Lalita Kashyap 266 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read हरि का नाम कुण्डलिनी छंद जप लो हरि के नाम को, समा बड़ा विकराल। लीलता जनमानस को, बन बड़ा महाकाल।। बन बड़ा महाकाल, अरज अब हमरी सुन लो। हाथ जोड़कर ध्यान, नाम ईश्वर... Hindi · कुण्डलिया 241 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read प्रेम के चेहरे प्रेम के की चेहरे रहता जिस घर आदर सम्मान बन सुमन सुगंध फैलाती हूं बनदल बादलों के में नित्य स्नेह जलधारा बरसाती हूं। मैं स्त्री हूं , मैं नारी हूं... Hindi · कविता 1 232 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read शमा शमा नितजलती रही और रोती रही सब महफिले रोशन करती रही न मेरा जिस्म बचा न नूर बचा और न रसिक का सुरूर बचा। हर रोज जवानी छाती रही मिलन... Hindi · कविता 187 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read मनहरणघनाक्षरी मनहरण घनाक्षरी निशा सुकोमल निशा नारी सांवली सलोनी प्यारी चाल मतवाली न्यारी मन हर जाती है। कलाधर संग आती तारों को भी साथ लाती नभ से उतर आती क्रीडा... Hindi · घनाक्षरी 181 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read विषाद दोहे विषाद रहता ह्रदय विषाद में, धरे न कोई धीर। हाथ उठे फरियाद में, नैना बहता नीर।। बेला विषाद छा रही, आंसु रहे हैं सींच । कहर जगत में ढा... Hindi · दोहा 465 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read कली मनहरण घनाक्षरी कली रुत बेकरार आई, पवन सवार आई, कलियों ने आंखें खोली, बागों में बहार आई। सांवला- सलोना पिया, हाय भरमाए जिया, उड़- उड़ कली पर, करता पुकार है।... Hindi · घनाक्षरी 285 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read कमल दोहा कमल पद पंकज है जानकी,कमल सुकोमल नैन। पति धर्म सिया पालती, संग रहे दिन-रैन ।। अवध धरा है पावनी, रघुकुल पावन धाम। अतुल वीर रघुनाथ जी, कमल नयन श्री... Hindi · दोहा 418 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read गीत गीत मात्रा भार 16 यह हरा फैलाव बरगद का, इसकी छैयां बैठे हम सब, इसकी छैयां बैठे हम सब, खिलता मौसम है सौरभ सा। खूब वितान फैला अंगना, पंछी झूलते... Hindi · गीत 363 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read दगा मनहरण घनाक्षरी दगा मूरत लुभानी देखो, सूरत सलोनी देखो, प्रीतम के पीठ पीछे, करती छलावा है। बाहु पाश में झूमे , दोनों के साथ घूमें, नहीं प्रीत ह्रदय में, करती... Hindi · कविता 392 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read श्री हरि श्री हरि हे हरि हे लक्ष्मी प्रिय करवद्ध नमन करो स्वीकार लोचन प्यासेदरस तिहारे है नैन पटल के खुले द्वार । मैं अज्ञानी मूढ़ मति अति दूर प्रभु तेरा धाम... Hindi · कविता 214 Share Lalita Kashyap 11 Dec 2021 · 1 min read पूर्णिमा की रात गीत पूर्णिमा की रात कैसा धरा उजाला छाया, आज चंद्र सह चंद्रिका के, झूम- झूम के नील गगन पर नाच -नाच देखो मुस्काया। रात सुहावन सर सलिल में, कमल कमलिनी... Hindi · कविता 326 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read गीत गीत दर्पण झूठ नहीं कहता है । लाख लगा के चेहरे मुख पर, बहुत छुपा फिरता है। सच को सामने लाकर , दर्पण झूठ नहीं कहता है। आग से धुंआ,... Hindi · गीत 241 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read ओस ओस वायु मण्डल की आर्द्रता देखो नवयौवना का रूप धार रही मिल शीतल समीर संग यह मोती की लड़ियाँ लग रही । बिखर-बिखर