DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' Language: Hindi 202 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Jan 2022 · 1 min read सफऱ... सफऱ की ये रात, खत्म ना हो कभी मंज़िल से बेहतर, मुसाफिरी लगती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 552 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Jan 2022 · 1 min read सदियों का सफऱ... जानें क्यूँ तारीख़ बदल जानें से मंज़र बदल जाते हैं... मैंने तो सदियों का सफऱ एक ठहरे हुए लम्हें के साथ तय किया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 1 2 594 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 31 Dec 2021 · 1 min read सबकुछ... ले गया ये सब-कुछ, साल जाते-जाते देख लिए रंग सारे, हाल आते -आते... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 320 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Dec 2021 · 1 min read तक़दीर... देखते हैं तक़दीर कल, क्या रंग दिखाएगी होगा हक़ में फ़ैसला या और आज़माएगी... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 451 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Dec 2021 · 1 min read ज़वाब... हरबार मेरी वफ़ा का जवाब, बेवफाई से दिया अब हम भी थक गए हैं, माफ़ करते-करते... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 522 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Dec 2021 · 1 min read राम... जीवन की अभिलाषा राम है धैर्य और धर्म में आस्था राम है ... आदर्शों के चरमोत्कर्ष शिखर की परिपूर्ण परिकाष्ठा राम है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · मुक्तक 1 2 643 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Dec 2021 · 1 min read फ़र्क... फ़र्क महज़ सोच का है ज़नाब वो छीनकर भी सबकुछ खाली हाथ है... हम लुटाकर भी सबकुछ दौलतमंद हो गए... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 333 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Dec 2021 · 1 min read दौर... वक़्त की आज़माइशों का, दौर कुछ ऐसा है... सहते, दबते, झुकते, अब थकने से लगे हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 610 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Dec 2021 · 1 min read ज़िन्दगी... जिंदगी उम्मीदों के साए में सफर करती है... कभी देती है साथ, कभी बचकर निकलती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 635 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Dec 2021 · 1 min read चिंतन... विचारों के प्रवाह को चिंतन चुनौती देता है, किन्तु निर्णय की स्थिति से पूर्व महत्व केवल चिंतन का है... क्या सही और क्या गलत केवल समय देखता है... अथाह है... Hindi · कविता 1 432 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Dec 2021 · 1 min read उनकी मोहब्बत... उनकी मोहब्बत, हमें रोज रुलाती रही गुनाह-ए-इश्क़ का, फरमान सुनाती रही तन्हा जीने की सजा, हमको सुनाकर पहलू से कभी पास, कभी दूर जाती रही... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · मुक्तक 2 5 403 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Dec 2021 · 1 min read विरासतों की वसीयत... रिवाज़ों की लकीरों को कभी कम ना समझियेगा... ये विरासतों की वसीयत है जो काबिल-ए-वारिस को मिलती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 280 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Dec 2021 · 1 min read अनुबंध... जन्मों के सफर, शर्तो पर तय थे... अब बंधनों के सारे अनुबंध टूट गए... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 601 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Dec 2021 · 1 min read बेबस... यूँ इसकदर हैराँ न हो रातों की स्याही देखकर... एक बुझते से अलाव के सहारे रात गुजारनें को जिंदगी बेबस है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 685 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Dec 2021 · 1 min read दुआ... हैरा ना होना मेरी सलामती पर दुनियावालों बरसों मेरे हक में कोई दुआ पढ़ता रहा है... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 448 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Dec 2021 · 1 min read रहमतों के साए... मेरी राह में तकदीर ने काँटे बहुत बिछाए थे... खुदा तेरा शुक्रिया जो साथ रहमतों के साए थे... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 374 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Dec 2021 · 1 min read ज़िन्दगी... जिंदगी जब भी थककर मुरझाने लगती है... दोस्तों के चेहरे देखते ही फिर से खिलखिलाने लगती है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 349 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Dec 2021 · 1 min read बात... कायदों की बात हमसे ना कीजियेगा हैसियतों के हिसाब से व्यवहार बदलते देखा है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 447 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Dec 2021 · 1 min read असर... ये सच है कि मुश्किल कामयाबी का सफर होता है... पर एक हद तक दुआओं का भी असर होता है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 309 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Dec 2021 · 1 min read टूटा है दिल... अबकी बार टूटा है दिल, तो टूटा ही रहने दो... थक गए है आखिर इसे संभालते -संभालते... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 340 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Dec 2021 · 2 min read संवाद... 'संवाद' अचानक ये शब्द मेरे कानों में पड़े कि अब तो हमारे बीच का संवाद ही खत्म हो गया। और मैं कुछ सोचने पर विवश हो गई। सालों किसी से... Hindi · लेख 1 2 552 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Dec 2021 · 1 min read गिरवी... एक अर्से से गिरवी थे, सुकून और नींद मेरी आज पा लिया है वापस, क़ीमत पूरी चुका के... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 374 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Dec 2021 · 1 min read शर्त... बेशक तुम मुझे, गलत ही समझ लो पर अपने सही होने का, इत्मीनान कर लेना... नहीं रोने तुम्हारे दरवाजे, आकर मुझे गम चाहे जितने ऊँचे, अपने मकान कर लेना... सुनसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 662 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Dec 2021 · 1 min read हुनर... उसकी ज़िद थी, मुझे डूबाने की वो शायद मेरे तैरने के हुनर से वाकिफ़ न था... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 4 498 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Dec 2021 · 1 min read तुम में मैं...विचारों की एक श्रृंखला अनिर्णायक स्थिति में बने रहने से अच्छा है... स्वयं से प्रश्नोत्तर किया जाए और मन की उस तह तक प्रश्न पूछे जाएं जहाँ तक उत्तर आपको संतुष्टि प्रदान ना कर... Hindi · लेख 497 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Dec 2021 · 1 min read वो बात कहाँ... मुझे तोड़ पाए, दुनिया में वो बात कहाँ इसका ठेका तो मैंने, कुछ अपनों को दिया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 496 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Dec 2021 · 1 min read मेहरूम... तू राह मुझे रोज, यूँ ही दिखाते रहना बहुत मेहरूम रहा हूँ, अपनों के साए से.... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 334 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Dec 2021 · 1 min read कायदे... छोड़ दी है हमने अब, कामयाब होने की ज़िद सुना है झूठ के हाथों, बहुत खिताब बिकते हैं... वो ईमान का दम भरता रहा, झुकी कमर लेकर सालों जिसके बच्चे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 746 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Dec 2021 · 1 min read तुम में मैं.... विचारों की एक श्रृंखला यदि वह विचारों की तलहटी में उतरने की चेष्टा भी करें तो शिखर का अभिमान उसे उतरने नहीं देता। उसके आस-पास का वातावरण उसे ऐसा करने से रोकने हेतु भिन्न-भिन्न... Hindi · लेख 1 2 941 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Dec 2021 · 3 min read तुम में मैं... विचारों की एक श्रृंखला आज अचानक बैठे- बैठे यूँ ही ख्याल आया कि हर व्यक्ति सोचता है कि वह स्वयं में अलग है... औरों से कुछ भिन्न है... उसमें कुछ बात ऐसी है जो... Hindi · लेख 3 2 617 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Dec 2021 · 1 min read आख़िरी... कोशिशों की बात, हमसे ना कर ए 'ज़िन्दगी' मैंने हर साँस आख़िरी समझ, ये उम्र गुजारी है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 356 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Dec 2021 · 1 min read बिन मतलब... मोहब्बत में मिलावट का दौर है दोस्तों सब अपने हिसाब से रिश्ते जोड़ लेते हैं... तू किस ज़माने की सोच रखती है 'अर्पिता' बिन मतलब तो अपने भी मुँह मोड़... Hindi · मुक्तक 1 2 406 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Dec 2021 · 1 min read कुछ सच्चाई... जिंदगी की कुछ सच्चाई, जब हकीकत बयां करती है... तो ना इश्क रहता है और ना आशिक बचता है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 475 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Nov 2021 · 1 min read वक़्त लगा दिया... वक़्त ने हमें वक़्त का, सही मतलब बता दिया इसी वक़्त ने वक़्त लाने में, बहुत वक़्त लगा दिया... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 298 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Nov 2021 · 1 min read ऊँचे दाम... ग़र बेचनी हो बेहयायी, तो खरीददार बहुत हैं मग़र शराफ़त के ऊँचे दाम, औकात के हैं बाहर... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 461 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Nov 2021 · 1 min read शोर... मुक़ददर भले ही, ख़ामोश बैठा था... मेहनत का शोर, मग़र है चारों ओर... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 4 8 415 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Nov 2021 · 1 min read चूड़ियाँ और बेटियाँ... कितनी मिलती-जुलती हैं दोनों की ही ज़िन्दगीयाँ... एक दूजे के जैसी है चूड़ियाँ और बेटियाँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 1 4 473 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Nov 2021 · 1 min read माँ... क्यूँ ना उसके सजदे में, सिर हर रोज झुकाऊँ... लब जिसके, दुआ करते हैं, मैं जब तक लौट के ना आऊँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 3 10 515 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Nov 2021 · 1 min read उड़ान... आज सपनों को एक उड़ान मिली है... कई दिनों कड़ी धूप में पैदल चली हूँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 572 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Nov 2021 · 1 min read बेवजह... लाख वजह होगी तुम्हें मेरा ना कहलाने की क्यों ना एक दफ़हा बेवजह इश्क किया जाए... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 314 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Nov 2021 · 1 min read मुकम्मल रिश्ते... बड़ी खुदगर्जी का दौर है 'जनाब' किसी मुकम्मल रिश्ते की आरजू ज़रा संभल कर कीजियेगा... -देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 285 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Nov 2021 · 1 min read आज़ाद... तुझसे जो आज़ाद करें ऐसी रिहाई नामंजूर है मुझे तेरे ख्यालों की कैद में अब ये जिंदगी बसर करनी है... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 329 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Nov 2021 · 1 min read ग़मेंदिल... उसे रुलाने का, हक़ तो न था मुझे... जानें क्यूँ आँसूओं का सैलाब, उसे दे आए... घड़ीभर की, मोहब्बत के बदले ज़िन्दगीभर का ख़्वाब, उसे दे आए... इरादा तो ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 390 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Nov 2021 · 1 min read मुस्कान... इंतजार, ख्वाब, आरजू, हकीकत जाने क्या-क्या ना जोड़ा हमने... तेरी एक मुस्कान के बदले इन सबका सौदा कर आए... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 542 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Nov 2021 · 1 min read वास्ता... तुम्हारा और मेरा, कुछ ऐसा है वास्ता जैसे किसी नशेड़ी का, एनसीबी से हो रिश्ता... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 7 529 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Nov 2021 · 1 min read मज़हब... मुनासिब होगा, ताउम्र गुनाहगार रहें शर्तों पर मुआफ़ी, ना दो मुझे... इस जहाँ की रवायतें, है नामंजूर चाहे तो जिंदा, दफना दो मुझे... बेखौफ हम कहेंगे, हशरेहाल जहाँ का जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 556 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Nov 2021 · 1 min read रिहाई.... आजकल, उनकी यादों की गिरफ्त में हैं... कमबख्त रिहाई नामंजूर है अब हमको ... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 423 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Nov 2021 · 1 min read इश्क़... यें बहारें इश्क है जाना इन पर ना यक़ीन कर, नई रुत के आने पर इनका बदलना तो तय है... -देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 1 2 252 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Nov 2021 · 1 min read मनाने की बारी... चूँकि रिश्ता निभाने की, ज़िम्मेदारी मेरी है ज़ाहिर है हर बार, तुम्हें मनाने की बारी मेरी है... जिस दिन, मैंने मनाना छोड़ दिया तुमनें एक पल में, रिश्ता तोड़ दिया... Hindi · मुक्तक 1 257 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Nov 2021 · 1 min read अज़नबी... नज़दीक-दर-नज़दीक, हम आ रहे हैं मगर फ़ासले जाने क्यों, बढ़ते जा रहे हैं... इंतजार ले ना लें, जान हमारी पल-पल हम मरते, जा रहे हैं... जाने वो अज़नबी कैसा होगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 296 Share Previous Page 2 Next