Dr. Kishan Karigar 359 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Dr. Kishan Karigar 3 Nov 2021 · 1 min read सुनहरे धान की फसलें लहलाती सुनहरे धान की फसलें. प्रकृति ने क्या रूप श्रीगांर दिए. मेहनतकश किसानों की मेहनत. फ़सलो के रूप क्या खूब संवार दिए. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 199 Share Dr. Kishan Karigar 2 Nov 2021 · 1 min read वो भी आदमी ही है? जिसे आप गंवार कहते समझते? वो भी आदमी ही है? कभी गांव के तरफ जाइए मिलिए? कितनी आत्मीयता है उसमे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 252 Share Dr. Kishan Karigar 2 Nov 2021 · 1 min read आ रे सुग्गा आ आ (बाल कविता) आ रे सुग्गा आ आ (बाल कविता) आ रे कौआ आ आ आ रे सुगा आ आ आ रे मैना आ आ आ रे बगरा तहूं आबि जो चिड़ै चुनमुन... Maithili · बाल कविता 1 688 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 3 min read लोंगी डैंस (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे एहनो कहू डैंस भेलैए? कहअ त जेकरा देखियौ सैह कहैयै जे यौ बाबा लोंगी डैंस लोंगी डैंस. आइ भिंसरे स बसहो बरद ताल मात्रा खेलाइए?... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 606 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 1 min read कैमरे पे लटके मीडिया बेबी बंप दिखा? कोई हिरोईन शायद माँ बनने वाली है? कैमरे पे लटके मीडिया की नज़र इसी मे गड़ी है? भात भात कहते बिलख के भूखे मर गई कोई? मीडिया... Hindi · शेर 2 2 267 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 1 min read होरी मे मचाउ हुरदंग (हास्य कविता) होरी मे मचाउ कनी हुरदंग खुशी सँ जिनगी हुए रंग-बिरंग “कारीगर” दैत अछि शुभकामना खूम होरी खेलाउ दोस महीमक संग। उज्जर मुहँ लाल-पीअर करू खुशी मनाउ कनियो ने डरू बुढ़बा... Maithili · कविता 1 242 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 1 min read हुक़्मरानी के मदहोशी मे हुक़्मरानी के मदहोशी मे हमे कुछ सूझता नहीं? कई भूखे बिलखकर मर रहे, तो भी हमे दिखता नही जनसेवक बना तो साफ करूँगा सरकारी खजाना लोकतंत्र के भेड़चाल मे कहीं... Hindi · शेर 1 174 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read बाबा भक्त कटाक्ष बाबा- एं हौ मैथिलीयो मे पत्रकारिता होई छै आ सम्मानो बँटा रहलै की? भक्त- हं त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका सबके पत्रकारिता कैह देल जाइ छै. मैथिली दैनिक वा चैनल रहितै त... Maithili · लेख 325 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read मुफ़्लिसि मे रहा कारीगर मुफ़्लिसि मे रहा कारीगर मगर? अपने ही शर्तों पे जिया जीने की कद्र? © किशन कारीगर Hindi · शेर 2 177 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read इमनदार भूखे मरै इमनदार भूखे मरै आ दलालक घर बसिया रोटी सड़ै ©किशन कारीगर Maithili · दोहा 147 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read चुनाव तो नहीं आ गया? बाढ़ में फसलें डूब गई? आपदा मे घर तबाह हो गया? नेता जी को हम ग़रीबों की कोई फ़िक्र ना रहा? मतदाता मालिक कहके आज पुकार रहे कैसे? वोट चाहिए?... Hindi · शेर 1 433 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read हम आधुनिक हो गए? सामाजिक दायित्वों कर्तव्यों को भूला बैठे? कहते फिरते की हम आधुनिक हो गए? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 3 156 Share Dr. Kishan Karigar 30 Oct 2021 · 1 min read मुफ़्त पेंशन संग फ्री हवाई यात्रा मुफ़्त पेंशन संग फ्री हवाई यात्रा नेताओं को कामचोर बना दिया? तो फ्री राशन ने जनता को कामचोर बना दिया? खु़दा बचाए हमे इस मुफ़्तखोरी से? हर किसी को हरामख़ोर... Hindi · शेर 1 2 201 Share Dr. Kishan Karigar 30 Oct 2021 · 3 min read मिथिला मैथिली के घुन जेंका खोखैर के खा गेल (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे इ सब घुन जेंका खा गेल सब किछ? तइयो एकरा सबहक पेट नै भरलै? एकरे सब दुआरे मिथिला के एहने दुर्गति छै की. सबटा उलुआ... Maithili · लेख 1 411 Share Dr. Kishan Karigar 30 Oct 2021 · 1 min read रिशते भी अब? अपनों को भी अब हर कोई मतलब से ही याद करता है? कह रहा सभी की रिशते भी अब बाज़ारू हो गए? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 190 Share Dr. Kishan Karigar 28 Oct 2021 · 1 min read ईमानदार की मौत हो जाती है? जहाँ सौ मे नब्बे लोग झूठें हो? स्वार्थ से भरा झूठ ही झूठ हो? फिर कौन करेगा ईमानदारी की बात? झूठ के आगे ईमानदार की मौत हो जाती है? इस... Hindi · कविता 3 8 287 Share Dr. Kishan Karigar 28 Oct 2021 · 1 min read मैथिली साहित्यक चलकपनी दर्शक पाठक के देखने पढने बिना आ किताब बिकेनहिंयो बिना लोक वरिष्ठ साहित्यकार, पुरस्कारी लेखक, फेलो तक भऽ जाइए? Maithili · लेख 370 Share Dr. Kishan Karigar 27 Oct 2021 · 1 min read एहतराम तो कर कभी उसके अदबो ईबादत का भी एहतराम तो कर. तुझे क्या पता वो अपने संग तेरी मकबूलियत की भी दुआ माँगता. शायर ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 218 Share Dr. Kishan Karigar 26 Oct 2021 · 1 min read जेकरा देखू सैह नेता? (हास्य कविता ) अहूँ नेता त हमहूँ नेता ? जेकरा देखू सैह नेता? उज्जर कुर्ता पर चमकी वला माला, पंचायत मे के नै नेता? नेता पर नेता? पंचायत भोंट दुआरे जेकरा देखियौ सैह... Maithili · कविता 2 333 Share Dr. Kishan Karigar 25 Oct 2021 · 1 min read कुछ दुआ करो चेहरे पे मुस्कान है, मुस्कुराहट बनी रहेगी. कुछ दुआ करो, ख़ुदा से मेरे लिए भी मेरे हर कामयाबी की ख़बर, सभी शामयीन को मिलती ही रहेगी. शायर- किशन कारीगर (कॉपीराइट@) Hindi · शेर 1 200 Share Dr. Kishan Karigar 24 Oct 2021 · 1 min read सच्चा प्रेम कहाँ है? कौन ढूँढेगा? किसको ख़बर है? सच्चा प्रेम ना जाने अब किधर है? दिल क्यूँ ना मिलते अब? हृदय मे प्यार अब किधर है? प्यार में इतनी शर्तें आहें भी न... Hindi · कविता 1 401 Share Dr. Kishan Karigar 24 Oct 2021 · 1 min read Where is true love? Who will find Who has the news? Where is true love now? Why don't hearts meet now? Where is the love in the heart now? so many terms in love... English · Poem 1 383 Share Dr. Kishan Karigar 24 Oct 2021 · 1 min read इंसानियत के का़यदे से तो सोचो? इंसानियत के का़यदे से तो सोचो? वो ग़रीब ही नहीं बेबस लाचार भी है? माना की मैले फटे कपड़े मे है? तो क्या? गले ना मिलो फिर भी थोड़ी इज्ज़त... Hindi · शेर 287 Share Dr. Kishan Karigar 24 Oct 2021 · 1 min read नोर झहरि रहल छल बहिन उठि नैहर सँ सासुर बिदा भेलीह बपहारि काटि कानि रहल छलीह हमहू बाप बाप कानि रहल छलहुँ आखि सँ टप टप नोर झहरि रहल छल। माए गे माए भैया... Maithili · कविता 1 361 Share Dr. Kishan Karigar 23 Oct 2021 · 1 min read मिथिला मैथिली के बिकास मे बाधक मनोवृति मिथिला मैथिली के बिकास मे बाधक मनोवृति- टांगघिच्चा,भोजखौकार, बुझक्करी दाबी, काज छोड़ि जाति टा भंजियाएब, गाछ पर चरहा छह? (अई यथार्थ के कतेक मुँह झांपब?) Maithili · तेवरी 317 Share Dr. Kishan Karigar 23 Oct 2021 · 1 min read आज बूढ़े बाप के हाथ थाम ले बाप के हाथ थामे कभी चलना सीखा आज बूढ़े बाप के हाथ थाम ले. बुढ़ी अम्मा भी बहुत खुश होगी ये देख अब बूढ़े माँ बाप की देख रेख की... Hindi · शेर 1 211 Share Dr. Kishan Karigar 22 Oct 2021 · 1 min read इन वेबश मजदूरों को कभी? नेता जो बनना है? वोट तो चाहिए ही तुम्हे? इनसे झूठे वादे भी तुम क्या खूब करोगे? पर क्या इन वेबश मजदूरों को कभी? दो वक्त की रोजी रोटी दे... Hindi · शेर 1 227 Share Dr. Kishan Karigar 22 Oct 2021 · 1 min read मिथिला मैथिली के ठीकेदारी? (हास्य कविता) कोनो गतर मे लाजे नै?