पर्ण पुष्पों पर हीरे सी जग-मग कर... Hindi · कविता 187 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read वन सहरा वन। सहरा अद्भुत विशाल भूमंडल पर, बिखरे उपवन घने सहरा। खड़े झूमते एक स्थान पर , मानो जैसे दे रहे पहरा। शुष्क वातावरण में तुम्हें, धूल गवार जकड़ लेते हैं।... Hindi · कविता 186 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read चिन्ता मनहरण घनाक्षरी चिन्ता चिन्ता चिता के समान, निर्धन या धनवान, बसती हृदय जब , राख कर जाती है । अनल लगाती हिय, नित तड़पाती जिया, तिल -तिल मारती है, जान... Hindi · घनाक्षरी 176 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read महा राजा छत्रसाल मनहरणघनाक्षरी महाराजा छत्रसाल महाराजा छत्रसाला, थामें खड़ग भाला, मुगल बादशाह को, धूल चटाई थी। योद्धा जी चंपतराय, भाला दे के निज लाला, लालकुंवरी ,खड़ग, दे खूब खेलाई थी। अवस्था किशोर... Hindi · घनाक्षरी 506 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read कोयल चौपाई कोयल कंठ कोकिला उपवन गाई। मधुर धुन चहुं ओर सुनाई।। श्यामा सूरत जग मन भायी। सुनत वाणी प्रकृति मुस्कराई ।। सुर सुरीला राम जी दीन्हा । बड़ा उपकार मुझ... Hindi · कविता 410 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read सावन, प्रेम दोहा रिमझिम सावन आ गया, छाइ घटा घनघोर । कोयल कूके बाग में, मोर मचाए शोर।। चोरी करके राधिका, नाचे दे कर ताल । श्याम मनोहर रूप को,घेरे कुंतल जाल... Hindi · दोहा 235 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read गुरु कुण्डलिया गुरु गुरु हीरा गुण खान है ,लूट सके तो लूट। नाता बड़ा महान है ,बाकी रिश्ते झूठ।। बाकी रिश्ते झूठ, धरो चरणों में माथा। पकड़ शिष्य का हाथ, बनता... Hindi · कुण्डलिया 454 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read दिनकर सरसी छंद मात्रा भार 27 यति 13/14 दिनकर भोर होते अंबर पर, रवि आरुड़ रथ हो आए। निज रश्मि जाल बिछाए, भूमंडल अंग लगाए । बाग-कानन मुस्काए, अरु डाल -डाल... Hindi · कविता 338 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read भोर दोहे भोर सुहानी छा गई ,मिट रहा अंधकार। रवि रश्मि संग आ गए, फैल रहा उजियार।। पत्ता पूछे शाख से, कब तक हूं मैं संग । मिल जाऊंगा धूल से,... Hindi · दोहा 274 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read लक्ष्मीबाई लक्ष्मीबाई मनहरणघनाक्षरी मोरोपंत जी की सुता, भविष्य का न था पता, बालपन शस्त्रों से, खेल में बिताई थी। तांत्या नाना संग खेली, आयुधो के वार झेली, मनु रानी झांसी बनी,... Hindi · घनाक्षरी 1 223 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read प्रभात वेला दोहे शैय्या छोड़ प्रभात में , करो ओम का ध्यान । नित स्व हस्त देखा करो ,तव होगा कल्याण ।। शौच आदि से मुक्त हो ,बाद में करो स्नान ।... Hindi · दोहा 308 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read भूख, प्यास , राज दोहे हंस/ मराल दोहा 14 गुरु 20लघु भूख भूख बहुत संतापिनी, मनुज करे बेहाल। कांति देह घटती रहे, भीतर उठे सवाल।। प्यास करभ दोहा 16 गुरु 16लघु चकोर प्यासा प्रेम... Hindi · दोहा 436 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read बनना है तो दीपक बन बनना है तो दीपक बन तज घृना के ताने-बाने, सुख सागर किनारा बन। स्याह रात का तारा नहीं, बनना है तो दीपक बन। चांद की स्नेहिल किरणों से, सरोवर कमल... Hindi · कविता 161 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read