PRATIK JANGID 143 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read रंगो से रंगीन तुम रंगों से रंगीन तुम। ख्वाबों में बनी तस्वीर तुम । किस रूप रंग में तुझे बयां करूं । सब रंगों का रंग चढ़ा है तुममें । फूलो सी ख़ुशबू तुम्हारी... Hindi · कविता 519 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read मानव गलतियां और पश्चाताप करे गलती जब मानव जात, और भुगते तब सारा संसार । हम सब है इसके भागीदार, जग में मच रही जो हा हा कार ।। ले निर्णय जब भारत सरकार,... Hindi · कविता 306 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख– 3 (1) भटकते–भटकते ही सही, कहीं तो जाकर ठहरे हम । फिर दिखा कुछ यू इस ढलती शाम का नज़ारा , दो पल रुके और आंखों में कैद कर लौट आए... Hindi · लेख 335 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख (1) तुम्हे कभी इंतजार नहीं करना चाहिए, हद से ज्यादा । तुम्हे हमेशा अपने समय से ही चलना चाहिए ।। (2) किसी कि जिंदगी का क्या भरोसा । जो है... Hindi · लेख 628 Share PRATIK JANGID 9 May 2021 · 1 min read मैंने सीखा है मां से मैं कभी नही भूल सकती माँ, कि तूने मुझे क्या-क्या सिखाया। – किसी बिखरी हुई चीज को सलीके से रखना सिखाया। – टूटे हुए को जोड़ना सिखाया। – घर के... Hindi · लेख 1 2 328 Share PRATIK JANGID 4 Feb 2021 · 1 min read मेरा एक छोटा सा सपना है । मेरा एक छोटा सा सपना है । तुम्हारे संग तय करना, उस सपने का रस्ता है । गर्मियों की तिलमिलाती धूप हो जिसमे , और हो सर्दियों कि सर्द रातों... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 41 457 Share PRATIK JANGID 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना अच्छे खासी ज़िन्दगी में कुछ दिन ऐसे आये । देश हो गया बंद ओर सब हाय हाय कर घबराएं ।। हर घर में थी चर्चा उसकी, और टीवी में हर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 88 105 3k Share PRATIK JANGID 22 Nov 2020 · 1 min read तन्हा आसमां You sent Today at 13:16 Wow Wow 23:50 You sent Today at 23:50 आसमां में तारे गुम से हैं। कोई कसक शायद उसके दिल में है । ये मंज़र अचानक... Hindi · कविता 5 1 425 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read लेख (1) आज खुदकुशी हो गई, और किसी को पता भी नहीं चला कि क्या हुआ। मरने वाला और कोई नहीं उस लड़की की इच्छाएं , सपने और कुछ छोटे-छोटे कच्चे... Hindi · लेख 8 2 372 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 2 min read मानसून और में विधि आज सुबह कुछ जल्दी ही नींद खुल गयी, अलसाई नींद में आँख मलते हुए मैं अपने बिस्तर से उठी और अंगड़ाई लेते हुए खिड़की के पास जा पहुंची। देखा, तो... Hindi · लघु कथा 5 1 335 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read में स्वयं कल्पनओं की उड़ान बहुत ऊँची है । और सब्र हाथ पैर बांधे खड़ा हुआ है ।। किस सफर को तय करूँ अब मैं। मेरा हमसफ़र खुद रूठा पड़ा है ।।... Hindi · कविता 4 1 377 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read बरसने लगे जो कभी ये बादल I बरसने लगे जो कभी ये बादल, और तड़पने लगे ये चंचल मन । ख्वाहिशों की गठरी को तुम अपनी खोल देना। और भीगा देना खुद यू आसमां के तले, जैसे... Hindi · कविता 5 2 312 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read रिहाई ~ रिहाई ~ सुना है..... आखिर आजाद कर ही लिया उस लड़की ने खुद को, जो बरसों से कैद थी.... बंदिशों वाली परम्पराओं और रीतिरिवाज़ों में। और अब..... खटकने, चुभने... Hindi · लेख 4 2 472 Share PRATIK JANGID 12 Jul 2020 · 1 min read हाँ ये सुकून है । हाँ ये सुकून है । - मुझे लगता है, सुबह से लेकर शाम तक की भागदौड़ के बाद जब तुम घर को जाते हो और बैठ किसी कुर्सी पर एक... Hindi · लेख 5 2 348 Share PRATIK JANGID 5 Jul 2020 · 1 min read वाराणसी की गलियां कितनी गलियां हैं उसके शहर में । जब भी जाता हूं, भटक ही जाता हूं ।। देर तक तलाशता हूं उसके घर को । पर ढूंढ़ नहीं पाता हूं ।।... Hindi · कविता 3 2 498 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read छोटू की चाय वक्त बेवक्त कभी भी याद आ जाती हूं । किसी का दर्द तो थके हुए की थकान मिटाती हूं । लोग मुझे चाय कहते है। अक्सर इसी जर्मन की केतली... Hindi · लेख 3 2 357 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read माँ की लाडो मेरी परछाई है तू , मां कहती है ऐसा । घर की खुशियाँ है तू , पापा कहते है ऐसा । एक सबसे अच्छी दोस्त है तू , भाई कहता... Hindi · कविता 2 2 297 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read ये कौन लोग है ये कौन लोग है , जिनमें इंसानियत ना रही । जिसे अच्छे - बुरे की पहचाना ना रहीं । अधर्म को धर्म अपना बताते , करके गुनाह खुद को इंसान... Hindi · कविता 2 2 343 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read चुनरी चुनरी सर पर लिए दबे पांव जब तू जाती है । घुघरू की खन खन से नींद मेरी उड जाती है ।। झट से उठ कर पांव मेरे, खिड़की तक... Hindi · कविता 2 688 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read दिन बीता,रैना बीती, बीता सावन भादो । दिन बीता,रैना बीती, बीता सावन भादो । बाट निहारे कब तक बैठूं हो गई में साधो ।। मुख दर्पण में देख मुझे सजना मेरा मुसकाता है । नैनन मिलाने को... Hindi · दोहा 2 523 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 2 min read किताबी दोस्ती मैं अक्सर बेहतर तलाश कर ही लेती हूँ, इन किताबों की भीड़ में! एक बेहतर किताब को अपना दोस्त बना ही लेती हूँ । हाँ... मेरा कोई दोस्त नहीं ।पर... Hindi · लघु कथा 3 419 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 2 min read बेफिक्र सफर मेरा सफर कभी रुका ही कहां , वो मुझे रोकना चाहता है । और में ज़िन्दगी की रफ्तार के साथ बस दौड़ना , रुक कर वो ठहरे रहना चाहता है... Hindi · लघु कथा 2 362 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read बचपन बचपन में छोटी छोटी ज़िद पर चोटी ही नहीं बनवाई । ऐसी लड़ाई मैंने माँ से ना जाने कितनी बार लड़ाई । लम्बी लम्बी आंहे भर के कितना सुकुड़ कर... Hindi · कविता 3 2 342 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read डिअर कलम डिअर कलम , मैने तुमको कभी थैंक्यू नहीं बोला । शायद मैने तुम्हारी मौजूदगी को महसूस करते हुए भी तुम्हें याद नहीं किया , तुम मुझे हमेशा सही जगह जो... Hindi · लेख 2 484 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read कलम कलम भी चलने को बेताब है, और लब्ज होंठों से फिसलने को l अब तो कागज़ का पन्ना भी थम सा गया है, कलम की नोक को चूमने को l... Hindi · कविता 2 317 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read झील सी इन आँखो झील सी इन आँखो में, कितने अनगिनत ख़्वाब पलते है। होठों से बयाँ होती हुई ,ये हल्की हंसी के पीछे कितने राज छुपे होते है। बंदिशों की ये बेड़ियाँ तुम्हे... Hindi · कविता 3 287 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया... आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया... दो कुर्सियों को आमने सामने लगाया । एक पर खुद बैठा... दूसरे पर तुम्हारी यादों को बैठाया। फिर एक कप चाय के... Hindi · लेख 3 260 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read एक बात कहानियां कविताएं लिखना उसे भी पसंद था, और मुझे भी l सांझ का घूमना उसे भी पसंद था, मुझे भी l हर सांझ हम तालाब किनारे पगडंडी वाले कच्चे रास्ते... Hindi · लघु कथा 3 465 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read : बेसब्री :- : बेसब्री :- खुली फिज़ाओं में महकती एक शाम हो । तुम रहो मैं रहूं और हाथों में हाथ हो । फिर भटक आएंगे किसी डगर हम तुम । जहां... Hindi · कविता 2 385 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read एक शाम मुद्दतों बाद दिखी वो एक शाम, इस अजनबी शहर के बाजार में । अजनबी, मेरे लिए तो अजनबी शहर ही है । अभी आए 1 महीना भी कहा हुआ था... Hindi · लघु कथा 2 311 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 2 min read मुझे याद है मुझे याद है...... जब तुम मेरा हाथ मांगने आये थे I थोडा घबराये और कितना शरमाये थे I बाते करने में भी तुम कितना हिचकाये थेl जब में चाय की... Hindi · लघु कथा 2 475 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read शेर नज़रों में उसके हर रोज़ शक पनपता रहा । मैं उसे सच कहता रहा और उसका ये रोग बढ़ता रहा ।। कसमें वादे उसने सब तोड़ दिए । मैं निभाता... Hindi · शेर 2 552 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 3 min read ये अनोखे रिश्ते ये हिचकियाँ भी ना जाने किसकी यादो की दस्तक आज सुबह सुबह ही दे रही है. माँ कब से कह रही है कि, पानी पिले ।।