सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 May 2023 · 1 min read तन बदन हो जाता कमजोर है तन बदन हो जाता कमजोर है *********************** तन बदन हो जाता कमजोर है, नहीं चलता किसी पर जोर हैँ। हर कदम सांसे फूल जाती हैँ, आयु ढलते ढलते ढल जाती... Hindi · कविता 218 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 May 2023 · 1 min read *मय से भरी ऑंखें हमे जीने नही देती* *मय से भरी ऑंखें हमे जीने नही देती* ******************************* मय से भरी ऑंखें हमे जीने नहीं देती, यादें सदा तेरी हमें सोने नहीं देती। घायल हुआ जियरा रहा दम न... Hindi · ग़ज़ल 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 May 2023 · 1 min read *****अभी तक प्राण बाकी है***** *****अभी तक प्राण बाकी है***** ***************************** चले आओ अभी तक प्राण बाकी है, चली जाए कहीं यह जान बाकी है। हुआ जालिम सवेरा भी नहीं आया, मिटे कैसे निशां तूफ़ान... Hindi · ग़ज़ल 239 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 May 2023 · 1 min read *हुस्न बिखरा लाजवाबी है नशा छाया* *हुस्न बिखरा लाजवाबी है नशा छाया* ******************************* हुस्न बिखरा लाजलाबी है नशा छाया, शान ए शौकत नवाबी है नशा छाया। कौन है जो भी समझ पाए इशारा वो, शौख ए... Hindi · ग़ज़ल 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 May 2023 · 1 min read ***जीवन में आगे बढ़ना तू जारी रख*** ***जीवन में आगे बढ़ना तू जारी रख*** ******************************** जीवन में आगे बढ़ना तू जारी रख, चलता जा यूं ही चलना तू जारी रख। पग पग पर चाहे मिलती ही हारें... Hindi · ग़ज़ल 194 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 May 2023 · 1 min read ******** कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो ********* ******** कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो ********* *************************************** चल दिये हम दो कदम कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो, भूल कर सारे वचन कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो।... Hindi · ग़ज़ल 91 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 May 2023 · 1 min read *********" कुछ बात कर ********* *********" कुछ बात कर ********* ******************************* फिर से लगी है वो लडी कुछ बात कर, सावन झड़ी है आ गई कुछ बात कर। क्यारी गुलाबों से लदी खिलती रहे, हर... Hindi · ग़ज़ल 202 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 May 2023 · 1 min read 2122 2122 2122 21 2122 2122 2122 21 ************************************* *जल उठा तन मन हमारा रँग गुलाबी देख कर* ************************************* खिल गया है मुख हमारा खत जवाबी देख कर, शब्द हर मन को छुआ है... Hindi · ग़ज़ल 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 May 2023 · 1 min read **प्रेम का रंग चढ़ा** **प्रेम का रंग चढ़ा** ****************** अंग से जा अंग मिला प्रेम का हर रंग चढ़ा। देख कर परवान अदा, दो कदम मैं और बढ़ा। रोक पाया आप नहीं, दर तिरे... Hindi · ग़ज़ल 253 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 May 2023 · 1 min read वो देखते ही खिलखियाए वो देखते ही खिलखियाए ********************* वो देखते ही खिलखिलाए, काम आ गई सारी वफाएं। मुस्करा कर नजरें मिलाई, थोड़ा थोड़ा सा वो शरमाई, बात दिल की कैसे बताएं। काम आ... Hindi · कविता 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 May 2023 · 1 min read *ये आखिरी खत तेरे नाम है* *ये आखिरी खत तेरे नाम है* *********************** ये आखिरी खत तेरे नाम है, यही बात कह दी सरेआम है। कभी दिया नहीं जवाब भी, इसलिए ले लिया विराम हैं। मेरे... Hindi · कविता 137 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 May 2023 · 1 min read जिगरी पुराने वो यार गुजर गए जिगरी पुराने वो यार गुजर गए ************************ जिगरी पुराने वो यार गुजर गए, दिल के रूहानी प्यार गुजर गए। सुख दुख में पहले आने वाले, साथ खड़े परिवार गुजर गए।... Hindi · ग़ज़ल 289 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 May 2023 · 1 min read जिगरी पुराने वो यार गुजर गए जिगरी पुराने वो यार गुजर गए ************************ जिगरी पुराने वो यार गुजर गए, दिल के रूहानी प्यार गुजर गए। सुख दुख में पहले आने वाले, साथ खड़े परिवार गुजर गए।... Hindi · ग़ज़ल 320 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 May 2023 · 1 min read "कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब हैं* "कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब हैं* *********************** कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब है। हमारे खत उनके जवाब हैं। दिल के आंगन में हैं खिलते, गिनती में जो बेहिसाब हैं। हीरे... Hindi · कविता 236 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 May 2023 · 1 min read *******फ़ायदा उठाते हैं लोग********* *******फ़ायदा उठाते हैं लोग********* ********************************* अवसर का फ़ायदा उठाते हैं लोग, सच को झूठ झूठ को सच बनातें हैं लोग। मिल जाए मंजिल बिना हाथ पैर हिलाए, मुकद्दर का सिकंदर... Hindi · कविता 132 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 May 2023 · 1 min read **मार कर अरमान जलती आस है** **मार कर अरमान जलती आस है** ***************************** 2122 2122 212 ***************************** झट भभकती खूब जगती आस है, हाथ में दे हाथ चलती आस है। साल दर सालों न बुझती प्यास... Hindi · ग़ज़ल 1 174 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 May 2023 · 1 min read **हर पल बदलते ढंग हैं** **हर पल बदलते ढंग हैं** ********************* मौसम के बहुत रंग है, हर पल बदलते ढंग हैं। हर रुत का अपना मज़ा, खुशी और नजारे संग है। बारिशें हो या धूप... Hindi · ग़ज़ल 1 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 May 2023 · 1 min read *बिखरा जीवन का ताश है* *बिखरा जीवन का ताश है* ********************* प्यासे नैनों में प्यास है, जिंदा दिल में ये आस है। राजा , बेगम , जोकर नहीं, बिखरा जीवन का ताश है। फीका फीका... Hindi · ग़ज़ल 124 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 May 2023 · 1 min read कितने दिल के करीब हो कितने दिल के करीब हो ******************* कितने दिल के करीब हो, तुम मेरे ही नसीब हो। तुम बिन सुंदर जहां नहीं, सच्चे साथी हबीब हो। कोई गम सह सकें नहीं,... