डी. के. निवातिया 412 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next डी. के. निवातिया 8 Aug 2020 · 1 min read आदमी है, खाता है, आदमी है, खाता है, *********** आदमी है, खाता है, खाकर भी गुर्राता है, करता है खूब चोरी साथ में सीना जोरी कर के गर्व से चौड़ी छाती लाल पीली आँख... Hindi · कविता 1 2 618 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2020 · 1 min read रिश्ते रिश्ते *** *** रिश्ते वही मगर, रिश्तो में रिश्तो की वो बात नहीं है, सम्बन्ध वही, मगर सम्बन्धो में ज़ज्बात नहीं है, घर में बैठे, चार प्राणी अपनी गर्दन झुकाये,... Hindi · कविता 2 4 519 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2020 · 1 min read कैसा ये सावन आया, कैसा ये सावन आया, मुझको अबकी ना भाया, बारिश की इन बूंदों ने जी भर मुझको तड़पाया ।। बागों में कोयल बोले, कानो में मिश्री घोले, अमवा की डाली डाली,... Hindi · कविता 1 6 290 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2020 · 1 min read तू कैसा प्रेमी है तू कैसा प्रेमी है *** देता है न माँगता सोता न जागता न रोता न हँसता भागता न थकता देखता न तकता, बोलता न बकता, सभी को लगता तू कोई... Hindi · कविता 1 422 Share डी. के. निवातिया 2 Jul 2020 · 1 min read दे देना हमको माफ़ी - डी के निवातिया मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल ! दे देना हमको माफ़ी, जो हो जाए हमसे भूल !! मै गाँव का देशी छोरा तुम ठहरी शहरी मेम, वार्ता... Hindi · कविता 1 2 498 Share डी. के. निवातिया 7 May 2020 · 2 min read कोरोना वीरो को प्रणाम कोरोना वीरो को प्रणाम *** कोरोना वीरो का अमिट बलिदान, याद रखेगा बच्चा बच्चा हिंदुस्तान, इनकी मेहनत औ दरियादिली का, गुणगान युगों युगों करेगा ये जहान !! डर अब अंतस... Hindi · कविता 1 2 430 Share डी. के. निवातिया 26 Feb 2020 · 1 min read खुराफात हो जाए - डी के निवातिया खुराफात हो जाए *** शैतानों की भीड़ में अगर इंसान से मुलाक़ात हो जाए, मैं समझू, की मेरी ईश्वर , अल्लाह से बात हो जाए !! झूठों के नगर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 237 Share डी. के. निवातिया 3 Feb 2020 · 5 min read चना - स्वरचित – डी के निवातिया *चना* ‘चना’ अपने नाम के जैसे भी खुद भी छोटा सा ही है, हाँ है तो छोटा ही मगर अपने गुण, प्रकृति, स्वभाव व आचरण से उतना ही विशाल है।... Hindi · लेख 1 1k Share डी. के. निवातिया 22 Oct 2019 · 1 min read प्रेम कविता प्रेम कविता *** जिसका प्रदर्शन हो, वो प्रेम नहीं, नयनों से दर्शन हो, वो प्रेम नहीं !! ! जो हम-तुम करते है, प्रेम वो नही, जो मन मे विचरते है,... Hindi · कविता 2 4 487 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 1 min read खुला आसमान चाहिए खुला आसमान चाहिए *** *** *** चन्द ज़मीं का टुकड़ा नहीं मुझे पूरा जहान चाहिए, मैं बेख़ौफ़ परिंदा हूँ मुझको खुला आसमान चाहिए !! ! कोई बने मालिक हवेलियों के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 278 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 2 min read मिट रहा प्रकृति श्रृंगार – डी के निवातिया ****** ऋतुओं के संग-संग मौसम बदले, बदल गया धरा पे जीवन आधार, मानव तेरी विलासिता चाहत में, उजड़ रहा है नित प्रकृति का श्रृंगार, दरख्त-बेल, घास-फूंस व् झाड़ियाँ, धरा से... Hindi · कविता 379 Share डी. के. निवातिया 18 Oct 2019 · 1 min read करवा चौथ – डी के निवातिया सोलह श्रृंगार, सुहागिनी गहना, प्रीतम प्यार !! ! करवा चौथ अनुपम त्योंहार महत्ता प्यार !! ! याम को मात, बचायें पति प्राण, सती को दात !! ! करवा चौथ, चन्द्रमा... Hindi · हाइकु 4 428 Share डी. के. निवातिया 26 Jun 2019 · 1 