Godambari Negi Pundir 186 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Godambari Negi Pundir 3 Oct 2021 · 1 min read 'क्षमा प्रार्थना' सुई में धागा, लिए बैठी हूँ, कितने घाव, सिए बैठी हूँ। तुमसे क्या कहूँ,क्या न कहूँ, मैं दुख हजार, पिए बैठी हूँ। कर कृपा, दुख हरो दुःखभंजन, तुझ से विनती... Hindi · मुक्तक 393 Share Godambari Negi Pundir 2 Oct 2021 · 1 min read 'कहानी पुरानी' लिखूँ खत तुझे या कहूँ अपनी कहानी, न था इसमें राजा न थी कोई रानी। घरों में उजाले थे दुखों के न नाले थे, भोला सा बचपन था दूर थी... Hindi · कविता 2 2 542 Share Godambari Negi Pundir 1 Oct 2021 · 1 min read 'एक सा तन-मन' 'एक सा तन-मन' तुम भी मानव, हम भी मानव। एक सा तन है, एक सा मन है। फिर क्यों दुर्व्यवहार करे जन-जन है। सब हँस के बिता लो, ये जो... Hindi · मुक्तक 449 Share Godambari Negi Pundir 28 Sep 2021 · 1 min read बस यूँ ही! 'बस यूँ ही' अभिमान नहीं है, आत्मसम्मान है। होना भी चाहिए, प्रेम है माना हमने! प्रेम में प्राण अर्पण, पर आत्म सम्मान! नहीं, कदापि नहीं! जब किया गया तिरस्कार हो,... Hindi · मुक्तक 1 219 Share Godambari Negi Pundir 27 Sep 2021 · 1 min read 'पिता की छाँव' घनी पेड़ की छाँव रूप सा, जिसकी छाया में सब सुख पाते हैं। है कौन बता तू ऐसा एक मानव , जिसमें सब संबल पाते हैं। यतन हजारों है वो... Hindi · कविता 4 6 603 Share Godambari Negi Pundir 26 Sep 2021 · 1 min read 'हमने कहा कि' 'हमने कहा कि' हमने कहा कि तेरा जाएगा क्या, इक पल को तू मुस्करा तो सही। वीरान सी इस जिंदगी में कभी, कोई फूल बगिया में खिला तो सही। कि... Hindi · मुक्तक 2 2 446 Share Godambari Negi Pundir 26 Sep 2021 · 1 min read 'बेटी' हमारी बेटियाँ हमारी खुशियाँ..?????????? बेटी बंटती है इस घर से उस घर, पर घर कभी बेटी के नाम कहाँ बंटा? बेटी बाँटती है अपने सुख हमेशा, पर सुख कब बनता... Hindi · मुक्तक 394 Share Godambari Negi Pundir 20 Sep 2021 · 1 min read श्राद्ध श्राद्ध में करते तर्पण अर्पण, फल फूल भोजन सभी समर्पण। कपड़ा लत्ता चादर बिस्तर, चप्पल-जूते थाल कनस्तर। जीते जी रोटी दी न समय पर, पास न बैठे हो तुम पल... Hindi · मुक्तक 1 690 Share Godambari Negi Pundir 19 Sep 2021 · 1 min read 'सीख' 'सीख' सीख-सीख-सीख हर पल नया तू सीख, अंदर से सीख, थोड़ा बाहर से सीख। थोड़ा इससे सीख,और थोड़ा उससे सीख, सीखे बिना जिन्दगी, बसर नहीं है होती। सीखने की कोई... Hindi · गीत 1 2 296 Share Godambari Negi Pundir 15 Sep 2021 · 2 min read 'हिन्दी दिवस' हिन्दी दिवस(व्यंग्य) ओहो नीलिमा ! तुमने याद नहीं दिलाया कल हिन्दी दिवस समारोह है।स्पीच तैयार करनी है। क्या बोलूंगा.. प्लीज़ कुछ हैल्प कर दोगी? अभय ने पत्नी से कहा,- नो... Hindi · लेख 2 6 538 Share Godambari Negi Pundir 14 Sep 2021 · 1 min read 'हिन्दी दिवस' 'हिन्दी दिवस' देखो आया है हिन्दी दिवस, ओढ़ स्वर-व्यंजन का दुशाला। कहीं अ आ इ ई के मोती मानिक, तो कहीं क ख ग की झाला। अलंकार की बजा बांसुरी... Hindi · मुक्तक 1 317 Share Godambari Negi Pundir 13 Sep 2021 · 1 min read 'प्रहरी देश का' 'प्रहरी देश का' देखो अद्भुत प्रहरी बनकर,डटकर बैठा है सीमा पर। देश की आन-बान की ख़ातिर, जीता है प्राण हथेली पर रखकर। साक्षी हैं उसके ये पर्वत और नदिया, है... Hindi · मुक्तक 1 1 439 Share Godambari Negi Pundir 9 Sep 2021 · 1 min read 'नगराज हिमालय' स्वीकारो हे नगराज नमन मेरा! तुम ही भारत के गौरव गिरिवर राज। युगों-युगों से करते आए हो रक्षा, बन अथक वीर राग की तुम परवाज़। हे ब्रह्म पुत्र!