ललकार भारद्वाज 168 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read सखी जिद का जीवन नहीं है अच्छा, सुन ओ मेरी प्यारी सखी। गुस्सा अपने हमें जलाता, सुनले मेरी प्यारी सखी।। कोई नहीं जीवन में अपने, खुशियों की है बहुत कमी। सुन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 52 Share ललकार भारद्वाज 23 Apr 2024 · 1 min read जन्मोत्सव अंजनि के लाल का राम दास और राम दुलारे। राम को अपने हृदय धारे।। राम भजन जो गाते हरदम। राम बिना ना स्वास को धारे।। राम हैं जिनमे राम के जो हैं। राम पे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 52 Share ललकार भारद्वाज 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदना कितना दर्द समाया तुझमे, कितने दर्द सहे हैं। आँसु मेरी आँखों से, सारी रात बहें हैं।। कैसे कहूँ? क्या मैं करूँ? समझ नही अब कुछ आता हैं। दर्द तेरा जो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 74 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read मैने माथा चूम लिया मेरे दिल की चाह बहुत थी, उसके दिल का पता नहीं। दिल में उसको रखकर मैंने, हाथों से बस पकड़ा था।। आँखें बंद हुई ज्यो उसकी, मैने माथा चूम लिया।... Hindi · कविता 65 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read भावो का भूखा मेरे लिए शबरी बन, झूठे बेर तो चुनलो तुम। विधुरानी बनकर साग प्रेम का, तैयार अभी से करलो तुम।। मैं भूखा हूँ बस भावों का, ये बात हृदय में धरलो... Hindi · कविता 82 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read जयचंद समय आ गया लड़ने का, जयचंद और गद्दारों से। आज देश को बड़ी जरूरत, अपने सब वफादारो से।। एकजुट ना हुए आज तो, अब तुम ना पछताओगे। षड्यंत्र रच रहे... Hindi · कविता 74 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read अग्निवीर वीर हैं यहा सभी, अग्निवीर हैं बना रहे। चार साल देश को, फिर देश को बचा रहे।। चारो ओर शत्रु हैं, और घेर कर खड़े तुम्हे। मारने को आतुर हैं,... Hindi · कविता 130 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read षडयंत्र षडयंत्रों की इस भूमि पर, कोई नहीं यहां तेरा हैं। अभिमन्यु बनकर बैठ गए तो, बुरा हाल यहां तेरा हैं।। यहां लड़ना हैं जीवन भर और समय अनुरूप ही चलना... Hindi · कविता 65 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read अनमोल वक्त वक्त तुम ना दे रहे, यह वक्त बहुत अनमोल हैं। वक्त निकला तो मिले ना, वक्त का ना मोल हैं।। मोल जानो तुम मेरा, मैं तो बहुत अनमोल हूँ। मैं... Hindi · कविता 73 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read हमराज जिन्हे हम अपना सबकुछ, लुटाकर हँसते रहते हैं। हमे वो अपने दिल का मालिक, बनाकर दिल मे बैठे हैं।। छुपाते कुछ नही हमसे, हमे सबकुछ बताते हैं। दिखाते आँख वो... Hindi · कविता 59 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read मेरे हमराज मेरे हमराज हो तुम तो, मेरे हमराज ही रहना। मेरे दिल की हो तुम धड़कन, बस यूँही बने रहना।। मेरे ये चैन देखो ना, बड़ा बेचैन रहता हूँ। मेरे हमदम... Hindi · कविता 1 55 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read चिन्ता और चिन्तन तुम क्यों सोच रहे हो इतना, क्यों तुम इतनी फिक्र करो? नाम जपो बस नाम जपो, प्रभु का तुम बस जिक्र करो।। फिक्र करे से फिरे बुद्धि और जिक्र करे... Hindi · कविता 121 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 2 min read देश का हिन्दू सोया हैं आँख मूंद कर जान बूझकर, देश का हिंदू सोया हैं। शोर ना कर ओ चलने वाले, देश का हिंदू सोया हैं।। बहन बेटियों की खातिर