Amber Srivastava 137 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Amber Srivastava 20 Aug 2020 · 1 min read कौन सा मैं चुप रह गया? जिसको जब जो ठीक लगा, वो कह गया जो कह सका, दूध का धुला तो मैं भी नहीं, कि कहां मैं सब कुछ सह सका, भावनाओं में या आवेश में... Hindi · कविता 6 2 472 Share Amber Srivastava 19 Aug 2020 · 1 min read हो सके तो। दिल खोलकर कीजियेगा आलोचना मेरी, बेशक चाहे मुझको कोस लीजियेगा, पर ऐसा भी क्या किया है मैंने, हो सके तो एक बार ये भी सोच लीजियेगा, वक्त ख़ुद ही एक... Hindi · मुक्तक 7 8 465 Share Amber Srivastava 17 Aug 2020 · 1 min read शुरूआत। बीत गए हैं दिन कितने, और बीत गई है कितनी रात, मैं था चुप तो बातों की, आप ही कर लेते शुरूआत, एक पहल से ही जुड़ जाते हैं सिरे,... Hindi · कविता 9 8 440 Share Amber Srivastava 16 Aug 2020 · 1 min read जो भी हो। ज़िंदगी का ज़िंदगी पे, असर चाहे जो भी हो, अंत में इंसान अकेला ही है, फिर हमसफर चाहे जो भी हो, ख़ुद ही पहुंचता हर मुकाम पे, फिर रहगुज़र चाहे... Hindi · कविता 10 4 483 Share Amber Srivastava 15 Aug 2020 · 1 min read सुखांत। अच्छी बुरी हर याद को आज, चलिए तहस-नहस करते हैं, थोड़ी सी दूरी हर रिश्ते से करके, नज़रअंदाज़ हर बहस करते हैं, ना आएं अब यादों में किसी की, और... Hindi · कविता 8 11 448 Share Amber Srivastava 11 Aug 2020 · 1 min read नमस्ते। शायद ये एक इशारा है कि, मैं मुड़ जाऊं अपने रस्ते, कि कुछ भी कहता हूं मैं, तो वो कह देते हैं नमस्ते?, शब्दों में छिपे सम्मान को शायद, अब... Hindi · कविता 4 4 480 Share Amber Srivastava 8 Aug 2020 · 1 min read मायूसी से मुस्कान तक-सन् 2013 एक दिन था बहुत मायूसी भरा, आज फिर बजता एक साज़ है, ठुकराने चला था उस जीवन को मैं, जिस जीवन पे मुझको नाज़ है, उदास वो दिन बना गुज़रा... Hindi · कविता 6 4 514 Share Amber Srivastava 4 Aug 2020 · 1 min read एकतरफा संवाद। एकतरफा चलते संवादों में, मैं कब तक कुछ कह पाऊंगा, आप हाथ तो बढ़ा कर देखिए जनाब, मैं हमेशा साथ निभाऊंगा, ना होगा मुझसे अनादर कभी, ना कभी मैं दिल... Hindi · कविता 6 6 655 Share Amber Srivastava 2 Aug 2020 · 1 min read अलगाव-मजबूरी से दूरी बेहतर। अलगाव, इस शब्द का मतलब ये बिल्कुल नहीं की आप लोगों से मुंह मोड़ लें या विमुख हो जाएं, इसका मतलब ये है कि आपकी तरफ से आप दूसरों को... Hindi · लेख 7 8 590 Share Amber Srivastava 1 Aug 2020 · 1 min read रंग-ए-दुनिया। ज़िंदा नज़र आती ये दुनिया सारी, एक मुर्दों की बस्ती है, क्यों उलझता तू बातों में उनकी, बातें ही जिनकी सस्ती है, ना कर भरोसा दुनिया का, वक्त के साथ... Hindi · कविता 7 8 421 Share Amber Srivastava 31 Jul 2020 · 1 min read आत्मविश्वास। माना कि वक्त बलवान है, पर इंसान तू भी तो आम नहीं, वक्त भी ये माने एक दिन, कि परेशानियों से तू परेशान नहीं, वक्त चाहे जितना डराए तुझे, एक... Hindi · कविता 7 8 529 Share Amber Srivastava 30 Jul 2020 · 1 min read शुक्रिया। बीते हुए उन दिनों को आज, याद मैंने कुछ यूं किया, आता था जवाब कुछ लोगों का, और मैं कहता था "जी शुक्रिया", हो सकता है दिल ना मिले हो... Hindi · कविता 8 8 504 Share Amber Srivastava 29 Jul 2020 · 1 min read चल आ ज़िंदगी। चल आज हम फिर से ख़ुद को, एक दूजे के रू-ब-रू करते हैं, तू भी क्या याद रखेगी ज़िंदगी, कि तुझे फिर से शुरू करते हैं, किन्हीं कारणों से जो... Hindi · कविता 9 10 405 Share Amber Srivastava 28 Jul 2020 · 1 min read अब मोह बढ़ने लगा है। कुछ रिश्तों के साथ ये मन, कुछ ज़्यादा ही जुड़ने लगा है, थोड़ा संभल जा ऐ दिल, कि अब मोह बढ़ने लगा है, लगाव-जुड़ाव का ये बंधन, अब सिर पे... Hindi · कविता 7 10 345 Share Amber Srivastava 22 Jul 2020 · 1 min read मुलाकात ख़ुद के साथ। आप ही सोच के देखिए हुज़ूर, क्या ये भी कोई बात हुई, मिलते रहे हैं सभी से अब तक, पर ख़ुद से ना मुलाकात हुई, जाने कितने दिन बीते, जाने... Hindi · कविता 8 8 413 Share Amber Srivastava 20 Jul 2020 · 1 min read जो छूट गए सो छूट गए। कहां ढूंढे और कैसे मनाए उन्हें, कुछ बिछड़ गए कुछ रूठ गए , ज़िंदगी नाम है आगे बढ़ने का, जो छूट गए सो छूट गए, जो हिस्सा थे रोज़ की... Hindi · कविता 11 10 423 Share Amber Srivastava 19 Jul 2020 · 2 min read मुरादाबाद और लाॅकडाउन। कुछ ही महीने हुए थे कि मेरा छोटा भाई देहरादून से मुरादाबाद आ गया और अपनी पत्नी और बेटी के साथ मानसरोवर कॉलोनी में रहने लगा,मैं सिर्फ एक दिन के... Hindi · लेख 7 4 623 Share Amber Srivastava 18 Jul 2020 · 1 min read नई सुबह घर आती है। सूरज की पहली किरण, हर सुबह घर आती है, जीवन है नाम आशाओं का, हर पल यही सिखाती है, कभी-कभी ये सुबह ना भाऐ, कभी यही सुहाती है, नई उमंग... Hindi · कविता 7 4 462 Share Amber Srivastava 17 Jul 2020 · 1 min read एक पराई। अपनेपन से पास वो आती, कांधे पे मेरे सिर को झुकाती, आँखों में उसकी दिखी सच्चाई, जब-जब मेरे पास वो आई, कैसा अनोखा रिश्ता उससे, अपनी लगती है एक पराई,... Hindi · कविता 8 4 549 Share Amber Srivastava 16 Jul 2020 · 1 min read बदल गया हूं मैं भी थोड़ा। बदल गया हूं मैं भी थोड़ा, जबसे बदला ये ज़माना है, विश्वास कीजिए फिर भी मेरा, कि अंदाज़ वही पुराना है, ना ही कहीं कोई शिकवा किसी से, ना किसी... Hindi · कविता 6 4 1k Share Amber