हे अचल यतीश्वर!... Hindi · कविता 2 300 Share Godambari Negi Pundir 8 Sep 2021 · 1 min read 'शहरी जीवन' ‘शहरी जीवन’ शहरी जीवन भी क्या जीवन है ? जिंदगी तो बसती है सिर्फ गाँवों में। खुले आँगन के चौबारों में निर्भय होकर खेलना, खेतों की हरियाली में विचरना ,... Hindi · मुक्तक 1 891 Share Godambari Negi Pundir 7 Sep 2021 · 1 min read जिन्दगी लम्हा-लम्हा मुश्किल से गुज़र रही है जिन्दगी, रेत पर बलखाती फिसल रही है जिन्दगी। कभी तूफानों से टकराती है तानकर सीना, तो कभी दर्दे-ग़म से मचल रही है जिन्दगी। दुनिया... Hindi · मुक्तक 2 4 355 Share Godambari Negi Pundir 6 Sep 2021 · 2 min read 'कोरोना काल का शिक्षा पर प्रभाव' 'कोरोना काल का शिक्षा पर प्रभाव' शिक्षा यूँ तो सतत् प्रक्रिया है। जो जन्म से ही आरंभ हो जाती है और मृत्यु तक चलती रहती है।इसे न स्थान से बाँधा... Hindi · लेख 488 Share Godambari Negi Pundir 4 Sep 2021 · 1 min read ग़म न कर खुश रहो,ग़म न करो, दिन दो की है जिन्दगानी। खून की रवानी, जिस्म की जवानी, ये सब हैं ज्यों बहता पानी। थम जाएगा बन समन्दर , ढह पड़ेगा तन का... Hindi · मुक्तक 1 2 289 Share Godambari Negi Pundir 3 Sep 2021 · 1 min read 'रोटी' 'रोटी' संपूर्ण दुनिया इस रोटी में समाई है, रोटी ही माँ बाप और भाई है। इंसान से लेकर जानवर तक में, बस रोटी की ही लड़ाई है। पेट सबका रोटी... Hindi · कविता 4 346 Share Godambari Negi Pundir 29 Aug 2021 · 1 min read दिनकर ‘दिनकर' पूर्व दिशा में जगमग करते, हे दिनकर जब तुम आए। स्वर्ण-सिंदूरी सी चादर ताने, रवि तुम यूं प्राची पर छाए। मासूम कली भी देख तुम्हें, है कुछ यूं मुस्काई,... Hindi · कविता 3 7 349 Share Godambari Negi Pundir 26 Aug 2021 · 1 min read प्रजा आर्यावर्त की 'प्रजा आर्यावर्त की' मैं हूँ प्रजा आर्यावर्त की, पूजने उनको ही हूँ आई। सीमा पर मातृभूमि की रक्षा को, हैं डटे रहते जो वीर सदा ही। मैं करूँ अर्चना-वंदना, परमपिता... Hindi · कविता 3 418 Share Godambari Negi Pundir 24 Aug 2021 · 1 min read ग़जल ग़जल माना तूफ़ानी मुश्किल का सफ़र है, मंजिल है पास,बस धुंध का कहर है। उठ चुके कदम जो, फिर रुकेंगे न कभी, हर मुश्किल पर हौसले की जो नज़र है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 341 Share Godambari Negi Pundir 22 Aug 2021 · 1 min read ऐसा क्यों होता है? 'ऐसा क्यों होता है?' मन कभी बहुत कुछ सोचता है, बहुत कुछ कहना भी चाहता है। फिर क्यों ओढ़ लेता है मौन, रोक लेता उसे है बोलो कौन? शब्द जैसे... Hindi · मुक्तक 1 3 262 Share Godambari Negi Pundir 21 Aug 2021 · 1 min read ईमान ईमान एक बेईमान सरे बाज़ार खड़ा था, सामने बोरों में बंद ईमान पड़ा था। न खरीदार था न ईमानदार था, सभी का ईमान ज़मीन में गढ़ा था। भरी भीड़ में... Hindi · मुक्तक 1 264 Share Godambari Negi Pundir 16 Aug 2021 · 1 min read अगर तुम खुशी से दिन जीवन के कट ही जाते, अगर तुम लौटके घर आ जाते। टूटा था ये दिल क्यों कभी हमारा, खोलकर दिल अपना तुम को बताते। रेत की दीवार... Hindi · मुक्तक 1 1 319 