min read तेरी नज़रो में विषय : लेखन विधा : ग़ज़ल /गीतिका शीर्षक : तेरी नज़रो में तिथि : २६/०६/२०१९ तेरी नज़रो में मेरी कीमत रही कुछ ख़ास नही, इसलिए मैं आता तुम्हे अब ज़रा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 247 Share डी. के. निवातिया 19 Jun 2019 · 1 min read प्यारे प्यारे पापा जी प्यारे प्यारे पापा जी *** मुझको परी बुलाता कौन प्यार से गले लगाता कौन आसमान की दुनिया के मुझे स्वप्न दिखाता कौन पापा जी, हमारे प्यारे प्यारे पापा जी !!... Hindi · कविता 2 344 Share डी. के. निवातिया 18 May 2019 · 1 min read बाली उम्र बाली उम्र *** ये किस मोड़ पे जिंदगी ने खड़ा कर दिया बाली उम्र में हमे तज़ुर्बे से बड़ा कर दिया उम्र अठखेलियों की न जाने कब बीत गई नरम... Hindi · मुक्तक 265 Share डी. के. निवातिया 8 Apr 2019 · 1 min read "माँ" ***जय माता दी*** "माँ" किसी भी हाल में, हर पल खुशी देती है माँ, अपनी ज़िंदगी से सबको जीवन देती है माँ, भगवान से पहले, माँ की पूजा करो जनाब,... Hindi · कविता 251 Share डी. के. निवातिया 27 Mar 2019 · 1 min read मैं होली कैसे खेलूँ शीर्षक :- मैं होली कैसे खेलूँ रचनाकार:- डी के निवातिया ! विषय : - होली कोई रंग न मोहे भाये, मोरा दिल चैन न पाएं मै होली कैसे खेलूँ, मोरे... Hindi · गीत 316 Share डी. के. निवातिया 8 Mar 2019 · 1 min read आज की नारी आज की नारी घूँघट त्याग नज़र से नज़र मिलाने लगी है, नारी शक्ति अपनी ताकत दिखाने लगी है !! घुट-घुट के जीना बीते दिनों की बात हुई, खुलकर जिंदगी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 312 Share डी. के. निवातिया 14 Feb 2019 · 1 min read वैलेंटाइन-डे वैलेंटाइन-डे *** देशी चमड़ी को विदेशी पहरन से सजाते है, प्रेम नाम पर पार्को होटलो में रंग जमाते है, सरेआम अश्लील फूहड़ता का नंगा नाच कर, आ चल हम भी... Hindi · मुक्तक 1 219 Share डी. के. निवातिया 13 Nov 2018 · 1 min read माँ की याद माँ की याद *** मिलता है बहुत कुछ आज नए जमाने में, फकत इस दिल को तसल्ली नहीं मिलती, पेट तो जैसे तैसे भर लेता हूँ हर रोज़ मगर, माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 79 1k Share डी. के. निवातिया 17 Oct 2018 · 1 min read विजय पर्व - डी. के. निवातिया रावण का अंत… सदियों पहले हो गया था उसके अनगिनत पुतले हम वर्ष दर वर्ष जलाते है .. पर वो मरा कहाँ ? आज भी जीवित है ! हम इंसानो... Hindi · कविता 2 210 Share डी. के. निवातिया 28 Sep 2018 · 1 min read नज़ारा - डी के निवातिया नज़ारा *** कुछ इस तरह मुझ से किनारा कर लिया ! मेरे अपनों ने घर-बसर न्यारा कर लिया !! समझता रहा जिन्हे ताउम्र मै खुद का हमदर्द ! फूलों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 243 Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2018 · 1 min read कैसे कह दूँ - डी के निवातिया कैसे कह दूँ *** *** *** कैसे कह दूँ उसको मै बेवफा, नब्ज चलती है हर पल मेरी उसका नाम पर ! कभी मुलाकात नही हुई तो क्या, मेरे दिल... Hindi · कविता 2 240 Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2018 · 1 min read लिख नहीं पाता हूँ - डी के निवातिया लिख नहीं पाता हूँ *** लिखना चाहता हूँ पर लिख नहीं पाता हूँ आँखों के सामने तैरते कुछ ख्वाब, कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ आते है क्षण भर के लिए फिर गुम... Hindi · कविता 2 209 Share डी. के. निवातिया 14 Jul 2018 · 1 min read “पायल” “पायल” *** तुम जितना धीरे चलती हो, पायल उतना शोर करती है ! धड़कने दिल कि बहक जाती है, ये गज़ब का जोर करती है !! रह-रहकर यूँ सताती है,... Hindi · मुक्तक 2 336 Share डी. के. निवातिया 27 Jun 2018 · 1 min read काम बाकी है