त बाते की? गारि गंजन लगले कपरफोरियो क लेब? हमरा सन बुझक्कर तेसर के नै जानी? करब हम मिथिला मैथिली के ठीकेदारी? दिन भरि हो हो... Maithili · कविता 1 1k Share Dr. Kishan Karigar 22 Oct 2021 · 1 min read सियासी रंग चढ़ गया जिसपे? सियासी रंग चढ़ गया जिसपे? वो झूठे बादों से ही देश का बिकास करेंगें? नेताओं के राजनीतिक फ़ायदे मे चाहे तो? जनता या फिर देश ही लूट जाए? शायर- किशन... Hindi · शेर 1 148 Share Dr. Kishan Karigar 21 Oct 2021 · 1 min read ग़रीब (मार्मिक कविता) हम छी गरीब नहि आब दैत छथि हमरा कियो अपना करीब किएक त हम छी गरीब।। भरि दिन भूखले रहि केँ किछु काज राज करैत छी मुदा तइयो दू टा... Maithili · कविता 1 309 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 4 min read मृत्युभोज से छुटकारे का उत्सव उतर बिहार के विभिन्न इलाकों मे मृत्युभोज इतना बड़ा उत्सव है की कोई इससे पिछा नहीं छुड़ा पाता? अमीर हो या ग़रीब सभी के लिए मृत्युभोज करना समाजिक रूप से... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 4 743 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 2 min read सेहन्ता (मार्मिक कविता) हमरो छल एकटा सेहन्ता औ बाबू कहियो त उठी कहब अहाँ आब उठू यौ बौआ भेलैए भोर अहाँक दोस महीम कए रहल छथि सोड़।। हिचुकै हिंचुकै एसगर हम कनैत छलहु... Maithili · कविता 1 311 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 1 min read मैं भी चुनाव लड़ूँगा (हास्य कविता) सुना बै बहुत फाइदें है? चुनाव ही तो जीतना है. बहुत जल्द मालामाल हो जाउँगा? फिर तो मैं भी चुनाव लड़ूँगा? धर्म जाति के नाम पर लोगों को लड़बाउँगा? लगे... Hindi · कविता 2 322 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 1 min read कुछ सलिक़े फिर भी बचाए रखो? कितने भी गहमागहमी हो जाए? कुछ सलिक़े फिर भी बचाए रखो? कहीं हो फिर से रिशतों का एहसास की गले मिल जाओ? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 152 Share Dr. Kishan Karigar 16 Oct 2021 · 1 min read देशऽक चिन्ता किनको छनि स्वार्थक चिन्ता किनको छनि घूस लेबाक चिन्ता नेता सभ के अछि कुर्सीक चिन्ता मुदा किनको नहि अछि, देशऽक चिन्ता। चुनाव जीतलाक बाद, कुर्सी भेटलैन्ह नेताजी के भऽ गेलाह... Maithili · कविता 1 247 Share Dr. Kishan Karigar 15 Oct 2021 · 1 min read बचपन के वो दिन अब भी याद आता बचपन के वो दिन कभी खेलना, फिर दोस्तों से झगड़ना घर आकर मम्मी कि डांट सुनना पापा का प्यार पाकर फूलों सा खिलखिलाना.... शायर ©किशन कारीगर... Hindi · शेर 1 368 Share Dr. Kishan Karigar 15 Oct 2021 · 3 min read पोसलाहा छागर सब आई गेले घर छह? (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत चल जाइत रहै जे हे पोसलाहा खस्सी सब? आई त गेले घर छह? पूजा होइ टा के देरी छै? तकरा बाद खरांस स गर्दैन उड़ा देल जेतह? ताबे... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 563 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 1 min read सच्ची बातों की तक़ल्लुफ मे फिर फ़ायदे की ख़ातिर मीठे बोल न सीख पाया? ना मै बोला कभी? सच्ची बातों की तक़ल्लुफ मे फिर, मेरी तल्ख़ सी अल्फाज़ ही सही? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 212 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 2 min read It's an old servant One day when I woke up early in the morning, I saw that Grandfather was giving chopped grass to the oxen to eat. I greeted grandfather and went to wash... English · Story 3 485 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 3 min read देहिया मेल खोजअता (हँसी ठिठोली) बुढउ बाबा बड़बड़ात रहलन आ दुगोला प्रोग्राम से बीचे मे खिसियाअ के उठ के चल दिहलन. बाबा बड़बड़ाएत जात रहलन आ कहत रहलन जे आजकल के हई बिरहा गाबे वला,... Bhojpuri · हास्य/हास्य-व्यंग्य 2 2 574 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read मैथिली पैरोडी गीत केना लहंगा उठा के हम चलू सजना? अहाँ हमरा लग मे आउ बजाउ कंगना? कखैन स सजल हम बैसल छी? अहाँ बाजू की हमरा देब मुँह देखना? ©के. के धुनचोरौआ... Maithili · गीत 1 412 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 7 min read संघर्ष की दास्तां का उत्सव एक छोटे से कस्बे की दिप्ती के उपर मानो दु:ख का पहाड़ टूट परा हो. हर एक पल उदास सी रहती और उसे हमेशा एक डर सा बना रहता था... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 4 1k Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read तड़पते रह जाओगे उम्र भर इशक ना करना 'किशन', ये इशक बड़ा ही तड़पाती है? तड़पते रह जाओगे उम्र भर जिसके लिए, पर उसे तुम्हारी याद भी नहीं आती है? शायर- किशन कारीगर Hindi · शेर 192 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read त पिटाई ना? मेहरारू- ए जी सुननि हअ रिंकिया के पापा पिटा गइलन? मरद- हइ तिवारी खूबे लौंडा पचिसी करत रहलन? त पिटाई ना? Bhojpuri · मुक्तक 1 318 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read अब्ब़स यूँ ही इलज़्मात अब्ब़स यूँ ही इलज़्मात लगते रहे मुझपे? किसी ने पूछा? न देखा कभी? की गुनेहगार है भी कारीगर? या है और कोई? शायर ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 196 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read कक्का हमर उचक्का । (होली पर हास्य कविता) ओंघराइत पोंघराइत हरबड़ाइत धड़फराइत धांई दिस बान्हे पर खसलाह कक्का हमर उचक्का होरी मे बरजोरी देखी मुस्की मारैत काकी मारलखिन दू-चारि मुक्का।। धिया-पूता हरियर पीयर रंग सॅं भिजौलकनि बड़की काकी... Maithili · कविता 1 611 Share Dr. Kishan Karigar 12 Oct 2021 · 1 min read बेग़म को यदि मिली ये ख़बर? अब इस क़दर ना देखो मुझको? की मुझे तुझसे प्यार हो जाए? बेग़म को कहीं मिली जो ये ख़बर? की घर मे मेरा जिना दुशवार हो जाए? शायर- किशन कारीगर... Hindi · शेर 1 267 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read इसी ग़फ़लत मे दुबारा कर दो एलान मुफ़्त मे कुछ बाँटने का? ये मुफ़्तखोर जनता दुबारा तुम्हें जीता देगी? बस इन्हे मुफ़्त मे ही अब मिल जाएगा सब कुछ? इसी ग़फ़लत मे दुबारा, तुम्हारी... Hindi · शेर 2 328 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read भेष बदलकर हमहीं ने तो? कहने को तो कानूनन मैं अवाम की सरकार हूँ. भेष बदलकर हमहीं ने तो? सरकारी खजाने हैं लूटे? तुम्हारे कमाने खाने के सारे दरबाजे हमने कर दिए हैं बंद? पांच... Hindi · शेर 2 168 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read এখুনকার মানুষের জীবন কোথায় হারিয়ে গেয়েছে, কাদের কাছে প্রশ্ন করবো? কে খুঁজে নিতে আস্তে পারবে? আমাদের মানুষের জীবন. দেখুন মানুষ কি ভাবে ব্যস্ত শুধু টাকা খুঁজে যাচ্ছে? নিজের লোকে চিনতে চাই না? একটু... Bengali · কবিতা 1 339 Share Previous Page 4 Next