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22 Dec 2021 · 1 min read

विरासतों की वसीयत…

रिवाज़ों की लकीरों को
कभी कम ना समझियेगा…
ये विरासतों की वसीयत है
जो काबिल-ए-वारिस को मिलती है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’

Language: Hindi
Tag: शेर
261 Views
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