अभी बहुत से काम बाकी है जुड़ना नाम से नाम बाकि है ! अपने हौसलों को उड़ान दे अभी पाना मुकाम बाकी है ! लुटाई है जो नेमत बेपनाह मिलना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 499 Share डी. के. निवातिया 21 May 2018 · 1 min read ज़लवा दिखाओ तो जाने ज़लवा दिखाओ तो जाने *** आज भी पहले सा मुस्कराओ तो जाने फिर से वही ज़लवा दिखाओ तो जाने !! मुहब्बत को तरस गयी है प्यासी निगाहें फिर उसी मंज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 242 Share डी. के. निवातिया 4 Apr 2018 · 1 min read ज़रा खुलने तो दो - डी के निवातिया शेर सारे पढ़े जायेंगे तुम्हारे मतलब के ज़रा खुलने तो दो बाते तमाम होंगी वफ़ा संग बेवफाई की ज़रा घुलने तो दो !! हर रंग के गुलों से सजायेंगे, ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 313 Share डी. के. निवातिया 28 Mar 2018 · 1 min read धैर्य की परीक्षा – डी के निवातिया धैर्य की परीक्षा *** अब न खाली हो किसी माँ की गोद, कोई लाल अब न फ़ना हो कब तक देनी होगी धैर्य की परीक्षा, अब कोई नियम बना दो... Hindi · कविता 2 456 Share डी. के. निवातिया 24 Jan 2018 · 1 min read हाँ मैं वही बसंत हूँ हाँ मैं वही बसंत हूँ ...... जो कभी नई कोंपलो में दिखता था कलियों में फूल बनकर खिलता था हवाओ संग ख़ुशबू लिए फिरता था चेहरों पे नई उंमग लिए... Hindi · कविता 2 506 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 2 min read शिक्षा ही वरदान है – डी के निवातिया शिक्षा ही वरदान है *** कल ही की बात है गावं से मैं गुज़र रहा था बुजर्गो की जमात से चौपाल जगमगा रहा था चर्चा बड़ी आम चली थी सबके... Hindi · कविता 2 368 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read गुनगुनी सी धूप — डी के निवातिया गुनगुनी सी धूप शरद ऋतू में पीली सुनहरी गुनगुनी सी धूप कुहासे की श्वेत चादर में लिपटे रवि का रूप फुर्रफुराती कलँगी में डाल-डाल फुदकते पंछी अच्छा लगे अलसायी बेलो... Hindi · मुक्तक 3 437 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 2 min read शब्द विवेचन- मेरा आईना- प्रेम शब्द विवेचन – “प्रेम” शब्द माला के “प” वर्ग के प्रथम और व्यंजन माला के इक्कीस वे अक्षर के साथ स्वर संयोजन के बना “अढाई अक्षर” का शब्द “प्रेम” स्वंय... Hindi · लेख 1 389 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला - डी के निवातिया यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला *** हलधर का भाई, नन्द का लाला, यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला, बड़ा निराला, मैया बड़ा निराला, यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला !! कमर जिसकी... Hindi · गीत 1 336 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read काहे भरमाये - डी के निवातिया काहे भरमाये *** काहे भरमाये, बन्दे काहे भरमाये नवयुग का ये मेला है बस कुछ पल का खेला है आनी जानी दुनिया के रंग मंच पे नहीं तू अकेला है... Hindi · गीत 1 541 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read अफ़सोस न कर - डी के निवातिया अफ़सोस न कर *** मेरे वतन के हिस्से ये सौगात हर बार मिली है ! कभी गूंगो की कभी बहरो की सरकार मिली है !! किसी में हुनर सुनने का,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 390 Share डी. के. निवातिया 21 Dec 2017 · 3 min read दिवंगतों को मत बदनाम करो दिवंगतों को मत बदनाम करो *** अपने पूर्वजो की गैरत कटघरे ला दी तुमने आकर मीठी बातो में ! सत्तर साल की कामयाबी मिटा दी तुमने आकर के जज्बातो में... Hindi · कविता 2 272 Share डी. के. निवातिया 4 Dec 2017 · 1 min read बार-बार - गज़ल/गीतिका - डी के निवातिया बार-बार *** वो कौन