Srivastava 15 Jul 2020 · 1 min read आस-पास। इंसानों का अस्तित्व तो एक दिन ख़त्म हो जाता है, लेकिन किसी से जुड़ी अच्छी भावनाऐं, हमेशा रह जाती हैं, यहीं-कहीं,आस-पास, कभी न ख़त्म होने के लिए। इसीलिए कहते हैं... Hindi · लेख 7 10 382 Share Amber Srivastava 14 Jul 2020 · 1 min read सवाल कैसा? दिल में आया कुछ ख़्याल ऐसा, ना तू मेरी ना मैं तेरा, फिर इंतज़ार का सवाल कैसा? जब इकरार कि कहीं, कोई गुंजाइश नहीं, फिर इज़हार का सवाल कैसा? जिसे... Hindi · कविता 4 10 309 Share Amber Srivastava 13 Jul 2020 · 1 min read समझिए जनाब। बाअदब हर बात कहते हैं माना, सबसे बाइज़्ज़त मिलते हैं आप, ख़ुद को भी इज्ज़त बक्शिए ज़रा, कि अहमियत अपनी भी समझिए जनाब, कभी-कभी ख़ामोशी के भी, समझने चाहिए इशारे... Hindi · मुक्तक 9 8 449 Share Amber Srivastava 12 Jul 2020 · 1 min read अमिट याद। (१) तेरी आंखों के काजल सी रात, काली अंधियारी मगर खूबसूरत। (२) तेरे होने का एहसास कराती ये हवा, मंद-मंद बहती जो गुज़रती है पास से। (३) तेरी अमिट याद... Hindi · हाइकु 5 10 382 Share Amber Srivastava 11 Jul 2020 · 1 min read रंगीन तबियत। उम्र हो गई पैंतीस के पार, बस बड़प्पन आना बाकी है, समझदारी तो फिर भी आ गई, बस लड़कपन जाना बाकी है, रंग बदलती ये ज़िंदगी यहां, कभी खुशहाल तो... Hindi · कविता 7 4 520 Share Amber Srivastava 9 Jul 2020 · 1 min read दिखावा। जीवन रुपी सर्कस में, हर इंसान एक मसखरा है, कोई है हर पल उदास यहां, तो किसी का जीवन मस्ती भरा है, सभी हैं बनते ज्ञानी यहां पे, हर कोई... Hindi · कविता 8 6 401 Share Amber Srivastava 8 Jul 2020 · 1 min read संसार-सागर। जीवन एक चढ़ाई है, क्या ख़ूब लगते हैं इस के नज़ारे, सुख-दुख हैं एक घटा बादल की , दोनों ही हैं ये साथी हमारे, मुश्किलों में भी मुस्कुराते हुए, हर... Hindi · कविता 3 6 499 Share Amber Srivastava 7 Jul 2020 · 1 min read प्रेमार्पण। क्या कहूं कि आपकी मुस्कान एक, संपूर्ण सुंदरता का दर्पण है, प्रेम रस से सजी हर कविता मेरी, बस आपको ही अर्पण है, स्वार्थ से मुक्त हर शब्द मेरा, आपको... Hindi · कविता 5 6 639 Share Amber Srivastava 6 Jul 2020 · 1 min read जीवन। कभी पल ख़ुशियों के मीठे-मीठे, कभी ज़हर का कड़वा घूंट दिया, कोई शिकायत तुझसे नहीं, ऐ जीवन तूने सब कुछ ही दिया, उम्मीदों की शमा कभी रौशन रही, कभी बुझता... Hindi · कविता 8 6 612 Share Amber Srivastava 5 Jul 2020 · 1 min read कभी कहीं। कई बार सुना आज माना है, जीवन एक बहती धारा है, कभी कहीं है बेबस बहुत, तो कहीं मौजूद कोई सहारा है, कहीं सुना कि काबिल है, कहीं सुना कि... Hindi · कविता 6 4 522 Share Amber Srivastava 