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 202 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जब जीना ही हर हाल है* *जब जीना ही हर हाल है* ********************* जब जीना ही हर हाल है, फिर क्यों चिंता मलाल है। लोभ,मोह,क्रोध ले डूबता, माया ठगनी फैला जाल हैं। मौकापरस्त बन कर लूटते,... Poetry Writing Challenge · कविता 219 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जब जीना ही हर हाल है* *जब जीना ही हर हाल है* ********************* जब जीना ही हर हाल है, फिर क्यों चिंता मलाल है। लोभ,मोह,क्रोध ले डूबता, माया ठगनी फैला जाल हैं। मौकापरस्त बन कर लूटते,... Hindi · कविता 154 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read किसी नजर को तेरी तलाश है किसी नजर को तेरी तलाश है ************************ किसी नजर को तेरी तलाश हैँ, न जो दिखे मन रहता उदास है। मिलो कभी आकर देख माजरा, हुआ असर दिल भी निराश... Poetry Writing Challenge · कविता 244 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं* *मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं* ************************** तुम ही हूँ आसरा कोई दूजा नहीं, मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं। ढूँढा सारा जहां मिल पाये ही नहीं, तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 234 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* *अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है* ******************************** अब क्या हाल पूछना घाव तो भर गए हैँ, तुम को देखने के अरमान भी मर गए हैँ। ऑंखें भी... Poetry Writing Challenge · कविता 296 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते* *जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते* ****************************** जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते, इंसानियत के उठ गये जमीं पर बस्ते। हर कोई बहरा सुनना चाहता न कोई, झूठी... Poetry Writing Challenge · कविता 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी* *प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी* *********************** तुम नहीं तो तेरी याद सही, कुम्हलाई है हर कली खिली। भूले न भुलाये भूली बिसरी, याद है हर बात जो भी कही।... Poetry Writing Challenge · कविता 246 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read बस इतनी सी कहनी बात है बस इतनी सी कहनी बात है ********************** बस इतनी सी कहनी बात है, मै हूँ तू जो हर पल साथ हैं। नीले नयन नीला नभ निहारें चाँद-सितारों से भरी रात... Poetry Writing Challenge · कविता 243 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* *चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो* ******************************* चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो, बिना तुम्हारे कैसी स्माइल देखती हो। कुछ भी न रहा दिल मे हमारे आप बिन, छोड़ कर दिल तोड़... Poetry Writing Challenge · कविता 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है* *इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है* ********************************* जरूरी नहीं कि इश्क जवानी में होता है, इश्क तो सदा यारों भरी रवानी मे होता है। कहीं पर जरा... Poetry Writing Challenge · कविता 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ* *हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ* *********************** हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ, जीने की चाहत में मरता हूँ। फ़िजा के फूल मन नहीं भाए, वक्त का पहिया चलता जाए,... Poetry Writing Challenge · कविता 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी** **तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी** ******************************** तेरे अंदर देखी जमा कतई बात कसूती सैं, यारां का है यार बाकी बेशक बातें झूठीं सैं। तीर सी सीधी चुभती तेरी बातें... Poetry Writing Challenge · कविता 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***** नीले नशीले नैन कटोरे ***** ***** नीले नशीले नैन कटोरे ***** ***************************** छोरी के नीले नशीले नैन कटोरे सैं, छैल - छबीले जिन पर मरते छोरे सैं। पैर कटन नै होरे भीड़ लाग रही भारी,... Poetry Writing Challenge · कविता 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *पेड़ों की छाँव बहुत शीत है* *पेड़ों की छाँव बहुत शीत है* *********************** पेड़ों की छाँव बहुत शीत है, तेज दोपहरी मे वही मीत है। कल कल कलरव करते पंछी, पक्षी गाते रहते मधुर गीत हैं।... Poetry Writing Challenge · गीत 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *नदिया किनारे मेरे गाँव में* *नदिया किनारे मेरे गाँव में* ********************* पीपल