अब, बोल नहीं अब बोला... Hindi · कविता 158 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read टूटना कभी भी मत रूठना अभी भी मत और टूटना कभी भी मत। पास तेरे मैं रहूँ या दूर तुझसे मैं रहूँ।। साथ तेरे मैं खड़ा हूँ, भूला कभी भी मत। दौर परीक्षाओं का... Hindi · कविता 41 Share ललकार भारद्वाज 2 Apr 2024 · 1 min read समर्पित भाव हुआ समर्पित तुमको ऐसे, जैसे प्रभु की शरण मिली। तुम फिर भी यह कह देती हो, तुमने मुझको फसा दिया।। मेरे दिल से पूछो प्रियतमे, तुमको कितना स्नेह किया हैं।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 102 Share ललकार भारद्वाज 2 Apr 2024 · 1 min read उम्मीद का परिंदा उम्मीद का परिंदा नया रास्ता तलाशे। भटके यहां वहां पर किस वास्ते तलाशे।। उम्मीद पे है दुनिया उम्मीद से जहां हैं। उम्मीद के बिना तो कोई रास्ता कहां हैं।। उम्मीद... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 72 Share ललकार भारद्वाज 1 Apr 2024 · 1 min read आधे अधूरे ख्वाब जिन्दगी मे रह जाते हैं, भावनाओ मे बह जाते हैं। कुछ ख्वाब हमेशा ही सबके, आधे अधूरे रह जाते हैं।। आंसुओ संग बह जाते हैं, अरमान धरे के धरे रह... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 52 Share ललकार भारद्वाज 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य का पथ सत्य पथ महान हैं, डरो नही, निडर रहो सत्य पथ... सत्य पथ बड़ा सरल, बड़ा कठिन, बड़ा जटिल सत्य पथ... सत्य पथ धमाल हैं, कमाल हैं, बहुत ही बेमिसाल हैं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 42 Share ललकार भारद्वाज 21 Mar 2024 · 1 min read आधे अधूरे ख्वाब जिन्दगी मे रह जाते हैं, भावनाओ मे बह जाते हैं। कुछ ख्वाब हमेशा ही सबके, आधे अधूरे रह जाते हैं।। आंसुओ संग बह जाते हैं, अरमान धरे के धरे रह... Hindi · कविता 69 Share ललकार भारद्वाज 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य की यात्रा जन्म से और मृत्यु तक, कर्म से और धर्म तक। पाप से पुण्य तक, सत्य की खोज के चर्म तक।। झूठ से और सत्य तक, जंतु से और जीव तक।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 52 Share ललकार भारद्वाज 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य की खोज में, ध्रुव तारा बन गया। सत्य की खोज में, प्रहलाद भक्त बन गया।। सत्य की खोज में, नचिकेता यमराज से लड़ गया। सत्य की खोज में, शंकराचार्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 59 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 2 min read नूपुर और मिलाड वाह मिलाड वाह आप भी अजब हैं, नाम से तो सूर्यकांत पर करनामे गजब हैं। बने आप मिलाड पर ज्ञान का अभाव हैं, जिहादियों के खौफ का क्या आप पर... Hindi · कविता 80 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना, लाड़ लड़ाके नजरे मिलाना, नज़रे मिलाकर नजरे दिखाना, नजरे दिखा कर दिल को चुराना, दिल को चुरा कर दिल में बस जाना। तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना,... Hindi · कविता 80 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read विश्वास पर आघात तेरे विश्वास पर आघात करूं तो कैसे करूं? मैं तुझे प्यार करूं तो कैसे करूं? तुझे मजबूत करने की ठानी हैं मैंने, मैं तुझे कमजोर करूं तो कैसे करूं? तू... Hindi · कविता 37 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read हमदर्द तुम्हारा तुम भटक ना जाओ इस जग में, मैं तुम्हें परखता रहता हूँ। तुम अटक ना जाओ इस डर से, मैं तुम्हें बताता रहता हूँ।। तुम मेरी हो अनमोल सखी, मैं... Hindi · कविता 1 2 40 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read