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257 posts
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ग़ज़ल- मिलेंगे अब जमी अंबर, सितारों की गवाही में
ग़ज़ल- मिलेंगे अब जमी अंबर, सितारों की गवाही में
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- ज़ाम पे ज़ाम पीता रहा आज़तक
ग़ज़ल- ज़ाम पे ज़ाम पीता रहा आज़तक
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल - मिलन के तराने यूँ हम गुनगुना लें
ग़ज़ल - मिलन के तराने यूँ हम गुनगुना लें
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
मुक्तक
मुक्तक
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- सादगी से अब नही जी पा रहा है आदमी
ग़ज़ल:- सादगी से अब नही जी पा रहा है आदमी
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- तुमको चाहा रब से ज्यादा, तुम मेरे भगवान हो
ग़ज़ल- तुमको चाहा रब से ज्यादा, तुम मेरे भगवान हो
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- मैं हाल-ए-दिल अपना सनम क्यों कह नहीं पाता
ग़ज़ल:- मैं हाल-ए-दिल अपना सनम क्यों कह नहीं पाता
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गीत:- है जगतगुरु ये भारत, मेरा देश जग से प्यारा
गीत:- है जगतगुरु ये भारत, मेरा देश जग से प्यारा
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- मीठा सा दर्द दिल में मेरे वो जगा गया
ग़ज़ल- मीठा सा दर्द दिल में मेरे वो जगा गया
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
दोहे
दोहे
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- जन्म से मृत्यु तक, काम आते तरू
ग़ज़ल- जन्म से मृत्यु तक, काम आते तरू
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- जब शेर सर्कसों में, गिरफ्तार हो गए
ग़ज़ल- जब शेर सर्कसों में, गिरफ्तार हो गए
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- आईना हमको बना रक्खा है
ग़ज़ल- आईना हमको बना रक्खा है
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- अच्छे घरों की गांव मे बस बात होती है।
ग़ज़ल- अच्छे घरों की गांव मे बस बात होती है।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- इस प्यार ने नगर में, कोहराम कर दिया
ग़ज़ल- इस प्यार ने नगर में, कोहराम कर दिया
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- राह-ए-उल्फ़त में चरागों को जलाए रखना
ग़ज़ल- राह-ए-उल्फ़त में चरागों को जलाए रखना
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- ऐ भारत हमारा, ज़हां का गुरु है।
ग़ज़ल- ऐ भारत हमारा, ज़हां का गुरु है।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
हे पथिक तुझको है चलना
हे पथिक तुझको है चलना
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- अब अमन लाकर रहूँगा
ग़ज़ल- अब अमन लाकर रहूँगा
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- खार है जिनकी जुबां पर हो गए गुलफाम
ग़ज़ल- खार है जिनकी जुबां पर हो गए गुलफाम
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गीत- वो धड़कन है मेरी, रगों में है बहती
गीत- वो धड़कन है मेरी, रगों में है बहती
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- मिलेगी हमको, वो हूर-ए-जन्नत, नहीं जहां मे, हो जिसका सानी
ग़ज़ल- मिलेगी हमको, वो हूर-ए-जन्नत, नहीं जहां मे, हो जिसका सानी
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- मेरी आशिक़ी भी तू है, तू ही है हब़ीब मेरा।
ग़ज़ल- मेरी आशिक़ी भी तू है, तू ही है हब़ीब मेरा।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- जो प्यार दिल में है वो आँखों से झलकता है।
ग़ज़ल- जो प्यार दिल में है वो आँखों से झलकता है।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
बेटियों को समर्पित गीत- सजे साज सरगम, घड़ी है सुहानी।
बेटियों को समर्पित गीत- सजे साज सरगम, घड़ी है सुहानी।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- न जीवन बचेगा, बचा जो न पानी...
ग़ज़ल- न जीवन बचेगा, बचा जो न पानी...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- ये नज़रें न होती इशारे न होते...
ग़ज़ल- ये नज़रें न होती इशारे न होते...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गीत - हमारे गुलशन में आप आये
गीत - हमारे गुलशन में आप आये
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- यादों से हमको अपनी, भुलाने का शुक्रिया
ग़ज़ल- यादों से हमको अपनी, भुलाने का शुक्रिया
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
मतदाता जागरूकता गीत - वोटर नहीं है कम, वोटर में है दम
मतदाता जागरूकता गीत - वोटर नहीं है कम, वोटर में है दम
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
वोटर नही है कम, वोटर में है दम - एक चुनावी रचना
वोटर नही है कम, वोटर में है दम - एक चुनावी रचना
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- नये अंदाज में अब हम, दिवाली यूँ मनाएंगे
ग़ज़ल:- नये अंदाज में अब हम, दिवाली यूँ मनाएंगे
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
माँ
माँ
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- करके शक़ मुझपे सबालात किये जाते हैं
ग़ज़ल:- करके शक़ मुझपे सबालात किये जाते हैं
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- तीर नजरों से अपनी चलाते हो क्यों
ग़ज़ल:- तीर नजरों से अपनी चलाते हो क्यों
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- मिले नज़र जो नज़र से कमाल होता है।
ग़ज़ल- मिले नज़र जो नज़र से कमाल होता है।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल (मुसलसल):- बनो तुम नेक इंसा जो, सफ़ल हो साधना मेरी।
ग़ज़ल (मुसलसल):- बनो तुम नेक इंसा जो, सफ़ल हो साधना मेरी।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल-मेरा ख़ालिस मेरा हमदम तुझे उस़्ताद मैं मानूँ
ग़ज़ल-मेरा ख़ालिस मेरा हमदम तुझे उस़्ताद मैं मानूँ
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल- कभी आश़िक कभी मामा, कभी सजना बना चंदा
ग़ज़ल- कभी आश़िक कभी मामा, कभी सजना बना चंदा
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- ये कैसी हकीकत है
ग़ज़ल:- ये कैसी हकीकत है
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
हर वर्ष दशहरा आता है
हर वर्ष दशहरा आता है
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- एक बार मेरे यार का दीदार मिल गया..
ग़ज़ल:- एक बार मेरे यार का दीदार मिल गया..
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- नज़र में मांँ की तो बेटा नवाब होता है...
ग़ज़ल:- नज़र में मांँ की तो बेटा नवाब होता है...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गीत:- नवरात्रि त्यौहार, तो पावन होता है।
गीत:- नवरात्रि त्यौहार, तो पावन होता है।
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
भजन :- शिव स्वरूप गुरु जान
भजन :- शिव स्वरूप गुरु जान
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गीतिका:-दूध अपना सब पिला कर भूख सहती ही रही
गीतिका:-दूध अपना सब पिला कर भूख सहती ही रही
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- बट गया जनगण सियासत के नाम पर
ग़ज़ल:- बट गया जनगण सियासत के नाम पर
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गीत/ नग़मे:- नज़रें मिला के तुमने तराना हमे दिया
गीत/ नग़मे:- नज़रें मिला के तुमने तराना हमे दिया
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
गजल :- मिल गया हुस्न-ओ-ज़माल हमें..
गजल :- मिल गया हुस्न-ओ-ज़माल हमें..
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
ग़ज़ल:- आज उनसे मेरी गुफ्तगू हो गई
ग़ज़ल:- आज उनसे मेरी गुफ्तगू हो गई
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
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