4 Jul 2020 · 1 min read एक प्यारी सी गुड़िया। सुबह-सवेरे अक्सर मुझको, एक प्यारी सी गुड़िया नज़र आती है, ढेरों आशीष मैं देता उसको, जब-जब वो मुस्काती है, अपनी मस्ती में चहलकदमी करती, रोज़ स्कूल वो जाती है, बच्चे... Hindi · कविता 8 6 380 Share Amber Srivastava 3 Jul 2020 · 1 min read अंबर। काश दूर कहीं ये अंबर भी, नीले अंबर में खो जाए, धरती पे मौजूद ये अंबर भी, नीले अंबर सा हो जाए, निश्चित है इस अंबर का भी, एक न... Hindi · कविता 9 6 409 Share Amber Srivastava 2 Jul 2020 · 1 min read तलाश। हबीब किसी के बन ना सके तो, ना रहिए बन कर रक़ीब भी, कि बेयक़ीं है ये सफ़र-ए-ज़िंदगी, और है थोड़ा सा अजीब भी, दूर रहकर भी पास रहें, और... Hindi · शेर 5 4 328 Share Amber Srivastava 1 Jul 2020 · 1 min read चलते-चलते। जीवन-पथ पे चलते-चलते, यूं ही मिला कुछ लोगों का साथ, हर सुबह उन्हें संदेश मैं देता, तभी होती थी दिन की शुरुआत, क्या ख़ूब था वो शब्दों का सिलसिला, जो... Hindi · कविता 8 4 524 Share Amber Srivastava 30 Jun 2020 · 1 min read मेरा दोस्त। तेरे दिल से मेरा नाता है, तू ही मुझे बस भाता है, तेरे जैसा दोस्त मिला, दिल और नहीं कुछ चाहता है, दोस्ती अपनी चलती रहे, रिश्ता अपना नायाब रहे,... Hindi · कविता 5 2 408 Share Amber Srivastava 26 Jun 2020 · 1 min read शादी और समाज। शादी तो बस एक रिवाज़ है, ”बंधन" है जिसका आधार, सात जन्मों-सात फेरों की, ये बातें हैं निराधार, जन्मों का ये बंधन अगर, होता इतना ही कमाल, तो इस दुनिया... Hindi · कविता 3 4 517 Share Amber Srivastava 25 Jun 2020 · 1 min read ये कैसा ईश्वर? ये कैसा ईश्वर है जो अपनी ही, सुनना चाहे जयकार, सुने बिना ये प्रशंसा अपनी, कर न सके किसी का उद्धार, एक पल में चला आया था जो, सुन के... Hindi · कविता 6 9 380 Share Amber Srivastava 24 Jun 2020 · 1 min read तुम। मेरा ख़्याल तुम, मेरी प्रेरणा तुम, तुम ही मेरी कल्पना हो, सांसों का साज़ तुम, दिल की आवाज़ तुम, तुम ही मेरी तमन्ना हो। ज़हन में तुम, ख़्वाबों में तुम,... Hindi · कविता 5 5 447 Share Amber Srivastava 23 Jun 2020 · 1 min read वो लेखक भी क्या लेखक? ना तो कोई बड़ा लेखक हूं, ना हूं मैं कोई महात्मा ज्ञानी, फिर भी देख कर थोड़ी सी दुनिया, चार बातें मैंने भी जानी, वो लेखक भी क्या लेखक है,... Hindi · कविता 5 10 332 Share Amber Srivastava 22 Jun 2020 · 1 min read अनकहे जज़्बात। तू कितनी मेरी मैं कितना तेरा, बस यही बताना रह गया, नाराज़गी-बेरूखी़ तो अक्सर ही दिखी, बस हक जताना रह गया, ऐसे कई ख़्याल थे जिनको, लफ्ज़ों से सजाना रह... Hindi · कविता 5 7 469 Share Amber Srivastava 21 Jun 2020 · 1 min read चाय और आपका ख़्याल। सुहानी हसीन सुबह के साथ, एक मीठी चाय की चुस्की हो, मेरे दिल में ख़्याल हो आपका, और होठों पे मुस्की हो, आइए ख़्यालों में बैठ के, बातें दो-चार की... Hindi · कविता 5 4 535 Share Amber Srivastava 20 Jun 2020 · 1 min read आपकी सुबह। सुबह हो आपकी ऐसी जिसमें, हर पल खुशियों का तरन्नुम हो, दिन बन जाए ख़ूबसूरत इतना, कि ताउम्र जिसका तसव्व़ुर हो, हर एक पल आपके दिन का, बन जाए ख़ुशियों... Hindi · कविता 9 4 537 Share Amber Srivastava 19 Jun 2020 · 1 min read जवानों तुम्हें सलाम। गर्व है मुझको आप पर, ऐ मेरे देश के जवान, हंसते हंसते देते हैं, आप देश के ऊपर जान, इस देश की धरती धन्य है, जिसपे जन्मे हैं ऐसे जवान,... Hindi · कविता 5 2 283 Share Amber Srivastava 18 Jun 2020 · 1 min read अजीब एहसास । हैं जो बिल्कुल अंजाने से, फिर भी लगते पहचाने से, कुछ जाने-पहचाने बरसों के, पर हैं बिल्कुल अंजाने से, बिना कहे भी कभी-कभी, बहुत से एहसास हो जाते हैं, कारवाँ-ए-ज़िंदगी... Hindi · शेर 6 12 292 Share Amber Srivastava 17 Jun 2020 · 1 min read दिल ही दिल में। ऐ दोस्त ये एहसास-ए-मोहब्बत भी, एक दिलकश हसीन नज़राना है, दिल में रौशन ख़्यालों पर, दिल ही दिल में इतराना है, अनकहे अल्फ़ाज़ का मज़ा है अलग, कि नहीं कुछ... Hindi · शेर 6 4 407 Share Amber Srivastava 17 Jun 2020 · 1 min read मैं और मेरी चाय। कमाल की चीज़ है तू भी चाय, क्या ख़ूब तू मुझसे यारी निभाए, मोहब्बत तुझसे कुछ ऐसी है, कि दूर तुझसे रहा ना जाए, सुबह का हर पल निखरता जाए,... Hindi · कविता 4 6 488 Share Amber Srivastava 16 Jun 2020 · 1 min read खुल कर जीना। मरना तो एक दिन लाज़मी है, खुल कर जीना सीखो, औरों पर क्या हंसना यारों, ख़ुद पर हंसना सीखो, दूसरों को बदलना तो नादानी है, बस ख़ुद को बदलना सीखो,... Hindi · कविता 3 4 1k Share Amber Srivastava 16 Jun 2020 · 1 min read मेरी डायरी। रोज़-रोज़ तो लिख नहीं पाता, पर दूर मैं तुमसे रह नहीं पाता, साझा करता तुमसे मैं, अपनी हर एक सोच, मानो जैसे हो जाता, हल्का दिल का बोझ, तुम तो... Hindi · कविता 3 2 349 Share Amber Srivastava 15 Jun 2020 · 1 min read ओझल। कलम उठती नहीं कुछ लिखने को, आज लिखने का फिर भी करता दिल, जीवन में थे कुछ लोग भी ऐसे, दिल कहता उनसे जाके मिल, कुछ तो अभी भी साथ... Hindi · कविता 5 7 470 Share Amber Srivastava 14 Jun 2020 · 3 min read माता-पिता-38 वर्ष शादी के। 14 जून 1982, मेरे माता-पिता परिणय सूत्र में बंधे, शादी एक संयोग है और इन दोनों की शादी इस बात का जीवंत उदाहरण है। मेरी माता जी सन् 1977 या... Hindi · लेख 4 6 619 Share Previous Page 2 Next