सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 35 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2021 · 1 min read आईना टूट गया ***** आईना टूट गया ***** *********************** देखते देखते आईना छूट गया छूटते ही पड़ा आईना टूट गया फूल सा नाजुक दिल है हमारा फूल सा नाजुक दिल टूट गया दिल... Hindi · कविता 579 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2021 · 1 min read हिंदी घनाक्षरी हिन्दी (घनाक्षरी) ******************* सागर की सीमा जैसा, हिन्दी भाषा का विस्तार। भू से अंबर तक हो, हिन्दी का संज्ञान जी। हीरे सी चमके सदा, हिन्दी भाषा का स्वभाव। हर क्षण... Hindi · कविता 295 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2021 · 1 min read उन्मुक्त परिंदे ****** उन्मुक्त परिंदे ****** *********************** कितने दिखते हैं खुश परिंदे खुले आसमां में उन्मुक्त परिंदे लंबी- लंबी उड़ाने रहें भरते हैं जहाँ चाह उसी डगर चलते हैं मनचाही मन से... Hindi · कविता 3 1 317 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2021 · 1 min read बताने वाले बहुत है ** बताने वाले बहुत हैं *** ********************* तुम्हें चाहने वाले बहुत हैं हमे जानने वाले बहुत हैं तुम्हारे मन में कैसे अरमान हमे बताने वाले बहुत हैं हसरतों ने हमेशा... Hindi · कविता 2 210 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jan 2021 · 1 min read कभी रंग नही बदले ****** कभी रंग नहीं बदले ****** **************************** बदलते रहे साल पर हम नहीं बदले मौसम की तरह कभी रंग नही बदले पतझड़ में तरुवर के पल्लव झड गए विपदाओं से... Hindi · कविता 2 272 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2021 · 1 min read नूतन नवल नया नव वर्ष आया **नूतन नवल नया नव वर्ष आया** *************************** नूतन नवल नया नव वर्ष आया है पुलकित हर्षित हो सब ने मनाया है विगत वर्ष खोया तो नया पाया है खुशियों भरा... Hindi · कविता 2 2 371 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Dec 2020 · 1 min read नूतन वर्ष है आया ********** नूतन वर्ष है आया ********** *********************************** आओ मिल जुल के मनाएं नूतन वर्ष है आया तराने खुशियों के हम गाएं नूतन वर्ष है आया बीते साल की खट्टी मीठी... Hindi · कविता 2 2 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Dec 2020 · 1 min read अलविदा दो हजार बीस **** अलविदा दो हजार बीस **** **************************** अलविदा हुआ साल दो हजार बीस कोरोना की मन में छोड़ है गया टीस आगमन पर हर्षोल्लास से दी बधाई खुशियों भरा होगा... Hindi · कविता 1 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Dec 2020 · 1 min read मैं वापिस चला ****मैं वापिस चला ****** ********************** मैं तो हूँ यहाँ से वापिस चला जहाँ से आया मैं वापिस चला तेरा इंतजार ताउम्र करता रहा थक हार कर मैं वापिस चला कीमत... Hindi · कव्वाली 2 1 362 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Dec 2020 · 1 min read नव वर्ष पर दोहें ******* नव वर्ष पर दोहे ********* ***************************** नया साल ले आ गया ,सुंदर यह पैगाम सभी से प्रेम कीजिए ,मत कीजे अपमान बीती बाते भूल कर,दिल को रखिए साफ करनी... Hindi · कविता 1 3 592 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Dec 2020 · 1 min read तुम बिन नही गुजारा ******** तुम बिन नहीं गुजरा ******* ******************************* सुन लो यार मेरा तुम बिन नहीं गुजारा बेशक हो तुम हद से बेहद सही आवारा तेरी ऐसी ही आवारगी पर हम फ़िदा... Hindi · कविता 2 1 327 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Dec 2020 · 1 min read जल्दी मिलेंगे जल्दी मिलेंगे (हाइकु) ************ लो मैं आ गया मत हो परेशान मेरी याद में हो जाओ खड़े कब से खड़ा हूँ मैं इंतजार में ढूँढ लिया है तेरा जो खोया... Hindi · हाइकु 265 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Dec 2020 · 1 min read नग़मे प्यार के गाने लगे **नग़में