PRATIK JANGID 143 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read एक मुलाकात अनजान रास्ते और एक मुलाकात । दो पल की बाते और जन्मों का साथ ।। बने होंगे ऐसे भी रिश्ते जो इस क़दर मिले होंगे । किसी डगर पर दोनों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 152 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करो कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करना । यूं कब तक पुरानी बातों कि तकरार दिल में दबा कर रखोंगे । माना लड़कपन की थी वो गलतियां । क्या... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 101 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कभी कभी जो मिलो , तो जाने की जल्दी ना करना । फ़ुरसत में तो हम भी नहीं होंगे , पर आंखो से ओझल हो जाएं तो फिर अफसोस मत करना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 161 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read पापा जैसी जिम्मेदारी बचपन में कितनी ज़िद्दी किया करते थे , कुछ को पूरा करते ओर कुछ को मजबूरियों के तंग जेबो में दबा लिया करते थे । हसना खेलना सब उनसे ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 102 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read हर शक्स की एक कहानी है । हर शक्स की एक कहानी है , किसी की अधूरी किसी की पूरी जुबानी है , खाली सा है कोई शक्स मुझ में , बेरंग से हो गये है सपने,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 96 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कुछ देर तो ठहरो :- कुछ देर तो ठहरो :- बड़ी जल्दी में रहते हो अक्सर तुम , कुछ देर बैठ भी जाया करो , हाँ मालूम है , बड़ी जिम्मेदारियां है तुम पर अपनो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read एक तरफा एक तरफा जब में लिखूं तुम्हे , तब तुम मेरे अल्फाजों में महक जाना । जब तुम तन्हा महसूस करो तो चले आना ।। भटकता बावरा मन जब कहीं भटके... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 107 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read बेसब्री खुली फिज़ाओं में महकती एक शाम हो । तुम रहो मैं रहूं और हाथों में हाथ हो । फिर भटक आएंगे किसी डगर हम तुम । जहां सावन के झूले... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 127 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया… आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया… दो कुर्सियों को आमने सामने लगाया । एक पर खुद बैठा… दूसरे पर तुम्हारी यादों को बैठाया। फिर एक कप चाय के... Poetry Writing Challenge-2 117 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read बचपन बचपन में छोटी छोटी ज़िद पर चोटी ही नहीं बनवाई । ऐसी लड़ाई मैंने माँ से ना जाने कितनी बार लड़ाई । लम्बी लम्बी आंहे भर के कितना सुकुड़ कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 91 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read दिन बीता,रैना बीती, बीता सावन भादो । दिन बीता,रैना बीती, बीता सावन भादो । बाट निहारे कब तक बैठूं हो गई में साधो ।। मुख दर्पण में देख मुझे सजना मेरा मुसकाता है । नैनन मिलाने को... Poetry Writing Challenge-2 81 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read चुनरी चुनरी सर पर लिए दबे पांव जब तू जाती है । घुघरू की खन खन से नींद मेरी उड जाती है ।। झट से उठ कर पांव मेरे, खिड़की तक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 92 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read माँ की लाडो मेरी परछाई है तू , मां कहती है ऐसा । घर की खुशियाँ है तू , पापा कहते है ऐसा । एक सबसे अच्छी दोस्त है तू , भाई कहता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read वाराणसी की गलियां कितनी गलियां हैं उसके शहर में । जब भी जाता हूं, भटक ही जाता हूं ।। देर तक तलाशता हूं उसके घर को । पर ढूंढ़ नहीं पाता हूं ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कहानी 141 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read बरसने लगे जो कभी ये बादल I बरसने लगे जो कभी ये बादल, और तड़पने लगे ये चंचल मन । ख्वाहिशों की गठरी को तुम अपनी खोल देना। और भीगा देना खुद यू आसमां के तले, जैसे... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi 128 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read में स्वयं कल्पनओं की उड़ान बहुत ऊँची है । और सब्र हाथ पैर बांधे खड़ा हुआ है ।। किस सफर को तय करूँ अब मैं। मेरा हमसफ़र खुद रूठा पड़ा है ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 130 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read तन्हा आसमां आसमां में तारे गुम से हैं। कोई कसक शायद उसके दिल में है । ये मंज़र अचानक इतना कैसे बदल गया । वो कोन है जो आसमां से रूठ गया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 91 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read मेरा एक छोटा सा सपना है । मेरा एक छोटा सा सपना है । तुम्हारे संग तय करना, उस सपने का रस्ता है । गर्मियों की तिलमिलाती धूप हो जिसमे , और हो सर्दियों कि सर्द रातों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read तुम्हारी कहानी सुनाऊं कोई कहानी मैं ऐसी । जैसे बीती हो खुद तुम पर वैसी ।। सुनकर खुद को तुम महसूस कर ही लोगे । वादा हैं मेरा तुम खुद से मिल... Poetry Writing Challenge-2 · 7kavita · कविता 138 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read रुठ जाता हु खुद से मैं खुद से खुद ही रुठ जाता हूँ। जब खुद से किए वादों पर खरा उतर नहीं पाता हूँ। निराशाएं मुझे घेर लेती । जब कभी में खुद को तन्हा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read आओ एक गीत लिखते है। आओ एक गीत लिखते है। और एक संगीत बुनते है।। मैं शब्दों की मालाएं बुनुंगा, तुम उन्हें गुनगुनाना, इस तरह दिल की बात कहते है। आओ एक गीत लिखते है।... Poetry Writing Challenge-2 · Geet · कविता 1 153 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read कुछ बातें पुरानी मैं कहूं कुछ बातें पुरानी। बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।। गुड्डे गुड़िया की शादी है जिसमें। और है पापा की जेब से गिरे हुए सिक्के ।। छोटी छोटी... Poetry Writing Challenge-2 · Memoir 208 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read अब मैं बस रुकना चाहता हूं। अब मैं बस रुकना चाहता हूं। भटक रहा था जो अब तक मैं। अब बस ठहरना चाहता हूं। थका नहीं हूं अभी भी मैं, कुछ अधूरा सा है। जिसे पूरा... Poetry Writing Challenge-2 · 7kavita · Hindi · कविता 169 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read मन का मेल मेरे मन का तुम्हारे मन से जब मेल होगा। तब शायद तुम्हे मुझसे प्रेम होगा।। मैं तब तक तुम्हारा मन नही पढ़ पाऊंगा। इजाजत नहीं होगी , दहलीज कैसे आऊंगा।।... Poetry Writing Challenge-2 · 7kavita · कविता 97 Share PRATIK JANGID 22 Feb 2024 · 1 min read मुझे फुरसत से मिलना है तुमसे… मुझे फुरसत से मिलना है तुमसे… जल्दबाजी में अक्सर गलतियां करता हु मैं। यूं तो बहुत बोलता हूँ मैं, बस एक तेरे सामने ही चुप रहता हूँ मैं। अब कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 81 Share PRATIK JANGID 15 Aug 2022 · 1 min read मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी। मेरी कलम से किस किस की लिखूँ मैं कुर्बानी। भारत को आजाद करने में थे कितने ही सेनानी। शेखर लिखूं या भगत लिखूँ मैं या लिखूँ फिर सुखदेव को। मेरी... Hindi · Happy Independence Day · Hindi Poem · Hindi Poetry · India 490 Share PRATIK JANGID 5 Apr 2022 · 1 min read मुझे फुरसत से मिलना है तुमसे... मुझे फुरसत से मिलना है तुमसे... जल्दबाजी में अक्सर गलतियां करता हु मैं। यूं तो बहुत बोलता हूँ मैं, बस एक तेरे सामने ही चुप रहता हूँ मैं। अब कोई... Hindi · कविता 5 1 237 Share PRATIK JANGID 11 Mar 2022 · 6 min read मेरे मन का एक खाली कोना Part- 5 मेरे मन का एक खाली कोना Part- 5 जब तक अधूरी बाते अपने आखरी छोर पर नही पहुंचती। मन में एक खलबली सी बनी रहती है। सिद्धेश भी कुछ ऐसा... Hindi · कहानी 468 Share PRATIK JANGID 2 Mar 2022 · 5 min read मेरे मन का एक खाली कोना Part- 4 मेरे मन का एक खाली कोना Part- 4 एक दिन रिद्धि ऑफिस के लिए लेट हो रही थी वह जल्दी-जल्दी तैयार होकर दरवाजे से बाहर निकली ही थी कि किसी... Hindi · कहानी 690 Share PRATIK JANGID 20 Feb 2022 · 5 min read मेरे मन का एक खाली कोना Part - 3 मेरे मन का एक खाली कोना part - 3 हम इंसान भी ना बहुत अजीबो-गरीब होते है, पल में क्या सोचते है और दूसरे ही पल कुछ और, कभी कभी... Hindi · कहानी 2 389 Share PRATIK JANGID 8 Feb 2022 · 4 min read मेरे मन का एक खाली कोना -2 मेरे मन का एक खाली कोना Part -2 कुछ देर रिद्धि के रो लेने के बाद, आंटी ने उसे वही पलंग पर लेटा, खुद भी उसके पास लेट गयी, और... Hindi · कहानी 316 Share PRATIK JANGID 8 Feb 2022 · 4 min read मेरे मन का एक खाली कोना -1 मेरे मन का एक खाली कोना Part -1 इतनी भीड़ होते हुए भी दुनिया में, अकेला पन सा लगता है, मानो बहुत कुछ छुपा हुआ है मन के भीतर ,... Hindi · कहानी 4 2 764 Share PRATIK JANGID 3 Jan 2022 · 1 min read मन का मेल मेरे मन का तुम्हारे मन से जब मेल होगा। तब शायद तुम्हे मुझसे प्रेम होगा।। मैं तब तक तुम्हारा मन नही पढ़ पाऊंगा। इजाजत नहीं होगी , दहलीज कैसे आऊंगा।।... Hindi · कविता 2 377 Share PRATIK JANGID 5 Jun 2021 · 1 min read विश्व पर्यावरण दिवस अगर तुम्हे अपनी आने वाली पीढ़ी का भविष्य बनाना है। तो तुम्हे पर्यावरण को बचाना है।। अगर तुम्हे कुदरती अन्न जल खाना है। तो तुम्हे गावों को शहर होने से... Hindi · कविता 344 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख –6 (1) "सर्द रातें । हसीन शामें । जाड़ों की नर्म दोपहरे । और बारिश में भीगना।