You must be logged in to post comments.
वाह, अति सुंदर हाइकु ! शायद ये भाव उस “अजनबी मित्र” की मुलाकात से ली गई लगती है ! जो भी हो, बहुत बढ़िया लिखा है आपने ! काबिले तारीफ !!
बिल्कुल सच ।
जी
वाह, अति सुंदर हाइकु ! शायद ये भाव उस “अजनबी मित्र” की मुलाकात से ली गई लगती है ! जो भी हो, बहुत बढ़िया लिखा है आपने ! काबिले तारीफ !!
बिल्कुल सच ।
जी