प्यार के गाने लगे* ********************* फुर्सत में हम गुनगनाने लगे नगमेंप्यार के हम गाने लगे रंग ज़माने के रास न आए तराने तन्हाई के गाने लगे बेवफ़ाइयों में जब... Hindi · कविता 1 1 209 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Dec 2020 · 1 min read जरूरत ****जरूरत***** *************** सर्दी में अग्नि की साग में मखनी की जीवन में संगिनी की कर्म में करनी की बहुत ही जरूरत है प्यासे को नीर की पंडित को खीर की... Hindi · कविता 2 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Dec 2020 · 1 min read बरसाती मौसम ******** बरसाती मौसम ********* ****************************** सीने में आग लगाए बरसाती मौसम साजन की याद लगाए बरसाती मौसम शील हवा का झोंका पास से है गुजरता दिल की धड़कनें बढ़ाए बरसाती... Hindi · कविता 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Dec 2020 · 1 min read मिला सिला न होता ***** मिला सिला न होता ****** *************************** अगर मैं कभी तुम से मिला न होता, बेवफाई का मिला सिला न होता। गुजरती नहीं जिन्दगी तन्हाई में, दीवानगी का लगा नशा... Hindi · कविता 1 225 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Dec 2020 · 1 min read प्रभु कर लो विनती क़बूल *प्रभु कर लो विनती कबूल* ********************** प्रभु तेरे चरणों की हम धूल हुजूर कर लो विनती कबूल हम धरती पर हैं भूले बिसरे नजरअंदाज करो सारी भूल पग पग पर... Hindi · कविता 2 303 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Dec 2020 · 1 min read किसान की अरदास ***किसान की अरदास*** ********************** सुन ले किसान की अरदास कर उसकी भलाई में प्रयास सड़क पर बदहाल से पड़े हैं सियासत से हो बहुत हताश खाक में मिला दिया है... Hindi · कविता 1 3 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Dec 2020 · 1 min read तलाश *********** तलाश ********** *************************** तेरी तलाश में थक कर हम चूर हुए ढूंढ ना पाए तो रोने को मजबूर हुए करते रहेंगे हम दिन रात तेरी तलाश तेरी यादों के... Hindi · कविता 2 1 225 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Dec 2020 · 1 min read अपने ****** अपने ****** ****************** सच हो जाएंगे सुपने सभी होंगे साथ अपने ख्वाब हो जाएंगे हसीं ख्वाबों में आएंगे अपने मुखर होंगी मुस्कराहटें छोड़ देंगे निज डसने प्रेम की बरसेंगी... Hindi · कविता 2 2 480 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Dec 2020 · 1 min read ईश वंदना ******** ईश वंदना ********* ************************** कीजिए मिल कर सब गुरु वंदना संपूर्ण कारज होंगे करो ईश वंदना करबद्ध हो कर गुणगान कीजिए खाली झोली भर देगी ईश वंदना मन में... Hindi · कविता 2 3 585 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Dec 2020 · 1 min read तेरे बिना ***** तेरे बिना ****** ******************* तेरे बिना है जीना कहाँ जीना और है मरना यहाँ चलती सांसे थम जाएंगी तेरे बिना हम जाएं कहाँ प्रेम की बरसातें हो रही निज... Hindi · कविता 1 240 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Dec 2020 · 1 min read तस्वीर ******* तस्वीर ******* ******************** तुम ही तो हो मेरी तकदीर छपी जब से दिल में तस्वीर होशोहवास न रही पल भर नजरों में छाई बनके नज़ीर दिल्लगी का दिल पर... Hindi · कविता 3 390 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Dec 2020 · 1 min read पिया बहरूपिया ****** पिया बहरूपिया ******* *************************** पिया बहरूपिया सा रंग बदलता है हर रोज जीने के वो ढंग बदलता है भौंरा बन के डाल डाल भटकता है रंग बिरंगी तितलियों पर... Hindi · कविता 1 379 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Dec 2020 · 1 min read छोड़ेंगे कभी भी न तेरा साथ **छोडेंगे कभी भी न तेरा साथ** ************************* छोडेंगे कभी भी न तेरा हम साथ हाथों में लिया है जब से तेरा हाथ प्रेम की गहराई में हम तो डूबें हैं... Hindi · कविता 2 1 270 