की सघनी छाँव मे, नदिया किनारे मेरे गाँव में। नहर किनारे हम चलते थे, कांटे चुभते थे नंगे पाँव मे। सीधे-साधे सादे पहरावे... Poetry Writing Challenge · कविता 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तुम क्या जानो दास्तां** **तुम क्या जानो दास्तां** ********************* तुझे नजरों मे छुपाया है, खुद के दिल मे बसाया है। तुम क्या जानो ये दास्तां, तुम्हे पलकों पै बैठाया है। एक पल भी कटता... Poetry Writing Challenge · कविता 134 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी* *अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी* *************************** अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी, निहारूँ नैन नशीले मत जाए मारी। यौवन का जादू सिर चढ़ कर बोले, पाऊँ न... Poetry Writing Challenge · कविता 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं" *जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं" *********************************** जरा आगोश में तो आओ हम होश में नहीं, यूँ अधर में न छोड़ जाओ हम होश में नहीं। देख... Poetry Writing Challenge · कविता 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *हमे अब भी गुजरा जमाना याद है* *हमे अब भी गुजरा जमाना याद है* **************************** हमें अब भी गुजरा जमाना याद है, हसीं पल से शोभित फ़साना याद है। मिलूँ कैसे तुम से कहाँ सूना जहां, बनाया... Poetry Writing Challenge · कविता 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *बसते हो तुम साँसों में* *बसते हो तुम साँसों में* ******************* बसते हो तुम साँसों में, चर्चे तेरे ही मेरी बातों में। नींद में भी देखूँ हर-दम, सपनों मे रहते रातों में। राही से हमराही... Poetry Writing Challenge · कविता 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***जाने कैसे ये हादसा हो गया*** ***जाने कैसे ये हादसा हो गया*** *************************** जाने कैसे ये हादसा हो गया, अपनों में ही झट लापता हो गया। मौका ये कैसा आ गया दरमियाँ, हम दोनों में ही... Poetry Writing Challenge · कविता 115 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read हम पंछी गगन के हैँ तेरे हम पंछी गगन के हैँ तेरे ******************* साँई धीर धरो मन मेरे, हम पंछी गगन के हैँ तेरे। नीर भरा नैनों में हर दम, हर पल गाएँ तेरी सरगम, प्रभु... Poetry Writing Challenge · गीत 68 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **तंग करने लगी खुद की परछाई है** **तंग करने लगी खुद की परछाई है** ******************************* तंग करने लगी खुद की ही परछाई है, देखो तो सही यह कैसी नौबत आई है। देख लिया कोना कोना देखी दुनियादारी,... Poetry Writing Challenge · कविता 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* ********************************** बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले, पर मिलते नहीं हैं गमों का भार तौलने वाले। नहीं रहा किसी में भी कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 238 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read **फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है** **फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है** ************************* जहां पशु पक्षियों का बसेरा है, फूलों सा सुन्दर गांव मेरा हैं। कोयल मधुरिम गान सुनाती है, जहां पुरवाई सुहानी आती है, शुद्ध... Poetry Writing Challenge · गीत 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***************************** मन में बहती रहे सदा प्रेम की गंगा। तनबदन चुस्त तंदरुस्त और हो चंगा। चिंगारी भड़के ही शोला बनती जाती, जाति संप्रदायी... Poetry Writing Challenge · कविता 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2023 · 1 min read जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है ***************************** जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है, प्यार करना भी तो एक बीमारी है। हौसलों से भरी हों सारी दिलदारियां,... Poetry Writing Challenge · कविता 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 May 2023 · 1 min read जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है ***************************** जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है, प्यार करना भी तो एक बीमारी है। हौसलों से भरी हों सारी दिलदारियां,... Hindi · ग़ज़ल 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 May 2023 · 1 min read ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा**** ***************************** मन में बहती रहे सदा प्रेम की गंगा। तनबदन चुस्त तंदरुस्त और हो चंगा। चिंगारी भड़के ही शोला बनती जाती, जाति संप्रदायी... Hindi · ग़ज़ल 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 May 2023 · 1 min read **फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है** **फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है** ************************* जहां पशु पक्षियों का बसेरा है, फूलों सा सुन्दर गांव मेरा हैं। कोयल मधुरिम गान सुनाती है, जहां पुरवाई सुहानी आती है, शुद्ध... Hindi · गीत 1 191 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2023 · 1 min read *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* *बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले* ********************************** बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले, पर मिलते नहीं हैं गमों का भार तौलने वाले। नहीं रहा किसी में भी कुछ... Hindi · कविता 228 Share Previous Page 4 Next