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22 Apr 2023 · 1 min read

“सम्बन्धों की ज्यामिति”

“सम्बन्धों की ज्यामिति”
पेट का भूख से
आँसू का दुःख-सुख से
सपनों का नींद से
मन का वेदना औ’ सुकून से
देखती है ये दुनिया
फूलों में भी सुगन्ध,
पता नहीं कैसे बनता है
इसमें सम्बन्ध?

8 Likes · 4 Comments · 206 Views
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