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Dec 2020 · 1 min read आंखों की खुमारी ****** आँखों की खुमारी ******* **************************** आँखों की खुमारी से होकर मदहोश कहाँ रहा अब हुस्न दीवाने को होश रफ़्ता रफ़्ता तुम हो सांसों में समाए झट से आ जाओ... Hindi · कविता 3 1 529 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Dec 2020 · 1 min read धुंध सा होता प्यार धुंध सा होता ह प्यार ******************* शीत ऋतु की प्रथम धुंध, की भांति होता है प्यार, पता ही नहीं चलता ,कब, प्यार का यह घना कोहरा , दिलोदिमाग पर इस... Hindi · कविता 3 2 231 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Dec 2020 · 1 min read ख़त ********* ख़त ********* ********************** खतों के न रहे नामोनिशान बस रह गए रह कर मेहमान जब किसी की आती थी याद चिट्ठी देख आ जाती मुस्कान भावों का जब आता... Hindi · कविता 2 1 250 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Dec 2020 · 1 min read फिक्र है ठंड में रजाई का ** फिक्र ठंड में रजाई का ** *********************** गम नही प्यार में बेवफाई का बस फिक्र है ठंड में रजाई का बकरीद पर हमेशा मांगता रहे खैर मांगता बकरा कसाई... Hindi · कविता 202 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Dec 2020 · 1 min read गम बेवफाई का **** गम बेवफाई का **** ********************* शौर गूँजता खूब शहनाई का बेशक गम हो बेवफाई का मिलने के मौसम हों सुहावने दर्द बहुत होता है जुदाई का लाल जोड़े में... Hindi · कविता 1 203 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Dec 2020 · 1 min read जुल्फों का दीवाना ******** जुल्फों का दीवाना ***** **************************** तेरी घनेरी जुल्फ को हम संवारेंगे आगोश में आइए हम तुम्हें संभालेंगे जुल्फों को तेरी यूँ हमने सहला दिया ज़माने की नजरों से तुम्हें... Hindi · कविता 1 1 260 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Dec 2020 · 1 min read सागर का मैं खारा पानी ***सागर का मैं खारा पानी*** ************************ मैं सागर का खारा पानी हूँ निज चाल में मुझे बस बहने दो बहती लहरों में उफान आया ज्वार भाटा अकेले सहने दो सरिता... Hindi · कविता 1 441 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Dec 2020 · 1 min read तेरी याद अक्सर आती है *तेरी याद अक्सर आती है* ******************** आप तो आते कभी नहीं तेरी याद अक्सर आती है गम-ए -जुदाई उपहार दी तन्हा मैं,नींद नहीं आती है जब याद तेरी बैचेन बनाए... Hindi · कविता 1 253 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Dec 2020 · 1 min read प्यारी सी नाजुक तितली *** प्यारी सी नाजुक तितली ** ************************* तेरे सुन्दर तन पर जो है तितली मेरे तन पर पर हैं गरजी बिजली अलसाई और शर्म से शर्मायी सी अंजाने डर से... Hindi · कविता 1 254 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Dec 2020 · 1 min read सर्दी के दोहे ***********सर्दी के दोहे ********** ******************************* सर्दी का मौसम आया, ठंड बहुत है छाई स्वेटर जर्सी अब पहनो ,ढूँढों गर्म रजाई मूँगफली संग रेवड़ी , खाओ खूब खजूर सर्दी नजर ना... Hindi · कविता 2 355 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Dec 2020 · 1 min read लग जा गले ****** लग जा गले ***** ********************** लग जा गले दूर जाने वाले रुकिये जरा दूर जाने वाले हुई है क्या खता तनिक बता रूठ के ना जा दूर जाने वाले... Hindi · कविता 1 225 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Dec 2020 · 1 min read सफेद चादर ********** सफेद चादर********* ***************************** कभी मत करो किसी का भी निरादर पल में काली हो जाती है सफेद चादर अपनों से छोटों से सदैव तुम प्रेम करो अपनों से बड़ों... Hindi · कविता 1 1 226 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Dec 2020 · 1 min read फ़कीर *********** फ़क़ीर *********** **************************** न रहे राजा और न रहे राजा के वजीर जग में नहीं रहे अब पहुँचे हुए फ़कीर नशे की लत ने मारें हैं बाँकुरे जवान न... Hindi · कविता 2 356 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Dec 2020 · 1 min read हँसती आँखें ********** हँसती आँखें *********** ******************************** दिल को खूब भाती हैं मुस्कराती आँखें चितवन हर्षित कर जाती हैं हँसती आँखें मय सी नशीली आँखों के तो क्या कहने मुर्छित सा कर... Hindi · कविता 1 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Dec 2020 · 1 min read हम हार नहीं सकते ***** हम.हार नहीं सकते ****** *************************** मुसीबतों से कभी भाग नहीं सकते कोशिश करिये हम हार नहीं सकते परिस्थितियाँ जितनी भी हों नाजुक मन की इच्छाएँ हम मार नहीं सकते... Hindi · कविता 2 404 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Dec 2020 · 1 min read अच्छे इंसान बनो **** अच्छे इंसान बनो ***** ************************ बन सको तो अच्छे इंसान बनो जीवन मे कभी न नादान बनो मानव जन्म दुर्लभ मिलता नहीं मानवीय मार्गदर्शक महान बनो पग पग पर... Hindi · कविता 1 332 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Dec 2020 · 1 min read मोदी सोया हुआ है देश का *मोदी सोया हुआ है देश का* *********************** मंदा हाल हो गया है देश का मोदी सोया हुआ है देश का झूठ की गठरी खुल गई मोदी बच्चा बच्चा जान गया... Hindi · कविता 2 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Dec 2020 · 1 min read प्रेम रंग उड़े ******** प्रेम रंग उड़े ****** ************************ दिल की आरजू है प्रेम रंग उड़े रंजिशों के रंग रहें सड़े के सड़े मुस्कराहटों के लद गए व्यापारी खरीददार रह गए हैं पड़े... Hindi · कविता 1 322 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Dec 2020 · 1 min read एहसास ******** एहसास ******** *********************** जब आ जाता है मन मे ख्याल बैचेन दिल हो जाता है दयाल बावरा मन हो जाता है बेकाबू दिलोदिमाग में छाये हैं सवाल एहसास तेरा... Hindi · कविता 1 198 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2020 · 1 min read कहीं भी जाओ कहीं भी जाओ ************** तुम कहीं भी जाओ कहीं से भी आओ तेरा जिक्र,तेरा फिक्र हर हाल हालात में होगा तेरी बात और जज्बात हर सांस का हिसाब होगा तन्हाई... Hindi · कविता 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Dec 2020 · 1 min read तुम और चाय ****** तुम और चाय ****** ************************ तुम गरम चाय की प्याली सी थिरकती हो खाली थाली सी शीत लबों को उष्मा मिल जाए तन मन को मिलती ख्याली सी शीतल... Hindi · कविता 499 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Dec 2020 · 1 min read बन गई है सुंदर नजम **बन गई सुन्दर नजम** ******************** संपूर्ण हो गई है सारी रश्म बन गई है सुन्दर सी नजम बेशक बढ़ी दरमियाँ दूरियाँ टूट चुके हैं वादे और कसम मातृभाषा का देखो... Hindi · कविता 1 324 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2020 · 1 min read पहली मुलाकात ****पहली पहली मुलाकात**** ************************** पहली मुलाकात सा नजारा नहीं सच्चा प्यारा मिलता दुबारा नही थोड़ी थोड़ी शर्म झिझक होती है प्रेमी जैसा साथी कोई प्यारा नहीं प्रेम की बातें कंठ... Hindi · कविता 195 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2020 · 1 min read बुजुर्गों का दर्द *****बुजर्गों का दर्द(मुक्तक)**** *************************** देखो कितना बदल गया है इंसान बुजर्गों का होने लग गया अपमान सफेद हुए बालों का न समझते दर्द गिरा संस्कृति,संस्कार मान सम्मान *************************** सुखविंद्र सिंह... Hindi · कविता 418 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Dec 2020 · 1 min read बुजुर्गों का अपमान *** बुजुर्गों का अपमान*** ********************* कहीं खो गया मान सम्मान बुजुर्गों को हो रहा अपमान जिन्होंने लगाई कीर्त कमाई राहें सारी हो गई हैं सुनसान जोड़ जोड़़ माया भरे खजाने... Hindi · कविता 1 240 Share Previous Page 35 Next