Vimal
"सम्बन्धों की ज्यामिति"
Dr. Kishan tandon kranti
पल
पल
Sangeeta Beniwal
गुरु सर्व ज्ञानो का खजाना
गुरु सर्व ज्ञानो का खजाना
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#आध्यात्मिक_कविता
#आध्यात्मिक_कविता
*Author प्रणय प्रभात*
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* ( 11 of 25 )
*भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* ( 11 of 25 )
Kshma Urmila
हिडनवर्ग प्रपंच
हिडनवर्ग प्रपंच
मनोज कर्ण
प्रेम पल्लवन
प्रेम पल्लवन
Er.Navaneet R Shandily
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कोई पागल हो गया,
कोई पागल हो गया,
sushil sarna
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
तुम नहीं बदले___
तुम नहीं बदले___
Rajesh vyas
स्टेटस
स्टेटस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुनी चेतना की नहीं,
सुनी चेतना की नहीं,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
Atul "Krishn"
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
Arvind trivedi
Meri Jung Talwar se nahin hai
Meri Jung Talwar se nahin hai
Ankita Patel
कर्मगति
कर्मगति
Shyam Sundar Subramanian
*नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार (कुंडलिया)*
*नारी तुम गृह स्वामिनी, तुम जीवन-आधार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
करगिल विजय दिवस
करगिल विजय दिवस
Neeraj Agarwal
दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें।
दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें।
surenderpal vaidya
मोहता है सबका मन
मोहता है सबका मन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
विश्वास
विश्वास
Bodhisatva kastooriya
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
Loading...