„ यही सब मुझसे भुलाया नहीं जाता । तुम्हारा मुझमें अब भी बहुत कुछ बाकी... Hindi · लेख 403 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read अब मैं बस रुकना चाहता हूं। अब मैं बस रुकना चाहता हूं। भटक रहा था जो अब तक मैं। अब बस ठहरना चाहता हूं। थका नहीं हूं अभी भी मैं, कुछ अधूरा सा है। जिसे पूरा... Hindi · कविता 1 372 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read मैं एक किस्सा हूं मैं एक बीते हुए कल का किस्सा हूं । तू मेरे आने वाले कल का इक सपना ।। मैं ज़रिया हूं, बया तुझे करने का । तु मेरी कहानी का... Hindi · कविता 1 609 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read सवेरे का सूरज सुबह का सूरज मेरे लिए हर रोज़ एक नई उमंग के साथ आता है। उगते सूरज को देखकर मन में बहुत सी उमंगे भी जाग जाती है। और दिन भर... Hindi · लघु कथा 1 2 773 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read प्रेम का स्पर्श हमारे प्रेम की इस लीला में , तुम किसी पेड़ की शाखाओं से लिपटी हुई लता सी हो। जो अपनी भुजाओं में मुझमें लिपटती चली जाती हो अंत सिरे तक।... Hindi · लेख 1 348 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read कुछ बातें पुरानी मैं कहूं कुछ बातें पुरानी। बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।। गुड्डे गुड़िया की शादी है जिसमें। और है पापा की जेब से गिरे हुए सिक्के ।। छोटी छोटी... Hindi · कविता 305 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read उदयपुर फतेहसागर की सर्द शाम उदयपुर फतेहसागर की सर्द शाम । कुछ खवाईशे मौसम देख यू ही पैदा हो गई , क्यों ना आज की ये सर्द शाम तुम्हारे से फतहसागर की साथ वाली सड़क... Hindi · लघु कथा 305 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख–5 (1) बहुत चीखती चिल्लाती है, बोलती है वो । अरे साहब, वो तो चुप ही रहती है पर उसकी ये कलम ही ये सब बवाल करती है । (2) इश्क... Hindi · लेख 342 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read आओ एक गीत लिखते है। आओ एक गीत लिखते है। और एक संगीत बुनते है।। मैं शब्दों की मालाएं बुनुंगा, तुम उन्हें गुनगुनाना, इस तरह दिल की बात कहते है। आओ एक गीत लिखते है।... Hindi · गीत 340 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read बधाई गीत बधाई हो बधाई लक्ष्मी जी आयी । बांटो मिठाई , बधाई हो बधाई ।। गूंज उठा है आंगन मेरा । नभ के पंछी भी गुनगुना रहे ।। बिटिया के इस... Hindi · गीत 1k Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख–4 (1) इस जहां को तस्वीरों में कैसे कैद में कर लू । बिखरी हुई इस खूबसूरती को कैसे में समेट लूं ।। विविधताओं के इस मुल्क में यही तो रंग... Hindi · लेख 296 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read ये अकेला पन मुझे अब ये जीवन, रास नहीं आता। सब कुछ बिखरा हुआ है, जो समेटा नहीं जाता ।। घंटो सा सफर लगता है, अब चंद दूरी का भी। सफर- ए -... Hindi · कविता 517 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read यात्रा तुम्हे यात्रा पर निकल जाना चाहिए। जब कभी तुम्हे लगता है की मन परेशान है ,उदास है। या फिर उलझनों में बहुत ज्यादा उलझ गए हो। थोडा सुकून चाहते हो।... Hindi · लेख 466 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read रुठ जाता हु खुद से मैं खुद से खुद ही रुठ जाता हूँ। जब खुद से किए वादों पर खरा उतर नहीं पाता हूँ। निराशाएं मुझे घेर लेती । जब कभी में खुद को तन्हा... Hindi · गीत 388 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read एक तेरी कमी है । कितना प्यासा हूँ मैं। और हूँ कितना अधूरा।। बिन तेरे बंजर सा हो गया हूँ। और रह गया हूं मैं आधा ।। मेरे पन्नो में तेरा जिक्र अब भी होता... Hindi · कविता 487 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read तुम्हारी कहानी सुनाऊं कोई कहानी मैं ऐसी । जैसे बीती हो खुद तुम पर वैसी ।। सुनकर खुद को तुम महसूस कर ही लोगे । वादा हैं मेरा तुम खुद से मिल... Hindi · कविता 739 Share Page 1 Next