दर्द तू दर्द समेटे रहती हैं, तू मुझसे सब कुछ कहती हैं। तू मुझको अपना सखा कहे, तू खुद को मेरी सखी कहे।। तू भोली भाली प्यारी सी, तू सबसे प्यारी... Hindi · कविता 43 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read समर्पण अब तुम्हारे प्रति मैं, अपना समर्पण पेश करूँ। मैं अब तुमसे प्रेम, विशेष से भी विशेष करूँ।। तू अगर अब कहे तो, तेरे जीवन का श्रीगणेश करूँ। अभी भी गर... Hindi · कविता 37 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read दिल की बाते कैसे हँसू तुम्हारे बिन और कैसे रोकूं मैं आँसू। कैसे कटते दिन मेरे और कैसे कटती हैं रातें।। कैसे दिल को समझाऊं और कैसे मन को मैं बहलाऊं। कैसे दर्द... Hindi · कविता 39 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read ललकार की पुकार पुकार रही हैं देश की माटी, ललकार मिटाना दुश्मन को। कर्ज बहुत हैं इस माटी के, ललकार चुकाना तुम उन को।। मर्द बहुत हैं इस माटी में, ललकार जगाना अब... Hindi · कविता 55 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read मतदान निकट आ गई तिथि वोट की, देखो कमल खिलना हैं। राष्ट्रवाद की लहर चली हैं, अब तो कमल खिलना हैं।। भेद-भाव और मन-मुटाव को, भूलके कमल खिलाना हैं। सत्य सनातन... Hindi · कविता 56 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read मुझे अपना बनालो किसी ने मेरे चुराके दिल को, मुस्कुराना सिखा दिया हैं। वो कौन हैं जो बसा हैं दिल में, दिल लगाना सिखा दिया हैं।। किसी ने हंसके बड़े यकी से, मुझको... Hindi · गीत 49 Share ललकार भारद्वाज 12 Mar 2024 · 1 min read विश्वास मेरी मुस्कुराहटों पे फिदा हैं तू । तेरी इस अदा पे फिदा हूँ मैं ।। मेरे विश्वास पे मरमिटी हैं तू । तेरे इस विश्वास पे मिटा हूँ मैं ।।... Hindi · कविता 104 Share ललकार भारद्वाज 12 Mar 2024 · 1 min read जिन्दगी नाम हैं जिन्दगी नाम हैं उम्मीदों का कभी ना उम्मीदी भी लाती हैं जिन्दगी नाम हैं खुशियों का कभी गम भी ये ले आती हैं जिन्दगी नाम हैं सब्र का कभी बेसब्र... Hindi · कविता 55 Share ललकार भारद्वाज 12 Mar 2024 · 1 min read काबिल नही तेरे ना उन्हे अब नाम अच्छा लगता हैं। ना मेरा कोई काम अच्छा लगता हैं।। मैं अगर गुनगुनाऊ गाना प्यार से तो। ना वो गाना अच्छा लगता हैं।। मेरे सर की... Hindi · कविता 52 Share ललकार भारद्वाज 18 Feb 2024 · 1 min read चाहत तुम्हे चाहता हूँ मैं कितना सुनोगी । मैं चाहु प्रभु को तुम इतना सुनोगी ।। मेरे दिल मे बसती हो कैसे सुनोगी । जैसे हो सासे तुम बस येही सुनोगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 82 Share ललकार भारद्वाज 18 Feb 2024 · 1 min read काम चले ना अब सोने से काम चले ना। फिर जगने से बात बने ना।। अब चुप्पी से काम चले ना। फिर बड़बोले से बात बने ना।। अब हसने से रार टले ना।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 63 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read मैं और मेरे प्रभु मैं मीरा तुम घनश्याम प्रभु। मैं कलयुग तुम खाटू वाले श्याम प्रभु।। मैं हीरा तुम हीरो की हो खान प्रभु। मैं दीपक तुम सूर्यो का हो भान प्रभु।। मैं द्वापर... Poetry Writing Challenge-2 80 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read परिवर्तन आया जीवन में ना नजर मिली ना बात हुई, ना कभी कोई मुलाकात हुई। वो मिले अचानक मुझको यूं, तो परिवर्तन आया जीवन में।।1।। बिन मिले ही हमने दर्द कहे, बिन जाने ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read जज़्बातों का खेल जज़्बातों का खेल अजब है, एक है शख्स पर नाम अलग है। राधा के नन्दलाल सलोने, लीलाधर और गोपीयो संग खेले।।