Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Oct 2018 · 1 min read

ग़ज़ल:- एक बार मेरे यार का दीदार मिल गया..

बहरे मज़ारिअ मुसम्मन अख़रब मकफूफ़ मकफूफ़ महजूफ़
अरकान- मफ़ऊलु फ़ाइलातु मुफ़ाईलु.फ़ाइलुन
वजन- 221 2121 1221 212

अब दोस्ती निभाने का त्यौहार मिल गया।
भूला मैं ग़म सभी जो मेंरा यार मिल गया।।

खुशियाँ न ढूंढ इस जहाँ के रिश्ते नातों में।
जब यार दो गले मिले संसार मिल गया।।

हारा हूँ मैं तो अपनों से गैरों में दम कहाँ।
हर जंग जीत लूँगा तेरा प्यार मिल गया।।

दुनिया को जीत लेने का रखता हूँ मैं हुनर।
कर लूंगा दुनिया मुट्ठी में सालार मिल गया।।

परदेश में सगे है यहाँ यार ही मेरे।
नेमत है ‘कल्प’ यारों का परिवार मिल गया।।
✍? अरविंद राजपूत ‘कल्प’

237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*देश भक्ति देश प्रेम*
*देश भक्ति देश प्रेम*
Harminder Kaur
*है गृहस्थ जीवन कठिन
*है गृहस्थ जीवन कठिन
Sanjay ' शून्य'
जिज्ञासा
जिज्ञासा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं
फूल अब खिलते नहीं , खुशबू का हमको पता नहीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3087.*पूर्णिका*
3087.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेअदब कलम
बेअदब कलम
AJAY PRASAD
7) पूछ रहा है दिल
7) पूछ रहा है दिल
पूनम झा 'प्रथमा'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)*
*खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
🧑‍🎓My life simple life🧑‍⚖️
🧑‍🎓My life simple life🧑‍⚖️
Ms.Ankit Halke jha
*प्रेम भेजा  फ्राई है*
*प्रेम भेजा फ्राई है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
किसी के टुकड़े पर पलने से अच्छा है खुद की ठोकरें खाईं जाए।
Rj Anand Prajapati
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
मैं खुद से कर सकूं इंसाफ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
........,
........,
शेखर सिंह
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
आफ़ताब
आफ़ताब
Atul "Krishn"
इश्क़ कर लूं में किसी से वो वफादार कहा।
इश्क़ कर लूं में किसी से वो वफादार कहा।
Phool gufran
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
“मां बनी मम्मी”
“मां बनी मम्मी”
पंकज कुमार कर्ण
क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है-
क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है-
Shreedhar
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
नज़रें बयां करती हैं, लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
Keshav kishor Kumar
"कइयों को जिसकी शक़्ल में,
*Author प्रणय प्रभात*
"जांबाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
dks.lhp
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मौत क़ुदरत ही तो नहीं देती
मौत क़ुदरत ही तो नहीं देती
Dr fauzia Naseem shad
अवधी दोहा
अवधी दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
जीवन का रंगमंच
जीवन का रंगमंच
Harish Chandra Pande
Loading...