मगर मैं हु कि कब... Hindi · लघु कथा 2 381 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read जुल्फ बिखरने दो इन जुल्फो को , आज़ाद ही रहने दो । तुम मुझे..., मेरे मन को बांध सकते हो । पर में किसी को बांधे रखु , ये मुझसे नहीं... Hindi · लेख 2 334 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read उसके साथ क्या हुआ था ! मुझे प्रेम लिखना पसंद था और उसे प्रेम की कहानियों से नफ़रत l कहती थी ये कहानियां महज, सिर्फ एक ख्याल है जिसे तुम शब्दों से बुनते हो, ये हक़ीक़त... Hindi · लघु कथा 2 342 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read बंदिशे ख़यालो को आजाद रखा करो । बंदिशे और घुटन बहुत कुछ तबाह कर देती है । कभी खामोश बैठ देखे थे उसने कई ख़्वाब । हकीकत की दुनिया से बेखबर... Hindi · लेख 2 279 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read कोई शक्स रूठा है मुझसे । कोई शक्स रूठा है मुझसे । कोई चुप सा बैठा है यही पर । मन शांत सा होकर भी , लड़ रहा है, दिल से । कोई आकर बैठ, पास... Hindi · कविता 2 242 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read तेरे मेरे दर्मियान दूरियां बहुत हो गई है अपने दरमियान , क्यों ना मिटाया जाए । थोड़े तुम थोड़े हम क्यों ना चला जाए ।। वक्त ने शायद अब तो कम कर दी... Hindi · कविता 2 513 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read कुछ ख्वाब बुने । इस आसमां के तले, आज फिर कुछ ख्वाब बुने । दिल ने मन को खामोश रहने की हिदायत दी । और मन बावरा कभी इधर तो कभी उधर चले फिरे... Hindi · लेख 2 296 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read जहा हो वहीं का मज़ा लो । जहा हो वहीं का मज़ा लो । सफर में रहकर वादियों का मज़ा लो । हो अगर घर में तुम अपने, तो अपने पन का मज़ा लो । कहीं और... Hindi · शेर 1 393 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read अकेले पन की दास्तां अक्सर हम जब अकेले होते है , कुछ ज्यादा ही सोचते है। और सोच का ये दायरा रात में कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है । फिर कुछ ज्यादा ही... Hindi · लघु कथा 3 541 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read वो अधूरी सी इक कहानी है.! नज़्म एक बात मुझे बतानी है । वो अधूरी सी इक कहानी है ।। जो छोड़ गया था साथ मेरा । वो बात तो बहुत पुरानी है ।। पर वो... Hindi · कविता 2 475 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read स्थिति परिस्थिति स्थिति को सुधारना है तो । परिस्थितियों से लड़ना पड़ेगा ।। जीने की चाह है अगर मन में । तो गिर कर भी उठना पड़ेगा।। आयेगी राह में मुसीबतें हजारों,... Hindi · कविता 2 2 299 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read यूं ना तुम यूं ना तुम, रूठ कर बैठ जाया करो । जो भी मन की व्यथा हो बतलाया करो ।। ख़ामोश बैठ तुम खुद को इतना क्यों कोसती हो । जो भी... Hindi · कविता 2 252 Share PRATIK JANGID 10 Apr 2020 · 5 min read क्या में बदल गई -: क्या में बदल गई :- आज पूरे 23 बरस हो गए मुझे यहां बड़े पापा के घर रहते रहते, आइने के सामने बाल बनाते हुए मुझे याद आया, इन... Hindi · कहानी 2 397 Share PRATIK JANGID 5 Apr 2020 · 1 min read तुम्हारा यू हर बार चले जाना तुम्हरा बिना बोले चले जाना । ना कोई खबर ,ना कोई चिट्ठी , ओर बरसो बाद तुम्हरा इस तरह मेरे घर की दहलीज पर इस तरह आना ये कोई इत्तेफाक... Hindi · लघु कथा 1 639 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read तन्हा मन ...........तन्हा मन........ ....क्या तुम लौट आओगे .... जब कभी सफर पर जाना हो । या कभी स्याह रात में डर से हाथ थामना हो । क्या तुम लौट आओंगे ....।।... Hindi · कविता 2 577 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read तन्हा सफर तन्हा होकर भी सफर करता हूं । सफर में रहकर हमसफ़र की तलाश करता हूं ।। कुछ वक्त बीत जाए मुलाकातों में । कुछ ख्वाहिशों पूरी हो जाए चंद बातो... Hindi · कविता 1 439 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read एक तरफा एक तरफा जब में लिखूं तुम्हे , तब तुम मेरे अल्फाजों में महक जाना । जब तुम तन्हा महसूस करो तो चले आना ।। भटकता बावरा मन जब कहीं भटके... Hindi · कविता 1 323 Share PRATIK JANGID 3 Apr 2020 · 1 min read भरोसा ~भरोसा ~ मुझे भरोसा था । ओर मैने ज़िन्दगी भर के साथ के लिए हा कर दी । 4 महीने ओर 5 दिन की मुलाकात ओर बातो ने खुद को... Hindi · कहानी 2 268 Share Previous Page 2 Next