Share Godambari Negi Pundir 14 Aug 2021 · 1 min read 'हरियाली तीज' 'हरियाली तीज' सजना-सजना ओ सजना! सजनी को सजना के लिए है सजना। बिंदिया बिछुए और पैजनिया, पहनूंगी कलाई में तो प्यारा कंगना। घिरी है गगन में घटा कारी-कारी, धरती भी... Hindi · गीत 1 5 371 Share Godambari Negi Pundir 11 Aug 2021 · 1 min read वो दिन जब तिनकों की छत और मिट्टी की दीवारें थी, गोबर से लिपा आँगन मेहमानों की कतारें थी। नीम की ठंडी छाँव थी नदिया में तैरती नाव थी, गोरी के सिर... Hindi · मुक्तक 2 2 374 Share Godambari Negi Pundir 9 Aug 2021 · 1 min read 'मैंने देखा!' 'मैंने देखा' मैंने देखा उसे... उछलकर नंगे पाँव चलते हुए, तलवों को काँटों से बचाते हुए, तन का संतुलन बनाते हुए। फीके मैले वस्त्रों को कंटीली झाडिय़ों से बचाते हुए,... Hindi · मुक्तक 2 2 498 Share Godambari Negi Pundir 8 Aug 2021 · 1 min read 'साहित्य' 'साहित्य' वर्णों के पुष्प अंकुरित हो उठते, ले भावों का भार बोझिल हो झुकते। कलम दौड़ती स्याही संग हिल-मिल, तब रूप नए साहित्य के खिलते। कवि कल्पित मन गोते लगाता,... Hindi · मुक्तक 3 5 531 Share Godambari Negi Pundir 8 Aug 2021 · 1 min read 'वो' हाइकु 'वो' उड़ गया वो बादल सा सपना नैना हैं रीते... बदल गया मौसमी मिजाज था दिल उसका डूबता दिल यादों के दरिया में ढूँढे न मिला रिश्ता उसका सेमल... Hindi · हाइकु 2 4 682 Share Godambari Negi Pundir 7 Aug 2021 · 2 min read 'हमारे त्योहार' 'हमारे त्योहार' मानव जीवन में त्योहारों की विशेष भूमिका होती है। अगर त्योहार को किसी भी संस्कृति की आत्मा कहा जाय तो गलत नहीं होगा।जिस प्रकार आत्मा के बिना शरीर... Hindi · लेख 2 1 533 Share Godambari Negi Pundir 6 Aug 2021 · 1 min read 'सौदागर' 'सौदागर' वो महबूब नहीं इक सौदागर था, दिल को बिल्कुल ये मालूम न था। उसकी बातें लगती थी जादू सी , पर अंतरमन छल से लिपटा था। दिल उसका चालाकी... Hindi · मुक्तक 1 2 332 Share Godambari Negi Pundir 6 Aug 2021 · 4 min read 'वोअज़नबी मित्र' 'वोअजनबी मित्र' एक बार मैं ट्रेन से कहीं जा रही थी।रात का सफर था। एक युवक ट्रेन में चढा़।मेरे सामने वाला बर्थ था उसका।उस समय स्मार्ट फोन नहीं था।साधारण फोन... Hindi · लेख 2 3 404 Share Godambari Negi Pundir 4 Aug 2021 · 1 min read 'अभागा वृक्ष' 'अभागा वृक्ष' क्या वृक्ष भी अभागे होते हैं? मनुष्य अपने कर्मों का बुरा फल हमेशा दूसरों पर क्यों थोपता है। आखिर हर वनस्पति ईश्वर ने बनाई है। फिर मनुष्य कौन... Hindi · लेख 1 2 368 Share Godambari Negi Pundir 3 Aug 2021 · 1 min read सफ़र जिन्दगी का 'सफर जिन्दगी का' न है तुझ से गिला कोई न तुझसे है शिकायत कोई, हर शख्स है बेगाना यहाँ है न इस जहाँ में अपना कोई। दूरियाँ ही अब नजदीकियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 588 Share Godambari Negi Pundir 26 Jul 2021 · 1 min read शेर जल रही हैं हसरतें शमा की मानिंद, कि राहों में रोशनी हमेशा रहे उनकी। Hindi · शेर 2 2 251 Share Godambari Negi Pundir 25 Jul 2021 · 1 min read तलाश जिन्दगी बेरंग सी है, हुई क्या बात तलाश करो। खौफ़़ में है सारा जहाँ, क्या हैं हालात तलाश करो। हवाओं में बिखरी है क्यों बेरुखी, उडा़ई किसने ये राख तलाश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 216 Share Previous Page 4