है जो दिल को दुखाता है बार-बार ! अश्क बहते नहीं दिल कराहता है बार-बार !! वफ़ा संग बेवफाई दस्तूर पुराना है जमाने का फिर क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 784 Share डी. के. निवातिया 3 Nov 2017 · 1 min read आला-रे-आला आला-रे-आला *** आला-रे-आला, सुन मेरे लाला, लगा ले अपनी जुबान पे ताला जो बोलेगा सच्ची सच्ची बाते, किया जायेगा उसका मुँह काला वतन व्यवस्था का टूटा पलंग है चरमारती अर्थव्यवस्था... Hindi · कविता 2 2 859 Share डी. के. निवातिया 12 Oct 2017 · 1 min read दो दूना बाईस दो दूना बाईस --- बेवजह में वजह ढूंढने की गुंज़ाइश चाहिये ! काम हो न हो पर होने की नुमाइश चाहिये !! कौन कितना खरा है, किसमे कितनी खोट !... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 896 Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2017 · 3 min read दो बहनो का मिलन – वार्ता – (हिंदी-अंग्रेजी) दो बहनो का मिलन – वार्ता – (हिंदी अंग्रेजी) ! दरवाजे पर ..दस्तक होती है …. डिंग-डोंग …डिंग-डोंग .. डिंग-डोंग …डिंग-डोंग .. हू इस आउट साइड ऑन द डोर …..... Hindi · कविता 1 1k Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2017 · 1 min read नमस्कार मै हिंदी हूँ नमस्कार मै हिंदी हूँ मेरा दिवस के रूप में उत्सव मनाकर सम्मान देने के लिये आपकी आभारी हूँ ?? वैसे मुझे किसी दिवस की आवश्यकता नही यदि वास्तविक रूप में... Hindi · कविता 2 2 839 Share डी. के. निवातिया 5 Sep 2017 · 1 min read हे गुरुवर तुम्हे प्रणाम हे गुरुवर तुम्हे प्रणाम *** तुम हो प्रबुद्ध, मनीषी शास्त्र, बोध के धोतक तुम जग के शिल्पकार हे गुरुवर तुम्हे प्रणाम !! संचित कर बुद्धि विवेक से जीवन करते आलोकित... Hindi · कविता 1 831 Share डी. के. निवातिया 3 Aug 2017 · 1 min read काव्य रो रहा है काव्य रो रहा है *** साहित्य में रस,छंद,अलंकारो का कलात्मक सौंदर्य खो रहा है, काव्य मंचो पर कविताओं की जगह जुमलो का पाठ हो रहा है, हास्य के साथ व्यंग... Hindi · मुक्तक 3 2 768 Share डी. के. निवातिया 21 Jul 2017 · 1 min read ढलता रहता हूँ ढलता रहता हूँ *** हर रोज़, दिन सा, ढलता रहता हूँ ! बनके दिया सा, जलता रहता हूँ !! कोई चिंगारी कहे, कोई चिराग ! यूँ नजरो में, बदलता रहता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 609 Share डी. के. निवातिया 21 Jul 2017 · 1 min read रोमांच रोमांच बदन संगमरमर है या तराशा हुआ टुकड़ा कांच सा शबनम की बूँद ढले तो लगे है तपता कनक आंच सा नजर है की उसके उत्कृष्ट बदन पर ठहरती ही... Hindi · मुक्तक 2 1 688 Share डी. के. निवातिया 21 Jul 2017 · 3 min read गाथा एक वीर की रचना के पूर्ण रसास्वादन के लिए कृपया पूरा पढ़े ...! गाथा एक वीर की ****************** बहुत सुनी होंगी कहानिया रांझा और हीर की आओ तुम्हे, आज सुनाये, गाथा एक वीर... Hindi · कविता 1 5k Share डी. के. निवातिया 9 Jun 2017 · 1 min read अदा अदा +++++++++++++++ मुझसे मुहब्बत भी बेपनाह करता है फिर भी मेरी हर बात पर बिगड़ता है इसे अदा कहुँ या फितरत जनाब की जो भी हो दिल ये तो उसी... Hindi · शेर 1 806 Share डी. के. निवातिया 9 Jun 2017 · 1 min read कैसे मुकर जाओगे — डी के निवातिया यंहा के तो तुम बादशाह हो बड़े शान से गुजर जाओगे । ये तो बताओ खुदा कि अदालत में कैसे मुकर जाओगे चार दिन की जिंदगानी है मन माफिक गुजार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 1k Share डी. के. निवातिया 31 May 2017 · 2 min read मेरे घर को बाँट दिया मेरे घर को बाँट दिया *** मेरे घर को बाँट दिया है, धर्म के कुछ ठेकेदारो ने ! मातृभूमि से छल किया है, वतन के ही गद्दारो ने !! नेताओ... Hindi · कविता 2 2 1k Share Previous Page 5 Next