श्री कृष्ण गीतिका छंद 14 /12 पर यती श्री कृष्ण आ मोहन कृष्ण मुरारी दरस हमको दीजिए। हम आए शरण तिहारी , भव से पार कीजिए। पथ विकट है इस जगत का,... Hindi · कविता 343 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read मित्रता मित्रता मित्र मित्रता हो ऐसी , ज्यूं चांद संग चांदनी। कानों घुलती मिश्री हो , ज्यूं राग संग रागिनी। सुख -दुख में न साथ छोड़े , ज्यूं बादल संग दामिनी।... Hindi · कविता 194 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read राधा ,मीरा भ्रमर दोहे राधा राधा मोहे धारिणी, पावे मोरा प्यार । तेरे-मेरे प्यार को, पूजेगा संसार ।। मीरा-- मीरा रानी जोगिनी, जोड़े स्नेही तार। माला फेरे श्याम की, नैना छाए प्यार।।... Hindi · दोहा 318 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read बोल लेखनी कुछ तो बोल बोल लेखनी कुछ तो बोल बोल लेखनी कुछ तो बोल, भीतर छुपा क्या राज है। झूठ फरेब बहुत कुछ लिखती , सच में क्या एतराज है। प्रशंसा की चाटुकारिता नित,... Hindi · कविता 333 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read बरसात बरसात मात्रा भार 16/13 उमड़- घुमड़ कर आते बादल , नाद कर जल बरसाते। खग- विहंग की तृष्णा मिटती, मयूरा नाच दिखाते । लपक- लपक कर बिजली कड़के, बादल गर्जता... Hindi · कविता 187 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read पहेलियां पहेलियां कृपया सभी इनका उत्तर दें श्रीनगर से चोर भागा ,कानपुर में पकड़ा गया। हस्तिनापुर में चला मुकदमा ,नागपुर में मारा गया। दूर देश से आती परियां ,तरुओं पर आ... Hindi · कविता 414 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read शून्य शून्य जानों तो शून्य कुछ नहीं ,मानो तो अति महान । बिन शून्य गणना नहीं, अंको से मिलन महान। बिना जीव देह शून्य है, है देह शव समान। बिना नीर... Hindi · कविता 174 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 2 min read कठपौल धार कठपौल धार यह पर्वत जिला बिलासपुर के सभी पर्वतों से ऊंची चोटी हैं , जिसे स्थानीय भाषा में धार कहते हैं।यह धार जिला सोलन व जिला बिलासपुर के मध्य स्थित... Hindi · लेख 258 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read अगन, जलन दोहे सृजन शब्द अगन - जलन 1-नैन मिलाए रूपसी, अगन लगावे देह। स्वांग रचाए प्रेम का, झूठा प्रेम का नेह।। 2--जलन हृदय में हो रही, चले न कोई जोर। भीतर... Hindi · दोहा 582 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read चमेली दोहे सृजन शब्द चमेली कुसुमित सुमन सुगंध है, अनुपम सुंदर रुप। धवल चमेली पुष्प है , ज्यूं खिलती है धूप।। शीतल पवन झुला रही, मुदित चमेली डार। लोच कमर मटका... Hindi · दोहा 478 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read गुरु महिमा गुरु महिमा गुरु गुणों की खान है, लूट सके तो लूट। नाता बड़ा महान है, बाकी रिश्ते झूठ।। बाकी रिश्ते झूठ धरो चरणों में माथा। पकड़ शिष्य का हाथ, बनता... Hindi · कुण्डलिया 260 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read वीर सिपाही वीर सिपाही सींचा है लहू से चमन को, खरपतवार न उगने देंगे। महकाएंगे सींच वतन को, भारत को न बंटने देंगे । लाई है तूफानों से कश्ती, कैसे जाकर उन... Hindi · कविता 171 Share Lalita Kashyap 10 Dec 2021 · 1 min read सादगी सादगी चल रे मन दिखावे की दुनिया छोड़, आज सादगी से मिल आते हैं। पट दिखावे में है दुख हजार, हम शांति घर ढूंढ आते हैं । सादगी में मानवता... Hindi · कविता 266 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read भारत की बेटी तांटक छंद वीर रस मात्रा भार 16/14 दूसरे, चौथे चरण में 222 मैं जिस भारत की बेटी हूं, उसका गीत सुनाती हूं। जिसका नाम विश्व में ऊंचा, उसका नित गुण... Hindi · कविता 374 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read वीर सिपाही वीर सिपाही भूल बैठा वो प्रेम सम्बन्ध को, बिसर गए सब तीज त्योहार। याद रखता तो बस एक सौगन्ध, केवल अपने देश का प्यार । छोड़े अपने रिश्ते-नाते, छूटा अपना... Hindi · कविता 379 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read कह मुकरियां कह मुकरी 1-दिल से मेरे न जाता है दिन रैन मुझे सताता है रातों को नित दुखावे जिया ऐ सखी दीया?न सखी पिया। लिपट -लिपट सताता है अंग अंग छू... Hindi · कविता 137 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read आनन्द आनन्द भगवान की संसार में , आनंद ही आनंद है। किसी को ज्यादा सोने में, मेहनत के बीज बोने में, किसी को रोने धोने में, आनंद ही आनंद है। किसी... Hindi · कविता 291 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read नवजात शिशु हंस/मराल। नवजात शिशु पर दोहे 14 गुरु 16 लघु सुंदर सूरत मोहिनी, देव समान स्वभाव। सूरज तुल्य प्रकाश है, शीतल चांद प्रभाव।। 14गुरु 16लघु सुंदर भोला रूप है, मधुर मधुर... Hindi · दोहा 131 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read नवयौवना चित्राधारित रचना नवयौवना विधा मनहरण घनाक्षरी गौर छवि मन भायी, यौवन के संग आई, मुदित मंद मुस्काई, देखो कोई हूर है। कोमल सुंदर तन, आई देखो बन- ठन, देख-देख वेशभूषा,... Hindi · घनाक्षरी 1 884 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read गुरु । हाइकू विषय गुरु गुरुदेव हैं, जगभाल मुकुट, बांटते ज्ञान। जीवन ज्योत, जगाते हर पल, खुलते नैना। मिटा अंधेरा, खुले नैन कपाट, हुआ उजाला। हाथ पकड़, है पथ दिखलाते, मंजिल... Hindi · हाइकु 408 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read अमलतास अमलतास मध्य आकार का तरु दुर्लभ, बड़े, गहरे हरे - हरे पर्ण। बसंती पुष्पगुच्छ लटकते, सम्मोहित करते जग अंतर्मन। रोम-रोम यह कल्पतरु, है औषधियों की खान। अपान वायु ,विकार उदर,... Hindi · कविता 147 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read चौथ का चांद चौथ का चांद शशि की 16 कलाओं में, दो बार चौथ आती है। पहली शुक्ल पक्ष की और, दूजी कृष्ण पक्ष की आती है। सभी चौथ में गणपति पूजा, कर्क... Hindi · कविता 171 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 2 min read रहस्य लघुकथा रहस्य राज,भेद, मर्म या यूं कह लीजिए पहेली सुशील प्रतिदिन जब भी ऑफिस से घर आता तो शैलजा तुरंत दरवाजा खोलती, हाथ से सामान लेती रखती और मुस्कुराते हुए... Hindi · लघु कथा 230 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 2 min read भाषा की उत्पत्ति हिन्दी भाषा की उत्पत्ति भाषा की उत्पत्ति संस्कृत के भाष् धातु से भाषा का अर्थ है कहना हिन्दी फारसी का एक शब्द है जो है संस्कृत भाषा का गहना। विश्व... Hindi · कविता 309 Share Lalita Kashyap 9 Dec 2021 · 1 min read कागजी ख्याल कागजी ख्याल कागजी ख्याल है, दिल में मलाल रखा न कीजिए। नज़रें मिला करके हूज़ूर, नज़रें झुकाया न कीजिए। गुमसुम सी ज़िदगी में, बहोत सवाल न कीजिए। हसरते समंदर में... Hindi · कविता 296 Share Previous Page 4 Next