1।। रुक्मणी के थे कृष्ण अनोखे, द्वारिकाधीश और दुष्टो संग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read बावरे नैना तेरे दीदार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना। तेरे बस प्यार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।।1।। मैं प्यासा हूँ कहूँ तुझसे, मेरे ओ बावरे नैना। बुझा दो ना मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 117 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read आधार जगत का करने को उद्धार। बनाया सत्संग को आधार।। मनुज पर करने को उपकार। बनाया नाम धुन आधार।। जीव का करने बेडा पार। बनाया मालिक को आधार।। करेगे सबका बेडा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 104 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 2 min read जब बनना था राम तुम्हे जब बनना था राम तुम्हे, दुर्योधन बन कर बैठ गये। जब करना था काम तुम्हे, स्वार्थ साध कर बैठ गये।। निगम रखा था नाम तुम्हारा, निर्गुण बन कर बैठ गये।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 53 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read मर्यादाशील हंसते-हंसाते हर गम छुपा, खुशियां मनाते चल हम रहे हैं । सदियो के जख्मो को सिलते-सिलाते, मरहम लगाते बढ हम रहे हैं ।। अपना पराया ना करते हैं हम तो,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 67 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read श्री अन्न : पैदावार मिलेट्स की जगो किसानो उठो किसानो, अन्न पुराना अच्छा था। करो पैदावार उसी अन्न की, अन्न वही तो सच्चा था।। श्री अन्न की ऊपज करो तुम, श्री अन्न संरक्षक हैं। श्री अन्न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 94 Share ललकार भारद्वाज 14 Feb 2024 · 1 min read महिला दिवस आप लोग हैं हमारे कन्धे से कन्धा मिला कर खड़ी। तब ही तो गृहस्थी की गाड़ी हैं इतने प्यार से बढ़ी।। क्योंकि आप गोबर हैं, हम परात हैं। आप मुक्का... Poetry Writing Challenge-2 · हास्य 1 77 Share ललकार भारद्वाज 14 Feb 2024 · 1 min read पति पत्नी और वैलेंटाइन डे देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे। वैलेंटाइन हैं आने वाला, तू ना कर नखरे बेरी रे।। म्हारी सास के छोरे सुन ले, पत्नि मांगे टेडी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 115 Share ललकार भारद्वाज 31 Jan 2024 · 1 min read प्राण प्रतिष्ठा राम की अवध संग सज रहा हैं देश । राममय हो रहा परिवेश ।।1।। रामराज्य का देता हैं संदेश । भगवामय हो रहा हैं वेश ।।2।। राम आएंगे अपने ही प्रदेश ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 76 Share ललकार भारद्वाज 31 Jan 2024 · 2 min read शब्द की महिमा शब्द की महिमा बड़ी अनोखी, महिमा हैं ये अपरंपार । शब्द की महिमा बड़ी निराली, महिमा हैं ये तरती पार ।।1।। शब्द जपा जब 'मरा' बाल्मीकि ने, जुड़े राम से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 91 Share ललकार भारद्वाज 31 Jan 2024 · 2 min read चिन्ता करू या चिन्तन क्योंकि मेरी चिन्ता राम करें, मैं तो करूँ राम का चिन्तन । प्राण प्रतिष्ठा होनी अब हैं, मैं तो करूँ राम का वन्दन ।।1।। करी प्रतिक्षा पाँच सदी हैं, मैं तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 104 Share ललकार भारद्वाज 14 Jan 2024 · 2 min read राम हैं क्या ? राम जुनून और राम जरूरी । राम हमारी हैं मजबूरी ।। राम बिना ना काज हमारे । राम बिना ना इच्छा पूरी ।। राम श्वास और आस हमारी । राम... Hindi · कविता 1 176 Share Previous Page 2 Next